भाजपा के लिए अरुणाञ्चल बना मुसीबत

ईटानगर/गुवाहाटी: लोकसभा चुनाव 2019 के पहले चरण से पहले अरुणाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी को बड़ा झटका लगा है. पार्टी के दो मंत्रियों और 12 विधायकों सहित कुल 15 नेताओं ने मंगलवार को पार्टी छोड़कर नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) में शामिल होने का ऐलान कर दिया. राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी द्वारा पार्टी के राज्य महासचिव जारपुम गामलिन, गृहमंत्री कुमार वाई, पर्यटन मंत्री जारकर गामलिन और कई विधायकों को टिकट नहीं देने के बाद बड़े पैमाने पर पार्टी छोड़ने का यह कदम सामने आया है. 

राज्य की 60 विधानसभा सीटों में से 54 के लिए प्रत्याशियों के नामों पर बीजेपीके संसदीय बोर्ड ने रविवार को मुहर लगाई. राज्य में 11 अप्रैल को लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव भी हो रहे हैं. सोमवार को जारपुम गामलिन ने बीजेपी की अरुणाचल इकाई के अध्यक्ष तापिर गाओ को अपना इस्तीफा भेजा.  वह सोमवार सुबह से ही गुवाहाटी में हैं, जहां मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा ने उनसे मुलाकात की. 

एनपीपी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “जारपुम, जारकर, कुमार वाई और बीजेपीके 12 मौजूदा विधायकों ने एनपीपी महासचिव थामस संगमा से मंगलवार को मुलाकात की और एनपीपी में शामिल होने का फैसला किया.” उन्होंने कहा कि इन नेताओं के आने से एनपीपी मजबूत होगी. इस बीच, एनपीपी ने पूर्वोत्तर राज्यों की सभी 25 संसदीय सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारने का फैसला किया है. पार्टी ने मेघालय के प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है. अन्य सीटों की भी सूची जल्द जारी की जाएगी. 

त्रिपुरा में बीजेपी के 3 नेता कांग्रेस में शामिल
लोकसभा चुनावों से पहले त्रिपुरा में भारतीय जनता पार्टी के नेता सुबाल भौमिक व दो अन्य वरिष्ठ नेता मंगलवार को कांग्रेस में शामिल हो गए. दो अन्य नेता पूर्व मंत्री प्रकाश दास व तेजतर्रार माने जाने वाले देबाशीष सेन हैं. त्रिपुरा कांग्रेस अध्यक्ष प्रद्योत बिक्रम माणिक्य देबबर्मन व एआईसीसी सचिव भूपेन बोरा ने एक मीडिया कांफ्रेंस में तीनों नेताओं का स्वागत किया. भौमिक, बीजेपीमें उपाध्यक्ष पद पर थे.  वह बीजेपीमें 2015 में शामिल हुए, जबकि दास व सेन 2017 में क्रमश: कांग्रेस व मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी से बीजेपीमें शामिल हुए थे. 

चीन देगा पाक को अत्याधुनिक ड्रोन

भारतीय सुरक्षा में सेंध लगाने के लिए चीन अब पाकिस्तान की मदद करने को आगे आया है। अमेरिका द्वारा दिये गए F-16 विमान के धरशाही होने के बाद से अमेरिकी सुरक्षा अजेंसियों द्वारा पाकिस्तान को लताड़ लगाए जाने के बाद अब चीन पाकिस्तान का खेवन हार बन कर आगे आया है।

नई दिल्लीः बालाकोट के टेरर कैंपों में भारतीय वायुसेना की तरफ से की गई सर्जिकल स्ट्राइक से परेशान पाकिस्तान ने चीन से बेहद आधुनिक रेनबो सीरीज के CH4 और CH5 कॉम्बैट ड्रोन्स खरीद रहा है .ख़ुफ़िया एजेंसीज की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान पाक अधिकृत कश्मीर में भी ड्रोन्स की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया है जिससे वो लाइन ऑफ कंट्रोल समेत अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर निगरानी बढ़ा सके. रिपोर्ट के मुताबिक बालाकोट में जैश के सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाकिस्तानी सेना को चीन रेनबो (Rainbow) सीरीज के अत्याधुनिक ड्रोन्स (Drones) की सप्लाई करेगा.

