सीबीआई,ईडी और आयकर विभागों को इस्तेमाल कर भाजपा कर्नाटक हथियाना चाहती है

मल्लिकार्जुन जी जिन विभागों की बात कर रहे हैं वह सभी विभाग भ्रष्टाचार, अनाचार करने वाले लोगों और उनके कार्यों पर रोकथाम के लिए हैं, मज़ेदार बात यह है की इस विभाग की नज़र हमेशा विपक्ष के काले कारनामों पर होती है और सत्ता जाते ही अपने पुराने आकाओं के प्रति लाम बंद हो जातीं हैं। अब प्रश्न है कि क्या खडगे जी कि पार्टी इसी प्रकार अपने विरोधियों को त्रस्त करती थी?दूसरे जब आप सभी लोगों कि छवि ईमानदारी कि है तो फिर आपको घबराहट कैसी?

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर आरोप लगाया कि वह कर्नाटक में उनकी पार्टी के विधायकों को ‘काबू में करने’ का प्रयास कर रहे हैं. इसके साथ ही खड़गे ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार को अस्थिर करने के बीजेपी के कथित प्रयास में सीबीआई, ईडी और आयकर विभाग का उपयोग उन विधायकों को ‘आतंकित’ करने के लिए किया जा रहा है.

खडगे ने एक कार्यक्रम में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, ‘वे सीबीआई, प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और आयकर छापों के द्वारा हमारे विधायकों को धमकी देने जैसी कई चीजों की कोशिश कर रहे हैं.’

उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी हमारे विधायकों पर नियंत्रण करने का प्रयास कर रहे हैं. लोकसभा में कांग्रेस के नेता खड़गे ने कहा कि कांग्रेस के कार्यकर्ता ‘मजबूत और प्रतिबद्ध’ हैं तथा वे किसी दबाव में नहीं आएंगे.

उन्होंने गठबंधन सरकार को गिराने के बीजेपी के कथित प्रयास ‘ऑपरेशन लोटस’ को रेखांकित करने के लिए एक घटना का जिक्र किया. खड़गे ने कहा कि वह, मोदी, प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई, लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन और वरिष्ठ भाजपा नेता लालकृष्ण आडवाणी 16 जनवरी की शाम को गांधी शांति पुरस्कार पर फैसला करने के लिए एकत्र हुए थे. उन्होंने कहा कि जब वे लोग बैठे थे, प्रधानमंत्री ने उनसे कर्नाटक के घटनाक्रम के बारे में पूछा.

खड़गे ने कहा, ‘मैंने उनसे कहा कि मैं नहीं आप बेहतर जानते हैं कि आप क्या कर रहे हैं. मोदी ने कहा कि सूचना है कि बीजेपी के विधायकों को दल बदलने के लिए लालच दिया गया है.’

‘मैंने जवाब दिया कि आपके लोग और आपकी सरकार यह कर रही है. तब उन्होंने कहा कि आपके लोग (कांग्रेस विधायक) यहां-वहां घूम रहे हैं.’

सीबीआई घटनाक्रम के बारे में खड़गे ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने चयन समिति को विश्वास में लिए बिना ही अवैध रूप से आलोक वर्मा को एजेंसी प्रमुख के पद से हटा दिया था. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अगले सीबीआई निदेशक का चयन करने के लिए 24 जनवरी को एक बैठक बुलाई है.

खड़गे ने कहा, ‘जब मैंने नोटिस दिया (सीबीआई निदेशक के चयन के लिए), तब 24 जनवरी को एक बैठक बुलाई गई है. मुझे पता है कि इसका परिणाम क्या होगा क्योंकि उन्हें बहुमत मिला है और वे जो चाहते हैं करेंगे.’

टवीट्टर छोड़ स्वाइन फ्लू पर नज़र रखें, योगेश्वर की ‘विज’ को नसीहत

बोले: प्रदेश में स्वाईन फ्लू के मामले बढ़ रहे हैं,मगर सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है

पंचकूला,19 जनवरी:

आम आदमी पार्टी ने कहा है कि दिल्ली के मोहल्ला क्लीनिक पर टिव्टर के जरिए टिप्पणी करने वाले हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को जरा प्रदेश के हालात की ओर भी ध्यान देना चाहिए।

