सुरजेवाला का कोई मानसिक एवं राजनैतिक स्तर नही है: विज

चंडीगढ़, 10 जुलाई

हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि यदि दुष्यंत चौटाला उनके कथित आरोपों के दस्तावेज उपलब्ध करवाते हैं तो उसकी पूरी जांच करवाई जाएगी तथा किसी भी दोषी को छोड़ा नही जाएगा।
श्री विज ने आज यहां पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए कहा कि इनेलो के दुष्यंत चौटाला एक भ्रमित व्यक्ति है, जिनको स्वयं नही पता कि वह क्या कह रहे हैं और क्या कहना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि दुष्यंत हर बार अलग-अलग ब्यान दे रहा हैं। वह कभी लोकल परचेज में 100 करोड़ रुपये का घोटाला बता रहा है, तो कभी एनएचएम में 300 करोड़ का तथा कभी किसी और में बड़ा घोटाला होने का अंदेशा प्रकट कर रहा हैं। इसलिए उनकी बातों पर विश्वास नही किया जा सकता है, इसके बावजूद भी यदि वह सरकार को दस्तावेज उपलब्ध करवाएगें तो उसकी पूरी जांच करवाई जाएगी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कांग्रेस के रणदीप सिंह सुरजेवाला के ब्यान को हास्यस्पद करार देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री से बहस के लिए एक स्तर होना चाहिए परन्तु सुरजेवाला का कोई मानसिक एवं राजनैतिक स्तर नही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने ही अपने करीब 60 वर्ष के शासन के दौरान न केवल खेती को बर्बाद किया है बल्कि किसानों को खुदकुशी करने के लिए मजबूर कर दिया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने जब किसानों को उनकी फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य को डेढ गुणा किया है तो कांग्रेस को यह हजम नही हो पा रहा है।
क्रमांक 2018

22 जुलाई को टोहाना में विशाल रैली से शुरू होगा चौथे चरण की यात्रा

चण्डीगढ़, 10 जुलाई।

होडल, पानीपत और मेवात में भूपेन्द्र सिंह हुड्डा की जनक्रांति यात्रा को मिले जबरदस्त जनसमर्थन के बाद अब चौथे चरण की यात्रा कि तैयारी युद्ध स्तर पर चल रही है। जनक्रांति यात्रा का यह चरण 22 जुलाई को फतेहाबाद जिले के टोहाना से शुरू हो रहा है। इस दिन होडल, समालखा और पुन्हाना की तर्ज पर टोहाना में एक बड़ी रैली का आयोजन किया जा रहा है।

इस यात्रा की सफलता के लिये सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा ने 22 जुलाई तक अपने अन्य सभी कार्यक्रमों को स्थगित कर कर्यकर्ता सम्मेलनों और जनसभाओं के आयोजन का तूफानी कार्यक्रम बनाया है। वे 13 जुलाई को बरवाला, 14 जुलाई को उकलाना, 15 जुलाई को नारनौंद व हांसी, 16 जुलाई को रतिया, 17 जुलाई को डबवाली, 18 जुलाई को रानिया, 19 जुलाई को टोहाना और 20 जुलाई को जींद में कार्यकर्ता सम्मेलनों तथा जनसभाओं के माध्यम से जनता को टोहाना रैली में पहुँचने के लिये प्रेरित करेंगे।

इसके अतिरिक्त पूर्व विधानसभा अध्यक्ष डॉ रघुबीर सिंह कादयान को जनक्रांति यात्रा के चौथे दौर का प्रभारी बनाया गया है, उनके साथ श्रीमती गीता भुक्कल, पूर्व सांसद श्री शादीलाल बत्रा, पूर्व मंत्री श्री सतपाल सांगवान को भी जिम्मेदारी सौंपी गयी है।