रिपोर्ट के मुताबिक़ कॉम्बैट ड्रोन्स रेनबो CH4 करीब  5 हज़ार किलोमीटर दूर तक के टारगेट पर नज़र रख सकता है और करीब 40 घंटे तक आसमान में रह कर अपने साथ 400 किलोग्राम तक का विस्फोटक के साथ किसी भी टारगेट को नष्ट कर सकता है. जबकि रेनबो CH5 अपने साथ एक हज़ार किलोग्राम का पेलोड ले जा सकता है और 60 घंटे तक आसमान में रह सकता है. ये ड्रोन्स करीब 17 हज़ार फ़ीट की हाइट पर उड़ सकते है.

केंद्रीय रक्षा मंत्रालय में तैनात एक अधिकारी के मुताबिक पाकिस्तानी वायु सेना और सेना में इन ड्रोन्स के शामिल हो जाने के बाद पाकिस्तान कॉम्बैट ड्रोन्स के जरिये भारत मे डीप पेनेट्रेशन कर सकता है यानी इन ड्रोन्स की मदद से भारत मे काफी अंदर तक दाख़िल होकर किसी भी टारगेट को हिट कर सकता है.

रक्षा मंत्रालय ने पिछले महीने इजरायल से 54 ‘Harop’ कॉम्बैट ड्रोन्स खरीदने का फैसला किया है भारतीय वायु सेना के पास ऐसे 110 कॉम्बैट ड्रोन्स पहले से हैं. लेकिन पाकिस्तान के पास अब तक लंबी दूरी तक मार करने वाले  कॉम्बैट ड्रोन्स नही थे. 

देखा जाए तो चीन और पाकिस्तान के बीच दोस्ती किसी से छुपी नही है .चीन लगातार पाकिस्तानी सेना की मदद करने में लगा हुआ है और टैंक से लेकर,फाइटर प्लेन,वॉर शिप और परमाणु पनडुब्बियों की मदद कर रहा है जिससे भारत की मुश्किलें बढ़ सकती हैं.

National Seminar on Study of Sacred Spaces and Cults in Pre-Modern North West India

Chandigarh March 15, 2019

            Department of History, Panjab University, Chandigarh is organizing two days National Seminar on Study of Sacred Spaces and Cults in Pre-Modern North West India as per schedule below:-

Venue:            English Auditorium, PU

Date:               18-19, March 2019

Time:               10.30 am

पूर्वोत्तर में भाजपा ने मनाए सभी रूठे और नए साथियों को भी लिया साथ

बीजेपी ने पूर्वोत्तर (नॉर्थ ईस्ट) में गठबंधन की प्रक्रिया पूरी कर ली है. पार्टी ने यहां के आठ राज्यों की 25 लोकसभा सीटों में से कम से कम 22 पर जीत हासिल करने का लक्ष्य रखा है.

बीजेपी महासचिव राम माधव ने बुधवार को यह जानकारी दी.

बीजेपी के पूर्वोत्तर प्रभारी माधव ने मंगलवार को आधी रात तक कई दौर की चर्चा की और असम गण परिषद (AGP), बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (BPF), इंडिजिनस पीपुल्स फ्रंट ऑफ त्रिपुरा (IPFT), नेशनल पीपुल्स पार्टी, नेशनलिस्ट डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव पार्टी और सिक्किम क्रांतिकारी मोर्चा के साथ गठबंधन होने की घोषणा की. 

बीजेपी नेता त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब और IPFT के नेताओं के साथ बुधवार को अगरतला में बैठक करेंगे.

इस गठबंधन को पूर्वोत्तर लोकतांत्रिक गठबंधन (NEDA) के तहत अंतिम रूप दिया गया है. NEDA भाजपा नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का क्षेत्र की क्षेत्रीय पार्टियों के साथ राजनीतिक गठबंधन है.

राम माधव ने फेसबुक पर पोस्ट किया, ‘इस गठबंधन में क्षेत्र की 25 में से कम से कम 22 सीटें जीतने की क्षमता है और मोदी जी को एक बार फिर प्रधानमंत्री बनते देखने में इसकी भूमिका महत्त्वपूर्ण है.’

इससे पहले मंगलवार को माधव ने नगालैंड के मुख्यमंत्री नेफ्यू रियो, असम के मुख्यमंत्री सर्वानंद सोनोवाल, मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड संगमा, मणिपुर के मुख्यमंत्री बिरेन सिंह, अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू और एनईडीए के संयोजक हेमंत विश्व शर्मा से मुलाकात की.

