सीएचबी के नॉन ऑफिशल मेंबर्स के नामों पर प्रशासक ने लगाई मुहर

चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड सीएचबी के नॉन ऑफिशल मेंबर्स के नामों पर प्रशासक ने मुहर लगा दी है। इनमें प्रेम कौशिक, तरसीम चंद गर्ग और सुबीना बंसल को नॉन ऑफिसियल मेंबर्स बनाया गया है। काफी समय से रुकी हुई लिस्ट को फाइनल कर दिया गया है । अब जल्द ही चंडीगढ़ हाउसिंग बोर्ड की बैठक हो सकती है।

Children with hearing impairment were taught POSCO act by sign language

Photo by Rakesh Shah

Committee Room, Ground Floor, UT Secretariat was full of children with hearing impairment and their respective teachers from their schools. The occasion was to launch the audio video CD containing provisions of Juvenile Justice Act 2015, and Protection of Children from Sexual Offences in sign language for these special children.

The event was organised by Chandigarh Commission  for Protection of Child Rights. B.L. Sharma, IAS, Secretary Social Welfare chair the press conference. Dr. Mrs. Nishtha Jaiswal and Mrs. Harjinder Kaur they also intracted with the media persons.

Special kids(Children) sang The National Anthem in Sign Language.

NCC PU in collaboration with CPA organized a cleanliness drive in the Center for Police  Administration

Photo by Rakesh Shah

 

NCC Panjab University in collaboration with Centre for Police Administration,   Panjab University organized a cleanliness drive in the Centre for Police  Administration. The drive was started with cleanliness at the Emerging Areas Building and the participants were encouraged to promote cleanliness around their surroundings and the
statues installed in the University. Lt.(Dr.) Kuldeep Singh Coordinator NCC & Chairperson Centre for Police Administration, Col Rohit Thakur CO 2 nd CHD Bn, Col V K Sheoran CO 1 st CHD Bn, SUO Bipul Raj along with 40 participants were present.

Mediation and Negotiation Competition at UILS Begins

Photo by Rakesh Shah

The first day of the UILS Mediation and Negotiation Competition 2018 began with the preliminary round 1 in the morning. 50 teams participated in the 1st round and other 50 teams participated in prelims round 2 in the afternoon. The rounds were judged by 40 senior members of the legal profession who are trained mediators from the Punjab & Haryana High Court. Prof. Rattan Singh, Director UILS and Dr. Shruti Bedi  were highly obliged with the warm and cooperative support from the Panjab and Haryana High Court Meditation center and welcomed the judges .

The judges appreciated the conduct of this competiton and were pleased to know that 300 students took part in the competition . The participants were judged on their communication skills, their relationship with the opposite party and the mediator and their ingenuity of ideas for possible solutions.

16 teams made it to the octa final rounds. The day concluded with octa finals round and the 4 teams  made it to semi-finals which will be conducted tomorrow.

International Workshop on “Monitoring Agriculture and Climate from Space”

Photo by Rakesh Shah

 

Chandigarh September 21, 2018
International workshop on “Monitoring Agriculture and Climate from Space” was jointly organised by Department of Environment Studies,Panjab University and School of Public Health, PGIMER, Chandigarh in collaboration with University of Leicester, United Kingdom.

Professor Raj Kumar, Vice Chancellor, Panjab University and Chief Guest of the event mentioned that UK-India collaboration will generate a pathway to develop future inter-disciplinary collaborative research. He stressed that such kind of platform provide all stakeholders an opportunity to collectively deliberate on issue of societal cause. He
emphasized to take the research to the ground level, so that benefit could reach to every section of the society.

Sh. Dharminder Sharma, IFS Chief Conservator, Department of Soil and Water Conservation, Punjab, was the guest of honour and mentioned that remote sensing and Geographical Information System techniques can be applied to effectively manage the natural resources and land use. He stresses to focus on precision farming in agricultural sector to preserve soil and water resources.

Dr Suman Mor, delivered a lecture on Monitoring Water Quality from space stated that satellite data is very useful for management of lakes and rivers water. She highlighted that recently pollution episode of river Beas by sugar mills in Punjab could be easily detected using remote sensing techniques.

