डेराबस्सी के गाँव नगला में कथित पंचायती ज़मीन पर निर्माण का मामला तूल पकड़ता जा रहा है।
डेमोक्रेटिकफ्रंट॰कॉम से बात करते हुये एसडीओ डेराबस्सी ने बताया की न तो उन्होने किस भी आवासीय कालोनी के प्रोजेक्ट को अनुमति प्रदान की है न ही वह एसा करेंगे।
जिलेटिन फ़ैक्टरि के मालिक राजेन्द्र सिंह रंधवा की मानें तो जिलेटिन फ़ैक्टरि जो की 1987 से कार्यरत है उसके आस पास आवासिय कालोनी नहीं बनाई जा सकती। वहीं डिपार्टमेंट का कहना है की उनकी ओर से किसी भी प्रकार की कोई लिखित अथवा मौखिक अनुमति प्रदान नहीं की है। बिल्डर गर्ग की मानें तो वह वहाँ पर रैन बसेरे की तर्ज़ पर एक अस्थाई निर्माण किया जा रहा है जो सरकारी अनुमति मिलने के पश्चात वहाँ कार्यआरंभ होते ही हटा लिया जाएगा।
जब बिल्डर से इस अल्पकालिक अवधि के लिए किए जा रहे निर्माण की अनुमति के बारे में पूछा गया तो उन्होने बताया की अपनी जगह पर अस्थाई निर्माण करने के लिए उन्हे या किसी को भी अनुमति की आवश्यकता नहीं होती, परंतु अधिकारियों के कहने पर अस्थाई निर्माण का कार्य भी रोक दिया गया
वहीं फ़ैक्ट्री के मालिक रंधवा का कहना ही की निर्माण कार्य रुकवाने बहुत से अधिकारी आते हैं और पत्रकारों को भी ब्योरा लेते देखा गया है, पर वह सब दफ्तर में बैठ कर चले जाते हैं।
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जब अधिकारियों से बात हुई तो उन्होने किसी भी प्रकार के निर्माण संबन्धि अनुमति से इंकार किया, तथाकथित पंचायती ज़मीन की बात पूछने पर उन्होने बताया की लगभग 10 साल पहले यह पंचायती ज़मीन थी परंतु अब इस ज़मीन का मालिकाना हक गर्ग परिवार के पास है।