Thursday, December 26
सिरसा पुलिस ने बुधवार को नकली करेंसी नोट बनाने के मामले में जिन दो लोगों को गिरफ्तार किया था उन्होंने पूछताछ में बताया है कि सोशल साईट से नकली करेंसी नोट बनाने का तरीका सीखा था।

साभार हिन्द एक्सप्रेस

पुलिस ने बुधवार को चतरगढपट्टी क्षेत्र के एक मकान पर छापा डाल कर पंच विनोद कुमार व कम्प्यूटर विशेषज्ञ बलवंत को गिरफ्तार किया था। सिरसा के पुलिस अधीक्षक हामिद अख्तर के अनुसार पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि उन्होंने सोशल साईट से नकली करेंसी नोट बनाना सीखा। पुलिस ने बुधवार को जब छापा डाला था तब बिहार निवासी इनका तीसरा साथी भी मौजूद था लेकिन वह फरार होने में सफल रहा। तीसरे साथी की पहचान कर ली गई है और उसकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे है। गिरफ्तार किए गए दो लोगों में नेजाडला कलां निवासी विनोद कुमार निर्वाचित पंचायत पंच है।

 

अभियुक्त बलवंत को कम्प्यूटर फोटो शाॅप की जानकारी थी। वह पर ही वीडियो एडिटिंग का काम करता था। उसने एक सोशल साईट से नकली नोट बनाना सीखा। उसने बाजार से अच्छी क्वालिंटी का कागज लेकर पहले सौ रूपए के दो नोट छापे। नकली नोट हूबहू हैं और उन्हें आसानी से पहचाना नहीं जा सकता। हालांकि थोडा पानी लगने पर रंग उतर जाता है। अभियुक्त अब तक 70 हजार रूपए मूल्य के नकली नोट बना चुके हैं और तीसरे साथी के जरिए कुछ नकली नोट स्थानीय बाजार में चला चुके है। अभियुक्तों के अनुसार उन्हें चालीस हजार के नकली नोट के बदले दस हजार रूपए के बसली नोट मिलने वाले थे।

 

पुलिस ने बुधवार को चतरगढपट्टी स्थित बलवंत के मकान पर छापा डालकर बलवंत और विनोद कुमार को गिरफ्तार करने के साथ 40 हजार रूपए के नकली करेंसी नोट,ऐसे 54 पेज जिन पर नकली नोट अधूरे बने हुए थे। एक कम्प्यूटर माॅनीटर,एक प्रिंटर,एक सीपीयू,नकली नोट बनाने के उपकरण व नकली नोट बनाने के काम आने वाला कागज बरामद किया था।