स्वास्थ्य एवम खेल मंत्री के मीडिया एडवाइजर अनिल दत्ता ने स्वस्थाय्गत कारणों से दिया इस्तीफा

अम्बाला ,22 सितम्बर ।

स्वास्थ्यगत कारणों की वजह से स्वास्थ्य एवम खेल मंत्री के मीडिया एडवाइजर की भूमिका अब औऱ नही निभा पाऊँगा ।आप द्वारा मुझे दिये गए सहयोग के लिए आप सभी का दिल से आभार – अनिल दत्ता

मकान गिरने से दो की मौत, मंत्री विज को लौटाया

अम्बाला।

गांव दिलीपगढ़ में बरसात के दौरान सुबह एक मकान की छत गिर गई। हादसे में किशोरी शीतल और उसके भाई हनी की मौत हो गई। दोनो सहारनपुर से यहां रिश्तेदारी में शादी में आये थे। हादसे में दोनों के मां बाप के साथ कई अन्य को भी चोट आई है। घायलों को अस्पताल में लाया गया। आरोप है कि डॉक्टर देरी से आये। एमरजेंसी में कोई डाक्टर नही था। घायलों को इलाज के लिए 1050 रुपये देने को कहा गया। हादसे की
सूचना के करीब चार घंटे बाद मंत्री अनिल विज और पूर्व मंत्री निर्मल सिंह अस्पताल आये, लेकिन लोगों के विरोध के कारण उनको लौटना पड़ा।

Heavy rainfall predicted in Punjab

Chandigarh :

A spokesman of Punjab government informed that as per information received from Ministry of Earth Sciences, the State is likely to experience widespread rainfall during late 22nd to 24th September, 2018. Many districts in Doaba, Majha and Malwa are very likely to get heavy ( more than 7 to 12 cm) to very heavy rainfall ( more than 12 cm) during the above period. There is very high probability of extremely heavy rainfall in North Eastern and South Eastern parts of Punjab during 22nd to 24th September, 2018. As there is very high probability of heavy to very heavy rainfall in adjoining areas of Himachal also hence above spell may cause inundations of low lying area and water logging in some area. The areas likely to get very heavy to extremely heavy rains are Gurdaspur, Jalandhar, Amritsar, Kapurthala, Ludhiana, Fatehgarh Sahib, Nawashahar, Roopnagar, Patiala, Mohali and adjoining area. The district authorities have been advised to suitably take adequate measures, informed the spokesperson.

जीरकपुर से विवाहिता रहस्यमय ढंग से लापता

 

जीरकपुर की शर्मा स्टेट कॉलोनी से एक करीब 29 वर्षीय विवाहित महिला सुप्रीत कौर रहस्य में हालत में लापता हो गई है। औरत का जीरकपुर के लोहगढ़ क्षेत्र में ब्यूटी पार्लर बताया जा रहा है।

रायपुर रानी में कंट्रोल्ड एरिया एक्ट,किसानों को जंगली जानवरों से राहत सम्बंधित मुद्दों पर विचार विमर्श करेंगे विजय बंसल

रायपुरानी, 22 सितम्बर 2018:

कल सांय 4 बजे विजय बंसल , प्रदेशउपाध्यक्ष हरियाणा किसान खेत मजदूर कांग्रेस व पूर्व चेयरमैन हरियाणा सरकार अग्रसेन पब्लिक स्कूल,रायपुरानी में साथियो को कंट्रोल्ड एरिया एक्ट,किसानों को जंगली जानवरों से राहत सम्बंधित स्थानीय मुद्दों पर चर्चा करेंगे।इसके साथ साथ विजय बंसल, पत्रकार गोष्ठी को भी सम्भोधित करेंगे।

 

माया कि माय को भेदना आसान नहीं


गुरुवार को मायावती ने कांग्रेस के बागी अजीत जोगी के साथ छत्तीसगढ़ में गठबंधन कर लिया, जिसके बाद कांग्रेस ने कहा कि वह राज्य में अकेले ही चुनाव लड़ेगी, मध्य प्रदेश में भी वो अकेले मैदान में उतरने की तैयारी में हैं


बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती संभवतः समाजवादी पार्टी और कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया के साथ मिल कर तीसरा मोर्चा बना सकती हैं. यह तीसरा मोर्चा आगामी राजस्थान चुनावों को ध्यान में रखकर बनाया जाएगा. माना जा रहा है कि अगले साल लोकसभा चुनाव से पहले बीएसपी की ओर से कांग्रेस को यह तीसरा झटका होगा.

