IPS Sanjay Beniwal joined as DGP UT

Mr. Sanjay Beniwal, IPS 

Mr. Sanjay Beniwal, IPS taking charge as DGP, UT, Chandigarh at Police Headquarters, Sector-9, Chandigarh on Wednesday, June 27, 2018.

UDTA PUNJAB still Flying

Joshi and Grewal


Congress uses Drug Abuse as  weapon to snatch power and now the situation is worse than before.


Chandigarh, June 27, 2018

Coming close on the heels of International Day against Drug Abuse and Illicit Trafficking, a Jasbir Singh, a former Army man of village Kila Kavi Santokh Singh in Taran Tarn, was brutally beaten up and his legs were broken by the drug mafia on Tuesday. Subsequently, Jasbir Singh wrote a letter in his blood to Punjab Chief Minister Capt. Amarinder Singh asking him to ‘wake up’ and act against the drug menace in the state even as the Punjab BJP leaders took a strong exception to the incident and lambasted the state government for its failure to initiate effective measures to deal with the problem.

Drugs are openly being sold in Punjab, people are dying of drug overdose, doctors and medicines are not available in rehabilitation centres, smuggler are running drugs racket from jails, drug peddlers are attacking the police and Congress MLAs- Surjit Dhiman and Harminder Singh Gill – stand testimony to it and a solider is thrashed by drug mafia for raising his voice.  All this proves that Chief Minister Capt. Amarinder Singh, who had come into power after taking an oath to end the drug menace within a month of assuming office, has failed to tackle the issue of drug abuse. This was today stated by former BJP national secretary Harjit Singh Grewal and Vineet Joshi, Chairman, Joshi Foundation while addressing a press conference organized to expose the shortcomings of the government on the drug menace front just a day after the International Day against Drug Abuse and Illicit Trafficking.

The former BJP state party secretary said, “Punjab government is not serious towards ending the problem of drug abuse in the state because the state government merely organized a single function in Jalandhar to complete the formality”.

Elaborating how the drug menace is hurting Punjab, Joshi said, “Not only people are dying due to drug overdose, but addicts are committing suicides when they don’t get drugs, they have even murdered their parents. Some have even caused fatal accidents on roads while driving on a high”.

Grewal said, “Had the Capt. Amarinder Singh government serious in curbing the drug menace, drugs wouldn’t have been easily available to jail inmates and nor would have the smugglers been able to run their racket sitting behind the bars.  Such news items appear in media on a daily basis, an inquiry is ordered but it bears no results. A government doctor posted in Ludhiana jail had clearly stated that drugs are easily accessible in Ludhiana Jail and he is forced to administer them drug laced injections. The Congress government kept mum on it”.

 “Newpapers have reported that drugs are being sold in Sensi Basti in Barnala, Chakki Dariya in Pathankot, Majri village in Ropar, Chauntra village in Ludhiana, Amritsar, Sri Muktsar Sahib, Jalalabad, Mandi Gubaya, Hoshiarpur etc. and have even pointed to a nexus between smugglers and the police. Government should reveal what steps it has taken”, he said.

The BJP leaders further said, “If the government doesn’t want to listen to the opposition or the media, it should at least listen to its MLAs who have accepted to this truth. Congress MLA from Patti Harminder Singh Gill had admitted in a three-minute video that drugs have reached every household in Punjab. Another Congress MLA Surjit Singh Dhiman announced in a public function that drugs are being openly sold in Punjab owing to the nexus between political leaders and government officers”.

“Capt. Amarinder Singh should at least hear to former PM Manmohan Singh who on December 24, 2017 stated in Anandpur Sahib that efforts to curb drug menace in Punjab will always fall short. The gist was that drugs are being sold in Punjab and the efforts to curb it will fall short”, said Joshi and Grewal.

“Punjab’s health minister Brahm Mohindra celebrates International Day against Drug Abuse on one hand and fails to provide ‘anti-drug’ medicines to government centres. Special drug rehabilitation centres have been opened for women but the existing centres are devoid of drugs, doctors and funds”.

Drug peddlars in Punjab have become bold enough to attack the police, leave aside nabbing them. Be it the incident from Samrala Chowk in Ludhiana, village Dulenwala in Moga or Amritsar- the government is helpless in front of the drug mafia.

