पीड़ितों को मिले उचित मुआवजा और उनके रहने खाने पीने का हो वैकल्पिक प्रबंध: विजय बंसल


विजय बंसल ने लेबर कालोनी में हुई त्रासदी का लिया जायजा, कालोनीवासियों को मिल जाना हाल,मौके का लिया जायजा
उचित मुआवजा दिलवाने के लिए प्रशासन से करी मांग , सरकार की लापरवाही की वजह से हुआ नुकसान,करे भरपाई


लेबर कालोनी,रामपुर सीयूडी सूरजपुर में कौशल्या डैम से तेज पानी के बहाव के बाद हुए हादसे ने क्षेत्रवासियों को दहला दिया।हरियाणा किसान कांग्रेस के प्रदेशउपाध्यक्ष व पूर्व चेयरमैन हरियाणा सरकार विजय बंसल ने सुबह पहुंचकर मौके का जायजा लिया,पीड़ितों के दुख-दर्द को सुना-समझा, सरकार की लापरवाही के बारे विस्तारपूर्वक सुना और हुई त्रासदी के बारे जानकारी ली।यशोदा,मिश्री,विमलेश,निर्मल,जितेंद्र,लोकमन,खेमराज,नत्थू,सोमराज वीरेंद्र समेत कालोनीवासियो ने बंसल को बताया कि देर रात कौशल्या बांध के 6 गेट में से 4 गेट खुले और पानी का तेज बहाव आया जिससे उनके घर पानी मे बह गए,दरअसल थोड़े समय पूर्व डीएलएफ व सरकार की मिलीभगत से उनकी कालोनी के तीन प्रमुख डंगो को तोड़ दिया गया था जिससे पानी का बहाव कालोनी के तरफ बढ़ गया और मकान ढह गए।सरकार व प्रशासन ने गौर नही करा व सरकार की लापरवाही का खामियाजा जनता को भुगतना पड़ा।विजय बंसल ने प्रशासन से मांग करी है कि पीड़ितों को डिसास्टर मैनेजमेंट एक्ट 2005 के तहत मुआवजा दिया जाए,लेबर वेलफेयर फंड के तहत भी मदद करी जाए,तुरन्त प्रभाव से रहने के लिए वैकल्पिक स्थान व खाने-पीने का सम्मान उपलब्ध करवाया जाए।इसके साथ ही गरीबो के नुकसान की भरपाई करी जाए।विजय बंसल मौके पर पहुंचे और कालोनीवासियो ने अपने दुख दर्द के बारे बताकर हर समय सहायता करने के लिए आभार प्रकट किया।
इसके साथ ही बंसल ने बताया कि विजिलेंस,सिंचाई विभाग ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि कौशल्या बांध ” वॉटर बोम्ब ” है,जिस दिन इसमें पानी का बहाव आएगा उससे अमरावती,लेबर कालोनी,पंचकूला आदि को भारी नुकसान होगा जिसके बाद भी सरकार ने जरूरतमंद कार्यवाही नही करी और कालोनी के डंगे भी तोड़ दिए।विजय बंसल ने इसके साथ ही बताया कि भाजपा के शासनकाल के दौरान डीएलएफ ने हरियाणा हाउसिंग बोर्ड द्वारा आर्थिक रूप से कमजोर लोगो के लिए फ्लैट्स नदी में बना दिए जोकि डैम के गेट के बिल्कुल सामने है जिसकी वजह से पानी का बहाव गरीबो की लेबर बस्ती की ओर तब्दील कर दिया,बंसल ने मुख्यमंत्री समेत सभी प्रशासनिक अधिकारियों व मंत्रियों को ज्ञापन दिए,केबिनेट मंत्री हरियाणा सरकार ओपी धनखड़,कृष्ण पवार ने भी तब मौके का जायजा लेकर देखा था परन्तु सरकारी मिलीभगत के चलते कोई कार्यवाही नही हुई।इसके साथ साथ विजय बंसल ने डैम के 155 करोड़ का घोटाला एसआईटी द्वारा भी उजागर किया था और 25 अफसरों को दोषी पाया गया था परन्तु भाजपा सरकार ने कोई कार्यवाही नही करी। इस त्रासदी से हाइवे भी टूट गया है।
विजय बंसल के साथ एनएसयूआई के राष्ट्रीय मीडिया कॉर्डिनेटर दीपांशु बंसल,पूर्व पार्षद सीमा देवी,पूर्व सरपंच योगेंद्र ठाकुर,भीम सेन,चंद्रपाल,दिलवारा नम्बरदार,धीरज आदि मोजूद रहे।