उन्होंने कहा कि आए दिन टिवटर पर लोगों के प्रति टिप्पिणयां कर अपनी भड़ास निकालने वाले विज को देश दुनिया की तो खबर है,मगर अपने विभाग और प्रदेश में क्या हो रहा है,इसकी न तो कोई खबर है और न ही कोई चिंता है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वाईन फ्लू के मामले बढ़ रहे हैं,मगर सरकार का इस ओर कोई ध्यान नहीं है। पार्टी का कहना है कि प्रदेश में इस समय स्वाइन फ्लू जान लेवा हो गया है। हरियाणा प्रदेश में इस बीमारी की वजह से अब तक दो लोगों की मौत की पुष्टि तो खुद स्वास्थ्य विभाग कर चुका है। अगर गैर सरकारी आंकड़ों की बात करें तो यह संख्या अधिक है।

यहां जारी एक ब्यान में आम आदमी पार्टी के अंबाला लोकसभा एवं जिला पंचकूला के अध्यक्ष योगेश्वर शर्मा ने हरियाणा सरकार को लचर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं पर घेरते हुए कहा कि हरियाणा प्रदेश में स्वाइन फ्लू के रोगियों की संख्या 180 और संदिग्ध की संख्या एक हजार से भी ऊपर पहुंच चुकी है। उन्होंने कहा कि जिला पंचकूला भी इससे अछूता नहीं है। यहां भी सरकारी एवं गैरसरकारी अस्पतालों में रोगी आ रहे हैं।  उन्होंने कहा कि आसपास के प्रदेशों में स्वाइन फ्लू कहर मचाने के बाद हरियाणा में बड़ी तेजी से फैल रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसे में जबकि प्रदेश सरकार को स्वाइन फ्लू रोग से संबंधित जानकारी के लिए जागरूकता अभियान छेडऩा चलाना चाहिए, उस वक्त प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री ट्विट करने में बिजी हैं तो मुख्यमंत्री जींद में चुनाव मेंं। उन्होंने कहा कि ऐसे गंभीर हालात में प्रदेश सरकार ने हरियाणा की जनता को लावारिस छोड ़दिया है। जिसके चलते स्वाइन फ्लू हरियाणा में बड़ी तेजी से फैल रहा है और ना ही तो स्वास्थ्य मंत्री इसकी गंभीरता को समझते हैं और ना ही स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी। उन्होंने कहा कि विभाग में किसी भी अधिकारी से बात करेंगे तो पता चलता है कि अधिकारी आंकड़ों में फेरबदल करने में बिजी हैं कोई भी अधिकारी सटीक आंकड़ा सही आंकड़े देने में असमर्थ हैं।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य विभाग जागरूकता अभियान चलाने के दावे कर रहा है। लेकिन प्रदेश में जिस स्तर पर स्वाइन फ्लू पर मौत हो रही हैं और मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है उससे साफ हो जाता है कि विभाग जागरूकता अभियान के नाम पर केवल खानापूर्ति कर रहा है। उन्होंने कहा कि विभागीय जानकारी के अनुसार ही प्रदेश में स्वाइन फ्लू के कारण हिसार में,फतेहाबाद में 1-1 मरीजों की मौत हो चुकी है। जबकि गैरसरकारी आंकड़ों के अनुसार यह संख्या ज्यादा है। इसके आलावा पंचकूला, हिसार,भिवानी,रोहतक,फतेहाबाद,पानीपत,झज्जर और सिरसा जिले ऐसे में हैं जहां 30 से भी ज्यादा मरीजों की पुष्टि हो चुकी है। उन्होंने कहा कि सरकार खासकर प्रदेश के स्वास्थ्यमंत्री अनिल विज को दूसरों की खामियां गिनवाने की बजाये अपने विभाग के काम काज की ओर ध्यान देना चाहिए जिसके लिए उन्हें सरकार ने यह विभाग सौंपा है।

माता मनसा देवी परिसर में 2 दिवसीय ज्योतिष कार्यशाला का शुभारंभ

आज पंचकूला में माता मनसा देवी मन्दिर परिसर में माता मनसा देवी चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा संचालित भण्डारा ( ग्रेन मार्किट) के प्रांगण में आज दो दिवसीय जयोतिष कार्यशाला का शुभारम्भ हुआ। लक्ष्य ज्योतिष संस्थान द्वारा एवं ग्रेन मार्किट भण्डारा द्वारा आयोजित इस कार्यशाला में देश के विभिन्न राज्यों से आए ज्योतिषी भाग ले रहे हैं।

