Sr. Cop Booked for rape and harrasment


Punjab police officer AIG rank RS Uppal booked by chandigarh police under section 376-C, 354D, 506, 120B ipc in FIR 184 of 2018


Naresh Sharma Bhardwaj:

Chandigarh, Sept 28, 2018: Punjab Police AIG Randhir Singh Uppal was booked in the alleged rape case on the recommendation of the probe finding.

The Amritsar police was ordered to register the case against the AIG under Section 376C, 354D, 506 and 120B of the IPC.

The victim had approached political leaders to get justice after which the probe was ordered.

पंचकूला के सेक्टर् 16 के इंदिरा कलोनी में चले चाक़ू

photo : RK

RK & कपिल नागपाल, पंचकुला:

पंचकूला के सेक्टर् 16 के इंदिरा कलोनी में चले चाक़ू।

2 लोगो को चाक्कूओ से मारा। दोनों को पहले सेक्टर 6 हॉस्पिटल लाया गया। उसके बाद दोनों को चंडीगढ़ pgi रेफर किया गया।

photo: RK

डॉक्टर की लापरवाही से महिला समेत बच्चे की हुई मौत महिला के परिजनों ने अस्पताल के बाहर किया हंगामा

फोटो और ख़बर: कपिल नागपालपंचकूला के सेक्टर 6 हॉस्पिटल में डॉक्टर की लापरवाही से महिला समेत बच्चे की हुई मौत महिला के परिजनों ने अस्पताल के बाहर किया हंगामा।

फोटो: कपिल नागपाल

प्रदेश में छात्र संघ चुनावो के लिए एनएसयूआई पूरी तरह से तैयार: दीपेंद्र हुड्डा


एनएसयूआई की हुई प्रदेश कार्यकारिणी बैठक
दीपेंद्र हुड्डा ने पदाधिकारियों का किया प्रोत्साहन


(हरियाणा) 28 सितम्बर 2018। भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस छात्र संगठन , एनएसयूआई हरियाणा की प्रदेश कार्यकारिणी की एक एहम बैठक नई दिल्ली में देर रात हुई और प्रदेश के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों ने बैठक में हिस्सा लिया।प्रदेशाध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा ने सभी पदाधिकारियों को प्रदेश में छात्र संघ चुनावो के लिए रणनीति बनाने के उद्देश्य से बुलाया जिसमे सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने बैठक में पदाधिकारियों का प्रोत्साहन किया।बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय भी लिए गए।एनएसयूआई जमीनी स्तर पर सबसे मजबूत छात्र संगठन है जोकि छात्रहितों की आवाज को उठाता है,एनएसयूआई हरियाणा के छात्र संघ चुनावो में अपनी जीत का परचम लहराएगी और 2019 के चुनावों में कांग्रेस की जीत को एक वर्ष पूर्व ही सुनिश्चित करने का काम करेगी।प्रदेश के हर विश्वविद्यालय व महाविद्यालय में एनएसयूआई के कार्यकर्ता मजबूती से काम कर रहे है।
दरअसल,2014 के चुनावों में भाजपा द्वारा प्रदेश की जनता व छात्रो से घोषणा पत्र के माध्यम से अनेको तरह के चुनावी वायदे किए गए जबकि लगभग 4 साल बीतने के बाद भी प्रदेश का छात्र-युवा-बुजुर्ग स्वयं को ठगा हुआ सा महसूस कर रहा है।छात्र,जोकि देश का भविष्य है उन्हें राजनीति में आगे लाने के लिए प्रदेश में छात्र संघ चुनाव बहाल करने का वायदा किया था परन्तु अब तक न तो चुनाव बहाल हुए,न ही तिथि निश्चित हुई व न ही बजट आवंटित हुआ।एनएसयूआई ने मांग करी कि पंजाब-दिल्ली-राजस्थान विश्वविद्यालय की तर्ज पर प्रत्यक्ष चुनाव करवाए जाए जबकि सरकार के कुछ मंत्रियों द्वारा ब्यान दिया गया है कि चुनाव अप्रत्यक्ष रूप से होंगे।22 वर्ष बाद प्रदेश में छात्र संघ चुनाव बहाल होने की घोषणा औपचारिक तौर पर हरियाणा सरकार द्वारा की जा चुकी है जोकि अप्रत्यक्ष तौर पर करवाने की है, जिससे असल मे छात्र नेता उभर कर नही आ पाएंगे।इसके साथ ही पैसे व राजनीतिक प्रभाव से सरकार तथा प्रशासन आसानी से मनपसिन्दा उम्मीदवार को प्रधान नियुक्त कर सकेंगे जिससे छात्रो की आवाज दब जाएगी व चुनावो का कोई महत्व नही रह जाएगा। कालेज और विश्वविद्यालय प्रबंधन के हस्तक्षेप के साथ विभाग प्रतिनिधि सीआर/डीआर चुनने और उनके माध्यम से अध्यक्ष बनाने की रणनीति पर काम किया जा रहा है।ऐसे में न तो विश्वविद्यालयों से कोई नया छात्र नेता पैदा होगा और न ही विद्यार्थियों की 22 साल पुरानी समस्याओं का समाधान हो सकेगा। यदि प्रत्यक्ष रूप से चुनाव होंगे तो छात्रो की समस्याओं का समाधान भी होगा व प्रदेश को नए राजनीतिक चेहरे भी मिलेंगे।
इस बैठक में एनएसयूआई के पूर्व राष्ट्रीय महासचिव अजय छिकारा, राष्ट्रीय सचिव व प्रदेश प्रभारी बिट्ठल शर्मा,राष्ट्रीय सचिव गौरव तुसिर, व प्रदेश के समस्त पदाधिकारी मौजूद रहे।