अरुणाचल प्रदेश: प्रदर्शनकारियों ने फूंका उपमुख्यमंत्री का घर, कई स्थानों पर कर्फ्यू

अरुणाचल प्रदेश में राज्य के बाहर के 6 समुदायों को स्थायी निवासी होने का सर्टिफिकेट देने के खिलाफ प्रदर्शन जारी है. यहां माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है. रविवार दोपहर करीब एक बजे गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने डिप्टी सीएम चौने मेन के बंगले पर धावा बोल दिया और वहां आग लगा दी.

ईटानगर जिला प्रशासन की रिपोर्ट के मुताबिक डिप्टी सीएम की एक गाड़ी को भी प्रदर्शनकारियों ने जला दिया है. खबर है कि मुख्यमंत्री पेमा खांडू के घर के बार आईटीबीपी के जवानों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प भी हुई.

इस बीच प्रदर्शनकारियों ने राज्य के पर्यावरण एवं वन मंत्री नबाम रेबिया के घर पर भी आग लगा दी. नबाम रेबिया पीआरसी जॉइंट पॉवर हाई कमेटी के चेयरमैन भी हैं.

लगातार बढ़ते तनाव को देखते हुए डिप्टी सीएम चौना मेन को रविवार सुबह ईटानगर से नामसाई जिले में शिफ्ट किया गया. इसके अलावा प्रदर्शनकारियों ने जिला आयुक्त के आवास पर भी आगजनी की है.

शुक्रवार रात पुलिस की फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत के बाद ईटानगर में तनाव बढ़ गया है. प्रदर्शनकारी सिविल सेक्रेटेरिएट में घुसने की कोशिश कर रहे थे, इस दौरान पुलिस ने उन्हें रोकने के लिए उन पर फायरिंग की.

ईटानगर में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए आईटीबीपी के जवान लगातार पैट्रोलिंग कर रहे हैं. शनिवार रात ईटानगर में सेना के स्पीयर कॉर्प्स के कॉलम भेजे गए हैं. प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए उनकी तैनाती की गई है.

जॉइंट हाई पॉवर कमिटी ने सभी स्टेकहोल्डर्स से बातचीत के बाद छह समुदायों को परमानेंट रेसिडेंट सर्टिफिकेट (पीआरसी) देने की सिफारिश की है. ये छह समुदाय राज्य के मूल निवासी नहीं हैं. हालांकि, दशकों से नामसाय और चांगलांग जिलों में रह रहे हैं.

प्रधान मंत्री के अरुणाचल दौरे से चीन भड़का, भारत ने दिया उचित जवाब

काश्मीर का एक हिस्सा जिसे पीओके के नाम से जाना जाता है सन 1947 में नहीं बांटा गया था भारत का अभिन्न अंग होते हुए भी पाकिस्तान के पास है जिस पर भारत के विरोध के बावजूद मनमाने ढंग से चीन निर्माण कर रहा है। जो की भारत के सामरिक हितों के खिलाफ है, चीन अपनी मर्ज़ी से वहाँ काम कर रहा है। वहीं अरुणाचल प्रदेश में उसे भारतीय लोगों की मौजूदगी भी खलती है। चीन का विसतारवाद ही क्षेत्र की शांति में बाधक है।

बीजिंग: चीन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अरूणाचल प्रदेश के दौरे का शनिवार को ‘दृढ़ता से विरोध’ किया और कहा कि वह कभी इस संवेदनशील सीमांत प्रदेश को मान्यता नहीं देगा और भारतीय नेतृत्व को ऐसी किसी कार्रवाई से परहेज करना चाहिए जो ‘सीमा प्रश्न को जटिल’ बनाती हो.

चीनी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता हुआ चुनयिंग ने मोदी के अरूणाचल प्रदेश दौरे पर एक सवाल के जवाब में कहा, ‘चीन-भारत सीमा सवाल पर चीन का रूख सुसंगत और सुस्पष्ट है. चीन सरकार ने कभी तथाकथित ‘अरूणाचल प्रदेश’ को मान्यता नहीं दी है और वह चीन-भारत सीमा के पूर्वी खंड के भारतीय नेता के दौरे का दृढ़तापूर्वक विरोध करता है.’ 

चीनी विदेश मंत्रालय की वेबसाईट पर डाली गई प्रतिक्रिया में हुआ ने कहा,’चीन भारतीय पक्ष से आग्रह करता है कि वह दोनों देशों के साझे हितों को ध्यान में रखे, चीनी पक्ष के हितों और चिंताओं का सम्मान करे, द्विपक्षीय रिश्तों में सुधार की गति बरकरार रखे और ऐसी कार्रवाई से परहेज करे जो विवाद को बढ़ा दे या सीमा प्रश्न को उलझा दे.’