वास्तु, लाल किताब, वैदिक ज्योतिष, नाड़ी ज्योतिष, टैरो, अंक ज्योतिष, हस्त रेखा, योग, आभा मण्डल, बिशेषज्ञ, विचारक और विद्वान इस कार्यशाला में निःशुल्क परामर्श दे रहे हैं।

लक्ष्य ज्योतिष की अध्यक्ष बीना शर्मा ने बताया कि संस्था द्वारा पिछले पाँच वर्षों से इस तरह की कार्यशालाओं का आयोजन किया जा रहा है। इसका मकसद है कि ज्योतिष से सम्बंधित विभिन्न विधाओं के बारे में लोगों को जानकारी देना और उनकी समस्याओं का निवारण करना।

नेचुरोपैथ , ज्योतिषविद एवम् योगाचार्य अश्विनी गौतम ने बताया कि कार्यशाला में शरीर और मन से जुडी समस्याओं का निवारण करने का प्रयास किया जाता है। बातचीत के दौरान उन्होंने बताया कि प्रत्येक शरीर की अलग संरचना होती है उसी को ध्यान में रखते हुए समस्याओं का समाधान किया जाता है।

इसी कड़ी में दिल्ली से आईं टैरो विशेषज्ञा पूनम ठाकुर ने www.demokraticfront.com से बातचीत के दौरान बताया कि टैरो विधा आत्मिक शक्तियों के सम्बंधों पर आधारित है।जो कि प्रश्नों के उत्तर देने के आलावा व्यक्तिगत सलाहकार और मार्गदर्शक का भी काम करती है।

पंचकूला में रेकी विशेषज्ञ के तौर पर जाने जाने वाले विजय मिश्रा कार्यशाला में रेकी के ज़रिये लोगो के मन और आत्मा के रोगों का निःशुल्क इलाज कर रहे हैं। उनका दावा है कि इस विद्या से लोगों का बहुत कल्याण हो रहा है।

न्यूमरोलॉजी यानि अंक गणित विद आरती भारद्वाज गणना से आपके भूत,वर्तमान और भविष्य के बारे में जानकर आपकी जीवनशै

राजस्थान: चर्चा में हनुमान बेनीवाल और कर्ज़ माफी

बेनीवाल के व्यवहार के अलावा इनदिनों राजस्थान में एक मुद्दा और चर्चा में छाया है. चुनावी सभाओं में राहुल गांधी जीतने के 10 दिन के अंदर किसानों के पूरे कर्ज को माफ करने का ऐलान करते थे

हनुमान बेनीवाल राजस्थानी कहावत जिसका हिंदी मतलब होता है कि नया नया रईस अपनी गर्दन ज्यादा ही ऊंची करके चलता हैको चिरतार्थ करते दिख पड़ते हैं। इस बार चुनाव जीतने के साथ ही वे अजीबो गरीब तरीके से अपनी ओर ध्यान खींचने की कोशिश कर रहे हैं.

चुनाव नतीजों के बाद पहले तो उन्होंने कांग्रेस में चल रही मुख्यमंत्री की जंग में टांग फंसाने की कोशिश की. कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को उन्होंने चुनौती दे डाली कि अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बनाया तो लोकसभा चुनाव में उनके समर्थक कांग्रेस की ईंट से ईंट बजा देंगे. दूसरी पार्टी को अपनी बिन मांगी सलाह देना जबरदस्ती गले पड़ने वाली बात ही रही. कांग्रेस ने उनको कोई तवज्जो न देते हुए अशोक गहलोत को मुख्यमंत्री बना दिया.

इसके बाद, एक दिन बेनीवाल पुलिस मुख्यालय पहुंचे. पुलिस महानिदेशक और दूसरे बड़े अधिकारियों से मुलाकात की. बाद में मीडिया के पास पहुंचे और पुलिस पर उन्हें जबरन इंतजार करवाने का आरोप मढ़ दिया. शायद उनको ऐतराज हो कि जब एक जनप्रतिनिधि आए तो अधिकारी सारा कामकाज छोड़कर उसे क्यों नहीं अटेंड करे.

राज्यपाल पर बेहूदा टिप्पणी

अब विधानसभा सत्र शुरू होने पर भी बेनीवाल की बेतुकी हरकतें नहीं रुक रही हैं. शपथ ग्रहण समारोह में जब उनका नंबर आया तो दर्शक दीर्घा में बैठे उनके समर्थक तालियां बजाने लगे. पूर्व संसदीय कार्यमंत्री राजेंद्र सिंह राठौड़ ने इस पर टोका तो बेनीवाल ने तंज कसते हुए कहा कि आप चुप कराके दिखा दो.