“Recently a four-minute audio of two peddlers went viral on the social media which talks about ‘blessings’ of Congress leader including a Congress MLA. The chief minister should answer as to why no inquiry was initiated into the audio clipping”, asked the BJP leaders.

 Joshi and Grewal demanded that the SHO of the concerned police station should be suspended if a death is reported due to drug overdose in the area. Similiary, the DSPs and the SPs should be suspended if drug related deaths are reported in around 50 percent area under their authority. “Only then the drug menace will be curbed, otherwise it would look like a mere eyewash”, they added.

कुलदीप जी के पास विधानसभा जाने का वक्त नहीं, सीएम साहब ने आईना दिखाया तो मिर्ची लग गई -जवाहर यादव

जितना भजनलाल परिवार के लोग पिछले तीन दिनों में अखबारों, टीवी और सोशल मीडिया पर बोले हैं, उतना 4 साल में परिवार के दोनों विधायक कुल मिलाकर भी वहां नहीं बोले जहां उन्हें बोलना चाहिए था। विधानसभा में कुलदीप बिश्नोई और रेणुका बिश्नोई की हाजिरी और सक्रियता हरियाणा के लोग देखेंगे तो कह उठेंगे कि ऐसे विधायक भगवान किसी को ना दे।
अब तक हरियाणा में भाजपा की सरकार बनने के बाद हुए विधानसभा सत्रों में बिश्नोई दंपति की हाजिरी 33% भी नहीं है जिसे किसी भी परीक्षा में पास होने के लिए अनिवार्य माना जाता है। अब तक हुई 66 बैठकों में से कुलदीप बिश्नोई 21(32%) बार और रेणुका 19(29%) बार विधानसभा पहुंचे हैं। यानी सत्र के दो तिहाई वक्त तो उन्होंने विधानसभा जाना जरूरी ही नहीं समझा और बर्बाद कर दिया।
जब जाते हैं तब भी कुलदीप व रेणुका बिश्नोई अक्सर हाज़िरी लगाकर लौट आते हैं। सैशन कई घंटे चलता है लेकिन ये मेहमान कुछ मिनटों में ही फुर्र हो जाते हैं।
इन दोनों की सक्रियता का अंदाजा आप इस बात से भी लगा सकते हैं कि कुलदीप जी ने आज तक एक भी ध्यानाकर्षण प्रस्ताव नहीं दिया है जबकि उनकी पत्नी ने भी सिर्फ 4 ऐसे प्रस्ताव दिए हैं। जबकि विपक्ष व सत्ता पक्ष के अन्य विधायक ऐसे दर्जनों प्रस्ताव देते रहे हैं।
कुलदीप बिश्नोई तो इतने महान हैं कि अब तक 4 साल में उनकी तरफ से विधानसभा में सवाल भी बस 1 पूछा गया है। इन साहब का अतारांकित प्रश्नों में खाता ही नहीं खुला जबकि तारांकित प्रश्नों में इनके लगाए 4 सवालों में से 1 को ही पूछने लायक माना गया। मान गए, कमाल के नेता हैं कुलदीप बिश्नोई।
रेणुका जी से हाथ जोड़ प्रार्थना है जो कुलदीप जी ने ट्रक भर पत्र सीएम साहब को लिखे थे वो भी मीडिया को दिखा दे ट्रक की व्यवस्था में कर दूँगा जो उन पत्रों की फ़ोटो कॉपी चंडीगढ़ ला सके ।
तो अब आप समझ सकते हैं कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल द्वारा सच का सामना करवाए जाने पर कुलदीप-रेणुका इतने परेशान क्यों हो उठे। जो इन्सान अपने किसी भी दायित्व में ईमानदार ना हो, जिसमें संघर्ष की इच्छाशक्ति ना हो, जो आरामपरस्त हो चुका हो और बस मुख्यमंत्री बनने का ख्वाब पाले दिन काट रहा हो, उसको लेकर जनता भी देर-सवेर भी सच का सामना करेगी ही।

चेन झपटमारी में पुलिस ने पुलिस को पकड़ा

 

चंडीगढ़।

सिटी ब्यूटीफुल में पिछले काफी दिनों से चेन स्नैचिंग को लेकर मामला गर्माया हुआ था। यहां तक की हाईकोर्ट ने फटकार भी लगाई थी। पंजाबी में एक कहावत है कि बाड़ ही खा गई खेत, अर्थात जब जब रक्षक ही भक्षक बन गए है तो चेन स्नैचिंग कहां से रूकेगी। खाकी वर्दी एक बार फिर सवालों के घेरे में घिरती नजर आ रही है।