कांग्रेस के कई वरिष्ठ विधायक तथा नेताओं को टोहाना के साथ लगते विधानसभा चुनाव क्षेत्रों में जनता को रैली में पहुँचने के लिये निमंत्रण देने का काम सौंपा गया है। विधायक आनन्द सिंह दांगी को जुलाना तथा नारनौंद, विधायक जयतीर्थ दहिया को बरवाला, विधायक जयवीर बाल्मीकि तथा पूर्व विधायक सन्त कुमार को उचाना, विधायक श्री जगबीर सिंह मलिक व विधायक श्रीकृष्ण हुड्डा को नरवाना तथा सफीदों, विधायक शकुंतला खटक व जयदीप धनखड़ को उकलाना, पूर्व मंत्री कृष्णमूर्ति हुड्डा को रतिया, पूर्व विधायक भारत भूषण बत्रा को हिसार, भीमसेन मेहता को फतेहाबाद से 22 जुलाई को टोहाना में होने वाली रैली के लिये भीड़ जुटाने का काम सौंपा गया है। डॉ रघुबीर सिंह कादयान यात्रा प्रभारी के अतिरिक्त हांसी हलके से ज्यादा से ज्यादा लोगों को रैली में पहुँचाने का काम भी देखेंगे।

पाँचवे तथा छठे चरण की जनक्रांति यात्रा के लिये क्रमशः महेंद्रगढ़ और यमुनानगर जिलों का चयन किया गया है जिसका विस्तृत कार्यक्रम तथा प्रभारी नेताओं की सूची शीघ्र जारी कर दी जायेगी।

मोदी जी को न्यूनतम समर्थन मूल्य के झूठ व फ़रेब पर चर्चा करने की खुली चुनौती


वादा था ‘‘लागत+50 %’’ समर्थन मूल्य का देंगे मौका, अब ‘झूठे ठुमके’ लगा कर रहे अन्नदाता से धोखा

झूठ की बुवाई – जुमलों का खाद, वोटों की फसलें – वादे नहीं याद, झांसों का खेल – मोदी सरकार फेल


साल 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले प्रधानमंत्री, श्री नरेंद्र मोदी ने कुरुक्षेत्र व पठानकोट की भूमि पर आयोजित जनसभाओं में देश के किसान को ‘लागत+50% मुनाफा’ की सार्वजनिक घोषणा की, जिसे प्रधानमंत्री ने पूरे देश में दोहराया। भाजपा ने अपने 2014 के घोषणापत्र के पृष्ठ 44 पर बाकायदा किसान को ‘लागत + 50 % मुनाफा’ देने का वायदा अंकित किया। सच्चाई यह है कि 4 सालों से लागत+50 % मुनाफा का ‘न्यूनतम समर्थन मूल्य’ की बिसात पर मोदी सरकार कभी खरी नहीं उतरी।

हार की कगार पर खड़ी मोदी सरकार ने 4 जुलाई, 2018 को ‘समर्थन मूल्य’ की झूठ को ‘एक राजनैतिक लॉलीपॉप’ के जुमले की तरह देश को पेश करने का छल किया। हरियाणा के मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री ने तो ‘झूठे ठुमके’ लगाकर किसानों को बरगलाने व बेशर्मी की एक नई मिसाल बना डाली। दूसरी तरफ, चाटुकारिता की दौड़ में एक कदम और आगे बढ़ाते हुए बादल परिवार ने तो समर्थन मूल्य की झूठी शान बघारने के लिए मलोट, पंजाब में 11 जुलाई, 2018 को प्रधानमंत्री की धन्यवाद जनसभा तक रख डाली।

सच तो यह है न समर्थन मूल्य मिला, न मेहनत की कीमत। न खाद/कीटनाशनक दवाई/बिजली/डीज़ल की कीमतें कम हुईं और न ही हुआ फसल के बाजार भावों का इंतजाम। क्या झूठी वाहवाही लूटने, अपने मुंह मियाँ मिट्ठू बनने, ढ़ोल- नगाड़े बजाने व समाचारों की सुर्खियां बटोरने से आगे बढ़ मोदी जी व हरियाणा/पंजाब के भाजपाई-अकाली दल नेतागण देश को जवाब देंगे:-

1. ‘कृषि लागत एवं मूल्य आयोग’ (commission for agricultural costs and prices) की 2018-19 की रिपोर्ट के मुताबिक (संलग्नक A1) खरीफ फसलों की कीमत ‘लागत+50% मुनाफा के आधार’ पर निम्नलिखित होनी चाहिए –

