24 जनवरी को जिले के गाँवों में तीन कानूनी जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाएगा।

पंचकूला 18 जनवरी।

         जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण द्वारा राष्ट्रीय गल्र्स चाईल्ड दिवस पर 24 जनवरी को जिला के गंावों में तीन कानूनी जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाएगा।

इस बारे जानकारी देते हुए मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी विवके गोयल ने बताया कि 24 जनवरी को मोरनी खण्ड के गांव डेबसू, पंचकूला सैक्टर 19 राजीव कालोनी तथा सैक्टर 5 के भैंसा टिब्बा में विशेष जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाएगा।

उन्होंने बताया कि इन शिविरों मंे पैनल अधिवक्ता बेटी बचाओ बेटी पढाओ, पोक्सो एक्ट, लिंगानुपात, माॅडल प्रोसीक्यूशन स्कीमों के तहत पी़िड़तों को मुआवजा, प्रसव पूर्व निदान तकनीक सहित महिलाओं के क्र्रियान्वित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा शिविरों में महिलाओं को उनके संवैधानिक अधिकारों एवं कर्तव्यों के बारे में भी पैनल अधिवक्ता विस्तार से जानकारी देंगें।

मुख्य न्यायिक दण्डाधिकारी ने बताया कि प्राधिकरण द्वारा लोगों को उनके घर द्वार पर ही कानूनी जानकारी देने के लिए शिविर आयोजित किए जा रहे है। लोगों को इन कानूनी जागरूकता शिविरों मंे भाग लेकर लाभ उठाना चाहिए।

यातायात नियमों को स्कूली शिक्षा से जोडा जाए-ज्ञानंचद गुप्ता

  • चण्डीगढ की तर्ज  पर पंचकूला नाकों पर मार्शल लगाए जाए
  • पुलिस विभाग भी सख्ती से नियमों को लागू करवाए।पंचकूला 18 जनवरी।

               पंचकूला के विधायक एवं मुख्य सचेतक ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि सड़क सुरक्षा कार्यक्रमों एवं नियमों को स्कूली शिक्षा से जोड़ा जाए ताकि बच्चों को अल्पायु में ही यातायात निमयों की जानकारी मिल सके और बच्चे इन नियमों को अपने जीवन में उतार सकें।  उन्होंने कहा कि चण्डीगढ की तर्ज पर पंचकूला मंे भी नाकों पर मार्शल लगाए जाए।

     श्री गुप्ता क्षेत्रीय परिवहन विभाग द्वारा सड़क सुरक्षा विषय को लेकर सैक्टर 5 स्थित बस स्टैण्ड परिसर में सड़क सुरक्षा सप्ताह के समापन अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को सम्बोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि इस तरह के कार्यक्रम सप्ताह ही नहीं बल्कि पूरे साल भर चलने चाहिए और लोगों को यातायात नियमों की जानकारी देनी चाहिए। यातायात नियम प्रतिदिन जीवन में काम आते हैं और लोगों को सदैव जागरूक करने से सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि पंचकूला पुलिस को भी चण्डीगढ प्रशासन की तर्ज पर यातायात नियमों की सख्ती से पालना सुनिश्चित करनी चाहिए। क्योंकि अधिकंाश चालक चण्डीगढ से हरियाणा में प्रवेश करते हुए हैलमेट आदि न पहनकर लापरवाही करते है।

     मुख्य सचेतक ने कहा कि सड़कों पर हर रोज शिकार बनाने के लिए यमराज घूम रहे हैं। इसलिए हमें सदैव अपनी सुरक्षा रखनी चाहिए और नियमों की दृढता से पालना करनी चाहिए। यातायात नियम की पालना करना समाज के सभी वर्ग के व्यक्तियों एवं महिलाओं के लिए आवश्यक है। उन्होंने कहा कि यातायात नियमों के बारे जनता को जागरू करने के लिए सार्वजनिक स्थलों के साथ स्कूलों में भी नुक्कड नाटक, प्रस्ताव लेखन, पेंटिग प्रतियोगिताएं आदि समय समय होनी चाहिए तभी दुघटनाओं में कमी लाई जा सकती है। उन्होंने कहा कि हमें संकल्प लेना चाहिए कि कभी भी यातायात नियमों का उल्लंघन नहीं करेंगें। यदि उल्लंघन करेंगें तो पुलिस प्रशासन को भी सख्ती करनी चाहिए।

     कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उपायुक्त मुकुल कुमार ने कहा कि हर दिन 10 से 15 दुर्घटनाओं का शिकार होने वाले लोगों की जान व माल की सुरक्षा हेतू रोड सेफ्टी विषय पर लोगों को जितना जागरूक किया जाए उतना कम हैं। पूरे साल यातायात के विभिन्न पहलूओं पर प्रकाश डालना चाहिए ताकि इनका ज्यादा से ज्यादा अनुसरण कर सकें। उन्होंने कहा कि सरकार ने प्रदेश में सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए जीरो विजन कार्यक्रम चलाया हुआ है। इसके लिए हर जिले में 25-25 लाख रुपए की राशि व्यय करने के लिए बजट दिया गया है ओर सडक सुरक्षा में बजट की कोई कमी नहीं है। इस राशि से विभिन्न आईईसी गतिविधियों को चलाया जाना चाहिए।       विधायक ने यातायात नियमों को जागरूक करने के लिए चेतना रैली को भी झण्डी दिखाकर रवाना किया। इस रैली में विभिन्न स्कूलों के 250 से अधिक छात्र छात्राओं ने भाग लिया। स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य जांच शिविर भी लगाया गया जिसमें आंखों की जांच के साथ अन्य चिकित्सा सुविधाएं भी मुहैया करवाई गई। रैडक्रास सोसायटी द्वारा प्राथमिक चिकित्सा बारे भी जानकारी दी गई।  इस अवसर पर यमराज जीवनदान योजना डाॅट काॅम व जिंदगी न मिलेगी दोबारा नामक लघु नाटिका भी प्रस्तुत कर यातायात नियमों बारे जागरूक किया गया।

कार्यक्रम में नगराधीश ममता शर्मा, जिला शिक्षा अधिकारी एच एस सैनी, सहायक सचिव बलविन्द्र ंिसहं, मुकेश, पंचकूला प्रमोशन सोसायटी के प्रधान डीपी सोनी, संजय आहूजा, पुलिस उमेेद सूद, इंसपेक्टर यातायात सुरेश कुमार, राजीव रंजन सहित कई अधिकारी, स्कूली छात्र एवं शिक्षक मौजूद रहे।

आदिवासी युवा आदान प्रदान कार्यक्रम माता मनसा देवी परिसर-जगदीप ढांडा

पंचकूला, 18 जनवरी:

         अतिरिक्त उपायुक्त जगदीप ढांडा की अध्यक्षता में अगामी 23 से 29 जनवरी तक चलने वाले माता मनसा देवी परिसर में 11 वें आदिवासी युवा आदान प्रदान कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिये बैठक आयोजित की गई। बैठक में एसडीएम पंकज सेतिया, नेहरु युवा केंद्र के संयोजक डाॅ जीएस बाजवा, उपसिविल सर्जन सरोज अग्रवाल, श्री माता मनसा देवी पूजा स्थल बोर्ड की सचिव शारदा प्रजापति सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।

अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि यह कार्यक्रम नेहरु युवा केंद्र पंचकूला, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार एवं जिला प्रशासन पंचकूला द्वारा किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों के आदिवासी क्षेत्रों के लगभग 200 युवक, युवतियां व सिक्योरिटी आॅफिसर भाग लेंगें। उन्होंने श्री माता मनसा देवी पूजा स्थल बोर्ड की सचिव को निर्देश दिये कि वे मंदिर परिसर लक्ष्मी भवन धर्मशाला में इनके ठहरने व खाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने एमडीएम पंचकूला से कहा कि वे जिला की विभिन्न जगहों पर इन्हें भ्रमण करवाने के लिये ट्रांसपोरेशन की व्यवस्था करवाना सुनिश्चित करें ताकि ये युवा यहां की संस्कृति को नजदीक से देख सके। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निदेश दिये कि वे इस कार्यक्रम में प्रत्येक दिन किसी चिकित्सक की ड्यूटि लगाये। उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस विभाग के अधिकारी को निर्देश दिये कि वे सातों दिन एक पीसीआर व जवानों को लक्ष्मी भवन में तैनात रखें।

उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आदिवासी युवाओं को विभिन्न स्थानों की भाषा, लोकाचार एवं जीवनशैली को समझकर शिक्षित रास्ते पर रोजगार के अवसर तलाशना और ऐतिहासिक व सांस्कृतिक स्मारकों को देखना है। इससे सदभावना, शांति, सांस्कृतिक आदान प्रदान एवं समग्र विकास होगा। उन्होंने नेहरु युवा केंद्र पंचकूला के संयोजक डाॅ जीएस बाजवा से कहा कि वे इन युवाओं को यादविंद्रा गार्डन, सीआरपीएफ कैंप पिंजौर तथा राजभवन का भी भ्रमण करवाना सुनिश्चित करें ताकि इन युवाओं को यहां की संस्कृति का बोध हो। इसके साथ साथ कालका व सेक्टर-1 पंचकूला के काॅलेज में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करवाये। उन्होेने अधिकारियों से कहा कि वे गणतन्त्र दिवस समारोह में इन युवाओं को बैठाने की विशेष व्यवस्था करना सुनिश्चित करें।

Police File

DATED 18.01.2019:

One arrested for consuming liquor at public place

          One case U/S 68-1(B) Punjab Police Act 2007 & 510 IPC has been registered in PS-19, Chandigarh against one person who was arrested while consuming liquor at public place on 17.01.2019. This drive will be continuing in future, the general public is requested for not breaking the law.

