उप निरीक्षिक मुकेश रानी और उनके दल ने एक और बच्चे को उसके परिजनों से मिलाया

कमल कलसी पंचकूला:

हरियाणा पुलिस अपराध शाखा की एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट (एएचटीयू) की टीम ने लगभग 2 महीने से उतरप्रदेष के फर्रुखाबाद से लापता 11 वर्षीय बच्चे का पूरा पता निकलवाकर लाडवा, कुरुक्षेत्र में उसके परिजनों से मिलवाया।

पुलिस विभाग के प्रवक्ता ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि एएचटीयू की टीम द्वारा आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद बाल कल्याण समिति कुरुक्षेत्र द्वारा बच्चे को उसके पिता को सौंप दिया गया। यह बच्चा लगभग डेढ महीने से बाल आश्रम, लाडवा में रह रहा था।

उप-निरीक्षक मुकेश रानी, हेड कांस्टेबल करमचंद और महिला कॉन्स्टेबल कविता सहित एएचटीयू की टीम को जानकारी मिली थी कि लाडवा के बाल आश्रम में एक 11 वर्षीय लडका पिछले डेढ माह से रह रहा है। टीम के सदस्यों ने जब बच्चे से सम्पर्क किया तो बच्चे ने पहले तो कोई सहयोग नही किया, परन्तु जब बार-बार बातचीत की गई तो उसने अपना पता गांव भरेयपुर जिला फर्रुखाबाद, उत्तरप्रदेष बताया। जिस पर विस्तृत छानबीन कर फर्रुखाबाद पुलिस से बातचीत कर बच्चे के परिजनों से सम्पर्क किया गया।

इस प्रकार, एएचटीयू की टीम ने जिला फर्रुखाबाद, उत्तरप्रदेष के रहने वाले 11 वर्षीय बच्चे को लाडवा में उसके पिता परिजनों से मिलवाया।

Extorter arrested country made pistol and 7 live cartridges recovered, granted police remand for 4 days

 A Case FIR no. 413 Dt.24.11.18  u/s.452, 382, 506, 34 IPC and 25-54-59 arms act of PS. 34 Chd was registered on the complaint of  Sudhir S/o Triveni paswan R/o near Gurudawara Palsora, Chd. In his complaint he reported that he is the owner of Hotel Rock star situated in Vill.Burail Chandigarh. On dt.23.11.18 at about 11.00-11.30 pm three person came in his Hotel, and demanded extortion money. He identified them as Monty Shah, Deepu and Rahul @ Chikna who came in his Hotel and Monty Shah pointed one pistol on his head and demanded money. Suddenly Deepu attacked on his face and and third person Rahul opened his drawer and took Rs 10000/- and after that all three persons gave threatening to him for not delaying in paying money to them.
Accordingly, after verified the facts the above said case was registered and investigation set to motion. During investigation on dt.24.11.18 accused namely Monty shah  has been arrested on the identification of complainant.
On dt.25.11.18  accused Monty Shah produced before the court and obtained 4 days police remand. During investigation a country made pistol  with 7 live cartridges which was used in crime has been recovered.

प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना चालू सीजन रबी 2018-19 में जिला के पांच फसलों को इस योजना में शामिल किया गया