Cost+50% as per CACP recommendations for year 2018-19 (Rs/Qtl. Cost+50% (Rs/Qtl.) MSP actually given for Kharif 2018-19 (Rs/Qtl.) Difference of ‘Cost+50%’ & MSP (Rs/Qtl.)
Paddy
1560 2340 1750 590
Jowar
2138 3274.5 2430 844.5
Ragi
2370 3555 2897 658
Maize
1480 2220 1700 520
Arhar
4981 7471.5 5675 1796.5
Moong
6161 9241.5 6975 2266.5
Urad
4989 7483.5 5600 1883.5
Ground Nut
4186 6279 4890 1389
Sunflower
4501 6751.5 5388 1363.5
Soyabean
2972 4458 3399 1059
Cotton
4514 6771 5150 1621

04 जुलाई, 2018 को मोदी सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम समर्थन मूल्य ‘लागत+50%’ की शर्त को कहीं भी पूरा नहीं करता। यह किसान के साथ धोखा नहीं तो क्या है?

20 जून, 2018 को नमो ऐप पर किसानों से बातचीत करते हुए खुद मोदी जी ने ‘लागत+50%’ का आंकलन ‘C2’ के आधार पर देने का वादा किया (http://www.hindkisan.com/video/pm-modis-interaction-with-farmers-via-namo-app/)। स्पष्ट तौर पर कहा कि किसान के मज़दूरी व परिश्रम + बीज + खाद + मशीन + सिंचाई + ज़मीन का किराया आदि शामिल किया जाएगा। फिर वह वायदा आज जुमला क्यों बन गया?

अगर चार वर्षों में ‘लागत+50%’ मुनाफा सही मायनों में मोदी सरकार ने किसान को दिया होता, तो लगभग 200,000 करोड़ रुपया किसान की जेब में उसकी मेहनत की कमाई के तौर पर जाता। परंतु यह बात मोदी जी व भाजपा देश को नहीं बताएंगे। यह किसानों के साथ विश्वासघात नहीं तो क्या है?

2. ​क्या मोदी सरकार ने लागत निर्धारित करते वक्त निम्नलिखित मूलभूत बातों पर ध्यान दिया, जैसे कि:-

i. ​16 मई, 2014 को डीज़ल की कीमत 56.71 रु. प्रति लीटर थी। यह लगभग 11.15 रु प्रति लीटर बढ़कर आज 67.86 रु. हो गई है।
ii. ​यहां तक कि पिछले 6 महीने में खाद की कीमतें बेलगाम हो 24 प्रतिशत तक बढ़ गईं। IFFCO DAP खाद का 50 किलो का कट्टा जनवरी, 2018 में 1091 रु में बेच रहा था, जो आज बढ़कर 1290 रु प्रति 50 किलो हो गया है। हर साल किसान 89.80 लाख टन DAP खरीदता है, यानि उसे 5561 रु करोड़ की चपत लगी।
ज़िंक – सलफेट की कीमतें 50 रु किलो से बढ़कर 80 रु किलो हो गयी, यानी 60% की बढ़ोतरी । इसी प्रकार “सुपर” के 50 kg के कट्टे की कीमत 260 रु से बढ़कर 310 रु हो गयी, यानी 20 % की बढ़ोतरी ।
iii. ​कीटनाशक दवाई हों, बिजली हो, सिंचाई के साधन हों या खेती के उपकरण, उन सबकी कीमतें बेतहाशा बढ़ गईं।

3. ​क्या मोदी सरकार ने आजादी के बाद पहली बार खेती पर टैक्स नहीं लगाया?

70 वर्ष के इतिहास में पहली बार किसान और खेती पर टैक्स लगाने वाली यह पहली सरकार है। खाद पर 5% जीएसटी, ट्रैक्टर/कृषि उपकरणों पर 12 % जीएसटी, टायर/ट्यूब/ट्रांसमिशन पार्ट्स पर 18 प्रतिशत जीएसटी, कीटनाशक दवाईयों पर 18 प्रतिशत जीएसटी, कोल्ड स्टोरेज़ इक्विपमेंट पर 18 प्रतिशत जीएसटी पिछले एक साल में मोदी सरकार ने लगा डाला।

4.छोटे किसान को कर्जमाफी से मोदी सरकार कन्नी क्यों काट रही?