Theft

          Naveen Kumar R/o # 1150/A and Tarsem Pal R/o # 1151/A, Sector-19, Chandigarh reported that unknown person who stolenaway 01 nokia mobile and cash Rs. 1,000/- from Naveen Kumar residence and 01 gold necklace from Tarsem Pal residence on the night intervening 16/17-01-2019.  A case FIR No. 09, U/S 380 IPC has been registered in PS-19, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

A lady resident of # 3196, Sector-27/D, Chandigarh reported that unknown person who stolen away complainant’s gold Radha Krishan locket, diamond earrings, ear chain, 10-12 silver coins, gold gini, cash Rs. 22,000/- and some documents after breaking locks on 17-01-2019.  A case FIR No. 16, U/S 380 IPC has been registered in PS-26, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Burglary

Inderpal Singh R/o # 3571, Sector-35/D, Chandigarh reported that unknown person who stolen away complainant’s cash Rs. 5,000/- and some documents after breaking locks from complainant’s residence on 17-01-2019.  A case FIR No. 23, U/S 454, 380 IPC has been registered in PS-36, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

MV Theft

          A girl resident of Sector-19/C, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s Activa scooter No. CH-01AN-8102 from parking of Nehru Park, Sector-22, Chandigarh on 16.01.2019. A case FIR No. 17, U/S 379 IPC has been registered in PS-17, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Rajan R/o # 1451, Phase-1, Ramdarbar, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s Auto No. PB-65AH-8136 while parked in front of # 1454, Phase-1, Ramdarbar, Chandigarh. A case FIR No. 19, U/S 379 IPC has been registered in PS-31, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Dharminder R/o # 769, Phase-1, Ramdarbar, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s scooter No. CH-01AR-3143 while parked near mandi ground, Sector-34, Chandigarh on 23.12.2018. A case FIR No. 24, U/S 379 IPC has been registered in PS-34, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Parmod Kumar Garg R/o # 1023, Sector-40/B, Chandigarh reported that unknown person stolen away complainant’s Honda City Car No. CH-04-1023 while parked in front of his residence on night intervening 12/13.01.2019. A case FIR No. 14, U/S 379 IPC has been registered in PS-39, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

Cheating

          Hanis Ahmad R/o # 1552/2, Sector-30/B, Chandigarh alleged that Jarnail Singh R/o # 2008, Victoria Society, Sector-50/C, Chandigarh cheated complainant’s Rs. 16,50,000/- regarding selling out house No # 1552/2, Sector-30/B, Chandigarh.  A case FIR No. 164, U/S 420, 506 IPC has been registered in PS-Ind. Area, Chandigarh. Investigation of the case is in progress.

हरदीप सिंह और कंवरजीत ने मारी बाजी

हरदीप सिंह होंगे चंडीगढ़ के नए सीनियर डिप्टी मेयर

चंडीगढ़।

नगर निगम मेयर चुनाव को लेकर पिछले कई दिनों से जारी गहमागहमी के बीच शुक्रवार को हुए चुनाव में राजेश कालिया 27 में से 16 वोट जीतकर बाजी मार ली है। इसके अलावा सीनियर डिप्टी मेयर पद पर शिअद के हरदीप सिंह ने 27 में से 20 वोट पाकर बाजी मारी जबकि उनके विपक्ष में खड़ी हुई कांग्रेस प्रत्याशी गुरबख्श रावत को 7 वोटों से ही संतोष करना पड़ा

बीजेपी के कंवरजीत राणा बने चंडीगढ़ के डिप्टी मेयर

नगर निगम मेयर चुनाव को लेकर पिछले कई दिनों से जारी गहमागहमी के बीच शुक्रवार को हुए चुनाव में मेयर पद पर राजेश कालिया ने बाजी मारी| इसके अलावा सीनियर डिप्टी मेयर पद पर शिअद के हरदीप सिंह और डिप्टी मेयर पद पर भाजपा के कंवरजीत राणा को चुना गया।जहां कंवरजीत राणा ने 27 में से 21 वोटों के साथ जीत हासिल की|जबकि कांग्रेस की तरफ से डिप्टी मेयर पद के लिए मैदान में उतरे रविंदर कौर को 6 वोटों से ही संतोष करना पड़ा|