गुरुवार को मायावती ने कांग्रेस के बागी अजीत जोगी के साथ छत्तीसगढ़ में गठबंधन बना लिया. जिसके बाद कांग्रेस ने कहा कि वह राज्य में अकेले चुनाव लड़ेगी. मध्य प्रदेश में भी उन्होंने अब तक 22 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है.

राजस्थान के प्रभारी और सीपीआई के राष्ट्रीय सचिव अतुल कुमार अंजान ने इस खबर की पुष्टि की है. उन्होंने कहा, ‘पार्टी गठबंधन के लिए मायावती के संपर्क में है. जेडीएस और एसपी के साथ वामपंथी दलों ने तीसरा मोर्चा बनाया है. बीएसपी के भी इसमें शामिल होने पर हमें खुशी होगी. हम बीएसपी नेतृत्व के संपर्क में हैं. हालांकि बसपा कांग्रेस के साथ भी सीटों के मुद्दे पर संपर्क में है.’

छत्तीसगढ़ के उलट, जहां कांग्रेस गठबंधन करना चाह रही थी, वहीं राजस्थान में बीएसपी को साथ लेने के लिए तैयार नहीं है. कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने किसी भी गठबंधन के खिलाफ खुल कर सामने आए, क्योंकि पार्टी राज्य में अधिक आत्मविश्वास से लबरेज है, जहां हर पांच साल पर बीजेपी और कांग्रेस के बीच सत्ता परिवर्तन का इतिहास है.

अभी भी कांग्रेस के संपर्क में मायावती

हालांकि, बीएसपी के विश्वसनीय सूत्रों ने कहा कि मायावती अभी भी कांग्रेस हाई कमान के संपर्क में हैं और राज्य इकाई के स्टैंड के बावजूद दोनों के बीच गठबंधन पूरी तरह से इनकार नहीं किया गया है.

एक वरिष्ठ बीएसपी कार्यकर्ता ने कहा, ‘हम कांग्रेस और अन्य गैर-बीजेपी दलों के संपर्क में हैं. लेकिन, हम राजस्थान चुनावों में अकेले जाने की गंभीरता पर विचार कर रहे हैं.’ बता दें कि पिछले चुनावों में भी बीएसपी ने राज्य में गठबंधन में शामिल होने से इनकार कर दिया था और साल 2013 में 199 सीटों पर चुनाव लड़ा था. उसने 3 सीटें जीती थी और लगभग 5 प्रतिशत वोट शेयर हासिल किया था.

विश्लेषकों का कहना है कि इन तीनों राज्यों में हुए मौजूदा राजनीतिक परिवर्तनों से पता चलता है कि साल 2019 के लोकसभा चुनावों के लिए कांग्रेस के लिए बीजेपी विरोधी गठबंधन बनाना आसान नहीं होगा. हवा बदले में गैर-बीजेपी और गैर-कांग्रेस पार्टियों के तीसरे मोर्चे की ओर उड़ सकती है.

हरियाणा में आईएनएलडी से हाथ मिला चुकी हैं मायावती

हरियाणा में भी बीएसपी-भारतीय राष्ट्रीय लोक दल के साथ आ गई है. हालांकि राज्य में विधानसभा चुनाव आम चुनाव के बाद हैं, पिछले महीने आईएनएलडी अध्यक्ष के साथ मायावती की बैठक साल 2019 के चुनावों के लिए बहुत महत्व रखता है.

प्रमुख राजनीतिक राज्य उत्तर प्रदेश में एसपी और बीएसपी दोनों सीट साझा करने में कांग्रेस को समायोजित करने के विचार से असहज हैं. आने वाले विधानसभा चुनावों में यह दिखेगा कि साल 2019 में सीट साझा करने की बातचीत कैसे होगी. एक मजबूत कांग्रेस बनी तो अधिक सीटों की मांग करने के लिए उसे सौदेबाजी करने की ताकत देगी और अन्य विपक्षी पार्टियां यह नहीं चाहेंगी.

Jogi Ki Maya


Mayawati jolts Cong, ties up with Ajit Jogi’s party in Chh’garh, to fight alone in MP

Mayawati had earlier in July warned the Congress leaders of not forming an alliance if not given a respectable number of seats.


In a major setback to the Congress Party, Bahujan Samaj Party chief Mayawati on Thursday declared that her party will form an alliance with Ajit Jogi’s Janta Congress in the upcoming Chhattisgarh elections.