बरसात से उजड़ी फसलों के प्रति सरका ज़िम्मेदारी तय करे: हूडा

चण्डीगढ़ 25 सितंबर 2018

पूर्व मुख्यमंत्री भूपेन्द्र सिंह हुड्डा ने एक ब्यान में कहा है कि खरीफ की कटाई के समय प्रदेश में भारी बरसात जिस तरह किसानों पर आफत बन कर आई वो बेहद चिन्ता का विषय है। धान के पानी में डूबने के कारण जहाँ उसकी क्वालिटी में गिरावट आयेगी, वजन में भी फर्क आना तय है। धान का जो दाना जमीन को छू गया, उसका अंकुरित होना लाजमी है, जो कटाई के वक्त नीचे ही रह जाएगा। मौसम की मार की वजह से पहले ही धान प्रति एकड़ कम बैठ रहा था, और अब बेमौसमी बरसात ने धान की फसल को बर्बाद कर दिया है।
हुड्डा ने कहा कि कुछ ऐसी ही स्थिति कपास की भी है। कपास की फसल को पहले ही उखेड़ा रोग व सफेद मक्खी ने काफी नुकसान पहुँचाया था अब बारिश ने बची हुई फसल को चौपट कर दिया है। जो बाड़ी पछेती थी उसका बारिश के कारण फूल झड़ गया है और अगेती के जो डोडे खिल चुके थे वो भी झड़ गए हैं। इसी तरह बाजरे की फसल को भी बारिश से काफी नुकसान पहुंचा है। न केवल दाना बदरंग हो गया है बल्कि ज्यादा नमी के कारण चेपा रोग भी आ गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री कहा कि स्थिति यह बन गई है कि हरियाणा के किसानों के सामने घोर संकट के हालात पैदा हो गए है। फसल बीमे में इतनी विसंगतियां हैं कि किसान को इसके नुकसान की भरपाई मुश्किल है। अतः सरकार अविलम्ब विशेष गिरदावरी के आदेश दे तथा उपरोक्त फसलों के नुकसान की भरपाई करे। गिरदवारी की औपचारिकता ऑफिस में बैठ कर पूरी ना हो बल्कि गाँव की पंचायत या जिम्मेवार लोगों की कमेटी को साथ लेकर मौके पर जाकर की जाए और एकड़ को इकाई माना जाए न कि गाँव या ब्लाक को। अगर सरकार ने इस विषय में ढिलाई बरती तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

युवा कांग्रेस पंचकुला ने प्रधान मंत्री का पुतला फूँका

कपिल नागपाल, पंचकुला:

आज दिनांक 25-9-2018 को ज़िला पंचकुला में सेक्टर 16-17 के चोक पर ज़िला प्रभारी परमजीत राणा व सह-प्रभारी हरमणदीप विरक के निर्देशानुसर ज़िला उपधायक्ष सुनील सरोहा के नेतृत्व में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का पुतला फूँका गया जो की फ़्रान्स के भूतपूर्व राष्ट्रपति फ़्रांसिस ओलाद ने इस बात की पुष्टि की हे के कैसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जनता के एक लाख तीस हज़ार करोड़ रुपए अनिल अम्बानी को राफ़ेल घोटाले के अंतर्गत लाभ पहुँचाया गया ओर सुनील सरोहा ने बताया के देश में कैसे महंगायी बड़ रही हे पेट्रोल-डीज़ल ओर रसोयी गैस की क़ीमतें कैसे आसमान छू रही हे आए दिन बॉर्डर पर कैसे जवानो की निर्मम तरीक़े से हत्या की जा रही हे प्रधानमंत्री जी इस पर क्यूँ कुछ नही बोलते व कारवायी क्यूँ नही करते इन सब बातो को लेकर आज का पंचकुला युवा कांग्रेस का विरोध परदर्शन था इस मोके पर ज़िला उपाध्यक्ष देवीचंद वाल्मीकि, ज़िला महासचिव नैब चौधरी,सचिव अभिषेक सेनी,हल्का उपाध्यक्ष विजय गुप्ता,अरविंद चौधरी,अमन गर्ग युवा नेता,नरेंद्र,आशीष,करण,लखविंदर,सावन,प्रिन्स सरोहा,रजत कुमार,जतिन्न कुमार आदि मोज़ूद थे