‘राजेश कालिया’ – चंडीगढ़ के नए मेयर

बागी प्रत्याशी सतीश कैंथ को हराकर राजेश कालिया ने मारी बाजी

  • कालिया को नगर निगम की कमान
  • कुल 27 में से राजेश कालिया को 16, कैंथ को मिले 11 वोट
  • कांग्रेस प्रत्याशी शीला फूल सिंह ने मतदान से पहले लिया नाम वापस

चंडीगढ़।

नगर निगम मेयर चुनाव को लेकर पिछले कई दिनों से जारी गहमागहमी के बीच शुक्रवार को हुए चुनाव में बीजेपी के उम्मीदवार राजेश कालिया ने बाजी मार ली है। उन्हें कुल 27 में से 16 वोट मिले जबकि बागी प्रत्याशी सतीश कैंथ को 11 वोट हासिल हुए। मतदान से ठीक पहले कांग्रेस प्रत्याशी शीला फूल सिंह ने अपना नाम वापस ले लिया था।

बता दें कि बीजेपी की ओर से राजेश कालिया को प्रत्याशी घोषित किए जाने और बीजेपी के बागी हुए पार्षद सतीश कैंथ के चुनाव लडऩे पर अड़ जाने से मेयर चुनाव को लेकर शहर में पिछले कई दिनों से सियासी पारा चढ़ा हुआ था। कैंथ को मनाने की बीजेपी के तमाम दिग्गजों की कोशिशें नाकाम साबित हुई थीं। आखिरकार शुक्रवार को हुए मतदान के बाद राजेश कालिया को मेयर चुन लिया गया। बीजेपी की ओर से मेयर के लिए राजेश कालिया, सीनियर डिप्टी मेयर के लिए शिअद के हरदीप सिंह और डिप्टी मेयर के लिए कंवरजीत राणा को उम्मीदवार बनाया गया था जबकि कांग्रेस ने मेयर पद के लिए शीला फूल सिंह, सीनियर डिप्टी मेयर के लिए गुरबख्श रावत और डिप्टी मेयर के लिए रविंदर कौर को मैदान में उतारा था। कांग्रेस के नगर निगम में मात्र चार पार्षद होने के कारण बीजेपी उम्मीदवारों का चुना जाना तय था, लेकिन बीजेपी पार्षद सतीश कैंथ के बतौर बागी प्रत्याशी मेयर पद के लिए मैदान में उतरने से मुकाबला रोचक हो गया था।

इस बीच कालिया के प्रत्याशी तय होने के बाद आरोप-प्रत्यारोप के सिलसिले ने भी शहर के सियासी माहौल को गरमाए रखा। राजेश कालिया पर पुलिस फाइल में नोन बैड करेक्टर होने का ठप्पा होने और उनके खिलाफ अलग-अलग मामलों में केस चल रहे होने के कारण विपक्ष के साथ-साथ कई सामाजिक संगठनों ने भी उनको मेयर पद का उम्मीदवार बनाए जाने का जमकर विरोध किया, लेकिन बीजेपी हाई कमान द्वारा उनके नाम पर मुहर लगने के बाद पार्टी ने प्रत्याशी बदलने से साफ इनकार कर दिया था।

परो रैसलिंग: ऐमपी योद्धा ने मुम्बई मराठी को 4-3 से हराया

पिरो रैसलिंग गीलापन -4- चौथे दिन मुम्बयी माहारथी और एमपी योद्धा बीच हुए मुकाबले

पंचकूला, 17 जनवरी:

पंचकुला के सैक्टर 3स्थित ताऊ देवी लाल स्टेडियम में पिरो रैसलिंग लीग गीलापन -4 के चौथे दिन मुम्बयी मराठी और एमपी योद्धा की तरफ से 7 राउंड में रैसलिंग, की गई। आज के मुकाबलों में एमपी योद्धा ने मुम्बयी मराठी को 4-3से हराया। इस दौरान पहले राउंड का 65 किलो पुरुष मुकाबला मुम्बयी मराठी के हरफूल और एमपी योद्धा के हाजी अली और हरियाणा हैमर्स के बीच हुआ, जिस दौरान हाजी आलीएव ने हरफूल को हरा कर पहला मुकबला एमपी योद्धा की झोली डाल दिया।

महिलाएं दा किलो कैटागरी का दूसरा मुकबला मुम्बयी मराठी की विनेश फोगाट और एमपी योद्धा की ऋतु फोगाट बीच हुआ, जिस में विनेश फोगाट ने ऋतु फोगाट को हरा कर मुकाबला बराबरी पर ले आया।