पंचकूला, 26 नवंबर:
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना चालू सीजन रबी 2018-19 में जिला के पांच फसलों को इस योजना में शामिल किया गया है, जिनमें गेंहू, चना, जौ, सरसों व सूरजमुखी शामिल है, जिनकी प्रीमियम राशि प्रति हेक्टेयर क्रमश: 997.50 रुपये, 442.50 रुपये, 607.50 रुपये, 570 व 585 रुपये निर्धारित की गई है। बीमित राशि क्रमश: 66500, 29500, 40500, 38000 व 39000 रुपये दी जायेगी।
उपायुक्त श्री मुकुल कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल योजना ने स्थानीय आपदाओं में ओलावृष्टि, जलभराव व भू संख्लन के अलावा बादल के फटने व प्राकृतिक कारणों से लगी आग को शामिल किया गया है। चालू सीजन में जंगली पशुओं द्वारा खेत में किये गये नुकसान के लिये निर्धारित प्रीमियम के अतिरिक्त राशि देने पर निर्धारित फसल का भी बीमा शुरू किया गया है। उन्होंने बताया कि इस योजना के अंतर्गत बीमा करवाने की अंतिम तिथि 15 दिसंबर निर्धारित की गई है, जिन किसानों ने कृषि ऋण नहीं लिया, वे किसान अपने नजदीकी बैंक या कॉमन सर्विस सेंटर से संपर्क करें। अपनी निर्धारित फसल का बीमा करवा  सकते है। इसके लिये कृषि एवं किसान कल्याण विभाग द्वारा इस योजना का प्रचार प्रसार भी किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि इस सीजन में स्थानीय आपदाओं से हुये नुकसान की सूचना 72 घंटे की गई है, जिसमें किसान अपनी फसल के हुए नुकसान के बारे में जानकारी दी सकते है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना फसल में हुये नुकसान की भरपाई के लिये सरकार द्वारा चलाई जा रही एक महत्वपूर्ण योजना है।
उपायुक्त ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की शुरूआत खरीफ सीजन 2016 में की गई थी, जिसमें 688 किसानों को 42 लाख रुपये के नुकसान की क्षतिपूर्ति की गई। मुख्यमंत्री ने स्वयं जिला के गांव नोल्टा के किसान राजेंद्र सिंह को 33 हजार 860 रुपये का चैक दिया। इसी प्रकार रबी 2016-17 में 434 किसानों को 38 लाख रुपये व खरीफ 2017 में 453 किसानों को 24.66 लाख रुपये के हुये नुकसान की क्षतिपूर्ति की गई। चालू सीजन रबी में पांच फसलों को शमिल किया गया है। उन्होंने किसानों से अपील करते हुये कहा कि वे अपनी फसलों का निर्धारित अवधि में बीमा करवाये।

जिले के गांव ढालुवाल सहित कई गाँवों में आयोजित हुए प्रचार कार्यक्रम।

पंचकूला 26 नवम्बर:
केंन्द्र व प्रदेश सरकार की जनहितैषी योजनाओं एवं उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से चलाए गए विशेष प्रचार अभियान अंतिम चरण में है। इस विशेष प्रचार अभियान में सूचना एवं जनसंपर्क विभाग की 5 पार्टियां लगी हैं, इनमें एक विभागीय भजन पार्टी और चार अनुबंधित भजन पार्टियां शामिल हैं। अब तक इन भजन मंडलियों द्वारा जिला के 189 गांवों को कवर किया जा चुका है। गांव ढालुवाल सहित आसपास के कई गांवों में कार्यक्रम आयोजित कर प्रचार प्रसार किया गया है।
जिला सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी परमजीत के अनुसार विशेष प्रचार अभियान के तहत लोगों को भजन मंडलियों द्वारा गीतों, रागनियों व भजनों के माध्यम से लोगों को सरकार की जन कल्याणकारी नीतियों एवं उपलब्धियों तथा विकास कार्यों के बारे में जनता को जागरुक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अभियान का उद्देश्य सरकार द्वारा द्वारा चलाई जा रही जनहितैषी योजनाओं व नीतियों से जन-जन को अवगत करवाना है,ताकि हर पात्र व्यक्ति को योजनाओं का लाभ मिल सके। इसके अलावा विभागीय प्रचार सामग्री भी लोगों को वितरित की जा रही है ताकि लोगों को सरकार की योजनाओं का पता चले। यह अभियान 27 नवम्बर तक चलेगा। उन्होंने बताया कि उपायुक्त मुकुल कुमार के कुशल मार्गदर्शन में यह अभियान अंतिम चरण में है।
भजन पार्टियां न केवल सरकार की योजनाओं की जानकारी लोगों तक पहुंचा रहे हैं, बल्कि सामाजिक बुराईयां विशेषकर बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, स्वच्छ भारत मिशन, पर्यावरण संरक्षण, जल संरक्षण, पौधारोपण के अलावा समाज कल्याण, कल्याण विभाग व अनुसूचित वित्त विकास निगम के माध्यम से चलाई जा रही योजनाओं के साथ साथ व पराली न जलाने बारे भी लोगों को जागरूक कर रहे हैं।  एक स्वस्थ जीवन के लिए स्वच्छ पर्यावरण का होना बहुत ही जरूरी है। इस दिशा में जहां जिला प्रशासन व अन्य समाजसेवी संस्थाएं पूर्ण रुप से प्रयासरत है, वहां ग्रामीणों व किसानों को पराली न जलाने का संकल्प लेना चाहिए और पर्यावरण को स्वच्छ बनाए रखने में अपना पूर्ण सहयोग व योगदान देना चाहिए। फसल अवशेष प्रबंधन अपना कर किसान अपनी आमदनी में वृद्धि कर सकते हैं।

