Friday, December 27

पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स ने किया बजट के सीधे प्रसारण का आयोजनआयकर विभाग के अधिकारियों ने दूर की उद्योगपतियों बजट संंबंधी शंकाएं

राकेश शाह, चंडीगढ़:

चंडीगढ़ आयकर विभाग के प्रिंसीपल चीफ कमीशनर बी.के.झा ने कहा कि यह एक संतुलित और बेहतर विकास वाला बजट है। जिसमें भविष्य के साथ-साथ वर्तमान की आशाएं भी हैं। सरकार ने राष्ट्र निर्माण प्रक्रिया में शामिल लोगों को राहत देने का प्रयास किया है। झा शुक्रवार को केंद्रीय वित्त मंत्री पीयूष गोयल द्वारा पेश किए गए बजट के बाद स्थानीय पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री में जुटे पंजाब, हरियाणा व चंडीगढ़ के उद्योगपतियों के साथ बजट पर चर्चा कर रहे थे।उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने अपने अंतरिम बजट में समाज के प्रत्येक वर्ग को राहत प्रदान करने का प्रयास किया है। इस बजट को देश के मध्यमवर्गीय एवं नौकरी पेशा लोगों को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है। उन्होंने कहा कि इस बजट से जहां एमएसएमई क्षेत्र को मजबूती मिलेगी वहीं नई कर प्रणाली को धरातल पर लागू करने के लिए कई तरह की चुनौतियों से निपटना होगा। उन्होंने विषय विशेषज्ञों व उद्योगपतियों से आहवान किया कि वह आयकर देने के मामले में अपनी भूमिका को सुनिश्चित करें।इस अवसर पर बोलते हुए पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री पंजाब चैप्टर के चेयरमैन आर.एस. सचदेवा ने कहा कि बजट में असंगठित क्षेत्र के कामगारों के लिए तीन हजार रूपए मासिक पेंशन, दो हैक्टेयर तक के मालिक किसानों को छह हजार रुपए सालाना आर्थिक भत्ता, आयकर सीमा को बढ़ाकर पांच लाख रुपए करना इस बजट के सकारात्मक पहलू हैं।इस अवसर पर बोलते हुए आयकर विभाग की पूर्व महानिदेशक सुधा शर्मा ने कहा कि जीएसटी पंजीकृत औद्योगिक इकाईयों को ब्याज दरों में छूट प्रदान करके छोटे उद्योगों को बड़ी राहत दी गई है। केंद्र सरकार द्वारा पेश किए गए बजट का स्वागत करते हुए पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स के पूर्व अध्यक्ष डॉ.अशोक खन्ना ने कहा कि मोदी सरकार ने अंतरिम बजट में प्रत्येक वर्ग को छूने का प्रयास किया है। इस अवसर पर बी.के.झा व आयकर विभाग के अन्य अधिकारियों ने उद्योगपतियों एवं अन्य लोगों की वित्तीय शंकाओं को दूर करते हुए उनके सवालों के जवाब भी दिए। इस अवसर पर आयकर विभाग के प्रशासनिक आयुक्त राम मोहन तिवारी, आयकर विभाग के एक्जंपशन आयुक्त राम मोहन सिंह, आयकर-वन की प्रिंसीपल आयुक्त सुखविंदर खन्ना,आयकर-टू की प्रिंसीपल आयुक्त पूनम के सिद्धू, पंचकूला व शिमला जोन के प्रिंसीपल कमीशनर रामेश्वर सिंह के अलावा पीएचडी चैंबर ऑफ कामर्स की क्षेत्रीय निदेशक मधु पिल्ले समेत कई गणमान्य मौजूद थे।