देश की आबादी में 62 प्रतिशत किसान हैं। परंतु प्रधानमंत्री, मोदी जी ने छोटे और मंझले किसान की कर्जमाफी से साफ इंकार कर दिया। प्रश्न बड़ा साफ है – यदि मोदी सरकार अपने चंद पूंजीपति मित्रों का 2,41,000 करोड़ रु. बैंकों का कर्ज माफ कर सकती है, तो खेत मजदूर व किसान को कर्ज के बोझ से मुक्ति क्यों नहीं दे सकती?

5. ​प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना प्राईवेट बीमा कंपनी मुनाफा योजना बन गई?

2016-17 व 2017-18 में कृषि कल्याण से मोदी सरकार ने 19,800 करोड़ रु. इकट्ठा किए, जिसका इस्तेमाल फसल बीमा योजना में किया गया, परंतु फसल बीमा योजना से बीमा कंपनियों को 14,828 करोड़ का मुनाफा हुआ, जबकि किसान को मुआवज़े के तौर पर मिला केवल 5,650 करोड़।

6. ​क्या मोदी सरकार में किसान मुसीबत में और माफिया की पौ बारह सच नहीं?

भाजपा सरकार ने गेहूँ पर आयात शुल्क 25 प्रतिशत से घटाकर 0 प्रतिशत कर दिया। अनाज माफिया से मिलीभगत साफ है। कांग्रेस सरकार ने 2013-14 में 9261 करोड़ रु. के गेहूँ का निर्यात हुआ, जो 2016-17 में घटकर 4375 करोड़ रु. रह गया। साल 2015-16 में भाजपा सरकार ने 44 रु. प्रति किलो पर दाल के आयात की अनुमति दी थी, जबकि दालें 230 रु. प्रति किलो बिकी थीं। 2016-17 में भी 221 लाख टन के दाल के बंपर उत्पादन के बावजूद भाजपा सरकार ने 44 रु. प्रति किलो की दर से 66 लाख टन दाल के आयात की अनुमति दे दी। साफ है, किसान पिस रहा है और अनाज माफिया फलफूल रहा है।

7. ​क्या कृषि निर्यात औंधे मुंह नहीं गिरा और विदेशों से कृषि उत्पादों का बेतहाशा आयात नहीं बढ़ा?

किसान पर दोहरी मार यह है कि कृषि निर्यात में 9.4 बिलियन अमेरिकी डॉलर की कमी आई और कृषि आयात 10.06 बिलियन अमेरिकी डॉलर बढ़ गया। यानि किसान को 19.46 बिलियन अमेरिकी डॉलर का नुकसान हुआ।

हम प्रधानमंत्री/राष्ट्रीय कृषि मंत्री को समर्थन मूल्य के झूठ, फ़रेब व किसान से किये गए कुठाराघात पर खुले मंच से चर्चा की चुनौती देते है।

परेशान किसान कह रहा है –

अपनी फसलों के दाम, खुद्दारी के साथ चाहता हूँ,
तेरा रहमो करम नहीं, अपना हक चाहता हूँ ,

आख़िर कब तक छलेगा तू मुझे देखना चाहता हूँ,
कितने दिनों तक चलेगा झूठ ये तेरा देखना चाहता हूँ,

समाचारों की सुर्खियों से सिर्फ सरोकार है तुझे,
मैं तो बस अपने खेतों की खुशियाँ चाहता हूँ।

गृहमंत्री कि मौजूदगी में 6000 छात्र एसपीसी के दायित्वों कि शपथ लेंगे


21 जुलाई को गुरूग्राम में गृहमंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में 6000 स्कूली छात्र इस प्रोजेक्ट में प्रदेश के प्रति अपने दायित्व की शपथ लेंगे।


