Sunday, December 22


अभी कल ही किसी ने सोशल मीडिया पर राबर्ट वाड्रा के हवाले से कहा था,” भाई चुनाव आ गए हैं, मुझे(राबर्ट वाड्रा) भी याद कर लो”


नई दिल्ली। भगोड़े शराब कारोबारी विजय माल्या ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और वित्त मंत्री अरुण जेटली को पत्र लिखा है। विजय ने पत्र जारी करते हुए कहा है कि वो सभी बैंकों के कर्ज चुकाने को तैयार है लेकिन इसमें उसे न्यापालिका की मदद चाहिए।
विजय माल्या ने कहा कि कुछ लोग सवाल कर रहे हैं कि इस पत्र का जिक्र अब क्यों। मैं बता दूं कि मैंने 22 जून 2018 को कर्नाटक हाईकोर्ट में बयान दर्ज़ कर कहा था कि मैं अपनी संपत्ति बेच कर बैंक के सभी कर्ज चुकाना चाहता हूं।

माल्या की चिठ्टी पर मचे बवाल के बीच बीजेपी ने पलटवार किया है। बुधवार को पार्टी प्रवक्ता संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि विजय माल्या का जो पत्र लिखा है, उससे साफ है कि वह घबराया हुआ है। पात्रा ने कहा कि पत्र में विजय माल्या कह रहा है कि मुझे बैंक डिफॉल्ट केस का पोस्टर बॉय बना दिया गया है। संबित पात्रा बोले कि जबकि वो यूपीए के समय में किंग ऑफ गॉड कहा जाता था। पात्रा ने कहा कि 2011 में माल्या ने तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को शुक्रिया किया था, लेकिन अब उसकी भाषा पूरी तरह से बदल गई है।

संबित पात्रा ने विजय माल्या के बहाने रॉबर्ट वाड्रा को भी निशाने पर लिया। उन्होंने कहा कि कुछ दिनों पहले आयकर विभाग ने रॉबर्ट वाड्रा से 25 करोड़ रुपए जमा कराने को कहा था। क्योंकि उन्होंने कई नियमों का उल्लंघन किया था। जिसमें इनकम का सोर्स ना बताना, काफी बड़ी मात्रा में इनकम होना, लोन की पूरी जानकारी ना देना शामिल है। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार को बेनामी संपत्ति के लिए जाना जाता है। संबित पात्रा का कहना है कि राबर्ट वाड्रा ने 25 करोड़ जो बकाया था उसको छुपाया था। एक षड्यंत्र के तहत इस रकम को इनकम टैक्स को नहीं बताया था। यूपीए सरकार ने भी उसको देखा भी नहीं था।

आपको बता दें कि विजय माल्या ने पत्र में कहा था कि हमने कोर्ट से अनुरोध किया है कि वो न्यापालिका की देखरेख में हमारी संप्तित बेचने का आदेश जारी करें ताकि मैं बैंक के करीब 13,900 करोड़ रुपये का कर्ज अदा कर सकूं। सीबीआई और ईडी जैसी आपराधिक एजेंसियां अगर संपत्ति बेचने में बाधा उत्पन्न करती है तो मतलब साफ है कि वो मुझे बैंक डिफॉल्ट के पोस्टर बॉय के तौर पर पेश करने के एजेंडे के तहत काम कर रही हैं। उन्होंने आगे कहा, मैं बैंक के भरोसा रखने के लिए आगे भी कोशिश करता रहूंगा लेकिन अगर राजनीतिक कारणों से अगर मुझे निशाना बनाया गया तो मैं कुछ नहीं कर सकता।