माँ बाप कि मौत के बाद बेघर हुए बच्चों को पुलिस ने ढूंढ कर बल सदन पंहुचाया

फोटो कपिल नागपाल

कपिल नागपाल, पंचकुला:

ए एस आई मुकेश कुमारी कि टीम ने चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के सहयोग से 2 बच्चों को नारकीय जीवन से निकल कर बाल सदन पंहुचाया.

इन बच्चों के पिता कि मौत सीवर में दम घुटने से हुई और कुछ ही दिनों बाद इनकी माँ भी चल बसी, ए एस आई स्टेट क्राइम ब्रांच के राजेश कुमार ने5 भाई बहिनों में से 2 बच्चों  को 3 साल कि कड़ी मशक्कत के बाद ढूंढ निकला.

ए एस आई राजेश कुमार ने बताया कि—-बच्चों को सेक्टर -2स्थित बाल सदन में रखा जाएगा,जहाँ इनके लालन -पालन के साथ-2 शिक्षा देकर इन बच्चों को आत्मनिर्भर बनाया जाएगा और जल्द ही बाकी बचे तीनो बहन भाईयों को तलाश कर उन्हें भी बाल सदन पहुंचाया जाएगा

राजेश ने बताया कि बच्चों का कोई मिसयूज न करे, उन्हें सुरक्षित जगह पहुंचा, जीवनयापन माहौल मुहैया करवाना मेरा ध्येय है.

पंजाब के स्कूलों का समय बदला

मौसम के करवट बदलते ही शिक्षा विभाग ने भी पंजाब के शिक्षण संस्थानों के समय में बदलाव कर दिया है। पंजाब के शिक्षा विभाग द्वारा आज जारी एक पत्र के अनुसार 1 अक्टूबर 2018 से राज्य भर के स्कूलों का समय बदल दिया गया है।सर्दी के मौसम को देखते हुए राज्य भर के सभी प्राइमरी स्कूलों का समय सुबह 9:00 बजे से दोपहर 3:00 बजे तक होगा। जबकि मिडल, हाई और सीनियर सेकेंडरी स्कूलों का समय सुबह 9:00 बजे से दोपहर 3:20 तक होगा।

पंचकूला केमिस्ट एसोसिएशन द्वारा ऑनलाइन फार्मेसी को सरकार के प्रोत्साहन के खिलाफ हड़ताल

फोटो और ख़बर कपिल नागपाल

कपिल नागपाल, पंचकुला:

पंचकुला के सभी दवा विक्रेताओ ने शुक्रवार 28 सेप्टेम्बर को दुकाने बंद रखी। पंचकूला केमिस्ट एसोसिएशन द्वारा ऑनलाइन फार्मेसी को सरकार के प्रोत्साहन के खिलाफ पंचकूला के केमिस्ट्स और ड्रग्गिस्ट्स ने शुक्रवार को आईओसीड के भारत बंद को समर्थन दिया
पंचकूला एसोसिएशन के प्रधान मनोज गुलाटी ने बताया कि सरकार द्वारा ऑनलाइन फार्मेसी की अनुमति देने से दवा व्यपारियो को तो नुकसान होगा ही साथ ही साथ लोगों के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ होगा आईओसीड की तरफ से भारत सरकार को एफर्मेसीय तथा इंटरनेट द्वारा की जा रही अवैध तरीके से बिक्री का हवाला दिया जा चुका है
आईओसीड की तरफ से पहले भी दो बार राष्ट्रीय हड़ताल कर चुके है
दावा व्यपारियो का कहना है कि ऑनलाइन दवा बेचने वालों द्वारा ड्रग एक्ट के प्रावधानों का खूब उल्लघन हो रहा है ओर सरकार इसके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं कर रही है
यदि सरकार द्वारा इस बार भी हमारे अनुरोध को समझने मैं नाकाम रहती है तो या इस पर सकारात्मक रुख नाइ अपनाती तो आईओसीड के पास देषव्यापपी अनिश्चितकालीन हड़ताल के इलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं  है

 

The Supreme Court today refused to constitute a Special Investigation Team in Koregaon case

 

The Supreme Court today refused to constitute a Special Investigation Team (SIT) to look into the arrests of lawyers and activists made in connection to the Bhima Koregaon violence.

The judgment was delivered by the Bench of Chief Justice of India Dipak Misra, Justice AM Khanwilkarand Justice DY Chandrachud.

Justice Khanwilkar delivered the majority opinion on behalf of himself and CJI Misra. Justice Chandrachud dissented from the majority.