सबसे बड़ी घटना तो राज्यपाल कल्याण सिंह के अभिभाषण के दौरान घटित हुई. बेनीवाल सदन के वेल में आ गए और मूंग खरीद के लिए नारेबाजी करने लगे. उन्होंने सीधे राज्यपाल को अपशब्द कह दिए. बेनीवाल ने राज्यपाल से कहा कि उन्हें मुख्यमंत्री का नाम तक तो याद नहीं रहता. बेहतर होगा कि पहले वे अपना इलाज कराएं.
इस दौरान मुख्यमंत्री अपनी सीट पर बैठे मुस्कुराते रहे. बीजेपी ने बेनीवाल के इस बेहूदा कमेंट पर कड़ा ऐतराज जताया. पूर्व गृहमंत्री और अब नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने सवैंधानिक पदाधिकारी पर अशोभनीय टिप्पणी को सुधारे नहीं जाने पर सदन न चलने देने की धमकी तक दे डाली. लेकिन न बेनीवाल को इससे कुछ फर्क पड़ा और न ही सत्ता पक्ष ने कटारिया के बयान को कोई तवज्जो दी.

कौन है हनुमान बेनीवाल?

हनुमान बेनीवाल नागौर जिले की खींवसर सीट से विधायक हैं. राजनीति उन्होंने छात्र जीवन में ही शुरू कर दी थी. 1996 में वे राजस्थान के सबसे बड़े विश्वविद्यालय यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान के छात्रसंघ अध्यक्ष भी रहे. कभी वे बीजेपी में हुआ करते थे. लेकिन पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से अनबन के बाद 2013 में उन्होंने निर्दलीय चुनाव लड़ा और जीते.

2018 विधानसभा चुनाव से पहले उन्होंने राष्ट्रवादी लोकतांत्रिक पार्टी बनाई और राज्य में तीसरी ताकत खड़ी करने की कोशिश की. पहली बार में अध्यक्ष बेनीवाल समेत इस पार्टी के 3 विधायक चुनाव जीतने में कामयाब रहे हैं. बेनीवाल का पश्चिम राजस्थान, विशेषकर उनके गृह जिले नागौर और आसपास के इलाके में अच्छा प्रभाव है.

इसमे कोई शक नहीं कि जाट युवाओं के बीच उनकी गहरी पैठ है. वे लगातार चुनाव जीत रहे हैं और अपनी पार्टी की जड़ें भी जमाने में सफल रहे हैं. लेकिन उन्हें याद रखना चाहिए कि उनका उग्र व्यवहार कहीं न कहीं नुकसान भी पहुंचा सकता है. युवा समर्थकों को एंग्री यंग मैन छवि आकर्षित करती है. लेकिन द्विदलीय व्यवस्था वाले राज्य में तीसरी ताकत बनने के लिए उन्हें सौम्य और जिम्मेदारीपूर्ण व्यवहार का परिचय देना होगा. वैसे भी, उनपर समाज के कई समूह घोर जातिवादी राजनीति का आरोप लगाते रहे हैं.

जुमला तो नहीं बन जाएगी किसानों की कर्जमाफी?

बेनीवाल के व्यवहार के अलावा इनदिनों राजस्थान में एक मुद्दा और चर्चा में छाया है. चुनावी सभाओं में राहुल गांधी जीतने के 10 दिन के अंदर किसानों के पूरे कर्ज को माफ करने का ऐलान करते थे. वे दावा करते थे कि अगर उनका मुख्यमंत्री इस वादे को पूरा नहीं करेगा तो वे मुख्यमंत्री ही बदल देंगे. राजस्थान में कांग्रेस को चुनाव जीते हुए सवा महीने से ज्यादा हो गया है लेकिन अभी तक कर्जमाफी पर बहस ही चल रही है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अब किसानों की कर्जमाफी को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा है. गहलोत ने लिखा है कि पूरे देश के किसानों की आर्थिक हालत चुनौतीपूर्ण है. गहलोत के मुताबिक, कांग्रेस की तरह वे भी कर्जमाफी का ऐलान करें. 2 जनवरी को लिखे इस पत्र को उन्होंने 18 जनवरी को सोशल मीडिया पर शेयर किया तो विधानसभा में भी पढ़ कर सुनाया.
बीजेपी ने अब कांग्रेस पर किसानों को गुमराह कर चुनाव जीतने का आरोप लगाया है. शुक्रवार को इस मुद्दे पर हुई गर्मागर्मी के कारण विधानसभा को 3 बार स्थगित करना पड़ा. नेता प्रतिपक्ष ने सरकार के आदेश को लंगड़ा बता दिया. कटारिया का आरोप है कि 19 और 25 दिसंबर को इस संबंध में निकाले गए आदेशों की भाषा में विसंगति है. एक आदेश में अल्पकालीन फसली ऋण को माफ करने की बात है तो दूसरे में अलग शब्द इस्तेमाल किए गए हैं.

