NCP अध्यक्ष पद से इस्तीफे का ऐलान कर गए शरद पवार : अब नई पीढ़ी पार्टी को आगे ले जाएगी
एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने मुंबई के एक कार्यक्रम में पार्टी अध्यक्ष पद छोड़ने के फैसले की बात कही। इस दौरान पवार ने कहा कि मैने अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी कई साल निभाई। अब मैं इस पद से रिटायर होना चाहता हूं। मैं चाहता हूं कोई और अब इस पद की जिम्मेदारी को संभाले। बीते काफी समय से शरद पवार ऐसे बयान दे रहे थे जिससे कि लग रहा था कि वे कुछ न कुछ नया और बड़ा करने वाले हैं। चाहे वह महाविकास अघाड़ी को लेकर पवार का बयान रहा हो या फिर रोटी पलटने की बात। पवार ने इस बात का इशारा पहले ही दे दिया था। हालांकि पद छोड़ने की बात को लेकर किसी ने नहीं सोचा था कि शरद पवार यह फैसला लेंगे। महाराष्ट्र कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा- शरद पवार जी ने अपने अध्यक्ष पद से किस कारणवश इस्तीफा दिया है यह बताना मुश्किल है। हमें लगता था कि वे आखिरी सांस तक सामाजिक और राजकीय जीवन में रहकर एक विचारधारा के साथ लड़ेंगे, लेकिन अब उनके इस फैसले से महा विकास अघाड़ी (MVA) पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
- पवार नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी के प्रेसिडेंट थें। वे अपनी राजनीतिक विरासत बेटी सुप्रिया सुले और भतीजे अजीत पवार को सौंप चुके हैं
- सुप्रिया NCP की टॉप लीडर्स में से एक होने के साथ ही पिछले 2 बार से 2009 और 2014 में अपनी पिता की सीट बारामती से सांसद हैं
डेमोक्रेटिक फ्रन्ट(ब्यूरो), मुंबई – 20 मई :
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार ने अपनी पार्टी NCP के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने एक कार्यक्रम में खुद इसका ऐलान किया। शरद वपार भारत के रक्षा मंत्री और कृषि मंत्री भी रहे हैं। उन्होंने जून 1999 में कॉन्ग्रेस तोड़ कर NCP की स्थापना की थी। अब लगभग 24 वर्षों बाद उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है। इसके साथ ही अब MVA (महा विकास अघाड़ी) गठबंधन पर भी सवाल खड़े हो गए हैं, जिसमें NCP के साथ कॉन्ग्रेस और शिवसेना (उद्धव ठाकरे) भी हैं।
शरद पवार 4 बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रहे हैं। जब नरसिम्हा राव प्रधानमंत्री थे, तब उन्हें रक्षा मंत्री बनाया गया था। वहीं मनमोहन सिंह के कार्यकाल में उन्होंने बतौर कृषि मंत्री कार्य किया। शरद पवार अपने उत्तराधिकारी को लेकर कहा कि कमिटी NCP के नए अध्यक्ष को लेकर निर्णय करेगी। उन्होंने मंगलवार (2 मई, 2023) को अपने आत्मकथा विमोचन कार्यक्रम के दौरान कहा कि अब समय आ गया है कि नई पीढ़ी पार्टी को उस दिशा में मार्गदर्शित करे, जहाँ वो इसे ले जाना चाहते हैं।
शरद पवार ने इशारा किया है कि NCP में पहले एक कमिटी गठित की जाएगी, जो नए अध्यक्ष के नाम पर मुहर लगाएगी। महाराष्ट्र के पूर्व उप-मुख्यमंत्री अजित पवार उनके बाद पार्टी में सबसे ताकतवर नेता हैं, जिन्हें कार्यकर्ता ‘दादा’ भी कहते हैं। वहीं शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले भी सांसद हैं। हालाँकि, शरद पवार ने साफ़ कर दिया है कि वो राजनीतिक, समाजिक और सांस्कृतिक जीवन में सक्रिय रहेंगे और काम करते रहेंगे।
महाविकास अघाड़ी की सरकार भाजपा को देश में मिली सबसे बड़ी चुनौती थी। यह सरकार अस्थिर करने का प्रयास होगा, इसकी कल्पना मुझे थी। हम हमारे लेवल पर इसे हैंडल करने में सक्षम थे, लेकिन उद्धव ठाकरे को मुख्यमंत्री बनाने से शिवसेना में तूफान आएगा, इसका हमें अंदाजा नहीं था। यह असंतोष खत्म करने में शिवसेना नेतृत्व (उद्धव और आदित्य) कम पड़ा। संघर्ष ना करते हुए उद्धवजी के इस्तीफा देने के कारण महाविकास अघाड़ी की सत्ता को पूर्ण विराम मिला।
पवार के इस्तीफे के बाद पार्टी का अध्यक्ष चुनने के लिए एक कमेटी बनाई गई है। इसमें प्रफुल्ल पटेल, सुनील तडकारे, केके शर्मा, पीसी चाको, अजित पवार, जयंत पाटिल, सुप्रिया सुले, छगन भुजबल, दिलीप पाटिल, अनिल देशमुख, राजेश टोपे, जितेंद्र अह्वाद, हसन मुशरिफ, धनंजय मुंडे, जयदेव गायकवाड़ का नाम शामिल है।