-जहां चार पहिया वाहन नहीं जा सकता, वहां पहुंच, दे रही लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं
-मोटर बाईक से पहाड़ी क्षेत्र के मरीजों को पहुंचाया जा रहा अस्पताल
प्ंाचकूला 19 जनवरी।
वर्तमान हरियाणा सरकार ने मोरनी में पुलों, सडकों व पीने के पानी, शिक्षा के क्षेत्र में चहुमुखी विकास करवाया है। पंचकूला हरियाणा का ऐसा पहला जिला है जहां पर अरोग्यम एक निशुल्क स्वास्थ्य सेवा मोरनी और पिंजौर खंड के पहाड़ी क्षेत्र के लिए उपलब्ध करवाई जा रही है। इस प्रोजैक्ट को स्कोच ग्रुप द्वारा ओडर ऑफ मैरिट व स्कोच गोल्ड अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है।
अरोग्यम निशुल्क स्वास्थ्य सेवा से मोरनी एवं पिंजौर के पहाड़ी क्षेत्रों के लोगों के लिए वरदान सिद्ध हो रही है क्योंकि मोरनी के दुर्गंम रास्ते होने के कारण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने में काफी असुविधा हो रही थी। मुख्यमंत्री ने अरोग्यम निःशुल्क सेवा का गत वर्ष 13 मई, 2017 को शुभारंभ किया। अरोग्यम निशुल्क सेवा मोरनी व पिंजौर में लोगों के घर-द्वार पर जाकर उपलब्ध करवाई जा रही हैं। ये सेवाएं लोगों को 6 बाईक एंबुलेंस के माध्यम से मुहैया करवाई जा रही हैं।
इस योजना के तहत अब तक कुल 748 मरीजों को पीएचसी मोरनी में लाया गया जबकि 580 को पीएचसी से इलाज के उपरांत उनके घर पर पहुंचाया गया। इसके साथ-साथ स्कूलों में बच्चों को स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में दी जाने वाली जानकारी के तहत 603 विजिट की गई और आंगनबाड़ी केन्द्रों में एक हजार से अधिक विजिट की गई। इसके अलावा लगभग 9 हजार आम लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी देने के साथ-साथ प्राथमिक चिकित्सा सेवा भी उपलब्ध करवाई गई। अरोग्यम द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही निशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं के तहत अब तक लगभग 26 हजार किलोमीटर से अधिक का सफर तैय किया गया।
उल्लेखनीय है कि इस परियोजना को युद्ध स्तर पर लागू करने व प्रभावी ढंग से लोगों को प्राथमिकता के आधार पर लोगों को सराहनीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए गत सितंबर 2017 नेशनल कंस्टीट्यूशनल क्लब नई दिल्ली में स्कॉच गोल्ड अवार्ड एवं स्कॉच आर्डर ऑफ मैरिट से सम्मानित किया गया। उपायुक्त पंचकूला श्री मुकुल कुमार ने इस योजना को कारगर एवं प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए निजी तौर पर आरोग्यमों (पैरामैडिक्स) से बात-चीत कर इस योजना को घर-द्वार तक लेजाने में यदि किसी प्रकार की असुविधा होती है, तो प्राथमिकता के आधार पर उसका समाधान कर उन्हें राहत उपलब्ध करवाते हैं।
यह योजना जिला प्रशासन द्वारा जिला रेडक्रास सोसायटी के माध्यम से पिंजौर एवं मोरनी के दुर्गम क्षेत्रों में विशेष रूप से चलाई जा रही है और इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं। यह योजना मोरनी क्षेत्र में लोकप्रियता हासिल कर रही है। यही कारण है कि मोरनी क्षेत्र के लोग इस योजना को संचालित करने के लिए मुख्यमंत्री का विशेष तौर पर आभार प्रकट कर रहे हैं।
उपायुक्त श्री मुकुल कुमार ने बताया कि मोरनी क्षेत्र में गांवो व ढाणियों के अलग अलग होने के कारण उनकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से दूरी अधिक है तथा वहां पर चार पहिया रोगी वाहन नहीं जा सकते थे। बच्चों की माताएं उनके टीकाकरण व अपने स्वास्थ्य के लिए बहुत बार छह से आठ किलोमीटर चलकर सब स्वास्थ्य केंद्र मोरनी तक पंहुचती थी। ऐसे स्थानों पर लोगों की सुविधा के लिए रक्तजांच, आपातकाल स्थिति और रोगी को अस्पातल तक पंहुचाने के लिए आरोग्यम बाईक की शुरूआत की गई, जो पूरी निष्ठा एवं लग्र के साथ काम कर रही हैं। इन वाहनों को चलाने के लिए पैरा मैडिक्स, जिनके पास चालक लाईसेंस है, को आलकैमिस्ट एवं आईवीवाई अस्पतालों में सामाजिक दायित्व निभाते हुए जिला प्रशासन को निशुल्क उपलब्ध करवाया गया है।