भारत ने दिया करारा जवाब
भारत ने चीन की इस प्रक्रिया का करारा जवाब दिया है. विदेश मंत्रालय ने कहा है कि अरुणाचल प्रदेश राज्य भारत का अभिन्न अंग है. नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा,’भारतीय नेता समय समय पर अरूणाचल प्रदेश का दौरा करते हैं जैसे वे भारत के अन्य भागों का दौरा करते हैं. इस सुसंगत रूख से अनेक मौकों पर चीनी पक्ष को अवगत कराया जा चुका है.’

उल्लेखनीय है कि चीन दावा करता है कि अरूणाचल प्रदेश दक्षिण तिब्बत का हिस्सा है. भारत और चीन सीमा विवाद निबटाने के लिए अब तक वार्ता का 21 दौर पूरा कर चुके हैं.

पीएम मोदी ने शनिवार को अरुणाचल प्रदेश में चार हजार करोड़ रुपये से ज्यादा मूल्य की परियोजनाओं का उद्घाटन किया और उनकी आधारशिला रखी और कहा कि उनकी सरकार सीमांत राज्य के संपर्क सुधारने को बहुत महत्व दे रही है. पीएम मोदी ने कहा कि उनकी सरकार राजमार्ग, रेल मार्ग, हवाई मार्ग और बिजली की स्थिति सुधारने को महत्व दे रही है जिसे पिछली सरकारों ने नजरअंदाज किया था.

Child from marriage of Muslim man and Hindu woman legitimate, entitled to father’s property: SC

The top court said this upholding the plea by one Mohammed Salim. He was born to Mohammed Ilias and Valliamma, and court described him as their legitimate child.

NEW DELHI: 

HIGHLIGHTS

  1. Islam considers marriage between a Hindu and Muslim as “irregular”
  2. But a child born to such a couple is “legitimate”, rules Supreme Court
  3. Top court also said that the child has a claim on the father’s property

The Supreme Court on Tuesday said that although the marriage between a Muslim man and Hindu woman is an irregular marriage, described as “fasid” in Mohamadan law, the children born out this wedlock are legitimate and have claim over the property of the father.

“The marriage of a Muslim man with an idolater or fire­worshipper is neither a valid (sahih) nor a void (batil) marriage, but is merely an irregular (fasid) marriage. Any child born out of such wedlock (fasid marriage) is entitled to claim a share in his father’s property,” observed the bench of Justice N.V. Ramana and Justice Mohan M. Shantanagoudar in their judgment.

Upholding an order of the trial court and that of the Kerala High Court, Justice Shantanagoudar speaking for the bench said: “It would not be out of place to emphasise at this juncture that since Hindus are idol worshippers, which includes worship of physical images/ statues through offering of flowers, adornment, etc., it is clear that the marriage of a Hindu female with a Muslim male is not a regular or valid (sahih) marriage, but merely an irregular (fasid) marriage.”

The top court said this upholding the plea by one Mohammed Salim. He was born to Mohammed Ilias and Valliamma, and court described him as their legitimate child.

Having held that a child born out of Hindu mother and Muslim father is legitimate and has claim over the property of father, the court said: “The position that a marriage between a Hindu woman and Muslim man is merely irregular and the issue from such wedlock is legitimate has also been affirmed by various high courts.”

क्षेत्रीय राजनीतिक मजबूरियों की बिसात है ममता की महारैली

लोकसभा चुनाव 2019 से पहले विपक्षी एकता का इसे प्रदर्शन माना जा रहा है. “क्षेत्रीय राजनीतिक मजबूरियों को इस प्रस्तावित रैली से जुड़े बड़े राजनीतिक उद्देश्यों में नहीं मिलाना चाहिए.” : टीएमसी
भाजपा से पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा, अरुण शौरी गेगोंग अपांग और शत्रुघ्न सिन्हा भी शिरकत करेंगे

कोलकाता: उत्तर प्रदेश में बीजेपी के खिलाफ बने समाजवादी पार्टी (सपा) और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के गठबंधन के बाद कोलकाता में शनिवार को तृणमूल कांग्रेस प्रमुख ममता बनर्जी की विपक्षी दलों की महारैली होने जा रही है. लोकसभा चुनाव 2019 से पहले विपक्षी एकता का इसे प्रदर्शन माना जा रहा है. यह रैली यहां ऐतिहासिक ब्रिगेड परेड मैदान में होगी. हालांकि, विपक्ष के कई नेता इस रैली में नजर नहीं आएंगे.  

उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव रैली में भाग लेंगे जबकि बसपा की ओर से पार्टी के वरिष्ठ नेता सतीश चंद्र मिश्रा के शिरकत करने की संभावना है. हालांकि बसपा सुप्रीमो मायावती खुद इस रैली में हिस्सा नहीं लेंगी. आरएलडी के अजीत सिंह और जयंत चौधरी भी मौजूद रहेंगे. वहीं, रैली में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे. 

उत्तर प्रदेश में नया चुनावी समीकरण बनाने वाली सपा और बसपा सहित सभी बड़ी विपक्षी पार्टियों की इस रैली में मौजूदगी काफी मायने रखती है. वहीं, कांग्रेस को भी यह लगता है कि विपक्ष की महारैली से उत्तर प्रदेश में राजनीतिक समीकरण के बारे में गलतफहमी नहीं होनी चाहिए. रैली का आयोजन कर रही तृणमूल कांग्रेस ने कहा, “क्षेत्रीय राजनीतिक मजबूरियों को इस प्रस्तावित रैली से जुड़े बड़े राजनीतिक उद्देश्यों में नहीं मिलाना चाहिए.”

इस रैली में जिन अन्य नेताओं के शामिल होने की उम्मीद है, उनमें दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, कर्नाटक के मुख्यमंत्री एवं जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी और आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एवं तेदेपा प्रमुख एन चंद्रबाबू नायडू शामिल हैं. इनके अलावा पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला और उमर अब्दुल्ला के भी शामिल होने की उम्मीद है. कांग्रेस से खड़गे और पार्टी के वरिष्ठ नेता अभिषेक मनु सिंघवी रैली में भाग लेंगे. 

तृणमूल कांग्रेस प्रमुख एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के साथ – साथ एनसीपी प्रमुख शरद पवार, पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा और अरुण शौरी, पाटीदार नेता हार्दिक पटेल, दलित नेता जिग्नेश मेवाणी और झारखंड विकास मोर्चा के बाबूलाल मरांडी भी मंच पर नजर आएंगे. मंगलवार को भाजपा छोड़ने वाले अरूणाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री गेगोंग अपांग भी रैली में शामिल होंगे. 

भाजपा के 100 विधायक दिल्ली में ओर कांग्रेस्स के 5 विधायक गायब

कर्नाटक की राजनीतिक उथल-पुथल में एक नया मोड़ आया है. बेंगलुरू का राजनीतिक ड्रामा अब राजधानी दिल्ली तक पहुंच चुका है. दरअसल बीजेपी ने पहले तो अपने 100 विधायकों को दिल्ली बुलाया. फिर दिल्ली के पास गुड़गांव में एक रिसॉर्ट में भेज दिया.

बीजेपी का आरोप है कि राज्य के मुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी विधायकों को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. बीजेपी नेता और पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने कहा, ‘जनता दल सेक्युलर (जेडीएस) बीजेपी विधायकों को तोड़ना चाहता है. हम एकजुट हैं. हम एक-दो दिन दिल्ली में रहेंगे.’

दोनों पार्टियां एक दूसरे पर लगा रही हैं खरीद-फरोख्त का आरोप

कांग्रेस पार्टी भी लगातार आरोप लगा रही है कि बीजेपी कर्नाटक में विधायकों की खरीद फरोख्त कर के वैकल्पिक सरकार बनाने की कोशिश में जुटी है. इस पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा, ‘हम एक वैकल्पिक सरकार बनाने की कोशिश नहीं कर रहे हैं.’

कांग्रेस ने कहा है कि लापता विधायकों का एक समूह इस बात का सबूत है कि बीजेपी ने ‘ऑपरेशन लोटस’ लॉन्च किया है. यह शब्द पहली बार 2008 में इस्तेमाल किया गया था, जब बीजेपी पर कई विपक्षी विधायकों को उकसाने का आरोप लगाया गया था. ताकि येदियुरप्पा के नेतृत्व वाली अपनी सरकार की स्थिरता सुनिश्चित की जा सके.

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक 224 सदस्यीय कर्नाटक विधानसभा में, जेडीएस-कांग्रेस गठबंधन में 118 विधायक हैं, जो बहुमत के 113 के आंकड़े से अधिक है. बीजेपी के पास 104 विधायक हैं और यह आवश्यक संख्या से बहुत कम है.

