जब युवा थी तब मेरे साथ कुकृत्य किया गया तब मैं लाज और अपने करियर के डर से चुप थी, पर आज जब मैं कहीं भी नहीं हूँ और मुझे कहीं कोई शर्म या डर भी नहीं रहा तो मुझे एक विकल्प मिला #me too.
भेड़िया आया भेड़िया आया के शोर में असल पीड़ितों कि भी आवाज़ का मज़ाक बन जाएगा.
#MeToo कैंपेन के तहत हाल ही में एक अमेरिकी महिला पत्रकार समेत 10 महिला पत्रकारों ने पत्रकार से राजनेता बने पर छेड़छाड़ और यौन शोषण के गंभीर आरोप लगाए हैं. जिसके बाद एमजे अकबर ने अपना बयान जारी करते हुए कहा है कि वो यौन उत्पीड़न के आरोपों के खिलाफ लीगल एक्शन लेंगे.
#MJAkbar to take legal action against accusations made against him of sexual assault, releases detailed statement. pic.twitter.com/HZcJJubNIM
— ANI (@ANI) October 14, 2018
एमजे अकबर ने पहली बार #MeToo पर अपना बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि उनके खिलाफ लगे सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं. वो पहले इस मामले में नहीं बोल पाया क्योंकि वो विदेश के दौरे पर थे.
The allegations of misconduct made against me are false and fabricated, spiced up by innuendo and malice. I could not reply earlier as I was on an official tour abroad: #MJAkbar (file pic) pic.twitter.com/dRE0qXMiCW
— ANI (@ANI) October 14, 2018
एमजे अकबर का कहना है, ‘यह लहर आम चुनाव से ठीक पहले उठने की क्या वजह है. क्या यह कोई एजेंडा है? आप जज हैं. ये झूठे और बेबुनियाद आरोप लगाए जा रहे हैं ताकि मेरी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया जा सके.’
Why has this storm risen a few months before a general election? Is there an agenda? You be the judge. These false, baseless and wild allegations have caused irreparable damage to my reputation and goodwill: #MJAkbar (file pic) pic.twitter.com/nMfx58QUjg
— ANI (@ANI) October 14, 2018
एमजे अकबर ने कहा, ‘बिना सबूत के आरोप लगाना वायरल फीवर की तरह बढ़ रहा है. जो भी मामला हो, अब मैं लौट आया हूं. मेरे वकील इस बेबुनियाद मामले की जांच कर रहे हैं और मैं इसके खिलाफ लीगल एक्शन लूंगा.’
Accusation without evidence has become a viral fever among some sections. Whatever be the case, now that I have returned, my lawyers will look into these wild and baseless allegations in order to decide our future course of legal action: #MJAkbar (file pic) pic.twitter.com/AVrkfSVA87
— ANI (@ANI) October 14, 2018
एमजे अकबर का कहना है कि झूठ के पैर नहीं होते हैं लेकिन उनमें जहर होता है.
Lies do not have legs, but they do contain poison, which can be whipped into a frenzy. This is deeply distressing. I will be taking appropriate legal action: #MJAkbar
— ANI (@ANI) October 14, 2018
उन्होंने कहा कि प्रिया रमानी ने एक साल पहले एक मैगजीन में लेख लिखकर यह कैंपेन शुरू किया था. तब उन्होंने मेरा नाम नहीं लिया था क्योंकि उन्हें पता था कि यह झूठी कहानी है. हाल ही में उनसे पूछा गया कि उन्होंने नाम क्यों नहीं लिया तो उन्होंने ट्वीट करके जवाब दिया था, ‘उनका नाम कभी इसलिए नहीं लिया क्योंकि उन्होंने कुछ किया ही नहीं है.’ अकबर का कहना है कि अगर उन्होंने कुछ नहीं किया तो ये कहानी क्या है ?
Priya Ramani began this campaign a year ago with a magazine article. She did not however name me as she knew it was an incorrect story. When asked recently why she had not named me, she replied, in a Tweet: “Never named him because he didn’t ‘do’ anything.”: #MJAkbar (file pic)
— ANI (@ANI) October 14, 2018
If I didn’t do anything, where & what is the story? There’s no story. But a sea of innuendo, speculation & abusive diatribe has been built around something that never happened. Some are total, unsubstantiated hearsay; others confirm, on the record, that I didn’t do anything: #MJAkbar
— ANI (@ANI) October 14, 2018