चंडीगढ।

हरियाणा में युवा पीढ़ी कानून, नागरिक भावना, लोकतांत्रिक व्यवस्था का सम्मान और समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारियों का निवर्हन बेहतर तरीके से कर सकें, इसके लिए उनके व्यवहार और दैनिक दिनचर्या में बदलाव लाने की तैयारी पूरी हो चुकी है। पुलिसिंग व्यवस्था से नजदीकी से परिचित कराने तथा समय आने पर इस प्रकार की भूमिका को समाज हित में निभाने के लिए नेशनल कैडेट कोर (एनसीसी) की तर्ज पर छात्र पुलिस कैडेट (एसपीसी) को शुरू किया जा रहा है। हरियाणा के स्कूली छात्रों को राष्ट्र्र, पदेश और समाज के प्रति जागरूक बनाने की दिशा में प्रारंभ किए जा रहे इस प्रोजेक्ट के माध्यम से सरकार की मंशा छात्रों को राष्ट्रीय युवा नीति के उद्दश्यों को ध्यान में रखते हुए राष्ट्र निर्माण में शामिल होने के लिए प्रेरित करना है।

छात्र पुलिस कैडेट अभियान में आठवीं से ग्यारहवीं कक्षा के छात्रों को पुलिस विभाग गृह विभाग, शिक्षा विभाग, परिवहन विभाग, वन विभाग एवं स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर न केवल व्यवस्था से परिचित कराएंगे, अपितु अलग-अलग परिस्थितियों में वह क्या कदम उठाएं, इसका भी प्रशिक्षण दिलाया जाएगा। छात्र, छात्राओं को कानून का सम्मान करने, अनुशासन बनाए रखने, सामुदायिक भावना, समाज के कमजोर वर्गों के प्रति सहानुभूति विकसित करने के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा। यही नहीं उन्हें परिवार, समुदाय, पर्यावरण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को मजबूत करते हुए नशा, असभ्य एवं असहिष्णु व्यवहार, सामाजिक बुराईयों के खिलाफ लडऩे के लिए प्रेरित करेगा।

वर्ष 2006 में कोच्चि पुलिस ने शुरू किया था प्रोजेक्ट…

वर्ष 2006 में केरल के कोच्चि सिटी पुलिस द्वारा 30 स्कूलों के 400 छात्रों के साथ एक अभियान शुरू किया गया, जिसमें पुलिस अधिकारियों द्वारा उनके साथ सामुदायिक मुद्दों पर चर्चा करते हुए पुलिसिंग व्यवस्था से परिचय कराया गया। इसके बाद छात्रों के रूझान और उनकी इच्छा को देखते हुए इसे प्रयोग के तौर पर शुरू किया गया और जनवरी 2010 में कोझिकोड में भीड प्रबंधन में ऐसे प्रशिक्षित छात्रों की क्षमता का उपयोग किया गया। इसके बाद 2 अगस्त 2010 में 127 स्कूलों के 11 हजार विद्यार्थियों के साथ प्रोजेक्ट शुरू किया गया।

हमारा मकसद प्रदेश के युवाओं को सामाजिक व्यवस्था के प्रति जवाबदेह बनाने तथा पुलिसिंग व्यवस्था से परिचित कराने का है। हाल ही में इजराइल दौरे के दौरान देखा था कि प्रत्येक युवा को सैन्य प्रशिक्षण अनिवार्य है, ताकि वह अपने राष्ट्र के हितों के प्रति सजग बन सकें और उचित समय आने पर अपना योगदान दे सकें। इस पर गृहमंत्री राजनाथ सिंह से चर्चा हुई तो उन्होंने केरल में एक दशक से चल रही छात्र पुलिस कैडेट को अपनाने की सलाह दी। 21 जुलाई को गुरूग्राम में गृहमंत्री राजनाथ सिंह की मौजूदगी में 6000 स्कूली छात्र इस प्रोजेक्ट में प्रदेश के प्रति अपने दायित्व की शपथ लेंगे।
मनोहर लाल, मुख्यमंत्री हरियाणा

मेक इन इंडिया के तहत सैमसंग भारत में लाये दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फ़ैक्टरि


पढ़िए दुनिया की सबसे बड़ी फैक्ट्री का उद्धघाटन करते वक्त प्रधानमंत्री मोदी ने क्या कहा


सोमवार को दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे-इन के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी दिल्ली से सटे नोएडा पहुंंचे. नोएडा में दुनिया की सबसे बड़ी मोबाइल फैक्ट्री का उद्धघाटन करने पहुंचे मोदी ने लोगों को संबोधित भी किया. पढ़िए उनके भाषण की पांच मुख्य बातें.