कांग्रेस के पांच विधायक भी गायब हैं लेकिन येदियुरप्पा के संपर्क में हैं

लेकिन कांग्रेस का आरोप है कि बीजेपी कोशिश कर रही है, यही कारण है कि उसके पांच विधायक गायब हो गए हैं. कुमारस्वामी का दावा है कि वे मुंबई के एक होटल में हैं और उनके संपर्क में हैं. मुख्यमंत्री ने नाराजगी जताते हुए कहा, ‘वे सभी (कांग्रेस विधायक) मुझसे लगातार संपर्क में हैं. वे मुझे सूचित करने के बाद मुंबई चले गए. मेरी सरकार किसी भी खतरे में नहीं है.’

कुमारस्वामी ने कहा ‘मुझे पता है कि बीजेपी किससे संपर्क करने की कोशिश कर रही है और वे क्या पेशकश कर रहे हैं. मैं इसे संभाल सकता हूं.’ कांग्रेस पार्टी के नेता और राज्य के डिप्टी गवर्नर जी परमेस्वर ने कहा, ‘हमारे कुछ विधायक चले गए हैं, वे मंदिर, छुट्टी, परिवार के कार्यक्रमों के लिए जा सकते हैं, हम नहीं जानते. हमारे सभी विधायक बरकरार हैं.’

माता मनसा देवी परिसर में आयोजित होगा 11वाँ आदिवासी युवा आदान प्रदान कार्यक्रम

पंचकूला, 14 जनवरी:

अतिरिक्त उपायुक्त जगदीप ढांडा की अध्यक्षता में अगामी 23 से 29 फरवरी तक चलने वाले माता मनसा देवी परिसर में 11 वें आदिवासी युवा आदान प्रदान कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिये बैठक आयोजित की गई।

बैठक में एसडीएम पंकज सेतिया, नेहरु युवा केंद्र के संयोजक डाॅ जीएस बाजवा, उपसिविल सर्जन सरोज अग्रवाल, श्रीमाता मनसा देवी पूजा स्थल बोर्ड की सचिव शारदा प्रजापति सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों ने भाग लिया।

अतिरिक्त उपायुक्त ने बताया कि यह कार्यक्रम नेहरु युवा केंद्र पंचकूला, युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार एवं जिला प्रशासन पंचकूला द्वारा किया जा रहा है। इस कार्यक्रम में देश के विभिन्न राज्यों के आदिवासी क्षेत्रों के लगभग 200 युवक, युवतियां व सिक्योरिटी आॅफिसर भाग लेंगें। उन्होंने श्री माता मनसा देवी पूजा स्थल बोर्ड की सचिव को निर्देश दिये कि वे मंदिर परिसर लक्ष्मी भवन धर्मशाला में इनके ठहरने व खाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। उन्होंने एमडीएम पंचकूला से कहा कि वे जिला की विभिन्न जगहों पर इन्हें भ्रमण करवाने के लिये ट्रांसपोरेशन की व्यवस्था करवाना सुनिश्चित करें ताकि ये युवा यहां की संस्कृति को नजदीक से देख सके। उन्होंने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निदेश दिये कि वे इस कार्यक्रम में प्रत्येक दिन किसी चिकित्सक की ड्यूटि लगाये। उन्होंने सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस विभाग के अधिकारी को निर्देश दिये कि वे सातों दिन एक पीसीआर व जवानों को लक्ष्मी भवन में तैनात रखें।

  उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आदिवासी युवाओं को विभिन्न स्थानों की भाषा, लोकाचार एवं जीवनशैली को समझकर शिक्षित रास्ते पर रोजगार के अवसर तलाशना और ऐतिहासिक व सांस्कृतिक स्मारकों को देखना है। इससे सदभावना, शांति, सांस्कृतिक आदान प्रदान एवं समग्र विकास होगा। उन्होंने नेहरु युवा केंद्र पंचकूला के संयोजक डाॅ जीएस बाजवा से कहा कि वे इन युवाओं को यादविंद्रा गार्डन, सीआरपीएफ कैंप पिंजौर तथा राजभवन का भी भ्रमण करवाना सुनिश्चित करें ताकि इन युवाओं को यहां की संस्कृति का बोध हो। इसके साथ साथ कालका व सेक्टर-1 पंचकूला के काॅलेज में सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन करवाये।