तीसरा पुरुषों की 125 किलो की कैटागरी में हुहैं। यह मुकाबला मुम्बयी मराठी के बैटसीव वलदिसलाव और एमपी योद्धा के आकाश अंतिल बीच वाले हुआ, जिस में बैटसीव वलदिसलाव ने आकाश अंतिल को हरा कर मुकाबला 2-1पर ले आया।

चौथा मुकबला महिला वर्ग में हुहैं। 57 किलो कैटागरी का यह मुकाबला मुम्बयी मराठी की बेतजाबेथ ऐनजिलिका और एमपी योद्धा की पूजा ढांडा बीच हुआ, जिस में पूजा ने बेतजाबेथ ऐनजिलिका को हरा कर मुकबला फिर 2-2की बराबरी पर ले आया।

पुरुषों की 86 किलो कैटागरी में पाँचवाँ मुकाबला मुम्बयी मराठी के दीपक पूनम की रात और एमपी योद्धा के दीपक के बीच हुहैं। इस मुकाबलो में दीपक पूनम की रात ने दीपक को हरा दिया।

छटा 62 किलो कैटागरी का महिलाएं का मुकबला मुम्बयी मराठी की शिल्पी यादव और एमपी योद्धा की ऐलीसा मोनोलोवा के बीच हुआ, जिस में ऐलीसा मोनोलोवा ने शिल्पी यादव को हरा कर मुकाबला 3-3की बराबरी पर ले आया।

57 किलो वज़न के पुरुषों के सातवें और आखिरी मुकाबले एमपी योद्धा के सन्दीप तोमर ने मुम्बयी मराठी के इबरागीम इल्यास को हरा कर आज की जीत एमपी योद्धा के नाम कर दी। आज का मुकाबला 4-3पर ख़त्म हुहैं।

कांग्रेस के लिए लोक सभा की वैतरणी गुटबाजी डुबाएगी

जिन चेहरों के ईर्दगिर्द राजस्थान की राजनीति घूमती है वो चेहरे अपनी पदस्थापना से संतुष्ट हैं?
विधानसभा अध्यक्ष बनने वाले सीपी जोशी के लिए राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष पद छोड़ना कठिन फैसला हो सकता है.

राजस्थान की राजनीति में गुटबाजी और अंदरूनी कलह के बाद चुनावी मौसम में उम्मीदवारों का टिकट मामला, सीएम पद की रेस और फिर सरकार के लिए मंत्रीपद का बंटवारा शांति से निपट गया. राज्य के सभी अनुभवी और जोश से लबरेज नेताओं के सम्मान का ध्यान रखते हुए कांग्रेस आलाकमान ने ताजपोशी भी कर दी. ये सब देखते हुए सियासत की सीधी तस्वीर कहती है कि राजस्थान कांग्रेस में अब शांति है और लोकसभा चुनाव की तैयारियों में कांग्रेस जुट गई है. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या वाकई राजस्थान में गुटबाजी थम गई?

अशोक गहलोत को गुजरात और कर्नाटक के विधानसभा चुनाव में अपनी जादुगरी दिखाने का ईनाम मिला तो सचिन पायलट को 21 सीटों पर सिमटने वाली कांग्रेस को फिर से खड़ा करने के एवज में डिप्टी सीएम का पद मिला. वहीं शपथ लेने वाले मंत्रियों की सूची में नाम न होने के बाद अब सीपी जोशी को भी विधानसभा अध्यक्ष का पद दिया गया है.

क्या वाकई जिन चेहरों के ईर्दगिर्द राजस्थान की राजनीति घूमती है वो चेहरे अपनी पदस्थापना से संतुष्ट हैं? क्या ये सब मिलकर कांग्रेस के लिए लोकसभा चुनाव में भी विधानसभा चुनाव की ही तरह दमदार प्रदर्शन के लिए सामूहिक प्रण और रण करेंगे?

साल 2013 के विधानसभा चुनाव और 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के हाथ से राजस्थान का किला जिस तरह फिसला उससे दोबारा जीत दूर दूर तक मुमकिन नहीं थी. लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव में गुटबाजी हावी न हो उसके लिए कांग्रेस ने सबसे पहले गुटबाजी पर विराम लगाने की रणनीति पर काम किया. कांग्रेस ने सीएम की रेस में सभी चेहरों को चुनाव के आखिर तक बने रहने दिया. किसी भी एक नाम को न तो खारिज किया और न ही आगे बढ़ाया.

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने जब राजस्थान विधानसभा चुनाव से तकरीबन 4 महीने पहले जयपुर में रोड शो किया तो उन्होंने मंच पर अशोक गहलोत और सचिन पायलट को गले मिलवाकर समर्थकों में संदेश भिजवाया. संदेश साफ था कि पहले सब मिलकर लड़ें और बाद में तय होगा कि मुख्यमंत्री कौन बनेगा.

