जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी में अगले सेमेस्टर के लिए सोमवार से रजिस्ट्रेशन भरे जाएंगे. लेकिन इस बार जेएनयू के स्कॉलर्स को रजिस्ट्रेशन फार्म भरते समय एक अंडरटेकिंग भी देना होगा. इसके मुताबिक अब स्कॉलर्स पढ़ाई के साथ-साथ नौकरी नहीं कर सकेंगे.
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने 11 जुलाई को यह सूचना जारी की है. जारी किए गए आदेश के मुताबिक सभी स्कूलों के डीन, केंद्रों के अध्यक्षों से अनुरोध किया गया है कि वे प्रत्येक छात्र से स्कूल, विशेष केंद्र या किसी भी कार्यक्रम के लिए पंजीकरण के समय हर छात्र से अंडरटेकिंग ले. इस अंडरटेकिंग के मुताबिक छात्र किसी भी सरकारी, सार्वजनिक या निजी क्षेत्र में नौकरी में नहीं होना चाहिए.
यूनिवर्सिटी प्रशासन के इस फैसले का शिक्षक और विद्यार्थी कड़ा विरोध कर रहे हैं. उनका कहना है कि यह कदम यूनिवर्सिटी के अध्यादेशों के खिलाफ है. हालांकि रेक्टर चिंतामणी महापात्रा ने से कहा कि वह सिर्फ 2016 यूजीसी गजट नोटिफिकेशन का पालन कर रहे हैं.
उन्होंने कहा, ‘यूजीसी नियमों के अनुसार, कोई पूर्णकालिक स्कॉलर कहीं भी नौकरी नहीं कर सकता है. बहुत से लोग पूरी नोटिफिकेशन नहीं पढ़ते हैं, इसलिए हम समय-समय पर चेतावनी जारी करते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘यह नियम पहले भी था, लेकिन यह बहुत स्पष्ट नहीं था. एमफिल में, अंशकालिक नौकरियों का कोई नियम नहीं है, लेकिन पीएचडी स्तर पर, यदि कोई काम करना चाहता है, तो उन्हें खुद को अंशकालिक स्कॉलर के रूप में रजिस्ट्रेशन कराना होगा. जिसका मतलब है कि उसे हॉस्टल की सुविधा का लाभ नहीं मिलेगा.’