The majority opinion held that the Court’s earlier order calling for house arrest of the activists and lawyers, will continue to operate for four more weeks.

Justice Khanwilkar held that accused persons do not have a say in which investigating agency should probe the case. He held that this was not a case of arrest merely because of political dissent. Therefore, the plea for an SIT was not entertained, with the accused given the liberty to pursue other appropriate remedies.

However, Justice Chandrachud did not agree with the views of the majority, stating that technicalities should not be allowed to override substantive justice.

Chandrachud J made some scathing observations against the Pune police for their conduct in the matter thus far. He also berated the police for conducting a press conference immediately after the Court had passed an interim order.

He also highlighted the manner in which a letter alleged to have been written by Sudha Bharadwaj was flashed on Republic TV, after the police selectively disclosing details of the probe to the media. This, Justice Chandrachud held, cast a cloud over the fairness of the investigation.

“Voices of opposition cannot be muzzled because it is dissent. Deprivation of liberty cannot be compensated later”, Chandrachud J held.

The acts of the Maharashtra police, he said, raises questions as to whether the investigation can be carried out fairly. Therefore, Chandrachud J felt that an SIT should be constituted to probe the matter.

The verdict was passed in the petition filed by Romila Thapar and four other activists challenging the raids and arrests made by the Maharashtra Police of Sudha BharadwajGautam NavlakhaVaravara RaoVernon Gonsalves, and Arun Ferreira, in connection with the Bhima Koregaon incident.

The Supreme Court had directed the Pune Police to keep the activists/lawyers under house arrest “in their own homes” till further orders, thereby protecting their liberty.

It was contended by the State of Maharashtra that the raids were conducted based on evidence gathered from the computer systems and emails of other accused persons arrested in the same case.

The Court had warned against “cooked up evidence” against the activists in question and had asserted that an SIT will be formed to look into the validity of these raids if the evidence is found to be “cooked up”.

The State of Maharashtra maintained that there was a larger ploy at play in this case and claimed that the arrested activists have links with banned terror outfits some of them “having committed serious offences”.

The Court had remarked that liberty of people cannot be stifled based on conjectures and had asserted that it would “look at the case with hawk’s eyes”.

The Court had demanded for the entire case diary to ascertain the validity of the raids and arrests in the case even as the State of Maharashtra’s submission from the beginning was that the petitioners, in this case, were “strangers” to the case and had no locus standi to challenge the arrests where they were not personally aggrieved.

जेल में एन.डी.पी.एस एक्ट के तहत सजा काट रहे करीब 25 वर्षीय केवल सिंह ने गले में फंदा डालकर आत्महत्या कर ली

 

नरेश शर्मा भरद्वाज:

फिरोजपुर की केन्द्रीय जेल में एन.डी.पी.एस एक्ट के तहत सजा काट रहे करीब 25 वर्षीय केवल सिंह पुत्र बलकार सिंह निवासी गट्टी राजोकी ने गले में फंदा डालकर आत्महत्या कर ली।

मृतक कैदी केवल सिंह के परिवार ने फिरोजपुर पुलिस और जेल प्रशासन पर आरोप लगाते इस घटना की उच्च स्तरीय जांच की मांग की है। मृतक केवल सिंह के भाई ने पत्रकारों को बताया कि केवल सिंह के खिलाफ फिरोजपुर पुलिस ने झूठा नशीले पदार्थ बरामदगी का केस दर्ज किया था और वह चीख-चीख कर कहता रहा कि वह बेगुनाह है और उस पर डाला गया एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला झूठा है, मगर उसकी बात किसी ने नहीं सुनी।

मृतक के परिवार के अनुसार उसे फिरोजपुर की अदालत में 24 सितंबर को सजा की थी, जिस कारण वह टूट चुका था। मृतक के भाई ने बताया कि उन्हें केवल सिंह की मौत संबंधी बताया नहीं गया था और अब बताया गया है कि उसने गले में फंदा डालकर आत्महत्या की है। उन्होंने कहा कि केवल सिंह पर झूठा मामला बनाने वाले पुलिस कर्मचारियों को परमात्मा कभी माफ नहीं करेगा। समाचार लिखे जाने तक मृतक के शव का पोस्टमार्टम किया जा रहा है और पुलिस कानूनी कार्रवाई कर रही है। ।

Sarika: होशियारपुर में मूक बाधिर लड़की से गलत हरकत,विरोध करने पर भाई को गोली मारी

नरेश शर्मा भरद्वाज :

होशियारपुर में दबंग युवकों ने एक मूक बाधिर लडडकी के साथ अश्लील हरकत की. घटना का पता चलने पर लड़की का भाई जब आरोपी के परिजनों से शिकायत करने गया तो उसे गोली मार दी गई. संयोग से गोली उसकी टांग पर लगी है. घटना होशियारपुर के मोहल्ला न्यू शान्ति नगर में देर रात को हुई. घायल युवक का आरोप है कि उसकी मूक बाधिर बहन के साथ पड़ोसी के बेटे ने गलत हरकत की. उन्होंने इसका विरोध किया तो उस पर गोली चला दी. फिलहाल पुलिस आरोपों की पडताल कर रही है.