–  पांच हज़ार करोड़ रुपए का ये निवेश ना सिर्फ सैमसंग के भारत में व्यापारिक रिश्तों को मजबूत बनाएगा, बल्कि भारत और कोरिया के संबंधों के लिए भी अहम सिद्ध होगा.

–  पीएम मोदी ने कहा, पिछले चार वर्षों में फैक्ट्रियों की संख्या 2 से बढ़कर 120 हो गई हैं, जिसमें 50 से ज्यादा तो यहां नोएडा में ही हैं. इससे 4 लाख से अधिक नौजवानों को सीधा रोजगार मिला है.

–  आज भारत में लगभग 40 करोड़ स्मार्टफोन उपयोग में है, 32 करोड़ लोग ब्रॉडबैंड इस्तेमाल कर रहे हैं. बहुत कम दर पर इंटरनेट डेटा उपलब्ध है, देश की एक लाख से अधिक ग्राम पंचायतों तक फाइबर नेटवर्क पहुंच चुका है. ये सारी बातें, देश में हो रही डिजिटल क्रांति का संकेत हैं.

–  पीएम मोदी ने कहा, सस्ते डेटा और सस्ते स्मार्टफोन से बिजली-पानी का बिल भरना, स्कूल-कॉलेज में एडमिशन, PF हो या पेंशन, लगभग हर सुविधा ऑनलाइन मिल रही है.

–  नरेंद्र मोदी ने कहा, मुझे प्रसन्नता है कि इस पहल को आज दुनियाभर से सहयोग मिल रहा है. मोबाइल फोन मैन्युफैक्चरिंग की बात करें तो आज भारत दुनिया में दूसरे नंबर पर पहुंच गया है.

अंबाला कैंट के फीनिक्स सभागार में आज अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन हरियाणा प्रदेश की कार्यकारिणी की बैठक संपन्न हुई

8-7-2018

आज अखिल भारतीय अग्रवाल सम्मेलन हरियाणा प्रदेश की कार्यकारिणी की बैठक अम्बाला कैंट के फोईनिक्स क्लब के सभागार में प्रदेशाध्यक्ष श्री कुलभूषण गोयल की अध्यक्षता में हुई। प्रदेश महामंत्री श्री सी बी गोयल ने मिटिंग का संचालन किया। अवसर पर राष्ट्रीय मन्त्री श्री खैराती लाल सिगंला, प्रकाश चन्द्र अग्रवाल के इलावा प्रदेश संगठन मन्त्री श्री मनोज गोयल, श्री सुमेरचन्द गर्ग, बुधीजीवी प्रकोष्ठ के संयोजक श्री दीपक जिन्दल, सहकोषाअध्य विपिन गर्ग, सत्यकुमार गुप्ता, जीन्द जिला अध्यक्ष श्री लक्ष्मी नारायण बंसल के अलावा अम्बाला जिला अध्यक्ष श्री हंसराज अग्रवाल व महामंत्री श्री प्रदीप गोयल , संरक्षक सुधीर कुमार बिन्दलिस, सोनीपत से युवा अध्यक्ष श्री अनिल गोयल, कुरुक्षेत्र, पंचकूला से कुसुम गुप्ता, पलवल , रिवाङी से काफी संख्या में पदाधिकारियों ने भाग लिया। अम्बाला जिला अध्यक्ष व उनकी टीम ने सभी पदाधिकारियों व ट्रस्टीयो का शाल दे कर सम्मान किया तथा आए हुए सभी मेम्बरज का सवागत किया। श्री सी बी गोयल व अन्य ने दिवगत जिला अध्यक्ष श्री देसराज जी यमुना नगर व तांतीया जी जिला अध्यक्ष फतियाबाद को श्रधान्जली दी । श्री कुलभूषण गोयल ने अग्रोह मे चल रहे कार्यो के बारे मे जानकारी दी तथा संगठन को आगें बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को मेम्बर बनाने व ट्रस्टी बनाने की बात कही। सी बी गोयल ने प्रदेश मे चल रहे कार्यो के बारे मे जानकारी दी तथा संगठन को आगें बढ़ाने के लिए सभी प्रदेश पदाधिकारियों व सभी जिला अध्यक्ष व उनकी टीम तथा सभी ट्रस्टीयो की एक डायर्कटरी बनानेी की बात कही। जिला अध्यक्ष व प्रतिनिधियों ने अपने-अपने जिला मे चल रहे कार्यो के बारे मे जानकारी दी तथा संगठन को आगें बढ़ाने के लिए ज्यादा से ज्यादा लोगों को मेम्बर बनाने व ट्रस्टी बनाने की बात पर सहमति जताई। श्री दीपक जिन्दल ने अपने प्रकोष्ठ के बारे मे जानकारी दी तथा जल्दी बुधीजीवी प्रकोष्ठ की मिटिंग बुलाने की बात कही। समाज को मजबूत करने के लिए जो लोग पिछड़ गए हैं उनकी चिंता व मदद करने की बात कही। अगली कार्यकारिणी की बैठक पंचकूला में कराने का निर्णय लिया गया। सभी ने सुंदर आयोजन के लिये अम्बाला की टीम को बधाई दी और धन्यवाद किया।