बिजली बिल में राहत सरकार का ऐतिहासिक निर्णय, कम बिजली खपत वाले गरीब परिवारों को होगा सीधा लाभ – मुकुल कुमार


जिले के करीब 2 लाख 4 हजार बिजली उपभोक्ताओं को मिलेगी बिजली बिल में राहत, चोरी पर भी लगा अंकुश


पंचकूला 26 नवम्बर,
उपायुक्त मुकुल कुमार ने कहा कि  सरकार ने 4 साल के कार्यकाल में जनता को दी बड़ी सौगात, इनमें बिजली बिल की दरों में कटौती का निर्णय भी आम जनता के लिए बड़ी राहत है। इससे प्रदेश के करोड़ों लोगों सहित जिले के करीब 2 लाख 4 हजार उपभोक्ताओं को बिजली बिल में बड़ी राहत मिल रही है जिसको लेकर बिजली उपभोक्ताओं में खुशी की लहर है तथा जिला के 7 करोड़ 45 लाख रुपए के बकाया बिजली बिलों की छूट मिली है।
उन्होंने कहा कि बिजली बकाया बिलों की इस योजना का लाभ अब तक 2688 उपभोक्ताओं ने तत्काल लाभ ले लिया है। इनमें अर्बन क्षेत्र के उपभोक्ता शामिल है जो कालोनियों में निवास करते है। इस निर्णय ने बिना किसी औपचारिकता के प्रदेश लाखों बिजली उपभोक्ता परिवारों की दिक्कत को एक मिनट में ही हल कर दिया। उन्होंने कहा कि प्रदेश के लोगों ने मांग रखी थी कि उनके बिजली के बिल अधिक आते हैं, कुछ इतने गरीब लोग हैं कि वह बिल नही भर सकते, जिसके कारण बिजली चोरी की घटनाएं बढ़ रही थी। हर परिवार का ध्यान रखते हुए क्षमता के अनुसार हर परिवार अपना बिजली का बिल भर सके इसे तुरन्त प्रभाव से लगभग आधा कर दिया है।
उपायुक्त ने बताया कि इस घोषणा से जिले के करीब 2 लाख 4 हजार उपभोक्ताओं को बिजली बिल में राहत मिल रही है जिनमें 65 हजार ग्रामीण उपभोक्ताओं व करीब 1 लाख 32 हजार हजार शहरी बिजली उपभोक्ता शामिल हैं। सरकार की इस सौगात से उपभोक्ताओं को प्रति बिल हजारों रुपये का लाभ मिल रहा है। इस निर्णय से प्रदेश का हर परिवार अपनी क्षमता के अनुसार बिजली खर्च कर सकेगा और उसका बिल भी भर सकेगा, अनुमान है कि अब बिजली चोरी भी कमी आएगी।
उन्होंने ने बताया कि यह निर्णय गरीब एवं मध्यम परिवारों के लिए एक बड़ी सौगात है। इस निर्णय के अनुसार 50 यूनिट तक के बिजली उपभोक्ता 2 रुपये प्रति यूनिट, 100 से 200 यूनिट वाले उपभोक्ताओं से 2 रुपये 50 पैसे प्रति यूनिट होगी जोकि पहले से लगभग आधा है। पहले इन यूनिटों का बिजली बिल 3 रुपये 60 पैसे से 4 रुपये 70 पैसे तक  लिया जाता था। निर्णय के अनुसार 500 यूनिट तक मासिक खपत वाले उपभोक्ता को भी इसका लाभ मिल रहा है।

मुख्मंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में हरियाणा प्रदेश ने विकास की नई बुलंदियों को प्राप्त किया:- नायब सिंह सैणी