ध्यान रहे कि बीते  25 जून को एक्टिवा सवार महिला से चेन स्नैचिंग हुई थी जिसमें महिला ने पुलिस शिकायत में बताया था कि वह किसी घरेलू काम से शहर में जा रही थी लेकिन सेक्टर 22 के नुक्कड़ ढाबे के पास पहुंचते ही वह चैन स्नैचिंग की शिकार हो जाती है। यह चेन स्नैचिंग किसी आपराधी ने नहीं बल्कि यह एक खाकी वर्दीधारी सिपाही ने किया था। जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकड़े  गये आरोपी की पहचान अर्शजदीप सिंह पुत्र निर्मल सिंह के रूप में हुई है। जो पंजाब पुलिस के तौर पर मोहाली के सुहाना थाने में तैनात है। हालांकि पुलिस आरोपी के पास से चैन भी बरामद कर ली है।

पुलिस के लिए शर्मनाक…

अब लोग किसके उपर भरोसा करे अगर एक खाकी वर्दी में दिख रहा भी आरोपी हो सकता है, वह चैन स्नैचिंग कर सकता है। तो लोग किसके पास अपनी दुख लेकर जाएंगे। वहीं पीडि़त महिला का कहना है कि मै जब पुलिस के लोगों को देखती हूं तो मेरे अंदर बने डर खत्म हो जाते है लेकिन मुझे क्या पता था कि एक रक्षक ही भक्षक बन जाएगा। यह इमानदार पुलिस के लिए बहुत ही शर्म की बात है।

राष्ट्रमंडल खेलों में पदक विजेताओं को जिला स्टार पर सम्मानित किया जाएगा : विज

 

चंडीगढ़।

हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज ने कहा कि राष्ट्रमंडल खेलों में पदक विजेता सभी खिलाडिय़ों को जिला स्तर पर आयोजित सम्मान समारोह में पुरस्कृत किया जाएगा, जिनमें मंत्री व विधायक मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत करेंगे। इस संबंध में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने स्वीकृति प्रदान कर दी है। खेल मंत्री ने कहा कि सभी खिलाडिय़ों को पुरस्कार की पूरी राशि दी जाएगी। इसमें किसी प्रकार की कटौती नही होगी, जिसकी मुख्यमंत्री ने ‘वन टाईम’ मंजूरी प्रदान कर दी है। उन्होंने कहा कि सभी जिला उपायुक्तों को निर्देश दिये गए हैं कि वे अपने जिलों से आने वाले खिलाडिय़ों को पुरस्कृत करने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन करें।

विज ने एक अन्य प्रश्न के उत्तर में कहा कि कांग्रेस कभी लोकतांत्रिक एवं लोकतंत्र में विश्वास करने वाली पार्टी नही रही है। कांग्रेस ने 1975 में आपातकाल के माध्यम से न केवल प्रजातंत्र की हत्या की थी बल्कि देश में अराजकता का माहौल बना दिया था। उन्होंने कहा कि यह सब कांग्रेस के डीएनए में ही शामिल है तभी तो आज तक कांग्रेस में कभी आंतरिक लोकतंत्र नही रहा है और एक ही परिवार की सेखियां गाते हुए कांग्रेसियों का समय निकल रहा है। इतना ही नही कांग्रेस स्वैधानिक संस्थाओं को कमजोर करने में पीछे नही रहती है।

Okhla Jungle Murder Mystery Solved 3 Arrested


Police said some parts of the body, including the head and hands, were dumped separately in plastic bags, while the torso was kept inside the carton.


Delhi Police have arrested an engineer and his two brothers for allegedly killing his wife and chopping her body into seven parts, which they then dumped at a jungle near Okhla. Police claimed the man, a resident of Shaheen Bagh, was having an extramarital affair, and hatched a plan to eliminate his wife. Police said they got a crucial lead when they discovered a sticker of ‘Movers and Packers’ on the carton in which the body parts were stuffed.