PU Senate Adjourned

The Senate Meeting of Panjab University was held today with 16 members participating in the meeting. After the Vice Chancellor’s statement, several members recall the contributions of Prof. Arun K. Grover, Vice Chancellor, PU during the last 6 six years.

Before the taking up of Agenda items, a few members opined that the meeting be postponed in view of thin attendance. However, some members opined that agenda items like ratification of CAS promotions, confirmation of employees and items related to commencement of new session be dealt with by the members present and remaining matters be deferred to a later sitting of the Senate, to be rescheduled in a near future.

There was lack of consensus on the above two alternatives. A vote was then taken  on the above options. Seven persons favoured the former option and six members favoured the latter one.

The Vice Chancellor opined that he shall inform the Chancellor’s office of the deliberations of today’s Senate meeting and shall seek the guidance on convening of the next sitting of the Senate from Chairperson of Senate, namely, The Chancellor, PU on whose behalf the VC presides over the Senate meeting.

The Senate, however, authorised the Vice Chancellor to take a call on the essential items related to the smooth commencement of new academic session in consultation with Dean Student Welfare, Prof. Emanual Nahar, Fellow, PU.

हरियाणा सीएम के काफिले की एंबुलेंस की टक्‍कर से एक व्‍यक्ति की मौत


मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर रोहतक से दिल्ली की ओर जा रहे थे. उसी दौरान उनके काफिले की एंबुलेंस ने बहादुरगढ़ के आसोदा गांव के पास सड़क पार कर रहे बलजीत नाम के व्यक्ति को टक्कर मार दी. टक्कर इतनी भयानक थी कि बलजीत ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.


हरियाणा में झज्जर जिले के बहादुरगढ़ में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के काफिले की एंबुलेंस की चपेट में आने से एक व्यक्ति की मौत हो गई. मामला शनिवार की देर रात का है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर रोहतक से दिल्ली की ओर जा रहे थे. उसी दौरान उनके काफिले की एंबुलेंस ने बहदुरगढ़ के आसोदा गांव के पास सड़क पार कर रहे बलजीत नाम के व्यक्ति को टक्कर मार दी. टक्कर इतनी भयानक थी कि बलजीत ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.

घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और बलजीत के शव को पोस्टमार्टम के लिए पीजीआई रोहतक भिजवाया गया. 44 वर्षीय मृतक बलजीत जाखोदा गांव का रहने वाला था और ऑटो चलाकर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहा था. बलजीत की मौत से गुस्साए ग्रामीणों ने गांव में पंचायत की. इसके बाद उन्‍होंने प्रशासनिक अधिकारियों को मौके पर बुलाकर अपनी मांगें मनवाईं.

काफी जद्दोजहद के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने मृतक बलजीत के परिजनों को 8 लाख रुपए की आर्थिक सहायता देने और बलजीत की पत्नी को गांव की ही आंगनबाड़ी में नौकरी देने पर सहमति जताई. इसके बाद गांव वाले मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाने को राजी हुए और पीजीआई रोहतक पहुंच कर मृतक के शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया.