शिक्षा के क्षेत्र में प्रदेश आत्म निर्भर, चार साल में 28 हजार युवओ को रोजगार।

भाजपा के शासन में प्रदेश से भ्रष्टाचार का हुआ अंत, योजनाओं के आधार पर लोगों को मिल रहा काम
मंत्री ने अपने निजी कोष से स्कूल को 11 लाख रूपये देने की घोषण की


मोरनी,

पंचकूला,(कमल कलसी) हरियाणा सरकार देश के प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री मनोहर लाल के मार्गदर्शन में चलकर विकास की नई बुलंदी प्राप्त कर रही है। आज हरियाणा की ऑनलाईन दबादला निति को देश के अन्य प्रदेश भी अपना रहे है। आज प्रदेश के शिक्षा विभाग में जो पूर्व की सरकारों में शिक्षको के तबादलों को लेकर भ्रष्टाचार अपनी चरम पर था व अब समाप्त हो गया है। आज बिना सिफारिश के सभी शिक्षकों को अपने मनचाहे स्टेशन पर ज्वाईनिंग मिल रही है जिसके चलते वह अधिक उर्जा से शिक्षण का कार्य कर रहे है। यह विचार आज विचार श्रम एंव रोजगार मंत्री नायब सिंह सैणी ने मोरनी मे एक निजी स्कूल के वार्षिकोत्सव के मौके पर बच्चो एवं उन्के अभिभावको को संबोधित करते हुए कहे।
उन्होंने कहा कि आज बच्चों को शिक्षा के साथ साथ संस्कारात्मक शिक्षाा देनी चाहिए ताकि बच्चे हमारे संस्कारों को अपने जीवन में अपना कर हमारी सांस्कृति के विकास में अपना पूर्ण योगदान दे सकें। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री का बेटी बचाओ बेटी पढाओ के नारो को सत्य सिद्ध करते हुउ आज हरियाणा सरकार ने बेटियो को अच्छी शिक्षा दिलवाने के लिए चार साल मे करीब करीब 73 कन्या महाविद्यालय व राजकिय महाविद्यालय खोले है।
उन्होंने कहा कि बेटियों की उच्च शिक्षा के लिए अब सरकार 20 किलोमीटर के दायरे के अंदर महाविद्यालय खोल रही है ,इसके अलावा श्रमिको के उत्थन के लिए सरकार बच्चों को 10 हजार से 20 हजार रूपये तक स्कोर्लशिप दी जाती है। इसके अलावा श्रमिक का बच्चा 90 प्रतिशत से ज्यादा अंको से पास होता है तो उसके खाते में 51 हजार रूपये सरकार द्वारा दिये जाते है। श्रमिको के बच्चों की उच्च शिक्षा का सारा खर्च सरकार स्वयं उठा रही है।
प्रदेश सरकार द्वारा 28 हजार युवाओ को नौकरियां मिल चुकी है। शीघ्र ही यह आंकडा 50 हजार के पार होगा। उन्होंने मोरनी के इस नीति स्कूल को अपने कोटे से 11 लाख रूपये का अनुदान देने की घोषणा की। इस अवसर पर उनके साथ हरियाणा आयूष विभाग के चैयरमैन ऋषिराज विशिष्ठ, समाजसेवी प्रवीण गोयल , शरणदास कम्बोज , सरपंच माम चंद भंवरा ,कर्नल राम सरूप , समाजसेवी ज्वाला सिंह भूडी आदि भी मौजूद रहे ।

राम मंदिर मुद्दे का पेटेंट बीजेपी के पास नहीं है: उमा भारती


अयोध्या की अपनी यात्रा के दौरान, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण नहीं किया गया तो केंद्र सरकार को फिर कोई नहीं बचा सकता


केंद्रीय मंत्री उमा भारती ने शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे की अयोध्या यात्रा का समर्थन किया है. इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि राम मंदिर मुद्दे का पेटेंट बीजेपी के पास नहीं है.

उन्होंने कहा, ‘मैं उद्धव ठाकरे के प्रयास की सराहना करती हूं. राम मंदिर पर बीजेपी का पेटेंट नहीं है. भगवान राम सभी के हैं. मैं एसपी, बसपा, अकाली दल, ओवैसी, आज़म खान सहित सभी से अपील करती हूं की वो आगे आएं और मंदिर के निर्माण का समर्थन करें.’

