Saturday, December 7
दिनेश पाठक , वरिष्ठ अधिवक्ता राजस्थान उच्च न्यायालय,एवं विश्व हिन्दू परिषद के विधि प्रमुख

 

अमेरिकी गुप्तचर एजेंसी सीआईए का देश के धार्मिक, सामाजिक,सांस्कृतिक संगठनो विश्व हिन्दुपरिषद,बजरंग दल को धार्मिक आतंकी संगठन बताना किसी देश की गुप्तचर एजेंसी की क्षमताओ पर एक प्रश्न चिन्ह लगाता है! क्या किसी देश की इंटेलिजेंस एजेंसी ईसाई मिशनरियों के बयानो के आधार पर अपनी रिपोर्ट बनाती है ? किसी संगठन को आतंकी कहने से पहले क्या उस संगठन को बारीकी से परखा नही जाना चाहिये?अगर सीआईए अपनी रिपोर्ट इस तरह तैयार करती है जैसे विश्वहिन्दु परिषद,बजरंगदल के लिये की है तो अमेरिका के लिये ही नही पूरे विश्व के लिये चिंता का विषय है और सिर्फ चिंता ही नही दुनिया के घातक है! अमेरिकी इंटेलिजेंस एजेंसी सीआईए ने विगत 4 जून को एक फैक्टबुक प्रकाशित की जिसमे उसने विश्व हिन्दु परिषद,बजरंगदल को धार्मिक आतंकी संगठन घोषित किया! अपनी फैक्टबुक मे इन दोनो संगठनो को राजनैतिक दबाब वाले समूह मे रखा है जिसका राजनीति मे सीधे तौर पर असर रहता है लेकिन ये खुद कभी चुनाव का हिस्सा नही रहते! ऐसी इंटेलिजेंस एजेसी की समझ पर तरस आता है जो किसी संगठन के चुनाव का सीधा हिस्सा न होने को आतंकी कहता हो?यह सिर्फ विश्व हिन्दुपरिषद ,,बजरंगदल या हिन्दुओ के लिये ही अपमानजनक नही बल्कि पूरे देश के लिये अपमानजनक है
अपनी रिपोर्ट से पहले कथित एजेंसी को चाहिये था कि वह इन संगठनो की सोच,कार्य का गहनता से अध्ययन करता ! इस कथित एजेंसी ने आर एस एस को राष्ट्रवादी संगठन माना है जो कि विश्व हिन्दू परिषद ,बजरंगदल का मूल संगठन है!विचारणीय प्रश्न ये है जब मूल संगठन रष्ट्रवादी संगठन है तो उसके आयाम आतंकी संगठन कैसे हो सकते है? ये प्रश्न एजेंसी की योग्यता पर सवालिया निशान है! यहां यह बता देना भी आवश्यक है कि ये सीआईए वही है जिसने ओसामा बिन लादेन को खडा करके पूरे विश्व को जिहादी आतंक की आग मे ढकेल दिया था! तो सीआइए किस आधार पर किसी देश के धार्मिक संगठन को आतंकी संगठन कह सकता है? विश्व हिन्दु परिषद,बजरंगदल धार्मिक, सामाजिक, सांस्कृतिक संगठन हैं देशभक्त संगठन है तथा इनकी गतिविधियां राष्ट्र को समर्पित है!60 हजार सेज्यादा एकल विधालय एक हजार से ज्यादा अन्य सेवाकार्य करते हुये देश के समग्र विकास को समर्पित है!बजरंगल दल देश के युवाओ के बीच काम करता है,धार्मिक क्षेत्र को अपना सहयोग तथा समाज के रचनात्मक कार्यों को सहयोग प्रदान करता है ! गौरक्षा,वनवासी लोगो का जीवन स्तर बेहतर बनाने के लिये काम करता है! इन संगठनो की गतिविधियो मे पुजारी,महन्त,साधूसंत,बडचढकर हिस्सा लेते है! ऐसे संगठन को आतंकी बताकर एक देश की गुप्तचर एजेंसी ने अपने आपको ही अयोग्य और फर्जी संस्था घोषित कर लिया! ऐसा नही है कि इन संगठनो की उल्लेखित जानकारी सीआईए के पास नही है फिर भी अनर्गल आरोप लगाना निहित स्वार्थ के कारण ही संभव है! चर्चो द्वारा हाल ही मे लिखे पत्र जिन्हे सीआईए ने ही लिखवाया और देश के ही कुछ हिन्दु विरोधी ताकतो जिनमे कुछ विपक्षी दल भी शामिल है जो देश की हिन्दू वादी सरकार को पचा नही पा रहे और न ही उनको 2019 के चुनाव मे हटाने की सम्भावना नजर आ रही ,इस षडयंत्र का हिस्सा है अमेरिकी सरकार को चाहिये की सीआईए को आदेश दे कि त्रुटि को शी्घ्र हटाये जिससे हिन्दूओ की भावनाएँ आहत न हो क्योंकि विश्व हिन्दु परिषद ,बजरंगदल सिर्फ भारत मे ही नही विश्व के अनेक देशो मे कार्यरत है साथ ही भारत की सरकार को अमेरिकी सरकार पर दबाव बनाना चाहिये कि वो सीआईए को ऐसी टिप्पणी को हटाने का आदेश दे अन्यथा कानूनी कार्यवाही की जायेगी तथा वैश्विक स्तर पर आन्दोलन किया जायेगा