Dr. Ravindra Khaiwal, School of Public Health, PGIMER Chandigarh delivered a lecture on the ‘Impact of Agriculture Fires on Air Quality‘. He highlighted that remote sensing technology offers cost effective solution to better understand the linkage between the air pollution and human health. He further highlighted that satellite data is being used to control the burning of crop residues of paddy in agricultural fields of Punjab and Haryana.

Dr.Harjinder Sembhi from University of Leicester, UK, highlighted that remote sensing data is very useful to understand temporal and spatial variation of crop waters uses and offers potential for drought monitoring and management. She stated that radiometer data will help to understand how change in atmospheric and land parameters affect crop conditions and yields. This will help farmers and policy makers to enhance crop production in changing climate.

Dr. Darren Ghent, University of Leicester, UK, mentioned that land surface temperature is good indicator of energy balance at the earth surface. Hence University of Leicester with Panjab University and PGIMER is installing a radiometer at Fatehgarh Sahib to monitor impact of climate change. This radiometer will be used to generate novel new datasets on heat stress, climate variability, water availability and irrigation scheduling.

Over 30 participants form various institutions of north India were trained to utilize large scale satellite data sets to manage environmental resources and further provided hands-on training.

Sh. Surinder Paul, Director, Indian Metrological Department chaired the valedictory session.

This training workshop was aimed to provide Scientiests, Researchers, Ph.D. scholars an overview in Earth Observation applications for a better understanding of Earth’s landscape and climate. The training course was delivered by UK and Indian experts including Dr. Harjinder Sembhi and Dr. Darren Ghent from University of Leicester, Dr. Ravindra Khaiwal from PGI, and Dr. Suman Mor from Panjab University.

उपायुक्त मुकुल कुमार की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया

पंचकूला, 21 सितंबर:
जिला सचिवालय के सभागार में पंचकूला को स्मार्ट सिटी बनाने के लिए उपायुक्त मुकुल कुमार की अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में नगर निगम के प्रशासक राजेश जोगपाल ने बताया कि लोगों के सहयोग से पंचकूला को स्मार्ट सिटी जैसी सुविधांए मुहैया करवाई जा रही है लेकिन इसे स्मार्ट सिटी का रूप देने के लिए जनसहयोग अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने कहा कि इसी दिशा में आज पंचकूला मैनेजमेंट एसोसिएशन के प्रतिनिधियों व जिला के सभी विभागों  के अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई ताकि आपसी तालमेल के साथ पंचकूला को स्मार्ट सिटी की तरह अग्रणीय बनाने पर कार्य किया जा सके। उन्होंने कहा कि पंचकूला में सोलर एनर्जी सिस्टम एवं हरा भरा बनाने के लिए निगम का भरपूर प्रयास है। इसलिए प्रत्येक 500 मीटर के दायरे में सुन्दर एवं भव्य पार्को का निर्माण किया गया है। इन पार्को में ओपन जिम के अलावा बेहतर फुटपाथ बनाए गए हैं तथा बरसात के पानी का सरंक्षण करने के लिए रेैन हार्वेसिंग सिस्टम भी लगाए गए है। इसके अलावा शानदार पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
उन्होंने बताया कि पंचकूला के नागरिकों को चंडीगढ व मोहाली की तर्ज पर ट्राई सिटी के समान सभी नागरिक सुविधाएं डिजिटल की गई हैं तथा सोलिड वेस्ट मैनेजंमेट प्रबंधन के लिए घर घर कूड़ा उठाने का कार्य किया जा रहा है। इसके लिए सैक्टर तीन में प्लांट लगाने की प्रक्रिया जारी है। उन्होंने बताया कि नासिक के बाद पंचकूला में कूड़े के निपटान के लिए बनने वाला यह दूसरा सोलिड वेस्ट मैनेजमेंट प्लांट होगा। निगम में पोलिथीन का प्रतिंबध लगाया है तथा प्रत्येक बस स्टॉप पर महिला एवं पुरूष शौचालय का निर्माण करवाया गया है। इसके अलावा शहर में कई स्थानों सार्वजनिक शौचालयों की भी व्यवस्था की गई है। शहर के लोगों को मच्छरों से निजात दिलाने के लिए 10 मोस्क्वीटो मशीनें लगाई गई हैं तथा 8 अण्डर ग्राउंड डस्टबिन स्थापित किए गए हैं।
बैठक में उन्होंने बताया कि पंचकूला को खुले में शौच मुक्त बनाया गया है। इसके लिए  स्वच्छता एप, स्वच्छता मैप एवं सर्विस के माध्यम से लोगों से 30 तरह फीड बैक ली जा रही है। सोलर एनर्जी सिस्टम बडे भवनों एवं ग्रुप हाउसिंग सोसायटी में अनिवार्य किया गया है। लगभग हर सैक्टर में सामुदायिक भवनों का निर्माण किया गया है। पंचकूला के 15 गांवों में सिवरेज एवं 12 गांवों में स्वच्छ पेयजल की योजनांए क्रियान्वित की गई हैं तथा शहर में नियमित बिजली एवं पानी सुविधांए दी जा रही है। अपराध पर अकुंश लगाने केे लिए 17 स्थानों पर 379 सीसीटीवी कैमरे लगाए हैं तथा ई-चालान सिस्टम क्रियान्वित किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि शहर को स्ट्रे कैटल मुक्त बनाने के लिए सुदर्शनपुर में एक हजार गायों की क्षमता वाली गौशाला का निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा कालका में भी शैड बनाकर गायों का रखा जा रहा है।  पंचकूला मैनेजमेंट एसोसिएशन के पदाधिकारी डा. विजय उप्पल ने चलचित्र के माध्यम से देश- विदेश के उदाहरण स्मार्ट सिटी के समंबध में  प्रदर्शित किए।
इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त जगदीप ढांडा, एसडीएम पंकज सेतिया, नगराधीश ममता शर्मा सहित सभी विभागों के अधिकारी, निगम के अधिकारी एवं एसोसिएशन के पदाधिकारी मौजूद थे।

हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम की ओर से 29 लाख 95 हजार रुपये की राशि के बैंक ऋण उपलब्ध करवाएं गए

पंचकूला, 21 सितंबर- हरियाणा अनुसूचित जाति वित्त एवं विकास निगम की ओर से विभिन्न स्कीमों के लिए अब तक 51 लाभार्थियों को 29 लाख 95 हजार रुपये की राशि के बैंक ऋण उपलब्ध करवाएं गए, जिसमें 17 लाख 11 हजार रुपये की राशि के बैंक ऋण, 3 लाख 65 हजार रुपये की अनुदान राशि व एक लाख 19 हजार रुपये की सीमांत राशि शामिल है।
उपायुक्त मुुकुल कु मार ने बताया कि निगम द्वारा 14 लाभार्थियों को पशु पालन के लिए 7 लाख रुपये की राशि का ऋण उपलब्ध करवाया गया, जिसमें 6 लाख 30 हजार रुपये की राशि बैंक ऋण व 70 हजार रुपये की राशि अनुदान के रूप में उपलब्ध करवाई गई। उन्होंने बताया कि दो लाभार्थियों को भेड़ बकरी पालन के लिए एक लाख रुपये का बैंक ऋण उपलब्ध करवाया गया, जिसमें 85 हजार रुपये का बैंक ऋण व 15 हजार रुपये की अनुदान राशि शामिल है। सूअर पालन के 4 लाभार्थियों को 2 लाख रुपये की राशि उपलब्ध करवाई, जिसमें एक लाख 60 हजार रुपऐ का बैंक ऋण व 40 हजार रुपऐ की अनुदान राशि शामिल है। इसी प्रकार औद्योगिक क्षेत्र के लिए 7 लाभार्थियों को दो लाख 40 हजार रुपये की राशि उपलब्ध करवाई गई, जिसमें एक लाख 52 हजार रुपये का बैंक ऋण, 64 हजार रुपये की अनुदान राशि व 24 हजार रुपये की सीमांत राशि शामिल है। ट्रेड एवं व्यापार के लिए 21 लाभार्थियों को 9 लाख 55 हजार रुपये की राशि का ऋण उपलब्ध करवाया गया, जिसमें 6 लाख 84 हजार बैंक ऋण, एक लाख 76 हजार रुपये की अनुदान राशि व 95 हजार रुपये की सीमांत राशि शामिल है। उन्होंने पात्र व्यक्तियों से अपील करते हुए कहा कि वे इस योजना का लाभ उठाए। इन योजनाओं की अधिक जानकारी के लिए संबंधित विभाग से संपर्क करें।