मध्यप्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती, 90 के दशक में राम मंदिर आंदोलन का नेतृत्व करने वाले प्रमुख बीजेपी नेताओं में से एक थीं. भारती का बयान इस कारण से महत्त्वपूर्ण है क्योंकि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य समेत कई बीजेपी नेताओं ने राम मंदिर के निर्माण के लिए शिवसेना द्वारा किए जा रहे प्रयास को अस्वीकार कर दिया था. साथ ही उन्होंने कहा था कि मंदिर आंदोलन में पार्टी की कोई भूमिका नहीं थी.

मौर्य ने कहा, ‘उद्धव ठाकरे द्वारा राम लल्ला के दर्शन करने में कोई बुराई नहीं है. लेकिन, अगर बालासाहेब ठाकरे जीवित होते, तो उद्धव जो भी कर रहे हैं वो उन्हें करने से रोक देते.’

मीडिया के मुताबिक अयोध्या की अपनी यात्रा के दौरान, शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे ने कहा कि केंद्र की बीजेपी सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण नहीं किया गया तो केंद्र सरकार को फिर कोई नहीं बचा सकता. साथ ही उन्होंने राम मंदिर के मुद्दे पर विधेयक लाने के लिए भी कहा. यह भी चेतावनी दी कि हिंदुओं के भावनाओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.

शिवसेना प्रमुख ने राम लल्ला मंदिर में प्रार्थना की. इस दौरान उन्होंने कहा कि ‘दिन, साल और पीढ़ियां गुजर रही हैं, लेकिन मंदिर का निर्माण नहीं हुआ है.’ लोकसभा चुनाव होने में अब बहुत समय नहीं है. 2019 के लोकसभा चुनाव के पहले सिर्फ एक और संसद सत्र होना है. ऐसे में उद्धव ने राम मंदिर निर्माण के लिए सरकार से अध्यादेश लाने की मांग की.

उन्होंने कहा, ‘शिवसेना हिंदुत्व के मुद्दे पर उनका समर्थन कर रही है और ऐसा करना जारी रखेगी. चाहे अध्यादेश लाओ या फिर कानून. लेकिन मंदिर बनाओ. हिंदुओं की भावनाओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.’ सेना प्रमुख ने कहा कि अगर मंदिर नहीं बना, तो शायद यह सरकार भी नहीं टिकेगी. लेकिन मंदिर निश्चित रूप से बनाया जाएगा. ‘चुनाव प्रचार के दौरन मुद्दे का इस्तेमल ना करें. हिंदुओं की भावना से खिलवाड़ ना करें.’

राम (नाम / जन्मभूमि) की लूट है लूट सके तो लूट 

डॉ. भीम राव अंबेडकर


राम (नाम / जन्मभूमि) की लूट है लूट सके तो लूट

वर्ष 1992 में बाबरी ढांचे के ध्वस्त होने के बाद सविता अंबेडकर ने राम जन्मभूमि वाली उस जमीन को हासिल करने के लिए अभियान चलाया था, मतलब यह हुआ की जब तक वहाँ मस्जिद थी श्रीमति अंबेडकर को कोई सरोकार नहीं था परंतु ज्यों ही मस्जिद ध्वस्त हुई वहाँ श्रीमती अंबेडकर को बौद्धविहार दिखाई देने लगा।

यदि मात्र विहार करने से भूमि पर बौद्ध धर्म अनुयाइयों का दावा हो जाता है तो उत्तरपथ की पग पग भूमि गौतम बुद्ध की है। कृपया दावा करें।


राजविरेन्द्र वशिष्ठ:

डॉ. बाबा साहब अंबेडकर की विधवा सविता अंबेडकर ने राम जन्मभूमि पर बौद्धों के हक के पक्ष में 90 के दशक में अभियान चलाया था. जन्मभूमि स्थान को बौद्धों को सौंपने की मांग करते हुए डॉ. बाबा साहब अंबेडकर फाउंडेशन चैरिटेबल ट्रस्ट ने 1991 में फैजाबाद कोर्ट में याचिका दायर की थी. पर उस याचिका को कोई प्रचार नहीं मिला.