लेकिन संकेतात्मक प्रयासों के बावजूद राजस्थान में पार्टी अंदरूनी कलह और गुटबाजी को झेल रही थी. पहली गुटबाजी टिकटों के बंटवारे को लेकर अपनी पसंद के उम्मीदवारों को मौका दिए जाने पर शुरू हुई. विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन भरने का पहला दिन आ चुका था. लेकिन कांग्रेस अपने उम्मीदवारों के नाम तय नहीं कर सकी थीं.

नामों पर मंथन के साथ-साथ खींचतान चलती रही. यहां तक कि अशोक गहलोत- सचिन पायलट के बीच टिकटों के बंटवारे के वक्त खींचतान के आरोप लग रहे थे. राजस्थान प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट और तत्कालीन नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी के बीच तो तीखी बहस तक हो गई थी. वहीं ‘मेरा बूथ, मेरा गौरव’ अभियान नाम के कार्यक्रमों में नेताओं के साथ मारपीट और कपड़े फाड़ने की घटना भी सामने आई थी.

दरअसल, राजनीति के तराजू में महत्वाकांक्षा और असुरक्षा के पलड़ों के बीच नेता हाथ आए मौके को किसी भी कीमत पर गंवाना नहीं चाहते हैं और यही वजह है कि जब चुनाव आते हैं तो उनका सब्र एक तरफ और आक्रमण हावी हो जाता है. लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने समय समय पर इसी सब्र के बांध को मजबूती से बांधने का काम किया ताकि चुनाव तक एकजुटता बनी रहे. सार्वजनिक मंच पर गहलोत और पायलट को साथ खड़े कर दोनों के ही समर्थकों में सीएम पद को लेकर सस्पेंस भरने का काम किया ताकि चुनावी संगठन और प्रबंधन कमजोर न हो सके. एक तस्वीर राजस्थान की सियासत में वाइरल हुई थी. एक रैली के दौरान एक ही मोटर साइकिल पर अशोक गहलोत और सचिन पायलट साथ जा रहे थे.

किसी तरह गुटबाजी पर अंकुश लगा. लेकिन चुनावी नतीजों ने कांग्रेस को सीटों की सेंचुरी बनाने से रोक दिया. बावजूद इसके कांग्रेस ने राजस्थान में अपने तीन बड़े खिलाड़ियों के जरिए सभी जातियों को साधने का काम जरूर बखूबी से पूरा किया. अब जबकि गहलोत सरकार ने पूरी तरह से कामकाज शुरू नहीं किया है तो ऐसे में पार्टी की गुटबाजी का कोई ताजा मामला सामने नहीं है जो कि लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस के लिए चिंता का सबब बने.

गहलोत और पायलट के बीच सत्ता के समझौते के तहत 15–15 मंत्रीपदों के बंटवारे पर सहमति बनी थी. अभी तक कुल 23 मंत्री शपथ ले चुके हैं जिसमें गहलोत समर्थित मंत्रियों की तादाद ज्यादा है. कुल 30 मंत्रियों को शपथ लेना है. ऐसे में 7 मंत्रियों के नाम पर खींचतान हो सकती है.

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने पास वित्त मंत्रालय रखा तो पीडब्लूडी विभाग सचिन पायलट को दिया गया. ताकि भारी मंत्रालयों को लेकर छोटी सी नाराजगी बड़ा रूप न ले सके. बाकी बचे मंत्रालयों के बंटवारे के दौरान गुटबाजी असर दिखा सकती है. इसके बाद लोकसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन के लिए बनने वाली स्क्रीनिंग कमेटी में ही ये तस्वीर साफ हो सकेगी कि राजस्थान में किस गुट का जोर चला और गुटबाजी की नई शक्ल क्या होगी?

विधानसभा अध्यक्ष बनने वाले सीपी जोशी के लिए राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन का अध्यक्ष पद छोड़ना कठिन फैसला हो सकता है. वो आरसीए अध्यक्ष पद छोड़ना नहीं चाहते हैं और शायद इस वजह से पार्टी में नया तनाव उभर सकता है.

बहरहाल, किसानों की कर्जमाफी का दावा करने वाली कांग्रेस सरकार ने भले ही दो दिन में कर्जमाफी का ऐलान कर दिया लेकिन ये ऐलान अभी फाइलों से बाहर निकल नहीं सका है.  कर्जमाफी को लेकर कुछ शर्तें तय की जा रही हैं जिनको लेकर विरोध के सुर उठ रहे हैं. अगर शर्ते किसानों की उम्मीदों के खिलाफ गईं तो इसका खामियाज़ा कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में उठाना पड़ सकता है. फिलहाल, राजस्थान कांग्रेस और राजस्थान सरकार में सब शांत है.