DCP (southeast) Chinmoy Biswal confirmed that Sajid Ali Ansari alias Babloo (26), Mohammad Ishteyaque Alam Ansari (28), and Mohammad Hasmat Ali Ansari (46) were arrested on Monday in connection with the murder of Sajid’s wife Juhi, whose dismembered body was recovered on June 21. Police said some parts of the body, including the head and hands, were dumped separately in plastic bags, while the torso was kept inside the carton.

Police said the woman’s face had been “damaged”, which made it hard for them to identify her. First, we tried to establish her identity through local intelligence, but it yielded no results. The carton in which the body was kept had the name of a company. The police team located the address of this company and found that it was located in Gurgaon.

Through company records, it came to light that a consignment had been delivered to one Javed. “Javed told us that he owns a flat in Shaheen Bagh in southeast Delhi, which he had rented out to Sajid and his brother Ishtiyaque, who vacated it recently. He told police the carton was kept in his flat,” said DCP Biswal. Police then picked up Mohammad Hasmat Ali, who led them to Sajid and Ishteyaque.

According to police, during questioning, Sajid admitted that he had married Juhi, who hails from Bihar’s Chhapra, in 2014. Juhi had pursued BA Hons (Psychology) from Chhapra, while Sajid was a BTech in mechanical engineering from Kurukshetra University. The couple had two kids. In 2016, they came to Delhi, though Sajid did not have a permanent job. He had completed his engineering course, but was doing temporary jobs with help from his brothers.

“Given their poor economic condition, regular quarrels would take place between the couple. Sajid also became close to another woman from Bihar’s Champaran, and decided to get rid of Juhi,” said Biswal, adding that the accused purchased a dagger to kill her.

According to police, on the night of June 20, Sajid allegedly strangulated Juhi and called Ishtiyaque, who helped him to chop the body. Then put the body parts into plastic bags and the carton, police said. Police alleged Hasmat helped arrange a Maruti Ertiga car to help dispose of the body.

कुछ लोग 28 जून को प्रदर्शन करने के नाम पर सिख समाज को भ्रमित कर रहे हैं : बख्शीश सिंह विर्क

चंडीगढ़, 27 जून

हरियाणा के निवर्तमान मुख्य संसदीय सचिव एवं असंध विधानसभा क्षेत्र से विधायक श्री बख्शीश सिंह विर्क ने कहा कि कुछ लोग 28 जून को प्रदर्शन करने के नाम पर सिख समाज को भ्रमित कर रहे हैं ,सिख समाज को ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए।
श्री विर्क ने सिख समाज के प्रतिनिमंडल के साथ हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल से मुलाकात की। प्रतिनिमंडल ने मुख्यमंत्री को अपनी मांगों का एक ज्ञापन भी सौंपा।
विधायक ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा बाबा बंदा सिंह बहादुर के नाम पर कई योजनाओं एवं संस्थाओं का नाम रखा जा रहा है। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया है शाहबाद (कुरूक्षेत्र) से बराड़ा को जाने वाली सडक़ का नाम बाबा बंदा सिंह बहादुर के नाम रखा जाएगा। इसके अलावा हरियाणा सरकार ने यमुनानगर में कपाल मोचन द्वार का नाम भी बाबा बंदा सिंह बहादुर के नाम पर रखे जाने का निर्णय लिया है।
उन्होंने कहा कि हमारी सरकार बाबा बंदा सिंह बहादुर को पूरा मान-सम्मान दे रही है, परंतु कुछ लोग सिख समाज को 28 जून के प्रदर्शन के लिए बहका रहे हैं ,इसलिए ऐसे लोगों से सिख संगत को बचकर रहना चाहिए।
विधायक श्री बख्शीश सिंह विर्क के साथ मुख्यमंत्री से मिलने वाले प्रतिनिधिमंडल में बाबा सुखा सिंह करनाल, बाबा गुरमीत सिंह जुंडला, सरदार इंद्रपाल सिंह करनाल, सरदार भूपेंद्र सिंह सदस्य एसजीपीसी, सरदार बलकार सिंह असंध, सरदार जसपाल सिंह, सरदार गुरतेज सिंह खालसा, सरदार देविंदर सिंह व सरदार मनमोहन सिंह भी शामिल थे।

यू एन की रिपोर्ट प्रायोजित है : जन. रावत


यूएन की इस रिपोर्ट में कश्मीर मे कथित मानवाधिकार हनन की बात कही गई थी


भारतीय थल सेना के अध्यक्ष बिपिन रावत ने बुधवार को संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट की कड़ी निंदा की है और इसे प्रेरित बताया. रावत ने कहा कि इस मानवाधिकार रिपोर्ट के बारे में बात करने की जरूरत नहीं है. भारतीय सेना का मानवाधिकार में रिकॉर्ड बहुत ऊपर है. ऐसी रिपोर्ट्स प्रेरित होती हैं.’