एक दिन पहले जेल भेजे गए हिंदु नेता निशांत शर्मा को रोपड़ जेल में चाकूओं से गोदा, स्पैशल सैल के दो ताले तोड़ घुसे रमनदीप बाबा और साथियों ने कई जगह मारे चाकू, हालत गंभीर

नरेश भरद्वाज, जालंधर:

एक दिन पहले जेल भेजे गए हिंदु नेता निशांत शर्मा को रोपड़ जेल में चाकूओं से गोदा, स्पैशल सैल के दो ताले तोड़ घुसे रमनदीप बाबा और साथियों ने कई जगह मारे चाकू, हालत गंभीर

फ्राड केस में एक दिन पहले जेल भेजे गए शिवसेना हिंद के राष्ट्रीय प्रधान निशांत शर्मा पर रोपड़ जेल में जानलेवा हमला हुआ है.रमनदीप बाबा नामक शख्स दो ताले तोड़ तीन साथियों के साथ उनके सैल में आ घुसा और कई जगह चाकू मारे. जेल में चाकू होना साजिश की तरफ इशारा करता है.पार्टी के पंजाब प्रधान इशांत शर्मा ने कहा कि जब निशांत शर्मा को सुरक्षा का खतरा था तो जेल में सुरक्षा न देना एक गहरी साजिश है

महिला कार चालक ने 2 को रोंदा एक कि मौत

 

नरेश भरद्वाज, जालंधर:

जालंधर के भगवान वाल्मीकी चौक के पास थाना चार से कुछ ही दूर पर एक महिला की कार बेकाबू हो गई. कार चालक महिला ने एक के बाद एक चार गाड़ियों को ठोका जिनमें एक बैंक की कैश वैन भी थी. इसके बाद बैंक आफ बड़ौदा के बाहर उसने दो महिलाओं को कुचल दिया जिनमें एक की मौत हो गई. महिला को भड़की भीड़ से बचाकर पुलिस थाना चार ले गई है.

पंचकूला पुलिस की लापरवाही के चलते सरकार का करोड़ों का नुकसान।

Ajay kumar, PANCHKULA BREAKING……….

पंचकूला पुलिस की लापरवाही के चलते सरकार का करोड़ों का नुकसान।

सरकार का हुआ करीब 3 करोड़ का नुकसान।

CJM DLSA विवेक गोयल ने पंचकूला पुलिस उपायुक्त को लिखा पत्र।

जिसके हवाले से कहा गया है कि मालखाने व ट्रेज़री में करीब 3 करोड़ की रकम के पुराने नोट रखे हुए हैं।

जिन्हें देश में नोटबन्दी के लागू होने बाद अब तक भी नही बदला गया।

जिसके चलते 3 करोड़ का नुकसान सरकार को झेलना पड़ा।

सीएम के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर और प्रसाद सहित चार आईएएस बने अतिरिक्त मुख्यसचिव

 

ajay kumar, चंडीगढ़ :-

हरियाणा के वरिष्ठ आईएएस अधिकारी और मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव राजेश खुल्लर सहित चार अफसरों को खट्टर सरकार ने अतिरिक्त मुख्य सचिव होंगे …पता चला है कि 1988 बैच के चार आईएएस अधिकारियों में राजेश खुल्लर के अलावा केंद्र में प्रतिनियुक्ति पर गए तरुण बजाज, टीवीएसएन प्रसाद और अनिल कुमार के अत्तिरिक्त मुख्य सचिव बनाने का फ़ैसला हुआ है ।

पंडित दीनदयाल उपाध्याय की 102 वी जयंती के अवसर पर एक लाख की इनामी रागनी प्रतियोगिता का हुआ आयोजन

अजय कुमार : ब्रेकिंग फ्रॉम झज्जर

झज्जर में कृषि मंत्री ओपी धनखड़ ने दीप प्रज्वलित कर राज्यस्तरीय रागनी प्रतियोगिता का शुभारंभ किया.

