पंचांग, 09 अक्टूबर 2023
पंचांग का पठन एवं श्रवण अति शुभ माना जाता है। माना जाता है कि भगवान श्रीराम भी पंचांग का श्रवण करते थे। शास्त्र कहते हैं कि तिथि के पठन और श्रवण से मां लक्ष्मी की कृपा मिलती है। तिथि का क्या महत्व है और किस तिथि में कौन से कार्य करान चाहिए या नहीं यह जानने से लाभ मिलता ह। पंचांग मुख्यतः पाँच भागों से बना है। ये पांच भाग हैं : तिथि, नक्षत्र, वार, योग और करण। यहां दैनिक पंचांग में आपको शुभ समय, राहुकाल, सूर्योदय और सूर्यास्त का समय, तिथि, करण, नक्षत्र, सूर्य और चंद्र ग्रह की स्थिति, हिंदू माह और पहलू आदि के बारे में जानकारी मिलती है।
डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 06 अक्टूबर 2023 :
नोटः आज एकादशी का श्राद्ध है।
नोटः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही,शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।
विक्रमी संवत्ः 2080
शक संवत्ः 1945
मासः आश्विनी
पक्षः कृष्ण
तिथिः दशमी दोपहरः 12.37 तक
वारः सोमवार
नक्षत्रः आश्लेषा अरूणोदय काल 05.45 तक है
योगः सिद्धि प्रातः काल 06.50 तक
राहु कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक
करणः विष्टि
सूर्य राशिः कन्या चन्द्र राशिः कर्क,
सूर्योदयः 06.22, सूर्यास्तः 05.54 बजे।