वर्ष 1992 में बाबरी ढांचे के ध्वस्त होने के बाद सविता अंबेडकर ने राम जन्मभूमि वाली उस जमीन को हासिल करने के लिए अभियान चलाया था. इस साल अयोध्या निवासी विनीत कुमार मौर्या ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है. मौर्य ने अपनी याचिका में यह मांग की है कि राम जन्मभूमि स्थल को बुद्ध विहार घोषित किया जाए. उन्होंने दावा किया है कि 4 खुदाइयों में मिले अवशेषों से यह साबित होता है कि वो स्थल बौद्धों का रहा है.

सुप्रीम कोर्ट ने 13 अन्य अपीलों के साथ मौर्या की याचिका को भी सुनवाई के लिए मंजूर कर लिया है. याद रहे कि दूसरी ओर राम जन्मभूमि आंदोलनकारियों का दावा है कि खुदाइयों से प्राचीन राम मंदिर के अवशेष मिले हैं. जन्मभूमि विवाद को लेकर वर्ष 2010 में इलाहाबाद हाईकोर्ट का निर्णय आया था. उसी निर्णय के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील विचाराधीन है.

इलाहाबाद हाईकोर्ट के पीठ ने अपने फैसले में कहा है कि उस जमीन को 3 हिस्सों में बांटा जाए. एक हिस्सा निर्मोही अखाड़ा, दूसरा हिस्सा सुन्नी वक्फ बोर्ड और तीसरा हिस्सा श्रीराम लल्ला विराजमान को मिले. याद रहे कि अभी श्रीराम लल्ला टेंट में हैं. उधर 90 के दशक में सविता अंबेडकर ने कहा था कि हमारे पास इसके ऐतिहासिक और पुरातात्विक प्रमाण हैं.

महात्मा बुद्ध ने 16 वर्ष अयोध्या और उसके आसपास गुजारे थे

याद रहे कि सविता अंबेडकर का वर्ष 2003 में निधन हो गया. सविता अंबेडकर जिन्हें ‘माई’ या ‘माइसाहब’ के नाम से पुकारा जाता था, अपने दावे के पक्ष में प्राचीन चीनी पर्यटकों और समकालीन इतिहासकारों को उधृत किया था. उनके अनुसार यह जगह शुरू में बौद्धों की थी. महात्मा बुद्ध ने अपने जीवन के 16 वर्ष अयोध्या और उसके आसपास गुजारे थे.

सविता ने पाली साहित्य का जिक्र करते हुए कहा था कि इसमें यह बात कई बार आई है. पाली साहित्य में अयोध्या की जगह साकेत का जिक्र है. तब लंदन स्थित अंबेडकर शताब्दी ट्रस्ट के निदेशक कृष्णा गामरे ने कहा था कि अगर इसका नतीजा नहीं निकला तो हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे.

फैजाबाद कोर्ट में दाखिल याचिका का क्या हश्र हुआ, यह तो पता नहीं चला, पर विनीत कुमार मौर्या की सुप्रीम कोर्ट में दायर ताजा याचिका पर संभवतः बौद्धों के इस दावे पर भी कोर्ट देर-सवेर कुछ कहे. याद रहे कि इस सवाल पर अंबेडकर के कुछ समर्थकों ने 90 के दशक में अपने समुदाय में एकजुटता लाने की कोशिश भी की थी. पर समर्थक एकजुट नहीं हो सके थे.

करतारपुर कॉरिडोर का असली श्रेय पाक प्रधानमंत्री इमरान खान को जाता है: सिद्धू


सिद्धू का यह बयान ऐसे दिन आया है जब पूरा देश 26/11 मुंबई आतंकी हमले की 10वीं बरसी में शोक में डूबा है