She also announced that Ajit Jogi would be the chief minister if their alliance comes to power in the state.

“The Bahujan Samaj Party has decided to contest upcoming assembly polls in alliance with Janta Congress Chhattisgarh. The BSP will fight on 35 seats and Janata Congress Chhattisgarh will contest on 55 seats. If we win, Ajit Jogi will be the CM,” BSP chief Mayawati said.

She said that the “historic alliance will bring development and prosperity to the downtrodden, the poor, Dalits, minorities, tribals and marginalised sections of society”.

The 62-year-old Dalit leader also said that the two parties had come together to boot out the Bharatiya Janata Party government in the state and ensure that there is fair and not selective development, as is taking place under the watch of the present dispensation.

The BSP has also released a list of 22 candidates for the 230-seat Madhya Pradesh Assembly stating that it would fight alone in the elections.

In a press conference, Mayawati said the BSP will tie up with only those parties which are ready to allocate a respectable number of seats to her party.

Earlier in July, Mayawati had warned the Congress leaders of Rajasthan, Madhya Pradesh and Chhattisgarh of not forming an alliance if not given a respectable number of seats.

Reports had it that the Congress and the BSP had almost finalised the seat-sharing agreement for the three states.

The development is seen as a huge blow to the Congress, which was hoping for an alliance with the Dalit powerhouse from Uttar Pradesh and thus brighten its chances against the Raman Singh-led BJP government in the tribal-dominated state.

The Congress Party which had decided to leave 5-6 seats in each of the three states for the BSP. Mayawati was not happy with the number of seats given and was said to be lobbying for a greater share.

Earlier last month, the BSP had said that it was not in talks with the Congress for an alliance for the Madhya Pradesh Assembly polls.

Elections in Chhattisgarh and Madhya Pradesh are due by year-end.

The Congress party is in a pursuit to stitch a larger anti-BJP alliance for 2019 Lok Sabha elections.

Had no choice in Ambani as partner in Rafale deal, says France’s ex-PM Hollande


Former French President Francois Hollande’s remark is set to escalate the political slugfest over the controversial multi-billion dollar deal.


In a significant development, a French media report quoted former French President Francois Hollande as purportedly saying that the Indian government proposed Reliance Defence as the partner for Dassault Aviation in the Rs 58,000 crore Rafale jet fighter deal and France did not have a choice.

Reacting to Hollande’s remark that is at variance with the stand taken by the Indian government, the defence ministry spokesman said on Friday,”The report referring to former French president Hollande’s statement that government of India insisted upon a particular firm as offset partner for the Dassault Aviation in Rafale is being verified.”

The spokesperson also said,”It is reiterated that neither the government nor the French government had any say in the commercial decision.”

Dassault Aviation, the makers of Rafale, had chosen Reliance Defence as its partner to fulfil offset obligations of the deal. The government has been maintaining it did not have any role in the selection of the offset partner.

Hollande’s remark is set to escalate the political slugfest over the controversial multi-billion dollar deal.

The French media report quoted Hollande as saying “we did not have a say in this…the Indian government proposed this service group and Dassault negotiated with (Anil) Ambani group. We did not have a choice, we took the partner who was given to us.”

The Congress and other opposition parties latched on to the report and stepped up their attack on the Modi government over the deal.

“President (Former) Francois Hollande should also enlighten us how the price went up from 590 crore in 2012 to 1690 crore in 2015 per Rafale fighter jet? Escalation of a mere 1100 crore. I am sure the Euro equivalent would not be a problem to calculate,” Congress spokesperson Manish Tewari tweeted.

Prime Minister Narendra Modi had announced the procurement of a batch of 36 Rafale jets after holding talks with then French President Hollande on April 10, 2015 in Paris.

The opposition has been accusing the government of chosing Reliance Defence over state-run Hindustan Aeronautics Ltd to benefit the private firm though it did not have any experience in the aerospace secto

India calls off New York meeting with Pakistan


The External Affairs Ministry says the killing of Indian security personnel and “release of 20 postage stamps by Pakistan glorifying a terrorist… confirm that Pakistan will not mend its ways”.


In what reflected inconsistency in India’s policy on Pakistan, New Delhi on Friday called off a meeting between External Affairs Minister Sushma Swaraj and her Pakistani counterpart Shah Mahmood Qureshi in New York next week following the nation-wide outrage over the brutal killings of Indian security personnel by Pakistan-based entities.