Dingko Singh ‘the fighter’ is back

Dingko Singh won a gold medal at the 1998 Asian Games
Dingko is also recipient of Arjuna award and Padma Shri
Dingko Singh is inspiration to many including Six-time world champion Mary Kom

A year ago, Dingko’s life was stalked by uncertainty as he battled cholangiocarcinoma, a form of liver cancer that originates in the bile ducts.
The fight, which cost him his house in Imphal, left him without a significant portion of his liver.

Dingko Singh calls it his rebirth. As he breaks into a smile that is brighter than a thousand spotlights, it’s hard to disagree.

But the man whose gold medal at the Bangkok Asian Games as a 19-year-old sparked a boxing revolution in Manipur is back on his feet. The 40-year-old looks perhaps as fit as he did during his playing days, and a far cry away from a year ago, when despondent pictures of him huddled under a duvet appeared in newspapers and on news channels.

“I have had two births,” says Dingko on the sidelines of a Mumbai Marathon press conference. “I won’t talk about the earlier Dingko Singh, but I want to talk about this Dingko Singh. A lot has changed in life. A lot of people were thinking what will happen to me. I was in a dire situation, but I fought that and am back on my feet. I am completely cured now and have stopped my medication also. I just have to go for half-yearly check-ups.”

Having gotten treated at New Delhi’s Institute of Liver and Biliary Sciences, Dingko is back to coaching youngsters back in Imphal.

“I train around a 100 kids back at the Khuman Lampak SAG centre in Manipur. Around 25 of those are girls. We teach them only the basics, then they’re transferred elsewhere for further coaching,” he says.

He’s in the process of building a new house having sold the previous one to generate funds required to carry out his treatment. He points out that the Central Government helped him with some funds to cover his treatment costs, while other benefactors like former India cricketer Gautam Gambhir also chipped in with generous donations.

“I really wanted to meet and personally thank Gautam Gambhir for all the help he gave me at the time. Unfortunately, I haven’t been able to do that. But we spoke over the phone,” he says.

Dingko was a special guest at a press conference held by the organisers of the Mumbai Marathon on Thursday to honour Mary Kom, the event ambassador for the race’s 16th edition. Six-time world champion Mary has often spoken about how Dingko was the inspiration behind her taking up the sport of boxing, as is the case for many Manipuri boxers of her time.

Incidentally, while a biopic on Mary’s life released five years ago, a Bollywood flick on Dingko’s life is in the works, with Shahid Kapoor already being roped in to play the boxer.

“I will be meeting with the filmmakers during this trip to Mumbai. Hopefully, it will be a good one,” says Dingko.
It remains to be seen whether it can match the drama of Dinkgo’s real life

बागी घर लौटे,कर्नाटक संकट टला

तथाकथित बागी विधायक अपने खेमे में पहुंचे और पार्टी में अपना विश्वास जताया, कर्नाटक संकट टला और एक पार्टी वैश्विक अपमान से बची

बेंगलुरु: कांग्रेस विधायक दल की शुक्रवार को होने वाली विधायक दल की अहम बैठक से पहले कई कांग्रेस विधायक पार्टी में लौट आए जिससे एचडी कुमारस्वामी नीत गठबंधन सरकार के लिए संकट के टलने की उम्मीद जगी है. इन विधायकों पर कथित तौर पर भाजपा की नजर थी. कांग्रेस ने पार्टी के अंदर असंतोष थामने की कोशिश तेज कर दी हैं. उधर, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीएस येदियुरप्पा यहां पहुंचे और उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी सरकार को गिराने के किसी भी अभियान में शामिल नहीं है.

उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी के विधायक भी गुरुग्राम से लौट रहे हैं जहां वे कुछ दिनों से ठहरे हुए थे. सरकार को अस्थिर करने की ‘व्यर्थ कोशिश’ करने को लेकर भाजपा पर हमला करते हुए कुमारस्वामी ने उस पर अपने विधायकों को गुरूग्राम के एक होटल में ‘बंधक बना कर’ रखने का आरोप लगाया. सरकार गठन के अपने प्रयास के तहत कांग्रेस विधायकों को फुसलाने की भाजपा की कथित कोशिशों की खबरों से पैदा राजनीतिक उथल-पुथल से जूझ रहे कुमारस्वामी ने भगवा पार्टी के इस आरोप को खारिज कर दिया कि वह भाजपा विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. शुक्रवार की कांग्रेस विधायक दल की बैठक को सरकार गिराने की भाजपा की कथित कोशिश के जवाब में कांग्रेस का शक्ति प्रदर्शन माना जा रहा है. सत्तारूढ़ गठबंधन ने कहा है कि भाजपा की कोशिश विफल रही है.