सिद्धू का ‘बाजवा प्रेम’ ओर ‘इमरान स्तुति’ जग जाहिर है, पाकिस्तान जाने के लिए वह इतने उतावले रहते हैं की वह दूसरी बार ‘इमरान श्लाघा’ करते हुए फिर से देश के माहौल भावनाओं को समझने में नाकामयाब रहे। इसमें उनकी गलती नहीं है, कपिल शर्मा ने उन्हे जिस कुर्सी पर बैठा दिया था उस पर से उतारे जाने की बाद भी सिद्धू उस मोड से बाहर नहीं आ पा रहे हैं। कभी महिलाओं के लिए उन्हे ठोकने की बात करते हैं और अब जब समूचा राष्ट्र 26/11 के पाक प्रायोजित हमले की 10वीं बरसी का शोक माना रहा है वहीं सिद्धू को पाकिस्तान प्रधानमंत्री में एक भावुक बेचारा व्यक्ति दिखाई देता है।

वह करतारपुर कॉरीडोर से स्वयं को सिख धर्म के एक जाँबाज तारनहार की तरह दिखाना चाहते हैं की जो काम दशकों से टकसाली नेता एसजीपीसी के नेता सिख धरम के पुरोधा नहीं कर पाये वह सिद्धू ने कर दिखाया। ऐसा कर वह बादल परिवार को सिख राजनीति से दूर धकेलने में अपनी कामयाबी ढूंढ रहे हैं। परंतु वह भूल जाते हैं की इन्ही सिख बहादुरों की लाशों को पुंजाब में बिछा कर पाकिस्तान इतराता फिरता है, यही खेल वह अब काश्मीर में खेल रहा है।  कसाब को फांसी हो चुकी है पर आज तक पाकिस्तान कसाब से अपने नकारता ही रहा है ओर तो और 26/11 के मुख्यारोपी वहाँ अपनी राजनैतिक ज़मीन मजबूत कर रहे हैं 


 

‘करतारपुर कॉरिडोर का असली श्रेय पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान को जाता है.’ ऐसा कहना है पंजाब के स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का. सिद्धू ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा, करतारपुर कॉरिडोर का असली श्रेय इमरान खान को जाता है. जिन्होंने इसके निर्माण के लिए कई सालों तक प्रार्थनाएं की. इस शख्स ने पाकिस्तान के प्रधान मंत्री की कुर्सी के लिए 24 साल का संघर्ष किया है.’

सिद्धू ने कॉरिडोर को लेकर चल रही राजनीति से दूर रहने की सलाह देते हुए कहा कि पूरी दुनिया खुश है. धर्म को हमेशा राजनीति से दूर रखना चाहिए. नुसरत फतेह अली खान और गुलाम अली जैसे लोगों को इन दोनों देशों की दूरियां कम करने का मौका दीजिए.

सिद्धू का यह बयान ऐसे दिन आया है जब पूरा देश 26/11 मुंबई आतंकी हमले की 10वीं बरसी में शोक में डूबा है. इस हमले में 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों ने 166 लोगों की हत्या कर दी थी. एक दिन पूर्व ही पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने आतंकवादी हमलों का हवाला देते हुए कॉरिडोर के शिलान्यास समारोह में शामिल होने वाले पाकिस्तान के निमंत्रण को अस्वीकार कर दिया था.

वहीं सिद्धू ने रविवार को ही इस समारोह में शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया था. पाकिस्तानी विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी के निमंत्रण के स्वीकार करते हुए सिद्धू ने कहा, ‘यह मेरे लिए बहुत सम्मान और खुशी कि बात है कि मैं 28 नवंबर को होने जा रहे करतरपुर साहिब के शिलान्यास कार्यक्रम में शामिल होऊंगा.मैं इस ऐतिहासिक अवसर पर आपसे मिलने के लिए तत्पर(उतावला) हूं.’

क्या है करतारपुर साहिब और क्या है इसकी अहमियत

करतारपुर साहिब वो जगह है, जहां 1539 ईं. में सिख धर्म के पहले गुरु नानक देव के निधन के बाद पवित्र गुरुद्वारे का निर्माण करवाया गया था. इस जगह की अहमियत इसलिए है क्योंकि यहां गुरु नानक देव ने अपने जीवन के अंतिम 18 साल बिताए थे.

पाकिस्तान ने गुरु नानक की 549वीं जयंती के अवसर पर नवंबर में 3800 सिख श्रद्धालुओं को वीजा जारी किया था. करतारपुर कॉरिडोर बन जाने से लाखों सिख श्रद्धालु पाकिस्तान में रावी नदी के तट पर स्थित गुरुद्वारा दरबार साहिब करतारपुर में मत्था टेक सकेंगे.

