सोम प्रदोष व्रत कथा, पूजा विधि, उद्यापन विधि

जो प्रदोष व्रत सोमवार के दिन पड़ता है वो सोम प्रदोष व्रत कहलाता है। इस दिन व्रत रखने से भक्तों के अन्दर सकारात्मक विचार आते है और वह अपने जीवन में सफलता प्राप्त करते है।

सोम प्रदोष व्रत कथा


एक नगर में एक ब्राह्मणी रहती थी । उसके पति का स्वर्गवास हो गया था । उसका अब कोई आश्रयदाता नहीं था, इसलिए प्रातः होते ही वह अपने पुत्र के साथ भीख मांगने निकल पड़ती थी । भिक्षाटन से ही वह स्वयं व पुत्र का पेट पालती थी ।

एक दिन ब्राह्मणी घर लौट रही थी तो उसे एक लड़का घायल अवस्था में कराहता हुआ मिला । ब्राह्मणी दयावश उसे अपने घर ले आई । वह लड़का विदर्भ का राजकुमार था । शत्रु सैनिकों ने उसके राज्य पर आक्रमण कर उसके पिता को बन्दी बना लिया था और राज्य पर नियंत्रण कर लिया था, इसलिए वह मारा-मारा फिर रहा था । राजकुमार ब्राह्मण-पुत्र के साथ ब्राह्मणी के घर रहने लगा ।

एक दिन अंशुमति नामक एक गंधर्व कन्या ने राजकुमार को देखा और उस पर मोहित हो गई । अगले दिन अंशुमति अपने माता-पिता को राजकुमार से मिलाने लाई । उन्हें भी राजकुमार भा गया । कुछ दिनों बाद अंशुमति के माता-पिता को शंकर भगवान ने स्वप्न में आदेश दिया कि राजकुमार और अंशुमति का विवाह कर दिया जाए। उन्होंने वैसा ही किया ।

ब्राह्मणी प्रदोष व्रत करती थी । उसके व्रत के प्रभाव और गंधर्वराज की सेना की सहायता से राजकुमार ने विदर्भ से शत्रुओं को खदेड़ दिया और पिता के राज्य को पुनः प्राप्त कर आनन्दपूर्वक रहने लगा । राजकुमार ने ब्राह्मण-पुत्र को अपना प्रधानमंत्री बनाया । ब्राह्मणी के प्रदोष व्रत के माहात्म्य से जैसे राजकुमार और ब्राह्मण-पुत्र के दिन फिरे, वैसे ही शंकर भगवान अपने दुसरे भक्तों के दिन भी फेरते हैं।”

सोम प्रदोष व्रत विधि

सोम प्रदोष व्रत के दिन व्रती को प्रात:काल उठकर नित्य क्रम से निवृत हो स्नान कर शिव जी का पूजन करना चाहिये। पूरे दिन मन ही मन “ऊँ नम: शिवाय ” का जप करें। पूरे दिन निराहार रहें। त्रयोदशी के दिन प्रदोष काल में यानी सुर्यास्त से तीन घड़ी पूर्व, शिव जी का पूजन करना चाहिये। सोम प्रदोष व्रत की पूजा शाम 4:30 बजे से लेकर शाम 7:00 बजे के बीच की जाती है।

व्रती को चाहिये की शाम को दुबारा स्नान कर स्वच्छ श्वेत वस्त्र धारण कर लें । पूजा स्थल अथवा पूजा गृह को शुद्ध कर लें। यदि व्रती चाहे तो शिव मंदिर में भी जा कर पूजा कर सकते हैं। पांच रंगों से रंगोली बनाकर मंडप तैयार करें। पूजन की सभी सामग्री एकत्रित कर लें। कलश अथवा लोटे में शुद्ध जल भर लें। कुश के आसन पर बैठ कर शिव जी की पूजा विधि-विधान से करें। “ऊँ नम: शिवाय ” कहते हुए शिव जी को जल अर्पित करें। इसके बाद दोनों हाथ जो‌ड़कर शिव जी का ध्यान करें।

न का स्वरूप- करोड़ों चंद्रमा के समान कांतिवान, त्रिनेत्रधारी, मस्तक पर चंद्रमा का आभूषण धारण करने वाले पिंगलवर्ण के जटाजूटधारी, नीले कण्ठ तथा अनेक रुद्राक्ष मालाओं से सुशोभित, वरदहस्त, त्रिशूलधारी, नागों के कुण्डल पहने, व्याघ्र चर्म धारण किये हुए, रत्नजड़ित सिंहासन पर विराजमान शिव जी हमारे सारे कष्टों को दूर कर सुख समृद्धि प्रदान करें।

ध्यान के बाद, सोम प्रदोष व्रत की कथा सुने अथवा सुनायें। कथा समाप्ति के बाद हवन सामग्री मिलाकर 11 या 21 या 108 बार “ऊँ ह्रीं क्लीं नम: शिवाय स्वाहा ” मंत्र से आहुति दें । उसके बाद शिव जी की आरती करें। उपस्थित जनों को आरती दें। सभी को प्रसाद वितरित करें । उसके बाद भोजन करें । भोजन में केवल मीठी सामग्रियों का उपयोग करें।

सोम प्रदोष व्रत उद्यापन विधि

स्कंद पुराणके अनुसार व्रती को कम-से-कम 11 अथवा 26 त्रयोदशी व्रत के बाद उद्यापन करना चाहिये। उद्यापन के एक दिन पहले( यानी द्वादशी तिथि को) श्री गणेश भगवान का विधिवत षोडशोपचार विधि से पूजन करें तथा पूरी रात शिव-पार्वती और श्री गणेश जी के भजनों के साथ जागरण करें। उद्यापन के दिन प्रात:काल उठकर नित्य क्रमों से निवृत हो जायें। स्वच्छ वस्त्र धारण करें। पूजा गृह को शुद्ध कर लें। पूजा स्थल पर रंगीन वस्त्रों और रंगोली से मंडप बनायें । मण्डप में एक चौकी अथवा पटरे पर शिव-पार्वती की प्रतिमा स्थापित करें। अब शिव-पार्वती की विधि-विधान से पूजा करें। भोग लगायें। सोम प्रदोष व्रत की कथा सुने अथवा सुनायें।

अब हवन के लिये सवा किलो (1.25 किलोग्राम) आम की लकड़ी को हवन कुंड में सजायें। हवन के लिये गाय के दूध में खीर बनायें। हवन कुंड का पूजन करें । दोनों हाथ जोड़कर हवन कुण्ड को प्रणाम करें। अब अग्नि प्रज्वलित करें। तदंतर शिव-पार्वती के उद्देश्य से खीर से ‘ऊँ उमा सहित शिवाय नम:’ मंत्र का उच्चारण करते हुए 108 बार आहुति दें। हवन पूर्ण होने के पश्चात् शिव जी की आरती करें । ब्राह्मणों को सामर्थ्यानुसार दान दें एवं भोजन करायें। आप अपने इच्छानुसार एक या दो या पाँच ब्राह्मणों को भोजन एवं दान करा सकते हैं। यदि भोजन कराना सम्भव ना हो तो किसी मंदिर में यथाशक्ति दान करें। इसके बाद बंधु बांधवों सहित प्रसाद ग्रहण करें एवं भोजन करें।

इस प्रकार उद्यापन करने से व्रती पुत्र-पौत्रादि से युक्त होता है तथा आरोग्य लाभ होता है। इसके अतिरिक्त वह अपने शत्रुओं पर विजय प्राप्त करता है एवं सम्पूर्ण पापों से मुक्त होकर शिवधाम को पाता है।

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आज का पंचांग

विक्रमी संवत्ः 2077, 

शक संवत्ः 1942, 

मासः वैशाख़, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः त्रयोदशी रात्रि 03.12 तक है, 

वारः सोमवार, 

नक्षत्रः पूर्वाभाद्रपद (की वृद्धि है जो कि सोमवार को प्रातः 07.23 तक है, 

योगः ऐन्द्र रात्रि 08.30 तक, 

करणः गर, 

सूर्य राशिः मेष, 

चंद्र राशिः मीन, 

राहु कालः प्रातः 7.30 से प्रातः 9.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 06.55, 

सूर्यास्तः 06.45 बजे।

नोटः आज श्री सोम प्रदोष व्रत है।

विशेषः आज पूर्व दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर सोमवार को दर्पण देखकर, दही, शंख, मोती, चावल, दूध का दान देकर यात्रा करें।

कुछ राज्यों में लॉकडाउन से सीमित छूट

नई दिल्ली: 

सरकार ने सोमवार से कोरोना वायरस के संक्रमण मुक्त इलाकों में सीमित छूट देने की बात कही है. लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का सख्ती से पालन सुनिश्चित कराने को कहा गया है. इसी बीच, कई राज्य सरकारों ने लॉकडाउन में कोई छूट नहीं देने का फैसला किया है. थोड़ी बहुत भ्रम की स्थिति भी बनी हुई है. लोग जानना चाहते हैं कि 20 अप्रैल से क्या खुलेगा और क्या बंद रहेगा. क्या ऑनलाइन ऑर्डर देकर कोई सामान मंगवाया जा सकता है? या फिर ऑनलाइन फूड डिलीवरी जारी रहेगी या बंद रहेगी.

कहां मिलेगी छूट

स्वास्थ्य मंत्रालय ने साफ कहा है कि कोरोना के संक्रमण से मुक्त रहे इलाकों में लॉकडाउन के नियमों में सीमित छूट दी जाएगी. लेकिन यहां इस बात पर ध्यान देना जरूरी है कि कोरोना संक्रमण के प्रभाव वाले हॉटस्पॉट जिलों में तीन मई तक कोई छूट नहीं मिलेगी. इन जिलों में लॉकडाउन का सख्ती से पालन करवाया जाएगा. हॉटस्पॉट से आशय उन इलाकों से है जिनमें संक्रमण के काफी अधिक मामले पाए गए या जिनमें संक्रमण के मामले चार दिन में दोगुना होने की दर पाई गई हो. 

किन-किन क्षेत्रों में छूट मिलेगी

संक्रमण मुक्त क्षेत्रों में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को पटरी पर लाने के लिए कृषि संबंधी गतिविधियों की छूट दी जाएगी. इन इलाकों में विभिन्न गतिविधियों की आंशिक छूट मिलेगी, उन क्षेत्रों में यात्रा सेवाए, शैक्षिक संस्थान, सामाजिक, राजनीतिक, धार्मिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियां पहले की तरह ही तीन मई तक प्रतिबंधित होंगी. सिनेमा तथा मॉल सहित आवश्यक सेवाओं से इतर अन्य सेवाओं से जुड़े सभी व्यापारिक प्रतिष्ठान भी बंद रहेंगे.

आईटी और आईटीईएस क्षेत्र को 50 प्रतिशत क्षमता के साथ संचालित होने इजाजत दी जाएगी. स्वरोजगार वाले इलेक्ट्रेशियन, सूचना प्रौद्योगिकी मरम्मत, प्लंबर, मोटर मैकेनिक, बढ़ई को भी लोगों के लिये सेवा उपलब्ध करने की इजाजत होगी. राजमार्गों के किनारे स्थित ढाबा, ट्रक मरम्मत दुकानें और सरकारी गतिविधियों के लिये कॉल सेंटर भी 20 अप्रैल से खुलेंगे. गर्मी के मौसम को ध्यान में रखते हुए एयर कंडीशनर्स, एयर कूलर, पंखों की बिक्री तथा उनकी मरम्मत की दुकानों को भी आवश्यक सामान या सेवाओं के दायरे में लाया गया है तथा उन्हें खुलने और काम करने की अनुमति दी गई है. 

गैर-जरूरी वस्तुओं पर लगाई पाबंदी

सरकार ने रविवार को यू-टर्न लेते हुए लॉकडाउन के दौरान ई-कॉमर्स कंपनियों द्वारा गैर-जरूरी वस्तुओं की बिक्री पर रोक लगा दी. गौरतलब है कि चार दिन पहले ई-कॉमर्स कंपनियों को मोबाइल फोन, रेफ्रिजरेटर और रेडीमेड परिधान आदि की बिक्री की अनुमति दी गई थी, लेकिन अब इस ‘छूट’ को वापस ले लिया गया है. 15 अप्रैल को जारी आदेश में ई-कॉमर्स कंपनियों को 20 अप्रैल से गैर-जरूरी सामान की बिक्री की अनुमति दी गई थी. ई-कॉमर्स कंपनियों ने आर्डर लेने शुरू कर दिए थे लेकिन फैसला वापस ले लिया गया क्योंकि ऐसा महसूस हुआ कि सामानों की सूची बहुत व्यापक है और इससे कोरोना वायरस महामारी से निपटने के लिए लागू पाबंदियों पर असर पड़ सकता है.

जहां तक ऑनलाइन फूड डिलीवरी का सवाल है तो हर राज्य अपने यहां कोरोना संक्रमण के हालात को देखते हुए निर्णय ले रहे हैं. फूड डिलीवरी आवश्यक सेवा के अंतर्गत आती है. तेलंगाना में इस पर प्रतिबंध लगाए जाने की खबर है.

राज्यवार जानिए कहां कितनी छूट

दिल्ली में लॉकडाउन की शर्तों में कोई छूट नहीं है. महाराष्ट्र में ग्रीन-ऑरेंज ज़ोन में कल से उद्योगों को थोड़ी ढील दी गई है. कृषि और ज़रूरी चीज़ों पर प्रतिबंध नहीं है. 

पंजाब सरकार तीन मई तक कर्फ्यू में कोई ढील नहीं देगी, केवल गेहूं की खरीद होगी

पंजाब सरकार ने रविवार को कहा कि वह तीन मई तक गेंहू की खरीद को छोड़कर कर्फ्यू में और कोई छूट नहीं देगी. मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने कोरोना वायरस महामारी के कारण उभरे हालात को लेकर प्रशासन और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक कर वर्तमान स्थिति का जायजा लेने के बाद यह घोषणा की. सिंह तीन मई को फिर से हालात का जायजा लेंगे. इस फैसले के साथ ही 20 अप्रैल से दी गई सभी तरह की छूट को वापस ले लिया गया है. 

तेलंगाना में लॉकडाउन को सात मई तक के लिए बढ़ाया गया

तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने राज्य में जारी लॉकडाउन को सात मई तक बढ़ाए जाने की रविवार को घोषणा की. राज्य मंत्रिमंडल की बैठक के बाद संवाददाताओं से बात करते हुए उन्होंने कहा कि राज्य में लॉकडाउन को सख्त तरीके से लागू किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सोमवार से राज्य में फूड डिलीवरी ऐप के संचालन की अनुमति नहीं होगी.

कर्नाटक सरकार ने लॉकडाउन 21 अप्रैल की मध्यरात्रि तक बढ़ाया

कर्नाटक सरकार ने गृह मंत्रालय द्वारा लागू लॉकडाउन को 21 अप्रैल मध्यरात्रि तक बढ़ाने के लिए रविवार को नए आदेश जारी किए सूत्रों ने कहा कि सरकार 21 अप्रैल के बाद लॉकडाउन में छूट देने पर विचार कर रही है और सोमवार को होने वाली राज्य मंत्रिमंडल की बैठक में इसपर चर्चा हो सकती है. 

दिल्ली में लॉकडाउन से राहत नहीं  

मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने रविवार को कहा कि दिल्ली सरकार कम से कम एक सप्ताह तक लॉकडाउन में कोई छूट नहीं देगी क्योंकि ऐसा प्रतीत हो रहा है कि कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से फैल रहा है. हालांकि, केजरीवाल ने लोगों को आश्वासन दिया कि स्थिति नियंत्रण में है और सरकार एक हफ्ते बाद फिर से स्थिति का आकलन करेगी और देखेगी कि क्या छूट दी जा सकती है. दिल्ली के मुख्य सचिव विजय देव की ओर से जारी एक आदेश के मुताबिक सरकार 27 अप्रैल को स्थिति की समीक्षा करेगी.  

राजस्थान में बाहर निकलने की छूट नहीं 

राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रविवार को कहा कि सोमवार से शुरू होने वाले संशोधित लॉकडाउन का यह कतई मतलब नहीं है कि लोग घरों से बाहर निकल सकते हैं. उन्होंने कहा कि आवश्यक सेवाओं से जुड़े लोगों के अतिरिक्त कोई बाहर निकला तो कार्रवाई होगी. गहलोत ने कहा संशोधित लॉकडाउन में नगरपालिका के बाहर ग्रामीण क्षेत्रों में उद्योग शुरू हो सकेंगे तथा शहरी क्षेत्रों में उन्हीं उद्योगों को सीमित छूट दी गई है, जिनमें श्रमिकों को फैक्ट्री में रखने की उचित व्यवस्था उपलब्ध है. मुख्यमंत्री ने कहा कि आवश्यक सेवाओं के लिए पूर्व में जो पास जारी किए गए हैं, वे आगे भी मान्य होंगे. नए ई-पास ऑनलाइन बनाए जाएंगे. 

जमात पर चले देश द्रोह का मुक़द्दमा: इक़बाल अंसारी

डेमोक्रेटिकफ्रंट॰कॉम(ब्यूरो)लखनऊ:

बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी ने तब्लीगी जमात के ऊपर देशद्रोह का मुकदमा दर्ज किए जाने की मांग की है। इकबाल अंसारी का आरोप है कि तब्लीगी जमात के लोगों ने देश में कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलाया है। तब्लीगी जमात के लोगों को सरकार ने पहले ही चेतावनी दी थी कि वह भीड़ न इकट्ठा करें, फिर भी जमात के लोगों ने एज्तेमा आयोजित किया। इसके बाद पूरे देश में कोरोना संक्रमण को फैलाया।

इकबाल अंसारी का कहना है कि सरकार ने जमात के लोगों को इलाज के लिए बुलाया लेकिन उसके बाद भी जमात के लोग सामने नहीं आए। आज पूरे देश में जमात की वजह से संक्रमण फैला है। ऐसे लोगों के खिलाफ सरकार को देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करना चाहिए। 

केंद्र और राज्य सरकार के प्रयासों की तारीफ

कोरोना से जंग में मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार की इकबाल अंसारी ने सराहना की. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के खिलाफ सरकार ने पूरी ताकत लगा रखी है. कोरोना देश से जल्द ही समाप्त होगा, बस जनता सरकार के निर्देशों का पालन करे जब सरकार के निर्देशों का पालन होगा तो कोरोना संक्रमण समाप्त होगा और पीएम नरेंद्र मोदी व सीएम योगी आदित्यनाथ की जीत होगी। इकबाल अंसारी का कहना है कि कोरोना संक्रमण किसी जाति धर्म को देख कर नही संक्रमित कर रहा है। ऐसे में जमात के लोगों को देश के बारे में सोचना चाहिए था। लेकिन जमात के लोगों ने जो किया वह देशद्रोह है।

कोरोना : त्रासदी के साथ अवसर भी @ भारत

      ऐसा माना जा रहा  है कि साल 2020 की शुरुआत ही कोरोना नामक वायरस का मानव पर हमले से हुई और  चीन के  एक शहर वुहान मे चमगादड़ से यह वायरस इन्सान के शरीर मे आया है यह  अत्यंत चिंता  एवं  खोज का विषय तो है ही पर   सवाल चीन की नियत पर  भी उठ रहा है कि  कंही  I विश्व शक्ति बनने की दौड़ मे कभी चीन तो यह नहीं कर रहा है  । विश्व शक्ति बनने के इस  विनाशकारी खेल मे कई बार अमरीका और पूर्व सोवियत संघ रूस आमने सामने आ चुके थे  पर क्या हासिल हुआ यह  सर्व विदित  है

इस  महामारी  से भारत भी अछूता नहीं है 

      पर आशावादी नजरिये से आज के इस लेख क़े माध्यम से मैं आप का ध्यान  भारत के लिए यह  कोरोना   त्रासदी  क़े साथ अवसर   के तौर पर भी  दिलाना चाहूँगा

प्रो . महिपाल सिंह
पूर्व अकादमिक सलाहकार  
अंसल यूनिवर्सिटी

      अगर  आप आकड़ो के हिसाब से देखे तो यह प्रतीत होता है की भारत सब से कम प्रभावित होने वाले देशो मे शुमार  है, पर साथ ही स्वास्थ्य  सेवाओं के  मापदंडो मे बहुत ही निम्न स्तर पर  है। वही दूसरी और  बेहतरीन स्वास्थय  सेवाओं के बावजूद   यूरोप, अमरीका, ग्रेट ब्रिटेन  जैसे विकसित देश  इस ला – इलाज बीमारी का सामना करने मे लगभग विफल साबित हो रहे  है।

      सभी देशो क़े सामने जो सबसे बड़ा  सवाल खड़ा हो रहा है वो ये कि  आज की  दुनिया चीन पर कितनी निर्भर हो गई है,  सिर्फ इस लिए कि चीनी  सामान सस्ता होता  है  तो हम खुद  क्यों उत्पादन  करे? लगभग दुनिया क़े सभी देशो ने अपने  संसाधनों को किनारे कर क़े पूरी तरह  से अपने   उद्योगों  और श्रमशक्ति को  विराम अवस्था मे डाल दिया है।

       परन्तु  जब  कोविड 19   क़े कारण चीन मे प्रोडक्शन लाइन रुक गई  तो सारी दुनिया क़े बाजार संकट मे आ गए और विश्व प्रसिद्ध स्टॉक एक्सचेंज  ‘वाल स्ट्रीट’ तक  में सन 1929 क़े क्रैश से भी तेज गिरावट दर्ज की  गई।   ब्रितानी   पाउंड 35 साल के  निम्न सत्र पर आ गया क्यों कि ब्रिटेन, यूरोप और अमेरिका तथा भारत सहित विकासशील देशो मे बेचे जाने वाली 95 % एंटीबायोटिक दवा चीन उपलब्ध करवाता है।  यह तो  मात्र एक वस्तु का उदाहरण है ऐसी अनेको वस्तुओ  के लिए दुनिया के देश पूर्णतया चीन पर निर्भर हो चुके है।

       अब   भारत क़े पास मैन्युफैक्चरिंग  क्षेत्र मे चीन की जगह लेने का भरपूर अवसर है,  दुनिया के  देशो  के  लिए दवाओं से लेकर स्मार्टफोन  तक  अनेको वस्तुओ की सप्लाई चेन टूट गई है।  इस कारण अफोर्डेबल मैन्युफैक्चरिंग क़े लिए  चीन का विकल्प ढूंढा जा रहा है, बल्कि जापान जैसे कुछ विकसित देशो ने तो चीन मे कार्यरत अपनी कम्पनियों   पलायन कर   दूसरे विकासशील देशो मे उद्योग स्थापित करने की सलाह  तक दे दी है  अब इस   अवसर को भांपते हुए  भारत ने समझदारी भरे कदम उठाये तो यह मौका उनके हाथ लग सकता है। बस शर्त भारत की राजनैतिक इच्छा शक्ति  स्मार्ट अफसरशाही  तथा वर्क फोर्स को ज़्यादा सक्ष्म  और स्किल्ड हो। साथ साथ  अपने हितो को ध्यान मे रख कर विदेशी कम्पनीओ क़े लिए राह और भी आसान बनानी होगी,  तभी आप हर हाथ को काम देने क़े सपने को साकार कर सकते हैं। तब तक सामान  क्षेत्रीय विकास की नीति बना कर प्रवासी मजदूरों की समस्या से निजात  पाई जा सकती है और सही  मे मायनो मे  जी डी पी और प्रति व्यक्ति आय को बढ़ाया जा  सकता  है।

      गौरतलब है कि  भारत के पास  सिर्फ मलेरिया से लड़ने की सब से सस्ती  एक दवा हाइड्रोक्सी क्लोरोकुनीन  है और दुनिया क़े सब मुल्को मे सबसे अधिक भारत मे बनाई जाती है  विश्व स्वास्थ्य संगठन WHO तथा विकसित देशो के डॉक्टर  इस  दवाई को  कोरोना क़े इलाज मे सब से ज़्यादा कारगर  बता रहे  है

   और विश्व शक्ति  समझने वाले ये  देश आप से इस दवा को  लेने क़े लिए मिन्नत कर रहे है और अपने करोडो  नागरिको  की जिंदगी बचाने  के लिए  उम्मीद भरी नजरो  से आप की तरफ    देख रहे है  अमरीका जहा आप का दिल से शुक्रिया अदा  कर रहा है वही ब्राजील के राष्ट्रपति इस दवा को  हनुमान जी  की संजीवनी बूटी की  संज्ञा दे रहे है तो जरा कल्पना करो आज आप क़े पास  वेंटीलेटर मास्क तथा मानव रक्षक दवाओं का भंडार और  बनाने की क्षमता और कौशल होता तो आप आज अरबो खरबो का व्यापर कर चुके होते और दुनिया मे आप की साख  भी बढ़ती।

      इस आपदा से  यह भी  जगजाहिर  हो गया की हमारे देश का  स्वास्थ्य  तंत्र कितना लचर  है और हॉस्पिटलों  मे  जीवन रक्षक  मेडिकल उपकरण जैसे  मास्क, वेंटिलेटर्स आदि की कमी की बहुत ही  भयावह तस्वीर सामने आई है,  हम कितने सजग है और किन किन  उपकरणों का अपने देश मे निर्माण करते  है और क्या नहीं  तथा   ऐसी वस्तुओ के लिए हम करोडो डॉलर इम्पोर्ट पर खर्च करते है  जो हम अपने कौशल के बल पर देश मे ही निर्माण कर सकते है  यह सही  वक्त है इन अवसरों को  निर्माण मे बदलने का

      देश की राज्य सरकारों  और केंद्रीय सरकार को  साहस जुटाना  होगा वस्तुओ क़े निर्माण  और अनुसन्धान का  उपभोक्तावादी सोच से ऊपर उठ कर निर्माता की सोच बनानी होगी आज यह भी निश्चित हो चुका है की दुनिया को भारत  से कौन सी वस्तुए चाहिए। आज  विश्व समुदाय  हमारी  प्रतीक्षा कर रहा है  

      जैसा की विश्व सतर पर अनुमान लगाया जा रहा है की अगर इस कोरोना बीमारी की उत्पत्ति और प्रसार मे चीन की कुटिल नीयत  शामिल है तो विश्व समुदाय अपने  लाखो  निर्दोष नागरिको  की मौतों  का बदला जरूर लेगा और परिणाम स्वरूप   बहुत ही जबरदस्त आर्थिक प्रतिबंद चीन पर लगाए जा  सकते है  तब तो भारत की पौ बारह हो सकती है

       मेरा अनुमान है की वो समय आ गया है की आप “मेक इन इंडिया” के साथ “मेक बाय इंडिया” का सपना भी साकार कर सकते है उस क़े पीछे एक और सटीक दलील यह  है की  चीन क़े अलग थलग  पड़ने पर  सिर्फ  भारत क़े  पास ही मैनपावर और उद्योगिक इंफ़्रा, निवेश के लिए अनुकूल माहौल मौजूद है जो स्वयं  भारत की घरेलू  जरुरत  और  विश्व की वस्तु निर्माण कंपनियों की जरूरतों को  पूरा कर सकती है।  ऐसी परिस्थितियों  के सन्दर्भ  मे  भगवान श्री कृष्ण ने  विश्व प्रसिद्ध गीता उपदेश मे यही बताया था  की अवसर सिर्फ  अवसर होता है उस क़े साथ कोई किन्तु परन्तु  मत करो  बल्कि जितना जल्दी हो  सके उसका फायदा उठाना चाहिए

            भारत मे अपार सम्भावनाओ के मद्दे नजर   कुछ  क्षेत्रों जैसे कृषि (फल, फूल, मसाले) प्रसंस्करण क्षेत्र, फार्मा क्षेत्र, केमिकल, पेट्रोकेमिकल, आयुर्वेदिक दवा, एक्सपोर्ट, ऑटो पार्ट्स निर्माण, टाइल एवं सेरेमिक उत्पाद, इंटीरियर, हाउस होल्ड गुड्स, डायमंड स्टोन क्राफ्टिंग, वुड एंड प्लास्टिक फर्नीचर गुड्स, मेडिकल औजार  जैसे  डाइलिसिस मशीन, वेंटिलेटर्स, मॉनिटर और सहायक साजो सामान  के स्व देशी  निर्माण  के लिए क्रन्तिकारी विश्व निर्माता नीति बना कर  समयबद्ध और  चरणबद्ध   तरीके से  लागू कर क़े दुनिया क़े सामने मिसाल पेश कर सकते है 

कोरोना के लिए बबीता ने जमात को लिया आड़े हाथ तो आहत हुई स्वरा

हरियाणा के चरखी दादरी से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाली अंतरराष्ट्रीय पहलवान बबीता फोगाट (Wrestler Geeta Phogat) सुर्खियों में हैं। पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लेने वाले कोरोना वायरस के कारण भारत में खराब होती स्थिति पर बबीता फोगाट ने Tweet किया को बवाल मच गया। बबीता ने तब्लीगी जमातियों को जाहिल बताते हुए 15 अप्रैल को Tweet किया था, जिस पर तीन दिन बाद खूब विवाद हुआ। इस Tweet पर यूजर्स ने बबीता फोगाट को जमकर ट्रोल किया और फोन पर धमकियां भी दीं। इसके बाद बबीता ने एक वीडियो शेयर करते हुए कहा कि वह कोई जायरा वसीम (Zaira Wasim) नहीं हैं, जो धमकियोंं से डरकर घर बैठ जाएंगी। वे हमेशा लड़ती रहेंगी।

चंडीगढ़: 

अभिनेत्री स्वरा भास्कर और धाकड़ गर्ल बबीता फोगाट (Babita Phogat) कोरोना संक्रमण पर ट्वीट को लेकर आमने-सानमे आ गई हैं. देशभर में फैल रहे कोरोना संक्रमण के मामलों के लेकर बबीता फोगाट ने हाल ही में एक ट्वीट किया था, जिसमें निशाने पर तबलीगी जमात से जुड़े लोग थे. इसे लेकर बबीता के खिलाफ बॉलीवुड एक्ट्रेस स्वरा भास्कर भी मैदान में कूद पड़ी हैं. स्वरा ने बबीता फोगाट को घरेने की कोशिश करते हुए एक ट्वीट किया और इसका उन्हें करारा जवाब भी मिला है. दंगल गर्ल बबीता फोगाट ने स्वरा को ट्वीट कर ऐसा जवाब दिया जिसने स्वरा भास्कर की बोलती बंद कर दी.

स्वरा ने ट्विटर पर एक डाटा शेयर किया, जिसमें बताया गया है कि 9-19 मार्च के बीच भारत में कहां-कहां धार्मिक स्थलों पर कितने लोग पहुंचे थे. उन्होंने इस डाटा को शेयर करते हुए अपने ट्वीट में लिखा, ‘बबीता जी यह आंकड़ा भी देखें. क्या इन लाखों भक्तगण के कोरोना टेस्ट हुए हैं?  कृपया, इस पर भी टिप्पणी दें. और तबलीगी जमात के प्रोग्राम को दिल्ली पुलिस ने इजाजत क्यों दी? यह सवाल भी उठाएं, बाकी आपके फैन तो हम हैं ही.’

इस पर करारा जवाब देते हुए बबीता फोगाट (Babita Phogat) ने लिखा, ‘मेरी फैन- मेरी बहन स्वरा भास्कर! बहन 135 करोड़ के हमारे राष्ट्र में महामारी से बचाव के रेस्क्यू प्रयास और टेस्ट सरकार की तरफ से जारी हैं. दिल्ली से तो लाखों मजदूर भी बिहार और उत्तर प्रदेश के लिए निकले, पर कोरोना संक्रमण को फैलाने में सबसे आगे जाहिल जमाती ही क्यों ???’ बबीता फोगाट के इस ताबड़तोड़ जवाब ने स्वरा भास्कर की बोलती बंद कर दी है. स्वरा के तरफ से इस ट्वीट का कोई रिप्लाई नहीं आया है.

दरअसल, भारत में कोरोना (Coronavirus) के बढ़ रहे मामलों पर स्टार पहलवान और बीजेपी नेता बबीता फोगाट ने बीते दिनों तबलीगी जमात को लेकर एक ट्वीट किया था, जिस पर काफी हल्ला हुआ था. इस ट्वीट के बाद उनको सोशल मीडिया पर काफी ट्रोल किया जा रहा था. उसके बाद बबीता ने एक वीडियो शेयर कर अपने आलोचकों को करारा जवाब दिया था.

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आज का राशिफल

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19 अप्रैल 2020: दोस्तों और भाइयों से सहयोग मिलेगा. नए काम शुरू होंगे और सोचे हुए काम भी पूरे होंगे. संपत्ति के कामकाज पर ध्यान देंगे. आपका पराक्रम बढ़ सकता है. सौदेबाजी में बहुत अच्छी सफलता भी मिलने के योग हैं. आपका दिन परिवार, निजी जीवन और पैसों के मामले में ही बीत सकता है. जरूरी कामों की योजना बन सकती है. अपनी जिम्मेदारियों पर पूरा ध्यान दें. पार्टनर के लिए समय निकालें. सेहत के मामले में सावधानी जरूर रखें.

Taurus

19 अप्रैल 2020:  किसी नकारात्मक मामले में फंसे तो आप कोई महत्वपूर्ण मौका भी गंवा सकते हैं. आज आप न कोई फैसला लें और न ही कोई निष्कर्ष निकालें. स्वभाव में तेजी या थोड़ी उलझन रहेगी. दिन आपके लिए थोड़ी सावधानी भरा रहेगा. आज सोच-समझकर बोलें. आज आप दूसरे की बात भी सुनने का ध्यान रखें. पार्टनर के साथ वाहन चलाते समय सावधानी रखें. सेहत ठीक-ठाक ही रहेगी. अच्छा भोजन भी मिलेगा.

Gemini

19 अप्रैल 2020: परेशानियों से निपटने के लिए दिन अच्छा रहेगा. कोई नया ऑफर भी मिल सकता है. सोचे हुए काम शुरू कर दें, आपके काम जल्दी ही पूरे हो जाएंगे. रोजमर्रा के काम पूरे होने में कोई रुकावट नहीं आएगी. आप आगे भी बढ़ेंगे. महत्वपूर्ण मीटिंग और काम करने के लिए दिन शुभ है. समस्याएं भी जल्दी ही खत्म हो जाएंगी.

Cancer

19 अप्रैल 2020: लव लाइफ में गलतफहमियां हो सकती हैं. किसी मामले में लापरवाही न करें. जॉब और बिजनेस में लापरवाही या जल्दबाजी न करें. सोचे हुए काम पूरे होने में थोड़ा समय लग सकता है. आज किसी भी काम में आपको मेहनत ज्यादा करनी पड़ सकती है. कर्क राशि वाले लोग आज सेहत के मामले में लापरवाह न रहें.

Leo

19 अप्रैल 2020: आज आपके सोचे हुए कुछ काम पूरे नहीं हो पाएंगे. कई तरह के विचारों में आज आप उलझ सकते हैं. आप अपने पैसे संभाल कर रखें. लेन-देन और निवेश के मामले में सोच-समझकर फैसला लें. मन में कोई समस्या या परेशानी रहेगी. कड़वी बातें न करें. आज कोई प्लान न बनाएं, पुराने काम निपटा लें, संभलकर रहें. काम में मन नहीं लगने से परेशानी बढ़ सकती है. सेहत के मामले में दिन अच्छा है.

Virgo

19 अप्रैल 2020: बिजनेस में कुछ नई योजनाओं पर काम शुरू हो सकता है. पार्टनर से सहयोग और सुख मिलेगा. लव लाइफ के लिए दिन अच्छा रहेगा. आज सोचे हुए कुछ काम पूरे हो जाएंगे. आपकी मुलाकात महत्वपूर्ण लोगों से हो सकती है. अचानक कोई तरीका आपके दिमाग में आ सकता है. आज अपने काम पर ध्यान दें. अधूरे काम समय पर निपट सकते हैं, धैर्य रखें. आपकी सेहत अच्छी रहेगी. मन भी प्रसन्न रहेगा.

Libra

19 अप्रैल 2020: आज का दिन आपके लिए अच्छा है. आप परिस्थितियों का फायदा उठाकर अपने काम पूरे कर सकते हैं. कामकाज में भी आपका मन लगेगा. आज आपको अचानक कुछ अच्छे अवसर मिल सकते हैं. आप उनका फायदा उठाने के लिए तैयार रहें. अचानक मन में बदलाव आ सकते हैं जो कि आपके लिए फायदेमंद रहेंगे. जीवनसाथी से संबंधों में अनुकूलता रहेगी. पार्टनर से सरप्राइज मिलने के योग हैं. आपकी सेहत अच्छी रहेगी.

Scorpio

19 अप्रैल 2020: नौकरी और बिजनेस में अचानक फैसले लेने पड़ेंगे, नुकसान भी हो सकता है. कन्फ्यूजन बढ़ सकता है. किसी अनचाहे नुकसान के लिए तैयार रहें. फालतू खर्चा होने के भी योग हैं. कार्यक्षेत्र में परेशानी और असुविधा हो सकती है. कोई परेशानी भरी स्थिति है तो आप उससे बहुत सावधानी से ही निपटें. परेशान करने वाले लोग आज आपके आसपास ही रहेंगे. न चाहते हुए भी दो तरफा बातें करनी पड़ सकती है. सेहत में उतार-चढ़ाव आ सकता है.

Sagittarius

19 अप्रैल 2020: आर्थिक मामले सुलझ जाएंगे. दाम्पत्य जीवन सुखद हो सकता है. आप समझौते और विनम्रता से उलझे हुए मामले निपटा सकते हैं. रूटीन कामों से धन लाभ हो सकता है. कर्जा लेने का मन बना सकते हैं. आपकी बड़ी परेशानियां भी खत्म हो सकती है. संतान से सहयोग मिल सकता है. नए लोगों से मुलाकात हो सकती है. नौकरी-धंधे की रुकावटें खत्म हो जाएंगी. सेहत के मामले में आपको सावधान रहना होगा.

Capricorn

19 अप्रैल 2020: आज आपको दिन भर सावधान रहना होगा. कुछ लोग अपने स्वार्थ के कारण आपके लिए परेशानी खड़ी करने की कोशिश करेंगे, सावधान रहें. आपके मन में उथल-पुथल हो सकती है. पुरानी बातों में आज आप उलझे हुए रहेंगे. किसी समस्या का समाधान हाथों-हाथ नहीं होगा. कुछ खास काम आज अधूरे रह सकते हैं. काम में आपका मन नहीं लगेगा. बिजनेस में नए एग्रीमेंट अभी न करें तो ही अच्छा है. सेहत के मामले में दिन ठीक-ठाक रहेगा.

Aquarius

19 अप्रैल 2020: आज आपकी योजनाएं सफल हो सकती हैं. आगे के कामों की योजनाएं बनाना आज आपके लिए बहुत आसान रहेगा. रुके हुए काम पूरे करने के लिए दिन अच्छा है. आपको योग्यता और अनुभव से काम करना होगा. आपकी समस्याएं निपट सकती हैं. सेहत के मामले में संभलकर रहें. रक्त विकार होने के योग हैं.

Pisces

19 अप्रैल 2020: बिजनेस में कुछ नया करने के चक्कर में आपकी परेशानी बढ़ सकती है. मन में जो उठापटक चल रही है उस वजह से आज काम में कहीं मन नहीं लगेगा. आज आप नौकरी और बिजनेस में जल्दबाजी न करें. जोखिम लेने से भी बचें. किसी बात को लेकर प्रोफेशनल लाइफ में आपकी टेंशन बढ़ सकती है. किए गए काम का कोई रिजल्ट न मिलें तो परेशान न हों. सेहत के मामले में दिन ज्यादा अच्छा नहीं है, भोजन समय पर कर लें.

भारत एफ़डीआई पर सख्त

नई दिल्ली(ब्यूरो): 

वाणिज्य मंत्रालय ने शनिवार को नया नोटिफिकेशन जारी किया है. इस नोटिफिकेशन के अनुसार भारत के साथ लैंड बॉडर्र शेयर करने वाले देशों का एफडीआई (FDI) बिना सरकार की सहमति के नहीं आ सकता. इसके अनुसार अगर कोई व्यक्ति दूसरे देश में है और वो भारत में इंवेस्ट करना चाहता है तो उसके लिए भी सरकार से अप्रूवल लेना अनिवार्य होगा.

जानकारों के मुताबिक चाइना की एग्रेसिव इंवेस्टमेंट पॉलिस के तहत इंडियन कंपनी के शेयर खरीदने में ज्यादा तेजी दिखाने के मद्देनजर ये फैसला किया गया है. हाल ही में चाइना ने HDFC बैंक में अपना शेयर 1% से ज्यादा बढ़ाया था. माना जा रहा था कि चाइना और भी ऐसी कंपनियों में निवेश कर सकता है जिसमें उसे फायदा नजर आ रहा है. ऐसे समय में जब कोविड-19 से देश जूझ रहा है तो ये आशंका जताई जा रही थी कि अगर चाइना अपनी खरीद की ये रणनीति बनाएं रखता है तो कंपनियों में कंट्रोल हासिल करके भारतीय बाजारों के डायनामिक्स को प्रभावित कर सकता है.

ऐसे में देसी कंपनियों के हित प्रभावित हो सकते हैं और छोटे कारोबारियों पर बहुत बुरी चोट पहुंच सकती है. हाल ही में HDFC बैंक में चाइना के बैंक का शेयर बढ़ने के साथ ही सरकार के कान खड़े हो गए थे. 

देश में कोई गैर रहवासी (NRI) जब निवेश करता तो उसके लिए विदेशी प्रत्यक्ष नियम (FDI policy) के हिसाब से वह निवेश कर सकता है. सरकार ने इसके तहत अलग-अलग सेक्टर्स में अलग-अलग प्रतिशत तक निवेश की अनुमति दी है. कुछ सेक्टर में ऑटोमेटिक रूट से निवेश की अनुमति होती है यानि इसके लिए सरकार की परमिशन की जरूरत नहीं होती. वहीं कुछ सेक्टर में सरकार के अप्रूवल की जरूरत होती है.

कुछ सेक्टर में ऐसा भी है कि 49% तक निवेश की ऑटोमेटिक रूट से अनुमति है. जैसे इंश्योरेंस के लिए, वहीं कुछ सेक्टर जैसे ऑटोमोबाइल में 100% ऑटोमेटिक रूट से निवेश की अनुमति है. वहीं डिफेंस, स्पेस जैसे राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दों के सेक्टर्स में कड़ी पाबंदी के साथ-साथ सरकार की अनुमति के बिना निवेश नहीं होता. वर्तमान में सरकार ने जो बदलाव किया है उसमें चीन पाकिस्तान बांग्लादेश  की कंपनियों का निवेश भी आ जाता है.

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आज का पंचांग

विक्रमी संवत्ः 2077, 

शक संवत्ः 1942, 

मासः वैशाख़, 

पक्षः कृष्ण पक्ष, 

तिथिः द्वादशी रात्रि 12.43 तक है, 

वारः रविवार, 

नक्षत्रः पूर्वाभाद्रपद (की वृद्धि है जो कि सोमवार को प्रातः 07.23 तक है), 

योगः ब्रह्म सांय 07.34 तक, 

करणः कौलव, 

सूर्य राशिः मेष, 

चंद्र राशिः कुम्भ, 

राहु कालः सायं 4.30 से सायं 6.00 बजे तक, 

सूर्योदयः 05.56, 

सूर्यास्तः 06.45 बजे।

नोटः आज से ग्रीष्म ऋतु प्रारम्भ हो रही है।

विशेषः आज पश्चिम दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर रविवार को पान खाकर लाल चंदन, गुड़ और लड्डू का दान देकर यात्रा करें।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने हरसिमरत कौर बादल पर झूठ बोलने का इल्ज़ाम लगाया

कहा, केंद्रीय मंत्री झूठ बोलना बंद करें और अपना मुँह खोलने से पहले तथ्यों की जांच कर लिया करें

राकेश शाह, चंडीगढ़ – 18 अप्रैल:

केंद्रीय मंत्री द्वारा लोगों को गुमराह करने वाले दिए बयान पर बरसते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने शनिवार को हरसिमरत कौर बादल द्वारा कोविड -19 से निपटने के लिए केंद्र द्वारा राज्य को राहत देने के दावे को सिरे से ख़ारिज कर दिया।

हरसिमरत कौर बादल के ट्वीट, जिसमें दावा किया गया था कि पंजाब को कोविड -19 संकट से लडऩे के लिए केंद्र से फंड और अनुदान मिले हैं, के जवाब में कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा, ‘‘आपकी सूचना बिल्कुल गलत है।’’

मुख्यमंत्री ने हरसिमरत बादल की टिप्पणियों को उसकी आदतन झूठ बोलने और अपने ही राज्य के मूल तथ्यों संबंधी जानकारी न होने वाली करार देते हुए कहा, ‘‘राज्य को केंद्र सरकार से कोविड -19 के खि़लाफ़ निपटने के लिए कोई पैसा नहीं मिला।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपना मुँह खोलने से पहले तथ्यों को जांच कर लिया करें। उन्होंने कहा कि अपने केंद्रीय मंत्री के पद को अपने राज्य की मदद के लिए बरतने की बजाय हरसिमरत शर्मनाक तरीके से ओछी राजनीति के लिए झूठ का कोलाहल मचा रही है।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने अकाली नेताओं को कहा, ‘‘आपको ऐसे बड़े संकट वाले मुद्दे पर झूठ बोलने के लिए शर्मिंदा होना चाहिए।’’ उन्होंने कहा कि इस समय पर जब पंजाब समेत देश भर में सभी पार्टियाँ अपने पार्टी हितों से ऊपर उठकर इस अनिर्धारित संकट से लडऩे के लिए हाथ मिला रही हैं, वहीं हरसिमरत अपने राजसी एजंडे को आगे बढ़ाने के लिए यह सब कुछ कर रही है।

मुख्यमंत्री ने इस संकट के समय हरसिमरत पर राज्य सरकार को सहयोग देने की बजाय सरकार की कोशिशों को कमज़ोर करने के लिए आड़े हाथों लेते हुए कहा, ‘‘आप वहां बैठे क्या कर रहे हो, अगर आप पंजाब और पंजाब के लोगों के लिए नहीं लड़ सकते?’’

हरसिमरत बादल के झूठ के राज़ खोलते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जो उनकी तरफ से 2366 करोड़ रुपए का जि़क्र किया गया है वह जी.एस.टी. के हिस्से के तौर पर राज्य का बकाया पैसा था। यहाँ तक कि अभी भी राज्य का 4400 करोड़ रुपए केंद्र सरकार के पास बकाया पड़ा है। उन्होंने कहा, ‘‘आप कोविड की जंग के लिए अपेक्षित राहत पैकेज लेना तो दूर बल्कि हमें हमारे बकाए भी नहीं दिला सके।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि हरसिमरत बादल द्वारा अपने ट्वीट में जो बाकी राशि का जि़क्र किया गया है वह भी राज्य के आम बकाए हैं, जिनका कोविड -19 की जंग से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने अकाली नेता द्वारा इस कठिन समय में पंजाब के लिए कोई हिमायत जुटाने की नाकामियों पर पर्दा डालने के लिए इस कद्र झूठ बोलने पर दुख ज़ाहिर किया।

मुख्यमंत्री ने बताया कि हरसिमरत द्वारा 10,000 टन दालें देने के किये दावों के उलट राज्य को अब तक सिफऱ् 42 टन दालें प्राप्त हुई हैं, जिसको राज्य की ज़रूरत के मुताबिक मज़ाक ही कहा जा सकता है। उन्होंने याद करवाते हुए कहा कि उन्होंने ख़ुद सुझाव दिया था कि केंद्र सरकार को सभी राज्यों में गरीबों के लिए छह महीनों के राशन का बंदोबस्त करना चाहिए।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि यहाँ तक कि रबी की फ़सल के भंडारण के लिए जगह खाली करने के लिए पंजाब से अतिरिक्त अनाज उठाने में तेज़ी लाने के दिए सुझाव पर भी केंद्र ने कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने कहा, ‘‘केंद्र अनाज को सड़ते रहने को प्राथमिकता देता है और मुल्क के गरीबों और जरूरतमंद लोगों का पेट भरने के लिए अनाज बरतने की बजाय अनाज सडऩे से होने वाले घाटे की भरपाई का बोझ भी राज्य सरकार के ऊपर डाल दिया जाता है।’’

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोविड -19 के लिए राहत पैकेज तो एक तरफ़ रहा, केंद्र सरकार ने तो मुलाजि़मों के लिए बीमा और किसानों के लिए बकाए बोनस का निपटारा तक नहीं किया।

कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने हरसिमरत बादल द्वारा इस मुद्दे पर राजनीति खेलने और केंद्र में हिस्सेदार अकाली दल की नाकामी से लोगों का ध्यान हटाने की घटिया कोशिशें करने की निंदा की। मुख्यमंत्री ने कहा कि मौजूदा संकट में लोगों को राहत मुहैया करवाने के लिए राज्य सरकार के यत्नों के प्रति कोई भी योगदान डालने में उनकी पार्टी असफल रही है।