चंडीगढ़।
पंचकूला सेक्टर-20 स्थित सेब मंडी में हिमाचल के विभिन्न क्षेत्रों से सेब बिक्री के लिए आना शुरू हो गया है। हालांकि अभी सेब सीजन ने पूरी तरह र तार नहीं पकड़ी है और कम ही सेब मंडियों में पहुंच रहा है। बीते तीन-चार दिनों में करीब 7500 पेटी सेब मंडी में उतर चुका था और रोजाना करीब 2000 पेटी सेब आ रहा है। सेब सीजन के अगस्त के प्रथम सप्ताह तक पूरी तरह रफतार पकडऩे की उम्मीद है। उधर, मंडी में व्यापार करने वाले आढ़तियों, लोडर्स, सेब लेकर आने वाले सेब उत्पादकों व अन्य लोगों को किसी तरह की कोई समस्या न आए, इसके लिए पंचकूला मार्केट कमेटी ने पहले से ही सब तैयारियां कर ली हैं। मंडी में आने वालों के लिए कमेटी की ओर से शौचालय, नहाने के लिए अलग से बाथरूम, पीने के पानी के लिए वाटरकूलर व छोटी-बड़ी हर प्रकार की गाडिय़ों के लिए उचित पार्किंग व ड्राइवरों और सेब उत्पादकों के ठहरने के लिए कमरों आदि की व्यवस्था की गई है। इसके साथ ही चंडीगढ़ से पंचकूला मंडी गए आढ़तियों को वहां कोई समस्या न आए, इसके लिए भी कोई समस्या न आए इसके लिए पंचकूला मार्केट कमेटी अलग-अलग पॉलिसी बनाने की सोच रहा है। पंचकुला ग्रेन व एप्पल मार्के ट कमेटी के सचिव विशाल गर्ग ने बताया कि एप्पल सीजन शुरू होते ही भारी मात्रा में हिमाचल से सेब उत्पादक पंचकूला में सेब बेचने आते हैं जिनकी पेमेंट वैसे तो आढ़तियों द्वारा समय पर कर दी जाती है, लेकिन फिर भी अगर किसी की पेमेंट रुक जाती है या लेट हो जाती है तो हम ऐसी पॉलिसी बनाएंगे जिससे बागवानों को उनकी फसल की पेमेंट समय पर मिल जाए।
बता दें चंडीगढ़ से करीब 70-80 आढ़ती पंचकूला मंडी के लिए पलायन कर चुके हैं। इन आढ़तियों ने पंचकूला में 15 से 20 हजार रुपये प्रतिमाह किराये पर दुकानें ले रखी हैं।
सीजन शुरू होने से पहले की पूरी तैयारी
मार्केट के डायरेक्टर अश्विनी चौहान के अनुसार पिछले वर्ष पंचकूला में करीब 15 से 18 लाख पेटियां सेब आया था जिसके लिए हर रोज ४०० से ५०० छोटे-बड़े वाहन मंडी में आते थे। पिछली बार प्राकृतिक तौर पर कुछ दिक्कतें आने के चलते सेब सीजन के दौरान मंडी में 2 दिन पानी की समस्या हो गई थी, लेकिन इस बार कमेटी ने पहले ही तैयारियां कर ली हैं ताकि इस प्रकार की कोई समस्या न आए। उन्होंने बताया कि इस बार पीने के पानी के लिए 6-7 वॉटरकूलर, 9 शौचालय (नहाने के बाथरूम अलग से) बड़े पार्किंग एरिया की भी व्यवस्था की गई है ताकि वाहन पार्क करने में किसी को भी समस्या न आए।
कोट्स
पेमेंट की समस्या को लेकर हम लोडर्स का रेकॉर्ड व सिक्योरिटी रखने जैसी पॉलिसी बनाने की सोच रहे हैं जिस विषय में हम बहुत जल्द मीटिंग करेगें। मीटिंग में यदि सहमति बन पाई तो हम पॉलिसी बनाकर 1 अगस्त तक लागू भी कर सकते हैं। बाकि पॉलिसी बनने से पहले यदि सेब उत्पादक व आढ़तियों को कोई समस्या आती है तो वह हमारे पास आकर लिखित में शिकायत दे सकते हैं। हम एक सप्ताह की अवधि पूरी होने से पहले पेमेंट दिलवाएंगे ताकि हमारी मार्केट में आने वाले छोटे-बड़े किसी भी व्यापारी को कोई समस्या न आए।
विशाल गर्ग, सचिव, पंचकूला मार्केट कमेटी
सीजन के दौरान किसी उत्पादक या लोडर्स को दिक्कत न आए इसके लिए हरियाणा सरकार ने नियम बना रखा है कि कोई पुलिसवाला बिना कारण सेब लेकर आ रहे ट्रक को नहीं रोकेगा। बाकि हमारी तरफ से मंडी में 24 घंटे एक पीसीआर गाड़ी उपलब्ध करवाई गई है ताकि किसी भी व्यक्ति के साथ कोई आपराधिक घटना न घट सके।
अश्विनी चौहान, डायरेक्टर, मार्केट कमेटी
आढ़तियों के चंडीगढ़ से पंचकूला शि ट होने के बाद हरियाणा सरकार को बीते वर्ष 2 करोड़ रुपये के करीब लाभ हुआ है। सीजन 1 अगस्त से अक्तूबर अंत तक चलेगा। अब तो परमाणु और सोलन से भी आढ़ती पंचकूला में आने को तैयार हैं जिनमें से 44 ने अपनी रिजर्वेशन करवा रखी है। बाकि यों के लिए ओपन ऑक्शन करवाई जाएगी जिसमें ऑलओवर इंडिया के आढ़ती भाग लेंगे।