“मैं सिद्धू को हजरत बुद्धू इसलिये कह रही हूं, क्योंकि उनकी हरकतें समझदार व्यक्तियों वाली नहीं हैं. “ठोको ताली” कहना किसी लाफ्टर चैलेंज की भाषा तो हो सकती है. लेकिन राजनीतिक मंच की अपनी गरिमा होती है.”: मीनाक्षी लेखी


दरअसल ‘कपिल शर्मा शो’ के कपिल शर्मा के विवादों में घिरने के बाद से शायद कपिल कुछ बादल गए होंगे पर सिद्धू अभी तक शो की उसी कुर्सी से चिपके हुए हैं जैस्पर वह नगाड़े बजाते रहेते थे ओर ठोकते रहते थे।

सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश में इंदौर की महिला महापौर के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए कांग्रेस नेता और पंजाब मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू से माफी की मांग की है.

सिद्धू के विवादास्पद बयान के खिलाफ बीजेपी की महिला कार्यकर्ताओं ने देवी अहिल्या की प्रतिमा के सामने मौन धरना दिया.


सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश में इंदौर की महिला महापौर के खिलाफ कथित अपमानजनक टिप्पणी के लिए कांग्रेस नेता और पंजाब मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू से माफी की मांग की है. भारतीय जनता पार्टी की महिला कार्यकर्ताओं ने इसके लिए इंदौर के राजवाड़ा पैलेस के पास देवी अहिल्या की मूर्ति के सामने शांति भरा विरोध प्रदर्शन किया.

गौड़, इंदौर की प्रथम नागरिक होने के साथ शहर के विधानसभा क्षेत्र क्रमांक-चार से विधायक भी हैं. वह अपने परिवार की इसी परंपरागत सीट से एक बार फिर भाजपा की ओर से चुनावी मैदान में हैं, मध्य प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं.

धरने के बाद भाजपा की राष्ट्रीय प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने कहा, “हजरत बुद्धू ने एक महिला नेता के लिये बेहद अभद्र शब्दावली का इस्तेमाल किया है. आधी आबादी का अपमान करने वाली इस टिप्पणी के लिये उन्हें माफी मांगनी चाहिए.” नई दिल्ली से बीजेपी की लोकसभा सांसद ने कहा, “मैं सिद्धू को हजरत बुद्धू इसलिये कह रही हूं, क्योंकि उनकी हरकतें समझदार व्यक्तियों वाली नहीं हैं. “ठोको ताली” कहना किसी लाफ्टर चैलेंज की भाषा तो हो सकती है. लेकिन राजनीतिक मंच की अपनी गरिमा होती है.”

क्या कहा था सिद्धू ने?

इस बीच हाल ही में सिद्धू के जरिए एक रैली के दौरान इंदौर की मेयर मालिनी लक्ष्मणसिंह गौड़ की आलोचना की गई थी. सिद्धू ने कहा था ‘ताली ठोको और इसके साथ महापौर को भी ठोको’. साथ ही सिद्धू ने गौर और नगरपालिका प्रशासन पर आरोप लगाया कि वे मुआवजे का भुगतान किए बिना लोगों के घरों को ध्वस्त कर रही हैं.

दरअसल ‘कपिल शर्मा शो’ के कपिल शर्मा के विवादों में घिरने के बाद से शायद कपिल कुछ बादल गए होंगे पर सिद्धू अभी तक शो की उसी कुर्सी से चिपके हुए हैं जिस पर वह नगाड़े बजाते रहेते थे ओर ‘ठोकते’ रहते थे। कांग्रेस ओर कुर्सी वह चाहे कोई भी हो सिद्धु ‘कुर्सी मोड’ से बाहर नहीं आ पाते।

वहीं इस मामले को लेकर बीजेपी प्रवक्ता मीनाक्षी लेखी ने सिद्धू को बेवकूफ कहा और इस टिप्पणी के लिए उनसे माफी की मांग की. मध्य प्रदेश में 28 नवंबर को विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा. इसके बाद 11 दिसंबर को मतगणना होगी.