दरअसल यूएन की इस रिपोर्ट में कश्मीर मे कथित मानवाधिकार हनन की बात कही गई थी. इस रिपोर्ट के बारे में बात करते हुए रावत ने कहा कि ससे पहले विदेश मंत्रालय ने कहा था, ‘भारत इस रिपोर्ट को खारिज करता है. यह भ्रामक, पक्षपातपूर्ण और प्रेरित है. हम ऐसी रिपोर्ट की मंशा पर सवाल उठाते हैं.’

मंत्रालय ने कहा था, यह रिपोर्ट काफी हद तक अपुष्ट सूचना को चुनिंदा तरीके से एकत्र करके तैयार किया गया है. मंत्रालय ने कहा कि यह रिपोर्ट भारत की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का उल्लंघन करती है. सम्पूर्ण जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है. पाकिस्तान ने भारत के इस राज्य के एक हिस्से पर अवैध और जबरन कब्जा कर रखा है.’

यूएन ने कश्मीर और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर दोनों में कथित मानवाधिकार उल्लंघन पर अपनी तरह की पहली रिपोर्ट गुरुवार को जारी की और इन उल्लंघनों की अंतरराष्ट्रीय जांच कराने की मांग की. वैश्विक मानवाधिकार निगरानी संस्था ने पाकिस्तान को शांतिपूर्ण कार्यकर्ताओं के खिलाफ आतंक रोधी कानूनों का दुरूपयोग रोकने और असंतोष की आवाज के दमन को भी बंद करने को कहा.

एक साथ चुनाव कराने के पक्षधर हैं : नवीन पटनायक

 

 

फाइल फोटो


ओडिशा के मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का एक जरूरी हिस्सा है, लेकिन लगातार चुनाव जनता के विकास कार्यों में बाधा पैदा करते हैं


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक साथ चुनाव कराने के पक्षधर हैं. इसी के चलते उन्होंने अलग-अलग राज्यों के मुख्यमंत्रियों से एक साथ लोकसभा और राज्य विधानसभा चुनाव कराने पर सुझाव मांगे थे. जिस पर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सकारात्मक रुख दिखाते हुए इस विचार का समर्थन किया है.

मंगलवार को ओडिशा के मुख्यमंत्री ने कहा कि चुनाव लोकतंत्र का एक जरूरी हिस्सा है, लेकिन लगातार चुनाव जनता के विकास कार्यों में बाधा पैदा करते हैं. उन्होंने कहा ‘हम जनता द्वारा काम करने के लिए चुन कर आते हैं, लेकिन साल भर चुनाव होने के कारण हम काम नहीं कर पाते.’ इसी के साथ पटनायक ने कहा ‘इसलिए हम प्रधानमंत्री मोदी के एक साथ चुनाव कराने के विचार का समर्थन करते हैं.’

एक रिपोर्ट में दावा किया गया था कि भारत में हर साल चार या पांच चुनाव होते हैं. इन चुनावों के कारण राज्यों में आचार संहिता लागू हो जाती है. जिस के कारण तमाम सरकारी कामकाज बाधित हो जाते हैं.

शाह करेंगे बंगाल में रण घोष


ममता बनर्जी सरकार में कानून-व्यवस्था खराब होने का मुद्दा उठाकर उन्हें घेरने की कोशिश हो रही है. बीजेपी को लगता है कि राज्य में अराजकता के कारण हो रही राजनीतिक हत्या और खराब कानून-व्यवस्था बड़ा मुद्दा है.


बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह 27 जून को दो दिवसीय दौरे पर पश्चिम बंगाल पहुंच गए हैं. इस दौरान अमित शाह दो दिनों तक राज्य में पार्टी की रणनीति पर भी चर्चा करेंगे और कई कार्यक्रमों में भी शिरकत करेंगे. बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को बड़ी लड़ाई के लिए तैयार करना है.

