जयपुर।
भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान प्रदेश के अध्यक्ष को लेकर अंततः पूर्ण विराम लग गया। पार्टी आलाकमान ने राज्यसभा सांसद मदन लाल सैनी को प्रदेश अध्यक्ष बना दिया है। पार्टी के इस फैसले को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की जीत के तौर पर माना जा रहा है। इससे पहले 3 अप्रैल 2018 को ही उन्हें राज्यसभा में भेजा गया था।
बीजेपी सूत्रों के मुताबिक लंबे समय से RSS से जुड़े रहे कार्यकर्ता मदन लाल सैनी को बीजेपी अध्यक्ष के पद पर ताजपोशी दे दी गई है। हालांकि, इस मामले में अभी 5 बजे तक भी पार्टी की तरफ से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की जा रही है।
आपको बता दें कि मदन लाल सैनी भेरूसिंह शेखावत के मुख्यमंत्री कार्यकाल में उदयपुरवाटी से बीजेपी के टिकट पर एक बार विधायक रह चुके हैं। इसके अलावा सैनी एक बार विधानसभा और एक बार सांसद का चुनाव भी हार चुके हैं। वो भारतीय मज़दूर संघ के लंबे अरसे तक जुड़े रहे हैं।
वर्तमान में राज्यसभा सांसद के अलावा BJP प्रदेश अनुशासन समिति के सदस्य भी हैं। मदन लाल सैनी के अध्यक्ष बनने के बाद सीधे तौर पर इसको मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की जीत करार दिया जा रहा है। बताया जा रहा है कि
मदनलाल सैनी के नाम पर सहमति बनने की सबके पहले अमित शाह और संघठन मंत्री रामलाल ने उनको बधाई देकर जानकारी दी। आपको यह भी बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष का पद बीते 75 दिन से रिक्त पड़ा हुआ है।
बीजेपी सूत्रों की मानें तो अमित शाह और रामलाल की मीटिंग के बाद यह फैसला हुआ था। इस मामले में लंबे अरसे से खींचतान चल रही थी। बताया जा रहा है कि
रामलाल ने सीएम वसुंधरा राजे को फोन कर इस फैसले की जानकारी दी। इससे पहले काफी समय तक गजेंद्र सिंह शेखावत के नाम को लेकर भी मशक्कत की गई थी।
लेकिन, शेखावत के नाम पर राज्य BJP इकाई और खुद मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के तरफ से सहमति नहीं बन पाई। आखिरकार पार्टी आलाकमान को राजे की सियासत के आगे झुकना पड़ा और अध्यक्ष का नाम बदलकर सैनी के नाम पर सहमति जताई गई।