नेताओं के बीच फुटबॉल बन रहे किसान!

मुख्यमंत्री ने नेता प्रतिपक्ष की भाषा पर कड़ा ऐतराज जताते हुए दावा किया कि सहकारी बैंकों से लिए 2 लाख तक के कर्ज माफ किए जाएंगे. उन्होंने बीजेपी पर जनता को गुमराह करने के आरोप लगाए. हालांकि चुनाव से पहले कांग्रेस ने सभी किसानों का कर्ज माफ करने का वादा किया था. लेकिन अब इसमें नित नई शब्दावलियों का प्रयोग किया जा रहा है.

पहले सिर्फ डॉफाल्टर किसानों की बात कही गई. पार्टी में ही विरोध उठा तो सभी किसानों की बात कही जाने लगी. अब सिर्फ सहकारी बैंकों का नाम लिया जा रहा है. किसानों के सामने यूरिया की खरीद और मूंग की उपज बेचने की समस्या भी विकराल हो चुकी है. एक बात स्पष्ट है, चुनाव आयोग ने मार्च में लोकसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान की घोषणा कर दी है. अगर जल्द ही कांग्रेस सरकार ने स्थिति साफ नहीं की तो याद रखना चाहिए भारतीय मतदाताओं के मतदान व्यवहार को ग्रेनविल ऑस्टिन ने ‘अनप्रेडिक्टेबल’ भी ठहराया था.

26 जनवरी से कालका शिमला रेल मार्ग पर विशेष रेलगाड़ी चलाई जाएगी

उत्तर रेलवे द्वारा पर्यटकों के लिए एक विशेष रेलगाड़ी संख्या 52459/60 आगामी 26 जनवरी से कालका शिमला रेल मार्ग पर चलाई जाएगी।

उत्तररेलवे के अम्बाला मण्डल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक हरि मोहन ने बताया कि यह नवचलित गाड़ी 25 अप्रैल 2019 तक रेलगाड़ी संख्या 7245/52 रेल मोटर कार के मार्ग और समय पर चलेगी। गाड़ी के पांच डिब्बों में पर्यटकों की आवश्यकताओं को देखते हुए तब्दीलियाँ की गई हैं जैसे कि सीटों के कवर, खिड़कियों पर ब्लाइंड्स, विनाइल रोल, पीबीसी फ्लोरिंग, 4 अग्नि शमन यंत्र और कुछ डिब्बे वातानुकूलित भी किये गए हैं।

यह विशेष गाड़ी कालका से सुबह 5:10 पर रवाना होकर 9:50 पर शिमला पहुंचेगी और शिमला से शाम 5:25 पर रवाना होगी और 10 :05 बजे कालका पहुंचेगी।

कालका शिमला रेल मोटर कार रेलगाड़ी संख्या 72451/52 , 26 जनवरी 2019 से 25 अप्रैल 2019 तक रदद् कर दी गई हैं।

A Cleaniness drive has been conducted at Mehar Chand Mahajan Boys Hostel No.1

A Cleaniness drive has been conducted at Mehar Chand Mahajan Boys
Hostel No.1,  the drive was started at  10 am today. The  residents of
hostel, all the employees as well as mess and canteen workers
participated with enthusiasm.


Story and photo by Rakehs Shah

The premises and surrounding of hostel was cleaned and a message to
the residents was passed regarding the need of clean and green
environment.


photo by Rakehs Shah

 The drive was lead by Prof. Emanuel Nahar, Dean student welfare (DSW)
 and Dr. Rajeev Kumar (Warden BH 1), Dr. Sanjeev ( Warden BH -3), and
Professor M. C. Sidhu, Deptt. Of Botany sensitized residents about
cleaniness in hostel soundings.

photo by Rakehs Shah

        Prof. Nahar, DSW also appreciated the initiative taken by the
hostel residents and staff.

Workshop on Curriculum Development at PU

Rakesh Shah, Chandigarh:

The Department of English and Cultural Studies, Panjab University, held a workshop on the recent revision in the post graduate curriculum, here today.