27 जून को शाम साढ़े पांच बजे अमित शाह कोलकाता के जी.डी बिड़ला ऑडिटोरियम में बंकिम चंद्र चटोपाध्याय की जयंती के मौके पर कार्यक्रम में मौजूद रहेंगे, जिसमें उनकी बुद्धिजीवियों के साथ मुलाकात होगी. यहां उनका  संबोधन भी होगा. इस कार्यक्रम के पहले उनकी बीजेपी आईटी सेल के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक होगी. शाह इस दौरान सोशल मीडिया में पार्टी की पकड़ मजबूत करने और टीएमसी को मात देने की रणनीति पर टिप्स देंगे. इस दिन वो कोलकाता में ही रुकेंगे.

अगले दिन सुबह पुरुलिया दौरे पर जाने से पहले 51 शक्तिपीठों में से एक तारापीठ में जाकर देवी के दर्शन करेंगे. वीरभूम जिले में तारापीठ में पूजा के बाद शाह यहां भी पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ एक बैठक करेंगे.

पंचायत चुनाव

बीजेपी अध्यक्ष पुरुलिया में बूथ स्तर के कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे जिसके बाद पार्टी की तरफ से एक बड़ी रैली को संबोधित करेंगे. अमित शाह के पुरुलिया में ही रैली करने के पीछे वहां बीजेपी की मजबूत स्थिति को बताया जा रहा है. बीजेपी के एक नेता ने इस बारे में फ़र्स्टपोस्ट से बातचीत में बताया ‘पुरुलिया और अलीपुर द्वार जिले में अभी हाल ही में हुए पंचायत चुनाव में बीजेपी को सबसे ज्यादा सफलता मिली थी. इसलिए पुरुलिया को ही अमित शाह की रैली और किसी एक बूथ स्तर पर पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलने का कार्यक्रम रखा गया है.’

फाइल फोटो

अपने पुरुलिया के दौरे में अमित शाह बीजेपी के उन कार्यकर्ताओं के घरवालों से भी मुलाकात करेंगे जिनकी हाल में हत्या कर दी गई थी. अभी कुछ दिन पहले ही 31 मई और 2 जून को बीजेपी के दो कार्यकर्ता 35 साल के दुलाल कुमार और 20 साल के त्रिलोचन महतो फांसी के फंदे से झूलते हुए मृत अवस्था में मिले थे. बीजेपी का आरोप है कि इनकी हत्या राजनीतक कारणों से की गई है. अमित शाह के पुरुलिया में इन पीड़ित परिवारों से मुलाकात के बाद बीजेपी ममता बनर्जी के कुशासन को मुद्दा बनाकर माहौल को और गरमाने की तैयारी में है.

हालांकि शाह के पश्चिम बंगाल के दौरे के वक्त उनके काफिले के रास्ते में टीएमसी और ममता बनर्जी के पोस्टर पटे पड़े हैं. अमित शाह के आगमन से पहले ही बीजेपी और टीएमसी में पोस्टर वार तेज हो गया है. बीजेपी नेता संबित पात्रा ने शाह के रूट में ममता के पोस्टर पर तंज कसते हुए कहा, ‘वहां तानाशाही राज चल रहा है. ये वही ममता बनर्जी हैं जो दशहरा का मूर्ति विसर्जन रोक देती हैं. ये वही ममता बनर्जी हैं जो रामनवमी के जुलूस को रोक देती हैं. पात्रा का दावा है कि बंगाल की जनता सब देख रही है वो इसका जवाब देगी.’

दरअसल, बीजेपी ने पश्चिम बंगाल में अपने लिए लोकसभा चुनाव में जीत के लिए 22 सीटों से ज्यादा का लक्ष्य तय किया है. राज्य की कुल 42 लोकसभा सीटों में से फिलहाल बीजेपी के पास महज दो सीटें हैं. आसनसोल से केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रीयो जबकि दार्जिलिंग से केंद्रीय मंत्री एस.एस अहलुवालिया बीजेपी के टिकट पर चुनाव जीतने में सफल रहे हैं. राज्य की सत्ताधारी टीएमसी के खाते में 34 जबकि सीपीएम और कांग्रेस के खाते में दो-दो सीटें हैं.

