पंचकूला 20 सितंबर:
स्थानीय लघु सचिवालय के सभागार में राष्ट्रीय औद्योगिक अप्रेंटिशिप प्रोमोशन स्कीम की समीक्षा करने के लिए उपायुक्त मुकुल कुमार की अध्यक्षता में बैठक का आयोजन किया। इस बैठक में जिला के कई उद्योगपतियों ने भाग लिया और इस स्कीम के सफल क्रियान्यवन को लेकर अपने सुझाव एवं विचार सांझा किए।
उपायुक्त ने बताया कि आईटीआई पास युवाओं को निपुण बनाने एवं उनमें दक्षता लाने के उद्देश्य से यह योजना क्रियान्वित की गई है। इसलिए सभी उद्योगपतियों को इस कार्य में ज्यादा से ज्यादा बढचढ कर भाग लेना चाहिए ताकि प्रत्येक युवा को निपुण करके रोजगार के काबिल बनाया जा सके। उन्होंने कहा कि उद्योगों में नवीनतम तकनीकि पर आधारित उपकरणों एवं मशीनों का प्रयोग होता है। आईटीआई पास युवाओं को इन मशीनों की सही जानकारी नहीं मिल पाती। इसलिए सरकार ने यह योजना क्रियान्वित की है।
उपायुक्त ने बताया कि सरकारी विभागों में राष्ट्रीय औद्योगिक एप्रेंटिशिप प्रोमोशन स्कीम के तहत 1239 युवाओं को नियुक्त किया गया है लेकिन उद्योगों में कम युवाओं को इस योजना का लाभ दिया गया है। इसलिए उद्योगपतियों को इस कार्य के लिए आगे आना चाहिए। इस स्कीम के तहत उन्हें अर्धकुशल कारीगर मिलने के साथ साथ सरकार की ओर उन्हेें 10 प्रतिशत राशि भी मुहैया करवाई जा रही है। देशभर में वर्ष 2021 तक लगभग 50 लाख अर्धकुशल युवाओं को अप्रेंटिशिप में नियुक्त करके पूर्ण रूप से कुशल बनाया जाएगा ताकि प्रत्येक हाथ को रोजगार मिल सके। सरकारी विभागों में सफल आयोजन को लेकर पंचकूला पूरे प्रदेश में अव्वल है तथा औद्योगिक क्षेत्र में भी अग्रणीय बनाने के लिए कार्य करें।
इस स्कीम के नोडल आफिसर एवं आईटीआई के प्राचार्य भूपेन्द्र ने बताया कि इस स्कीम के तहत कार्य करने वाले युवा को पहले साल 8030 रुपये का मानदेय प्रदान किया जाता है। इसके लिए प्रत्येक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान में प्लेसमेंट सैल का गठन किया गया है। कोई भी उद्योगपति अपनी इच्छानुसार अप्रेंटिशिप लेने के लिए सैल से सम्पर्क स्थापित कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि उद्योगों में 30 नवम्बर तक एक हजार युवाओं को अप्रेंटिशिप में लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
बैठक में नगराधीश ममता शर्मा सहित उद्योगपतियों ने अपने अनुभव एवं विचार सांझा किए।