 The chairperson of the department, Prof. Deepti Gupta, in her inaugural address  emphasized the need to engage with a competing global environment as the basis for these revisions. One of the major issues discussed today was how well the new curriculum could be implemented by the affiliated institutions. The syllabus which is supposed to be implemented from July 2019 has undergone significant revision. Notably, modules on writing a dissertation and various outreach activities were introduced and more stress has been laid upon Cultural Studies in the revised syllabus. SDSA

Prof. Akshaya Kumar informed the audience about the UGC’s Open Basket
system enabling students to have multiple options to choose from. He also mentioned that the new syllabus once implemented, will be helpful to students attempting the NET exam.

The new syllabus will comprise segments on radio, television and social media as discussed by Dr Surbhi Goel. Prof. Pushpinder Syal spoke about the Linguistics and Language papers and suggested the methodology for them.

Dr Sudhir Mehra contrasted the earlier syllabus with the new one from the point of view of the student body. Dr Meenu Gupta discussed the changes in the British Literature courses.  Moreover, Prof. Aneel Raina stressed upon the various repercussions of the earlier syllabus and suggested multiple innovative teaching methodologies for the current curriculum. Towards the end of the workshop, there was a question-answer session where various teachers from the affiliated institutions posed their queries regarding the implementation of these changes.

 Prof. Gupta concluded the workshop on a positive note saying that such changes are influential in changing the mindset of individuals involved in the domain of higher education in India.

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पीड़ितों को मकान व मुआवजा उपलब्ध करवाए सरकार : विजय बंसल

सूरजपुर सियुडी में लोगो को सम्बोधित करने पहुंचे विजय बंसल कहा – भाजपा ने पहले मकान तुड़वाए, अब झूठी सांत्वना देकर गुमराह कर रहे

गत दिनों हरियाणा सरकार द्वारा 70 वर्षो से बसे , सूरजपुर सियुडी में सेकड़ो मकानों पर पिला पंजा चलाकर गरीबो के आइशियानो को तहस नहस करने का काम किया था।आज विजय बंसल पूर्व चेयरमैन हरियाणा सरकार व प्रदेशउपाध्यक्ष हरियाणा किसान कांग्रेस ने पीड़ितों को सम्भोधित करते हुए कहा कि वह हर समय,मोर्चे पर उनके साथ खड़े है।पहले भाजपा सरकार ने गरीबो के मकान तुड़वाए अब झूठी सांत्वना देने के लिए राहत का आश्वासन देकर अपना जनविरोधी चेहरा भाजपा नेता स्वयं बेनकाब कर रहे है।यदि उन्हें जनता से सरोकार होता तो पहले लेबर कालोनी वासियो को पुनःनिवास देते फिर उन्हें तोड़ा जाता परन्तु भाजपा नेताओं ने पहले आंखे बंद कर तुड़वाया जिससे आज यह नोबत आई।

विजय बंसल ने कहा कि सरकार में करोड़ो रुपये खर्च करके पहले तो सड़क,बिजली आदि की सुविधाए मुहैया करवाई अब सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की अवहेलना करते हुए बिना कोई पुनःनिवास उपलब्ध करवाए हुए मकानों को तोड़ने का काम किया जिससे सर्दी के मौसम में गरीबो को बिना छत के रहना पड़ रहा है।इसके साथ ही बंसल ने कहा है कि यदि सरकार ने गरीबो को पुनः निवास व मुआवजा नही दिया तो जल्द माननीय न्यायलय का सहारा लेकर याचिका दायर करी जाएगी।

विजय बंसल ने कहा कि इन दुकानों व मकानों के केस माननीय हाईकोर्ट में विचाराधीन है और कुछ लोगो ने रेगुलराइजेशन नीति के तहत राशि जमा करवाई हुई है जिसके चलते इन्हें तोड़ा नही जा सकता जिसके बाद प्रशासन व भारी पुलिस बल को गत दिनों बेरंग वापिस लौटना पड़ा था 

इसके साथ ही विजय बंसल ने कहा कि लेबर कालोनी को कानूनन गलत तोड़ा गया है, माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशानुसार यदि सरकार , सरकारी भूमि पर वर्षो से बसे मकान व कालोनी आदि को विस्थापित करती है तो विस्थापित करने से पूर्व 10 किमी के दायरे में पुनःनिवास नीति के तहत मकान व आशियाना फ्लैट्स आदि प्रदान करने आवश्यक है जैसे , पंचकूला में हुड्डा की भूमि और बसी हुई कालोनियों को विस्थापित करने से पूर्व आईशियाना फ्लैट्स दिए गए थे।बंसल ने प्रशासन व सरकार से मांग करी है कि जल्द से जल्द प्रभावित लोगों को उनके नुकसान का उचित मुआवजा दिया जाए तथा पुनःनिवास नीति के तहत आइशियाने स्थापित किए जाए क्योंकि यह लोग बरसो से रह रहे है तथा क्षेत्र के विकास में योगदान है।साथ ही सरकार ने भी करोड़ो रूपये खर्च करके सुविधाए उपलब्ध करवाई हुई है।

इसके साथ ही बंसल ने कहा कि इस सड़क को बनाने की आड़ में ठेकेदार व सरकारी अधिकारियों ने मिलकर अवैध माइनिंग करके सरकार को करोड़ो का चूना भी लगाया है ।इस सम्बंध में दोषी अधिकारियों के खिलाफ विजिलेंस से जांच करवाकर कार्यवाही करवाई जाएगी।

गणतन्त्र दिवस समारोह के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रिहर्सल

प्ंाचकूला 19 जनवरी।

         पंचकूला के सैक्टर 5 स्थित परेड ग्राउण्ड में आयोजित राज्य स्तरीय गणतन्त्र दिवस समारोह के लिए सतलुज पब्लिक स्कूल में अतिरिक्त उपायुक्त जगदीप ढांडा की अध्यक्षता में सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रिहर्सल हुई।  इस रिहर्सल में जिला के 8 स्कूलों के छात्र छात्राओं ने अपनी प्रस्तुति दी।

       अतिरिक्त उपायुक्त जगदीप ढांडा ने डीसी माॅडल स्कूल सैक्टर 7, डीएवी सैक्टर 8, गुरूकुल सैक्टर 20, भवन विद्यालय सैक्ट 15, शिशु निकेतन एमडीसी सैक्टर 4, राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सैक्टर 15, जेपीएस सैक्टर 1 व होली चाईल्ड विद्यालय के छात्र छात्राओं ने अपनी प्रस्तुति दी। अतिरिक्त उपायुक्त ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाली टीमों के आवश्यक दिशा निर्देश देते हुए कहा कि 21 जनवरी को दोबारा से  प्रस्तुतियां देखी जाएगी। इसलिए सभी शिक्षक विद्यार्थियों को ओर अच्छी प्रस्तुति के लिए तैयार करें। 


    अतिरिक्त उपायुक्त ने कहा कि राज्य स्तरीय समारोह में हरियाणा के राज्यपाल राष्ट्रीय ध्वज फहराएंगें तथा परेड की सलामी लेंगें। इस अवसर पर देशभक्ति एवं हरियाणवी संस्कृति से ओतप्रोत रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रमो की प्रस्तुती दी जाएगी। इसके अलावा सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भंगड़ा आदि का भी समायोजन किया जाए ताकि कार्यक्रमों को ओर ज्यादा बेहतर बनाया जा सके।  
        उन्होंने बताया कि 21 से 23 जनवरी तक लगातार  रिहर्सल आयोजित की जाएगी तथा फाइनल फुल ड्रेस रिहर्सल 24 जनवरी को आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी सांस्कृतिक टीमों में ज्यादा से ज्यादा छात्र छात्राओं को शामिल करेें ताकि अच्छा प्रदर्शन किया जा सके। 
    इस अवसर पर जिला राजस्व अधिकारी धीरज चहल, जिला शिक्षा अधिकारी एच एस सैनी सहित कई शिक्षक भी मौजूद रहे। 

अरोग्यम मोटर बाईक एंबुलेंस प्रोजेक्ट मोरनी पहाड़ी क्षेत्र के लोगों के लिए वरदान सिद्ध हो रही है

-जहां चार पहिया वाहन नहीं जा सकता, वहां पहुंच, दे रही लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं
-मोटर बाईक से पहाड़ी क्षेत्र के मरीजों को पहुंचाया जा रहा अस्पताल