India also lashed out at Pakistan’s new Prime Minister Imran Khan, saying his “true face” has been revealed to the world in his first few months in office.

The cancellation of the foreign ministers’ meeting came within 24 hours of India announcing that it has accepted the Pakistan PM’s request to Prime Minister Narendra Modi in a letter for such a meeting.

In a strongly-worded statement, External Affairs Ministry spokesperson Raveesh Kumar noted that since Thursday’s announcement of a meeting between the two foreign ministers, two deeply disturbing developments have taken place.

“The brutal killings of our security personnel by Pakistan-based entities and the recent release of a series of 20 postage stamps by Pakistan glorifying a terrorist and terrorism confirm that Pakistan will not mend its ways,” he said.

The spokesperson said the decision to agree to Pakistan’s proposal for a meeting between the foreign ministers was in response to the spirit reflected in the letters from the new Prime Minister and his Foreign Minister.

The letter from Khan had spoken of inter-alia bringing a positive change and mutual desire for peace as also readiness to discuss terrorism.

“Now, it is obvious that behind its proposal for talks to make a fresh beginning, the evil agenda of Pakistan stands exposed and the true face of new Prime Minister of Pakistan Imran Khan has been revealed to the world in his first few months in office,” he said, adding any conversation with Islamabad in such an environment would be meaningless.

In view of the changed situation, there would be no meeting between the two foreign ministers in New York, he added.

It is learnt that senior officials of the PMO and the External Affairs Ministry held a meeting on Friday afternoon and took note of the nation-wide outrage over the mutilation of the body of the BSF jawan near Jammu and the abduction and killing of three J-K policemen.

India was also livid at Pakistan leaking the contents of the Pakistan PM’s letter to Modi to an Indian newspaper, causing embarrassment in Indian official circles.

The standalone meeting between the two foreign ministers was to take place on 27 September and the permanent missions of the two countries were discussing the time and venue of their meeting.

Swaraj and Qureshi will in any case come face-to-face at the SAARC Council of Ministers’ meeting to be held the same day.

सुभाष बराला 23 को पंचकूला में फूकेंगे चुनावी बिगुल, त्रिदेव सम्मलेन में करेंगे शिरकत

भारतीय जनता पार्टी जिला पंचकूला 23 सितंबर को भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सुभाष बराला की मौजूदगी में मिशन 2019 की तैयारियों की शुरुआत करेगी । सुभाष बराला 23 सितंबर को त्रिदेव सम्मेलन में बतौर मुख्य अतिथि शिरकत करने पहुंच रहे हैं। कार्यक्रम में प्रदेश संगठन महामंत्री सुरेश भट विशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे तथा प्रदेश प्रभारी डॉक्टर संजय शर्मा अंबाला सांसद रतन लाल कटारिया पंचकूला विधायक ज्ञान चन्द गुप्ता विशेष तौर पर उपस्थित रहेंगे।
यह जानकारी देते हुए ज़िला अध्यक्ष दीपक शर्मा ने बताया की आगामी रविवार को जिला का त्रिदेव सम्मेलन पंचकूला गुरुकुल के सभागार में होने जा रहा है। जिलाध्यक्ष ने कहा की पार्टी की संरचना में मतदान केंद्र यानी की बूथ ही प्रथम और सबसे महत्वपूर्ण इकाई होती है। बूथ अध्यक्ष, पालक और बी.एल.ए.2 ऐसे पदाधिकारी हैं, जिनके बलबूते ही मतदान केंद्र मजबूत हो सकता है। इन तीनों महत्वपूर्ण पदाधिकारियों को त्रिदेव की संज्ञा पार्टी ने दी है। त्रिदेव के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष द्वारा रोहतक बैठक में दिया गया सबसे महत्वपूर्ण मूलमंत्र “मेरा बूथ सबसे मजबूत” इस दिशा पर कार्य करना है। अपना बूथ सबसे मजबूत कार्यक्रम के तहत त्रिदेवों को सुदृढ़ और सक्रिय करने की योजना बनाई है। जब बूथ मजबूत होगा तो स्वयं ही पार्टी मजबूत होगी।
सम्मेलन में माननीय प्रदेश अध्यक्ष द्वारा आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर कार्यकर्ताओं को दिए दिशा निर्देश दिए जाएंगे तथा पार्टी द्वारा बूथ स्तर पर होने वाले कार्यक्रमों की जानकारी दी जाएगी