विदेश मंत्री सुषमा स्वराज संयुक्त राष्ट्र महासभा के 73वें सत्र में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए न्यूयॉर्क पहुंच गई हैं. इस दौरान अब पाकिस्तान से किसी भी तरह की कोई बातचीत नहीं की जाएगी.
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज संयुक्त राष्ट्र महासभा के 73वें सत्र में भारत का प्रतिनिधित्व करने के लिए न्यूयॉर्क पहुंच गई हैं. जहां वह अपने वैश्विक समकक्षों के साथ कई द्विपक्षीय और बहुपक्षीय बैठकें करेंगी. हालांकि इस दौरान अब पाकिस्तान से किसी भी तरह की कोई बातचीत नहीं की जाएगी. वहीं इस मामले को लेकर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने इसका समर्थन किया है.
पाकिस्तान के साथ वार्ता रद्द करने के सरकार के निर्णय का समर्थन करते हुए बिपिन रावत ने कहा कि वार्ता और आतंकवाद साथ-साथ नहीं चल सकता है. रावत ने कहा कि पाकिस्तान के जरिए संघर्षविराम के बावजूद सीमापार से घुसपैठ जारी है. उन्होंने कहा कि यह जारी रहने नहीं दी जा सकती और आतंकवादियों को घाटी में शांति बाधित करने से रोकने के लिए उचित कदम उठाना होगा.
बैठक रद्द
दरअसल, पहले संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से इतर विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और उनके पाकिस्तानी समकक्ष शाह महमूद कुरैशी के बीच बैठक होनी थी. भारत के जरिए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के प्रस्ताव को स्वीकार किया जा चुका था. लेकिन जम्मू-कश्मीर में तीन पुलिसकर्मियों की बर्बर हत्या और इस्लामाबाद के आतंकवादी बुरहान वानी का महिमामंडन करते हुए डाक टिकट जारी करने का हवाला देते हुए भारत ने इस बैठक को रद्द कर दिया था. जिसके कारण अब सुषमा स्वराज पाकिस्तान के विदेश मंत्री से मुलाकात नहीं करेंगी.
इस दौरान सुषमा 29 सितंबर की सुबह महासभा को संबोधित करेंगी. इसके अलावा वह पूरे सप्ताह संयुक्त राष्ट्र महासभा के सत्र से इतर कई बैठकों और चर्चाओं में भाग लेंगी. संयुक्त राष्ट्र के 193 सदस्य देशों के नेता वैश्विक निकाय को संबोधित करेंगे. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप महासभा को 25 सितंबर को संबोधित करेंगे. ट्रंप का महासभा का यह दूसरा संबोधन होगा. इसके अलावा पाकिस्तान के महमूद कुरैशी 29 सितंबर की दोपहर संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे.