फीफा ने बढ़ाए हवाई यात्रा के दाम

भारत के संबंध में कहा जाता है कि यहां क्रिकेट से बड़ा कोई खेल नहीं है। लेकिन जब बात विश्व की हो तो सबसे पहले नाम फुटबॉल का आता है। फुटबॉल फैंस के लिए यह कोई खेल नहीं बल्कि एक धर्म है और फुटबॉल वर्ल्ड कप महाकुंभ से कम नहीं है। चार साल में एक बार होने वाले इस महाकुंभ में हर फैंस शामिल होना चाहता है। इस बार फुटबॉल वर्ल्ड कप 2018 रूस में हो रहा है और इसे देखते हुए हवाई किराए में रिकॉर्ड बढ़ोत्तरी हुई है। रूस की सरकार एयरलाइन एरोफ्लोट के दिल्ली से मॉस्को किराए में 150 फीसदी की बढ़ोत्तरी हुई है।

वहीं अन्य प्रसिद्ध एयरलाइन कंपनियों के टिकट कीमत में लगभग 100 फीसदी तक की बढ़ोत्तरी हुई है। रूस और भारत की दोस्ती जग जाहिर है। वहीं फुटबॉल वर्ल्ड कप के मौके पर रूस के लिए फ्लाइट सर्च के वॉल्यूम में बढ़ोत्तरी हुई है।

मई में नई दिल्ली से मॉस्को तक के टिकट की कीमत जहां 25,645 रुपए थी, वहीं जून में ये बढ़कर 66,070 रुपए हो गई है। फीफा की आधिकारिक टिकट बेचने वाली एजेंसी ने बताया कि टिकट बुकिंग के मामले में भारत टॉप 10 देशों में शामिल है। इस लिस्ट में अमेरिका सबसे ऊपर है।

अमेरिकी के अलावा इस लिस्ट में अर्जन्टीना, कोलंबिया, मेक्सिको, ब्राजील, पेरू, जर्मनी, चीन, ऑस्ट्रेलिया और भारत शामिल है। कटिंग एज के अध्यक्ष मयंक खंडेलवाल ने बताया कि फीफा ट्रैवल के लिए बुकिंग नवंबर 2015 में खोली गई थी और हमें अपने साथ रूस चलने के लिए 2000 लोगों को चुना। सभी टिकट होल्डर्स को स्टेडियम में एंट्री के लिए टिकट के साथ एक फैन आईडी रखनी होगी। फैन आईडी होने पर वीजा फ्री एंट्री मिल रही है।

फीफा मैच जीतने की ख़ुशी में मेक्सिको में आया भूकम्प

 

फीफा वर्ल्ड कप-2018 के ग्रुप-एफ के पहले मुकाबले में डिफेडिंग चैंपियन जर्मनी को मेक्सिको के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा है। स्टार खिलाड़ियों से सजी जर्मनी की टीम बुरी तरह फ्लॉप रही और एक बार भी मेक्सिको के डिफेंस को भेद नहीं सकी। मुकाबले का इकलौता गोल पहले हाफ में हआ। यह गोल जेवियर हर्नान्डेज के पास पर हिरविंग लोजानो ने किया। इस जीत के साथ ही मेक्सिको ने पिछले साल कॉन्फेडेरशन कप में जर्मनी से मिली हार का बदला भी चुका लिया है

बड़ी बात यह नहीं के मेक्सिको जर्मनी से जीत गया बल्कि मेक्सिको के SIMMSA के ट्विटर अकाउंट से इसकी जानकारी दी गई। इसके मुताबिक बताया गया कि जब मेक्सिको की तरफ से वर्ल्ड कप का पहला गोल हुआ तो पूरे मेक्सिको में जश्न में एकसाथ इतने लोग कूदे कि वहां आर्टिफिशियल भूकंप आ गया। जिस समय गोल हुआ, उस समय दो सेंसर देखने को मिले।

Race 3 crossed the Rs 100 crore mark

The Salman Khan box office charm shows no sign of fading. The actor’s latest festival release Race 3 crossed the Rs 100 crore mark over its opening weekend, making Rs 106.47 crore in domestic box office collections. The action thriller has emerged as the second highest opening weekend earner of the year so far after period saga Padmaavat that had made Rs 114 crore, but it had a five-day extended weekend compared to Race 3’s three days.

Despite a relatively slow start on Friday, the Remo D’Souza directed film had notched up the highest opening day figure of the year so far, with Rs 29.17 crore. And industry experts remained hopeful.

Race 3 records a gigantic start, despite pre-Eid making a dent in its business, emerges as the biggest opener of 2018 so far,” trade analyst Taran Adarsh tweeted. “With Eid festivities commencing, it is expected to post massive numbers.”

With Rs 38.14 crore and Rs 39.16 crore on Saturday and Sunday respectively, Khan’s film didn’t disappoint.

Adarsh added that Race 3 is the fourth Salman Khan-starrer to cross Rs 100 crore in three days after Bajrangi Bhaijaan (Rs 102.60 crore), Sultan (Rs 105.53 crore) and Tiger Zinda Hai (Rs 114.93 crore). The film that released in 5,000 screens globally, is also doing well overseas including the Middle East, Australia and New Zealand.

To be sure, the action thriller also featuring Anil Kapoor, Jacqueline Fernandez and Bobby Deol, is riding entirely on Khan’s shoulders. And the mixed reviews haven’t affected its box office performance yet. As with his other Eid blockbusters like KickDabangg and Bodyguard, the Khan fans seem to have poured in regardless of what critics have to say.

“Of course, Salman Khan is a huge draw and his fan following, particularly for Eid releases, is incomparable,” said film trade and exhibition expert Girish Johar. “It’s like the film is part of people’s celebrations and they come in hordes even if the reviews don’t match expectations.”

Khan also seems to have trumped the bad luck surrounding his age-old Eid dominance with Race 3. The undiminished track record with films like Wanted (Rs 60.24 crore), Dabangg (Rs 138.88 crore), Bodyguard (Rs 148.86 crore), Ek Tha Tiger (Rs 198.78 crore), Kick (Rs 231.85 crore), Bajrangi Bhaijaan (Rs 320.34 crore) and Sultan (Rs 30.45 crore) had suffered a dent last year with director Kabir Khan’s Tubelight (Rs 119.26 crore).

“With Tubelight, it was probably a case of wrong timing. It wasn’t a film meant for Eid when people just want to have mad fun and are not looking for a heart-wrenching story,” Johar pointed out.

To be sure, the real test for Khan’s film begins on Monday, with the end of the holiday weekend. Unlike his last release, Tiger Zinda Hai, which enjoyed an uninterrupted run post Christmas, Race 3 will have to combat Ranbir Kapoor-starrer Sanju directed by Rajkumar Hirani that releases in less than two weeks.

“That is a big obstacle, given the fantastic traction the trailer has garnered. Khan’s star power has worked till now, let’s see if the film’s content will hold up here onwards,” Johar said predicting the film’s first week to close somewhere around Rs 135 crore.

मेसी ने गंवाई फ्री किक

 

अर्जेंटीना के सुपरस्टार लियोनेल मेसी को फीफा विश्व कप में आइसलैंड के खिलाफ खेले गए मैच के दूसरे हाफ में मिले पेनल्टी किक पर गोल के अवसर से चूकने का अफसोस है। विश्व कप में ग्रुप-डी में शनिवार रात को दोनों टीमों के बीच खेला गया मैच 1-1 से ड्रॉ पर समाप्त हुआ।

समाचार एजेंसी एफे की रिपोर्ट के अनुसार बार्सिलोना के दिग्गज मेसी ने मैच के बाद कहा कि पेनल्टी किक पर गोल करने का अवसर गंवाने का अफसोस है, क्योंकि इससे हमें बहुत अच्छा फायदा मिलता। मेसी ने कहा, हमने ड्रॉ के बावजूद भी आशा नहीं छोड़ी थी और जीत की इच्छा प्रबल थी। हम जीत के काबिल थे।

हमने आइसलैंड के डिफेंस में कमी तलाशने की कोशिश की थी, लेकिन हम नहीं ढूंढ पाए। अर्जेंटीना के खिलाड़ी मेसी ने हालांकि, इस मैच का प्रभाव उनके अगले मैच पर पडऩे से साफ इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि टीम के पास आराम करने का समय है और वे अगले मैच के लिए पूरी तरह से तैयार होंगे।

Happy Father’s Day

 

प्रस्तुत हैं पिता को समर्पित कुछ पंक्तियाँ जाने maआने लोगों की :-

 

निदा फाजली :-

 

तुम्हारी कब्र पर मैं, फ़ातेहा पढ़ने नही आया,
मुझे मालूम था, तुम मर नही सकते

तुम्हारी मौत की सच्ची खबर, जिसने उड़ाई थी, वो झूठा था,
वो तुम कब थे?, कोई सूखा हुआ पत्ता, हवा मे गिर के टूटा था ।

मेरी आँखे
तुम्हारी मंज़रो मे कैद है अब तक
मैं जो भी देखता हूँ, सोचता हूँ
वो, वही है
जो तुम्हारी नेक-नामी और बद-नामी की दुनिया थी ।

कहीं कुछ भी नहीं बदला,
तुम्हारे हाथ मेरी उंगलियों में सांस लेते हैं,
मैं लिखने के लिये जब भी कागज कलम उठाता हूं,
तुम्हे बैठा हुआ मैं अपनी कुर्सी में पाता हूं |

बदन में मेरे जितना भी लहू है,
वो तुम्हारी लगजिशों नाकामियों के साथ बहता है,
मेरी आवाज में छुपकर तुम्हारा जेहन रहता है,
मेरी बीमारियों में तुम मेरी लाचारियों में तुम |

तुम्हारी कब्र पर जिसने तुम्हारा नाम लिखा है,
वो झूठा है, वो झूठा है, वो झूठा है,
तुम्हारी कब्र में मैं दफन तुम मुझमें जिन्दा हो,
कभी फुरसत मिले तो फातहा पढनें चले आना |

 

एहसानमन्द हूँ पिता: सविता सिंह

एहसानमन्द हूँ पिता
कि पढ़ाया-लिखाया मुझे इतना
बना दिया किसी लायक कि जी सकूँ निर्भय इस संसार में
झोंका नहीं जीवन की आग में जबरन
बांधा नहीं किसी की रस्सी से कि उसके पास ताकत और पैसा था
लड़ने के लिए जाने दिया मुझको
घनघोर बारिश और तूफ़ान में

एहसानमन्द हूँ कि इन्तज़ार नहीं किया
मेरे जीतने और लौटने का
मसरूफ़ रहे अपने दूसरे कामों में

कुमार विश्वास

फिर पुराने नीम के नीचे खड़ा हूं
फिर पिता की याद आई है मुझे
नीम सी यादें ह्रदय में चुप समेटे
चारपाई डाल आंगन बीच लेटे

सोचते हैं हित सदा उनके घरों का
दूर है जो एक बेटी चार बेटे
फिर कोई रख हाथ कांधे पर

कहीं यह पूछता है-

“क्यूं अकेला हूं भरी इस भीड़ में”

मैं रो पड़ा हूं
फिर पिता की याद आई है मुझे
फिर पुराने नीम के नीचे खड़ा हूं

 

 

 

पं. ओम व्यास ‘ओम’

 

पिता, पिता जीवन है, सम्बल है, शक्ति है,

पिता, पिता सृष्टि में निर्माण की अभिव्यक्ति है,

 

पिता अँगुली पकडे बच्चे का सहारा है,

पिता कभी कुछ खट्टा कभी खारा है,

 

पिता, पिता पालन है, पोषण है, परिवार का अनुशासन है,

पिता, पिता धौंस से चलना वाला प्रेम का प्रशासन है,

 

पिता, पिता रोटी है, कपडा है, मकान है,

पिता, पिता छोटे से परिंदे का बडा आसमान है,

 

पिता, पिता अप्रदर्शित-अनंत प्यार है,

पिता है तो बच्चों को इंतज़ार है,

 

पिता से ही बच्चों के ढेर सारे सपने हैं,

पिता है तो बाज़ार के सब खिलौने अपने हैं,

 

पिता से परिवार में प्रतिपल राग है,

पिता से ही माँ की बिंदी और सुहाग है,

 

पिता परमात्मा की जगत के प्रति आसक्ति है,

पिता गृहस्थ आश्रम में उच्च स्थिति की भक्ति है,

 

पिता अपनी इच्छाओं का हनन और परिवार की पूर्ति है,

पिता, पिता रक्त निगले हुए संस्कारों की मूर्ति है,

 

पिता, पिता एक जीवन को जीवन का दान है,

पिता, पिता दुनिया दिखाने का अहसान है,

 

पिता, पिता सुरक्षा है, अगर सिर पर हाथ है,

पिता नहीं तो बचपन अनाथ है,

 

पिता नहीं तो बचपन अनाथ है,

तो पिता से बड़ा तुम अपना नाम करो,

पिता का अपमान नहीं उनपर अभिमान करो,

 

क्योंकि माँ-बाप की कमी को कोई बाँट नहीं सकता,

और ईश्वर भी इनके आशिषों को काट नहीं सकता,

 

विश्व में किसी भी देवता का स्थान दूजा है,

माँ-बाप की सेवा ही सबसे बडी पूजा है,

 

विश्व में किसी भी तीर्थ की यात्रा व्यर्थ हैं,

यदि बेटे के होते माँ-बाप असमर्थ हैं,

 

वो खुशनसीब हैं माँ-बाप जिनके साथ होते हैं,

क्योंकि माँ-बाप के आशिषों के हाथ हज़ारों हाथ होते हैं।

Live Demonstration Portrait by Prof. Vilas

Chandigarh Lalit Kala Akademi  & Open Hand Art Studios organises Live Demonstration Portrait by Prof. Vilas Tonape an US based Indian artist today 17th June 2018 (Sunday) at 11.00 AM to 4 Pm at Open Hand Art Studios,   Le Corbusier Centre, Sec-19, Madhya Marg, Chandigarh.

मनीष कपूर के नाटक “मरन – ओ – प्रान्त” का मंचन आज

 

दृष्टि थिएटर कल्ब के नाटक ” मरण-ओ-प्रान्त” का मंचन आज 17 जून को दोपहर 1:00 बजे टगोर थिएटर में किया जाएगा.

नाटक का निर्देशन मनीष कपूर ने किया है

पॉल पोग्बा द्वारा 81वें मिनट में किए गए गोल से जीता फ्रांस

स्टार स्ट्राइकर पॉल पोग्बा द्वारा 81वें मिनट में किए गए गोल के दम पर पूर्व विजेता फ्रांस ने शनिवार को कजान एरिना स्टेडियम में खेले गए ग्रुप सी मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 2-1 से हराकर फीफा विश्व कप-2018 का आगाज जीत के साथ किया। फ्रांस के लिए एंटोनियो ग्रीजमैन (58वें मिनट) और पोग्बा ने गोल किए, जबकि ऑस्ट्रेलिया के लिए कप्तान मिले जेडिनाक (62वें मिनट) ने गोल किया। ग्रीजमैन और जेडिनाक ने गोल पेनल्टी किक पर किए।

पहला हाफ पूरी तरह से ऑस्ट्रेलिया के नाम रहा, जो फ्रांस के मजबूत आक्रमण पंक्ति को रोक पाने में सफल रहा। ऑस्ट्रेलिया ने फ्रांस को ज्यादा मौके नहीं बनने दिए और उसके मुख्य खिलाड़ी ग्रीजमैन को खुलकर नहीं खेलने दिया, लेकिन दूसरे हाफ में वो अपन खेल को जारी नहीं रख पाई। फ्रांस का खेल हालांकि ऑस्ट्रेलिया से बेहतर था, लेकिन उसकी कमजोरी इस हाफ में मिले मौकों को अंजाम तक न पहुंचना रही।

दूसरे हाफ में नजारा पूरी तरह से अलग रहा। फ्रांस ने इस हाफ में ऑस्ट्रेलिया को डिफेंस को व्यस्त रखा। मैच के तीनों गोल दूसरे हाफ में ही आए। पहले हाफ में फ्रांस को गोल करने का सबसे करीबी मौका मैच के दूसरे मिनट में मिला था। फ्रांस के स्टार खिलाड़ी कायलिन म्बाप्पे ने ऑस्ट्रेलियाई डिफेंस को भेदकर दाएं कोने से गोल करने की कोशिश की। उनके इस प्रयास को ऑस्ट्रेलिया के गोलकीपर मैट यार्न ने नकार दिया।

आठवें मिनट में म्बाप्पे ने ग्रीजमैन के साथ मिलकर एक और प्रयास किया लेकिन फ्री किक पर दोनों खिलाड़ी अपनी टीम को बढ़त दिलाने से चूक गए। 17वें मिनट में ऑस्ट्रेलिया के पास भी गोल करने का पहला मौका आया। एरोन मूय ने गोलपोस्ट पर निशाना लगाया लेकिन वह गोलकीपर को भेद नहीं पाए। पहले हाफ के अंत में ग्रीजमैन और पॉल पोग्बा ने कुछ मौके जरूर बनाए लेकिन वह ज्यादा करीबी नहीं थे। उन मौकों ने रोकने में मैट को परेशानी नहीं हुई। दूसरा हाफ रोमांचक रहा।

में दुनिया के सबसे बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ी हूँ : नेमार

ब्राजीलियाई स्ट्राइकर नेमार ने कहा है कि वे दुनिया के सबसे बेहतरीन फुटबॉल खिलाड़ी हैं क्योंकि अर्जेंटीना के लियोनेल मेसी और पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो इस ग्रह के हैं ही नहीं। समाचार एजेंसी एफे के मुताबिक यूट्यूब चैनल पर जारी एक वीडियो में नेमार ने कहा, मेसी और रोनाल्डो इस ग्रह के हैं ही नहीं, वे किसी अन्य ग्रह से हैं। मैं इस ग्रह से हूं और इसलिए मैं दुनिया का सबसे अच्छा फुटबॉल खिलाड़ी हूं।

नेमार ने कहा कि मजाक अपनी जगह है लेकिन वे अपने खेल और रूस में जारी विश्व कप में अपनी टीम के अभियान को लेकर संजीदा हैं और वे चाहते हैं कि ब्राजील रूस में छठी बार विश्व कप खिताब अपने नाम करे। चोट से उबरने के बाद टीम में वापसी करते हुए विश्व कप में टीम की कमान संभाल रहे नेमार ने कहा कि अब वे पहले से काफी अच्छा महसूस कर रहे हैं।

सलाह खेल रहे होते तो हमारी टीम अच्छी होती : कूपर

मिस्र की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम के कोच हेक्टर कूपर को उरुग्वे के साथ हुए फीफा विश्व कप के पहले मुकाबले में अपने स्टार खिलाड़ी मोहम्मद सलाह के नहीं खेल पाने का अफसोस है। उरुग्वे ने यह मैच 1-0 से जीता। कूपर ने कहा, उम्मीद है कि सलाह हमारे अगले मैच में खेलेंगे। वे हमारे लिए बहुत अहम खिलाड़ी हैं। इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता। अगर वे खेल रहे होते तो हमारी टीम अच्छी होती।

हमें उम्मीद है कि अगले मैचों में वे हमारे लिए अहम योगदान देंगे। मिस्र का अगला मैच मेजबान रूस से है, जिसने अपने पहले मैच में सउदी अरब को 5-0 से हराया था। कूपर ने कहा कि रूस के खिलाफ उनकी टीम हर हाल में जीत के लिए प्रयास करेगी। सलाह खेलेंगे तो हमारी टीम के लिए अच्छा रहेगा। उरुग्वे के खिलाफ उन्हें नहीं खिलाया गया, क्योंकि इसमें जोखिम था।