द्वितीय चरण के कलैक्टर रेट निर्धारित करने के आम नागरिकों एवं संबंधित पक्षों से 24 सितंबर से 8 अक्तूबर तक आपत्ति एवं सुझाव आमंत्रित किये गये

पंचकूला, 21 सितंबर:
सरकार के निर्देशानुसार वर्ष 2018-19 के द्वितीय चरण के कलैक्टर रेट निर्धारित करने के आम नागरिकों एवं संबंधित पक्षों से 24 सितंबर से 8 अक्तूबर तक आपत्ति एवं सुझाव आमंत्रित किये गये है।
उपायुक्त मुकुल कुमार ने बताया कि जिला के सभी तहसील उपतहसील के वर्ष 2018-19 के द्वितीय चरण के कलैक्टर रेट श्चड्डठ्ठष्द्धद्मह्वद्यड्ड.ठ्ठद्बष्.द्बठ्ठ पर अपलोड कर दिये गये है। यदि इन कलैक्टर रेट बारे किसी नागरिक एवं संबंधित पक्ष को कोई आपत्ति एवं सुझाव है तो वे निश्चित तिथि तक किसी कार्य दिवस में उपायुक्त कार्यालय के कमरा नंबर 325 में दें सकते है। निर्धारित तिथि तक प्राप्त आपत्तियों व सुझाव पर जिला मूल्यांकन कमेटी द्वारा अंतिम निर्णय लेकर सरकार को भेजा जाएगा।

मुख्यमंत्री की सोच अनुसार शिक्षक जिला को सक्षम बनाएं-मुुकुल कुमार

पंचकूला, 21 सितम्बर:
जिला को शिक्षा के क्षेत्र में सक्षम बनाने के लिए अक्तूबर माह में आयोजित परीक्षा हेतू जिला के  बरवाला, रायपुररानी व मोरनी सहित तीन ब्लॉकों का चयन किया गया है। इन खण्डों में लगातार अनुभवी शिक्षकों के साथ बैठकें आयोजित की जा रही हैं।
उपायुक्त मुकुल कुमार ने बताया कि शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं प्राचार्यो की बैठक आयोजित कर उन्हें निर्देश दिए गए हैं कि वे छठे राउंड में इन तीनों ब्लॉकों को सक्षम बनाएं। विद्यार्थियों का हिन्दी व गणित का लेवल बढाने के लिए हर सप्ताह टेस्ट आयोजित किए जाये तथा कम पढने वाले विद्यार्थियों के अभिभावकों से सीधा सम्पर्क स्थापित कर उन्हें प्रोत्साहित किया जाए ताकि इस राउंड में सभी खण्डों को सक्षम बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि सक्षम मिलाप कार्यक्रम काफी प्रभावी रहेगा तथा विद्यार्थियों के अभिभावक भी इसमें रूचि लेगें।
उपायुक्त ने बताया कि बरवाला ब्लॉक के लो प्रर्फोमेंस वाले 18 स्कूलों को प्राथमिकता के आधार पर लेकर विद्यार्थियों को शिक्षा मुहैया करवाई जाए। इसी प्रकार बरवाला के 6 स्कूलों में 40 प्रतिशत से नीचे शिक्षा का स्तर है तथा मोरनी में भी स्कूल इस स्तर से नीचे हैं। उन्होंने कहा कि एल-1 से एल-2 में ले जाने के लिए अच्छी तैयारी करवाएं तथा नकल रहित परीक्षाएं आयोजित करवांए।
उपायुक्त ने बताया कि मुख्यमंत्री के सुशासन सहयोगी सरोज को इन ब्लॉकों को सक्षम बनाने की जिम्मेवारी सोंपी गई हैं। वे प्रत्येक खण्ड में शिक्षकों के साथ बैठकें लेकर उन्हें सक्षम बनाने की दिशा में प्रोत्साहित कर रही हैं। उन्होंने बताया कि आज 21 सितंम्बर को रायपुर रानी ब्लॉक के शिक्षकों की बैठक लेकर सक्षम की तैयारियों के लिए जुट जाने को कहा गया है। इसी प्रकार 24 सितम्बर को बरवाला तथा 26 सितम्बर को मोरनी ब्लॉक में बैठकें आयोजित की जाएगी।
बैठक में अतिरिक्त उपायुक्त जगदीप ढांडा, एसडीएम पंकज सेतिया, जिला शिक्षा अधिकारी एचएस सैनी सहित सभी खण्ड शिक्षा अधिकारी,  प्राचार्य एवं शिक्षक उपस्थित थे।