प्ंाचकूला 19 जनवरी।

        वर्तमान हरियाणा सरकार ने मोरनी में पुलों, सडकों व पीने के पानी, शिक्षा के क्षेत्र में चहुमुखी विकास करवाया है। पंचकूला हरियाणा का ऐसा पहला जिला है जहां पर अरोग्यम एक निशुल्क स्वास्थ्य सेवा मोरनी और पिंजौर खंड के पहाड़ी क्षेत्र के लिए उपलब्ध करवाई जा रही है। इस प्रोजैक्ट को स्कोच ग्रुप द्वारा ओडर ऑफ मैरिट व स्कोच गोल्ड अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है। 
अरोग्यम निशुल्क स्वास्थ्य सेवा से मोरनी एवं पिंजौर के पहाड़ी क्षेत्रों के लोगों के लिए वरदान सिद्ध हो रही है क्योंकि मोरनी के दुर्गंम रास्ते होने के कारण स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने में काफी असुविधा हो रही थी। मुख्यमंत्री ने  अरोग्यम निःशुल्क सेवा का गत वर्ष 13 मई, 2017 को शुभारंभ किया। अरोग्यम निशुल्क सेवा मोरनी व पिंजौर में लोगों के घर-द्वार पर जाकर उपलब्ध करवाई जा रही हैं। ये सेवाएं लोगों को 6 बाईक एंबुलेंस के माध्यम से मुहैया करवाई जा रही हैं। 
    इस योजना के तहत अब तक कुल 748 मरीजों को पीएचसी मोरनी में लाया गया जबकि 580 को पीएचसी से इलाज के उपरांत उनके घर पर पहुंचाया गया। इसके साथ-साथ स्कूलों में बच्चों को स्वास्थ्य सेवाओं के संबंध में दी जाने वाली जानकारी के तहत 603 विजिट की गई और आंगनबाड़ी केन्द्रों में एक हजार से अधिक विजिट की गई। इसके अलावा लगभग 9 हजार आम लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं की जानकारी देने के साथ-साथ प्राथमिक चिकित्सा सेवा भी उपलब्ध करवाई गई। अरोग्यम द्वारा उपलब्ध करवाई जा रही निशुल्क स्वास्थ्य सेवाओं के तहत अब तक लगभग 26 हजार किलोमीटर से अधिक का सफर तैय किया गया। 
उल्लेखनीय है कि इस परियोजना को युद्ध स्तर पर लागू करने व प्रभावी ढंग से लोगों को प्राथमिकता के आधार पर लोगों को सराहनीय स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए गत सितंबर 2017 नेशनल कंस्टीट्यूशनल क्लब नई दिल्ली में स्कॉच गोल्ड अवार्ड एवं स्कॉच आर्डर ऑफ मैरिट से सम्मानित किया गया। उपायुक्त पंचकूला श्री मुकुल कुमार ने इस योजना को कारगर एवं प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए निजी तौर पर आरोग्यमों (पैरामैडिक्स) से बात-चीत कर इस योजना को घर-द्वार तक लेजाने में यदि किसी प्रकार की असुविधा होती है, तो प्राथमिकता के आधार पर उसका समाधान कर उन्हें राहत उपलब्ध करवाते हैं। 
यह योजना जिला प्रशासन द्वारा जिला रेडक्रास सोसायटी के माध्यम से पिंजौर एवं मोरनी के दुर्गम क्षेत्रों में विशेष रूप से चलाई जा रही है और इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहे हैं। यह योजना मोरनी क्षेत्र में लोकप्रियता हासिल कर रही है। यही कारण है कि मोरनी क्षेत्र के लोग इस योजना को संचालित करने के लिए मुख्यमंत्री का विशेष तौर पर आभार प्रकट कर रहे हैं।
उपायुक्त श्री मुकुल कुमार ने बताया कि  मोरनी क्षेत्र में गांवो व ढाणियों के अलग अलग होने के कारण उनकी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से दूरी अधिक है तथा वहां पर चार पहिया रोगी वाहन नहीं जा सकते थे। बच्चों की माताएं उनके टीकाकरण व अपने स्वास्थ्य के लिए बहुत बार छह से आठ किलोमीटर चलकर सब स्वास्थ्य केंद्र मोरनी तक पंहुचती थी। ऐसे स्थानों पर लोगों की सुविधा के लिए रक्तजांच, आपातकाल स्थिति और रोगी को अस्पातल तक पंहुचाने के लिए आरोग्यम बाईक की शुरूआत की गई, जो पूरी निष्ठा एवं लग्र के साथ काम कर रही हैं। इन वाहनों को चलाने के लिए पैरा मैडिक्स, जिनके पास चालक लाईसेंस है, को आलकैमिस्ट एवं आईवीवाई अस्पतालों में सामाजिक दायित्व निभाते हुए जिला प्रशासन को निशुल्क उपलब्ध करवाया गया है।