प्रदेशभर से पहुचे कलाकारों ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी, माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी , मुख्यमंत्री मनोहर खट्टर व कृषि मंत्री ओपी धनखड के व्यक्तित्व पर दी संगीतमय प्रस्तुति

मंत्री ने कहा, हरियाणवी संस्कृति का पोषण करते हैं इस तरह के आयोजन

इस दौरान मंत्री ने झज्जर जिले की गौशालाओं को बाटे लाखो रूपये के चैक कहा, इस पहले भी गौशालाओं को दी जा चुकी है 5 करोड की अनुदान राशि

धनखड़ प्रधानमंत्री की एक नवम्बर को  हरियाणा में होने वाली रैली पर भी  बोले कहा,  हरियाणा के इतिहास में आज तक सबसे बड़ी होगी रैली यह भी बताया कि कहा, मंत्री, सांसद व विधायक 150 किलोमीटर करेंगे पैदल यात्रा

उत्तर भारत में पेट्रोल और डीजल कि कीमतों को ले कर मंथन शुरू

फोटो और ख़बर अजय कुमार

पैट्रोल और डीज़ल की कीमतों पर चंडीगढ़ में उत्तर भारत के पांच राज्यों के वित्त मंत्रियों और अधिकारियों की मंथन बैठक शुरू, बैठक में हरियाणा के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, पंजाब के वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल और दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिशोदिया के अलावा उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश और चंडीगढ़ के वित्त विभाग एवं कराधान विभाग के अधिकारी भी मौजूद

Two full time professions will now go hand in hand for Politicians

Courtsey: Bar & Bench :

The Supreme Court today ruled that Members of Parliament and Members of Legislative Assemblies (MPs and MLAs) cannot be barred from practicing law.

The Court made it clear that Rule 49 of the the Bar Council of India Rules is applicable only to full-time salaried employees, and does not cover legislators within its ambit.

The judgment was delivered by a Bench of Chief Justice Dipak Misra and Justices AM Khanwilkar and DY Chandrachud in a petition filed by advocate and BJP Spokesperson Ashwini Kumar Upadhyay.

Upadhyay had filed the petition praying that legislators be debarred from practicing as Advocates (for the period during which they are Members of Parliament or State Assembly), in the spirit of Part-VI of the Bar Council of India Rules.

Senior Advocates Kapil Sibal and Dr. AM Singhvi are Parliamentarians representing the Congress Party.

In the alternative, he had sought for a direction to quash Rule 49 of the Bar Council of India Rules as ultra vires the Constitution and its basic structure, and to permit all Public Servants to practice as Advocates.

The Bar Council of India (BCI) too had issued notice to MPs, MLAs and MLCs who continue to practice law, following Upadhyay’s submission that since the legislators are being paid salary by the government, they cannot be allowed to practice, as per the Advocates Act and BCI Rules.

Interestingly, the Central government through Attorney General KK Venugopalhad opposed the petition,  contending that a Member of Parliament (MP) is an elected representative, and is not a full-time employee of the Government of India, and hence cannot be stopped from practicing law.

“They are doing a public service in their capacity as an MP. You can’t stop a person from practising a profession. It is a fundamental right to carry on a profession”, Venugopal had argued.

Senior Counsel Shekhar Naphade had represented the petitioner.

Questionable verdict. They are treated as public servants in corruption cases against them. There can be conflict of interest when a law which is to be enacted is against the interest of their clients and they vote against it even if it is in public interest.

Advocate/ legal profession is fulltime profession. Public representative viz. M.P./ MLA are bound to duty serve public full time. They can not say that they will serve/ perform their duties for part time either way.
In both position full time duty is badly required. So they should be banned from practising. According  to me, SC must review its Judgment.

When they are urgently required, either at Court or for Public duties, they are not available.
Even there are all possibilities of conflict of timing while dicharging their duties.
MLA-MP are getting undue advantages in profession. They are softly treated in court and they are getting government briefs.