अधिकारी अन्त्योदय सरल सेवाओं का लाभ समय पर सुनिश्चित करें-मुकुल कुमार

पंचकूला, 21 सितम्बर:
उपायुक्त ने कहा कि अन्त्योदय सरल पोर्टल के माध्यम से नागरिकों को अधिकांश सेवाएं मुहैया करवाई जा रही हैं। अधिकारी इस पोर्टल पर आई सेवाओं का निश्चित समयावधि में निराकरण कर लोगों को लाभ पहुंचाना सुनिश्चित करें ताकि सरकार की डिजिटल सेवाओं का सही क्रियान्वयन करके आम आदमी को लाभान्वित किया जा सके।
उपायुक्त जिला सचिवालय के कान्फ्रेस हॉल में आयोजित बैठक में अन्त्योदय पोर्टल पर आई सेवाओं की समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि अन्त्योदय सरल पोर्टल का नोडल अधिकारी जिला समाज कल्याण अधिकारी को बनाया गया है। नियमित रूप से इन सेवाओं की मोनिटरिंग की जा रही है। उन्होंने कहा कि विशेषकर ऋण एंव अनुदान संबधी सेवाओं के लिए बजट की दिक्कत  पेश आए तो वे अपने उच्च अधिकारियों से सीधे सम्पर्क स्थापित करके इन समस्याओं का निराकरण सुनिश्चित करें। उन्होंने बताया कि इस पोर्टल पर लगभग 120 सेवाओं का सीधा लाभ दिया जा रहा है। शीघ्र ही इन सेवाओं में और बढौतरी की जाएगी।
उपायुक्त ने बागवानी विभाग की सेवाओं की समीक्षा करते हुए बताया कि माईक्रो सूक्षम सिंचाई प्रणाली के तहत कुछ सेवाएं लम्बित हैं, उनका निराकरण आगामी सप्ताह में सुनिश्चित करें। इसी प्रकार उत्तर हरियाणा बिजली निगम की बिजली बिलों व कनैक्शन संबधी सेवाओं का निपटारा अक्तूबर माह के अंत तक करें। उन्होंने श्रम विभाग एवं एचएसआईडीसी विभाग के अधिकारियों की सेवाओं की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए कि वे उनका निराकरण जल्द से जल्द करके लोगों को उनका लाभ दिलवाएं। श्रम विभाग की 37, एचएसआईडी की 6 एवं बागवानी विभाग के 9 आवेदन लंबित हैं। इनका निपटारा इस माह में कर दिया जाएगा।
उपायुक्त ने बताया कि अन्त्योदय सरल पोर्टल को मुख्यमंत्री के सुशासन सहयोगी मोहित कुमार देख रहे हैं। यदि अधिकारियों को किसी भी प्रकार की दिक्कत पेश आती है तो वे उनसे सम्पर्क स्थापित कर सकते हैं। इस अवसर पर अतिरिक्त उपायुक्त जगदीप ढांडा, एसडीएम पंकज सेतिया, सीएमजीजीए सरोज सहित कई विभागों के अधिकारी मौजूद थे।