कांग्रेस विधायकों को जारी नोटिस विधायक दल के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने चेतावनी दी कि शुक्रवार की बैठक में विधायकों की गैर-मौजूदगी को गंभीरता से लिया जाएगा. सिद्धरमैया ने कहा, “मैं आपके संज्ञान में लाना चाहता हूं कि आपकी गैर हाजिरी को गंभरता से लिया जाएगा और यह माना जाएगा कि आपने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की प्राथमिकता सदस्यता स्वेच्छा से छोड़ने का फैसला कर लिया है.” 
 
उन्होंने कहा कि ऐसे में दल-बदल कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी. हुबली में सिद्धरमैया ने दावा किया कि पार्टी के सभी विधायक सीएलपी की बैठक में आएंगे. जब उनसे पूछा गया कि क्या पार्टी में लौटने वाले असंतुष्ट विधायकों को मंत्री बनाया जाएगा तो उन्होंने कहा, “हमने किसी से नहीं कहा है कि हम उन्हें मंत्री या कुछ और बनायेंगे. कांग्रेस में कोई असंतोष नहीं है.” 

कांग्रेस के लिए राहत की बात है कि कुछ और विधायक, जो कथित रूप से पार्टी के संपर्क से कट गए गए थे तथा जिन्हें कथित रूप से भाजपा अपने पाले में करने के लिए बहला फुसला रही थी, सामने आए और उन्होंने पार्टी के प्रति निष्ठा जताई. येल्लापुर के विधायक शिवराम हेब्बार ने बृहस्पतिवार को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गुंडू राव से भेंट की और कहा कि वह परिवार के साथ अंडमान निकोबार गये थे जिसकी योजना एक महीने पहले बनी थी.

उन्होंने अपनी इस यात्रा को वर्तमान घटनाक्रम के साथ महज संयोग बताया और कहा, “मैं कांग्रेस का कार्यकर्ता हूं… किसी भी कारणसे बिक जाने का कोई प्रश्न ही नहीं उठता.’’ उनकी तरह कई और विधायकों ने करीब करीब ऐसी ही बात कही. वैसे असंतोष से इनकार करने वाले बल्लारी के विधायक बी नागेंद्र ने अदालती सुनवाई के चलते विधायक दल की बैठक में पहुंच पाने पर संदेह प्रकट किया.

कुमारस्वामी ने संवाददाताओं से कहा कि प्रदेश भाजपा अध्यक्ष येद्दियुरप्पा का बार बार यह दावा करना कि मुख्यमंत्री समेत कांग्रेस जदएस के नेता उनकी पार्टी के विधायकों को लालच दे रहे हैं, उनके लिए हैरत की बात है. उन्होंने कहा, ‘‘वे (सरकार को अस्थिर करने के लिए) सभी प्रकार की व्यर्थ कोशिशें कर रहे हैं. कौन आगे आगे चल रहा है और (विधायकों को) फुसलाने में जुटा है?’’ 

उन्होंने सवाल दागा, “आज मैं येदियुरप्पा और उनके मित्रों से से पूछना चाहता हूं कि कब तक आप गुरुग्राम के एक होटल में ठहरे रहेंगे, आपने किस वजह से विधायकों को बंधक बना रखा है.” बीजेपी पर विधायकों को फुसलाने के लिए ‘हर चीज’ करने का आरोप लगाते हुए उन्होंने कहा, “लेकिन अब आप हमपर आरोप मढ़ रहे हैं, यदि आप महसूस करते हैं कि आप जो कुछ कह रहे हैं लोग मान लेंगे, तो आप गलत हैं. लोग सही समय पर भाजपा नेताओं को जवाब देंगे.”  

उधर, येदियुरप्पा ने कहा, “बीजेपी से कोई भी किसी भी प्रकार के अभियान या कांग्रेस-जेडीएस गठबंधन के विधायकों को फुसलाने में नहीं लगा है.’’ उन्होंने कहा, “हमने एक स्थान पर अपने सभी विधायकों को एकत्रित किया था और पिछले दो तीन दिन से आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारी पर चर्चा कर रहे थे. आज सभी लौट रहे हैं.” उन्होंने कहा, “हम अपने विधायकों को एकत्रित करते हैं तो उन्हें डर किस बात का है, मुझे समझ में नहीं आता. कांग्रेस और जेडीएस के बीच की अंदरूनी लड़ाई नियंत्रण के बाहर जा रही है, अपनी अंदरूनी लड़ाई पर पर्दा डालने के लिए वे भाजपा पर दोष मढ़ रहे हैं.”