Saturday, January 11


18 माह में केवल 20 प्रतिशत पूरा हुआ काम,84.91 करोड़ में से केवल 8 करोड़ 16 लाख ही हुए खर्च 
भाजपा की कछुए की चाल,जनता देख रही बंसल के प्रयासों के पूरे होने की आस


पिंजौर में जाम की समस्या से निजात पाने के लिए तत्कालीन कांग्रेस सरकार व विजय बंसल के अथक प्रयासों के बाद , 7.70 किमी लम्बा सूरजपुर सुखोमाजरी बाईपास मंजूर हुआ परन्तु राजनीतिक उदासहीनता के चलते इसका निर्माण देरी से तो शुरू हुआ ही परन्तु भाजपा द्वारा कछुए की धीमी चाल से जनहित में खिलवाड़ किया जा रहा है।इस बीच आमजनमानस व ट्रक मालिको के लिए खुशी की बात यह है कि , बंसल के प्रयासों से सूरजपुर सुखोमाजरी बाईपास पर टोल प्लाजा नही लगेगा जिसके लिए बंसल ने 2 नवम्बर 2013 को केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री को ज्ञापन दिया था,30 अप्रैल 2014 को पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट में दायर जनहित याचिका में भी टोल प्लाजा न लगाने की गुहार लगाई थी व 30 अप्रैल 2015 को भी मुख्यमंत्री हरियाणा सरकार को इस बाबत मांग करी थी जिसके बाद आरटीआई में प्राप्त सूचना के अनुसार अब केंद्रीय परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय द्वारा मंजूर सूरजपुर-सुखोमाजरी बाईपास पर टोल प्लाजा लगाने के लिए कोई योजना नही है।इसके चलते स्थानीय निवासियों में खुशी की लहर है,क्योंकि इससे पूर्व भी चंडीमंदिर टोल प्लाजा पर 2400 से 150 रुपये मासिक पास करवाकर बंसल ने जनहित में मिसाल कायम करी थी और अब सूरजपुर सुखोमाजरी बाईपास पर टोल न लगने से जनता को राहत मिलेगी।

विजय बंसल,पूर्व चेयरमैन हरियाणा सरकार व प्रदेशउपाध्यक्ष हरियाणा किसान कांग्रेस ने कहा कि भाजपा की जनहित में विकास कार्यो के लिए धीमी चाल जगजाहिर हो चुकी है।आरटीआई में प्राप्त सूचना के अनुसार अब तक केवल 20 प्रतिशत ही काम पूरा किया गया है, जबकि बाईपास का शिलान्यास 1 मई 2017 को रखा गया था, 12 दिसम्बर 2017 को कार्य शुरू हुआ व 11 दिसम्बर 2019 तक प्रोजेक्ट पूरा किया जाएगा वही, 84.91 करोड़ की लागत से बनने वाले इस बाईपास के निर्माण में अब तक 816.69 लाख यानी लगभग केवल 8 करोड़ ही खर्च किया गया है यानी कुल राशि का 10 प्रतिशत जबकि तकनीकी विशेषगयो की माने तो अब तक 50 प्रतिशत काम पूरा हो जाना चाहिए था।ऐसे में यह कहना मुश्किल है कि 11 दिसम्बर 2019 तक प्रोजेक्ट का काम पूरा हो जाएगा।2007 में हुडा विभाग ने बाईपास हेतु 232 एकड़ भूमि अधिग्रहित करी थी। बंसल के अनुसार भाजपा को जनता से कोई सरोकार नही है जहाँ आज इस प्रोजेक्ट की अति आवश्यकता है वही सरकार इस प्रोजेक्ट को गंभीरता से न लेकर धीमी गति से चला रही है जिसका असर कॉस्टिंग पर तो पड़ेगा ही बल्कि जनता को भी इसकी देरी से समय व पैसे की बर्बादी से खामियाजा भुगतना पड़ रहा है।

विजय बंसल ने इस बाईपास के निर्माण को शीघ्र करने के लिए पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट में 30 अप्रैल 2014 को जनहित याचिका नंबर 8226/2014 डाली थी। पंजाब हरियाणा हाई  कोर्ट ने इस जनहित याचिका पर 2 मई 2014 को सुनवाई करते हुए कहा था कि इस बाईपास का निर्माण पर सरकार तुंरन्त कार्यवाही कर निर्माण शुरू करे,जबकि उसके बाद 22 सितम्बर 2015 को बन्सल के कानूनी नोटिस पर केंद्रीय परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने कार्यवाही करते हुए मंत्रालय के प्रमुख अभियंता को तुंरन्त कार्यवाही के आदेश भी दिए थे।
इसमें विजय बंसल ने यह भी मांग की थी कि सूरजपुर सुखोमाजरी बाईपास का निर्माण एनएचआई खर्च से किया जाए क्योंकि इस बाईपास पर टोल प्लाजा ना लगे, बंसल की मांग को स्वीकारते हुए एनएचआई द्वारा निर्माण किया गया व टोल प्लाजा नही लगाने की योजना बनी।