“मेरे सपने का एक भाग पूरा हुआ, पूर्ण सपना तब पूरा होगा जब मेट्रो का विस्तार रोहतक, बल्लभगढ़ पलवल, सोनीपत, रेवाड़ी, बाढ़सा झज्जर तक होगा”…हुड्डा

हरियाणा का जनसामान्य यह अच्छे से जानता है कि बहादुरगढ़ मेट्रो को लाने में पूर्व मुख्यमंत्री चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा जी का अभूतपूर्व योगदान रहा है और लोगों की इसी भावना को देखते हुए । आज 8 जुलाई, 2018 को सुबह 10 बजे, गौरैया टूरिस्ट काम्प्लेक्स, बहादुरगढ़ में चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा जी और सांसद दीपेंद्र जी का नागरिक अभिनन्दन बड़े ही जोश से किया ।

“मेरे सपने का एक भाग पूरा हुआ, पूर्ण सपना तब पूरा होगा जब मेट्रो का विस्तार रोहतक, बल्लभगढ़ पलवल, सोनीपत, रेवाड़ी, बाढ़सा झज्जर तक होगा”…हुड्डा

जानिए, बहादुरगढ़-वासियों का मेट्रो का सपना कैसे हुआ साकार :

7 अगस्त 2012 – यूपीए सरकार में केन्द्रीय मंत्रिमंडल से सांसद दीपेन्द्र सिंह हुड्डा के आग्रह पर बहादुरगढ़ मेट्रो विस्तार परियोजना को मंजूरी मिली।

2 फरवरी 2013 – तत्कालीन केन्द्रीय शहरी विकास मंत्री श्री कमल नाथ जी ने हरियाणा के तब के मुख्यमंत्री चौ भूपेन्द्र सिंह हुड्डा जी की उपस्तिथि में इस मेट्रो विस्तार का शिलान्यास किया।

अप्रैल 2013 – इसपर जोरशोर से काम शुरू करवा दिया था और मार्च 2016 तक इसका काम पूरा हो जाना चाहिये था।
लेकिन, मई 2014 के बाद से भाजपा सरकार ने इस पूरे काम का श्रेय लूटने के लिए ढाई साल की देरी करा दी और बहादुरगढ़ वासियों को 2 साल मेट्रो शुरू होने का इंतज़ार करना पड़ा।

लगभग 2000 करोड़ की ऐसी परियोजना थी जिसमें – मुण्डका से टिकरी बॉर्डर तक और टिकरी बॉर्डर से बहादुरगढ़ के सिटि पार्क तक (दिल्ली-हरियाणा) का पूरा खर्चा चौ. भूपेन्द्र सिंह हुड्डा जी की हरियाणा सरकार ने दिया था।

बहरहाल, देरी हुई, मगर मेट्रो पहुंची है बहादुरगढ़ में आगमन हुआ है। इसके लिये आप सबको बधाई। अब इसके “आगे हरियाणा में मेट्रो के विस्तार की लड़ाई तेज़ी से लड़ी जायेगी” .. दीपेंद्र सिंह हुड्डा

तेज़ रफ्तार कर ने लील ली एक जिंदगी, दूसरा बुरी तरह से घायल

 

करनाल। करनाल में एक दर्दनाक सड़क हादसे में एक युवक की मौत हो गई जबकि एक गंभीर रूप से घायल हो गया जिसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

जानकारी के अनुसार सेक्टर 6  स्थित ट्रेफिक पार्क के पास हाईवे पर दो बाइक सवार युवकों को एक तेज रफ्तार कार ने अपनी जद में ले लिया। हादसे में एक युवक की मौके पर ही मौत हो गई जबकि दूसरा घायल हो गया। हादसे के बाद घटना स्थल पर जाम लग गया और लोगों की भीड़ जमा हो गई। हादसे के बाद सफारी चालक फरार हो गया है। पुलिस ने अज्ञात सफारी चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है और जांच में जुट गई है। पुलिस ने कड़ी मशक्कत के बाद हाईवे पर लगा जाम खुलवाया और यातायात को सूचारू करवाया।