लेकिन, बीजेपी अब इस आंकड़े को बढ़ाना चाहती है. बीजेपी को भरोसा है कि आने वाल  दिनों में अब पश्चिम बंगाल के भीतर उसकी बढ़ती ताकत का असर होगा और वो राज्य में ममता बनर्जी को मात देने में सफल होगी. हालांकि बीजेपी ने अपने लिए मिशन 22+ यानी कुल 42 सीटों में से आधे से अधिक का लक्ष्य रखा है.

लेकिन, बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव और बंगाल के प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय का दावा है यह लक्ष्य आसानी से हासिल किया जा सकेगा. पत्रकारों से बातचीत में उन्होंने बताया कि इस वक्त बंगाल में जो हालात हैं उससे राज्य सरकार के खिलाफ माहौल है और अराजकता की स्थिति के कारण लोग टीएमसी से नाखुश हैं, लिहाजा बीजेपी की ताकत में जबरदस्त इजाफा हो रहा है और पार्टी लोकसभा चुनाव में 22 से भी ज्यादा सीटें जीत सकती है.’

बीजेपी को पंचायत चुनाव में मिली सफलता के बाद उम्मीदें बढ़ गई हैं. अभी हाल ही में हुए पंचाय चुनाव में पार्टी को सात हजार के लगभग सीटों पर जीत मिली थी. पार्टी नेताओं का मानना है कि अगर ईमानदारी पूर्वक साफ-सुथरा चुनाव कराया गया होता तो उनकी सीटों की संख्या बीस हजार को भी पार कर जाती.

बीजेपी ने फिलहाल संगठन पर फोकस सबसे ज्यादा किया है. अमित शाह के फॉर्मूले के तहत बूथ मैनेजमेंट पर सबसे ज्यादा जोर दिया जा रहा है. इसके लिए पार्टी की तरफ से हर बूथ पर समर्पित कार्यकर्ताओं को तैयार किया जा रहा है. बीजेपी का दावा है कि अबतक 77,000 के करीब पोलिंग बूथों में करीब 65 फीसदी पर कार्यकर्ताओं को तैयार करने का काम पूरा कर लिया गया है.

पार्टी सूत्रों के मुताबिक, इस कोशिश में टीएमसी से बीजेपी में आए वरिष्ठ नेता मुकुल रॉय की भूमिका सबसे अधिक है. पार्टी के पूरे बंगाल में जमीनी स्तर पर कार्यकर्ता तैयार करने में मुकुल रॉय लगे हुए हैं.

दूसरी तरफ, बीजेपी दिल्ली से लेकर पश्चिम बंगाल तक ममता बनर्जी पर दबाव बनाने की कोशिश में है. दिल्ली में पार्टी नेताओं का टीएमसी के दफ्तर के बाहर कई बार धरना हो चुका है, जबकि राज्य में हर रोज चार जिलों में टीएमसी दफ्तर के बाहर धरना दिया जा रहा है. इन चार धरनों का नेतृत्व चार बड़े नेता कर रहे हैं जिनमें राज्य बीजेपी अध्यक्ष राहुल सिन्हा, पूर्व अध्यक्ष दिलीप घोष, मुकुल रॉय के अलावा चौथे धरने का नेतृत्व कोई पूर्व विधायक या कोई बड़ा नेता करता है.

ममता बनर्जी सरकार में कानून-व्यवस्था खराब होने का मुद्दा उठाकर उन्हें घेरने की कोशिश हो रही है. बीजेपी को लगता है कि राज्य में अराजकता के कारण हो रही राजनीतिक हत्या और खराब कानून-व्यवस्था बड़ा मुद्दा है. इसके अलावा महिला सुरक्षा और बेराजगारी के मुद्दे को भी बीजेपी बड़ा मुद्दा बना रही है, लेकिन, ममता बनर्जी पर मुस्लिम तुष्टीकरण करने का आरोप लगाकर बीजेपी राज्य में ध्रुवीकरण की भी पूरी कोशिश में जुट गई है. पार्टी को उम्मीद है कि दूसरे राज्यों से संभावित लोकसभा सीटों की भरपाई बंगाल से पूरी होगी. अमित शाह की एक्ट ईस्ट पॉलिसी की सफलता भी नॉर्थ-ईस्ट के अलावा पश्चिम बंगाल की सफलता से ही तय होगा.