पंचांग, 15 जून 2023
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बारे में जानने के लिए उसकी राशि ही काफी होती है। राशि से उस या अमूक व्यक्ति के स्वभाव और भविष्य के बारे में जानना आसान हो जाता है। इतना ही नहीं, ग्रह दशा को अपने विचारों को सकारात्मक रखें, क्योंकि आपको ‘डर’ नाम के दानव का सामना करना पड़ सकता है। नहीं तो आप निष्क्रिय होकर इसका शिकार हो सकते हैं। आपका कोई पुराना मित्र आज कारोबार में मुनाफा कमाने के लिए आपको सलाह दे सकता है, अगर इस सलाह पर आप अमल करते हैं तो आपको धन लाभ जरुर होगा। घरेलू मामलों पर तुरंत ध्यान देने की ज़रूरत है। आपकी ओर से की गयी लापरावाही महंगी साबित हो सकती है। आपके प्रिय/जीवनसाथी का फ़ोन आपका दिन बना देगा।
डेमोक्रेटिक फ्रंट, आध्यात्मिक डेस्क – पंचांग, 15 जून 2023 :
नोटः आज प्रदोष व्रत तथा आषाढ़ संक्रांति है।
आषाढ़ संक्रांति में सूर्य मिथुन राशि में प्रेवश करेंगे। इस समय में दान-धर्म,कर्म के कार्य किये जाते हैं। आषाढ़ संक्रान्ति 15 जून 2023 को मनाई जाएगी। संक्रांति पुण्य काजिनसे शुभ फलों की प्राप्ति होती है। आषाढ संक्रांति के दिन किया गया दान अन्य शुभ दिनों की तुलना में दस गुना अधिक पुण्य देने वाला होता है। धर्म शास्त्रों में इस दिन देव उपासना व साधना का विशेष महत्व बताया गया है। संक्रांति की पुण्य योग से इस शुभ तत्वों की प्राप्ती संभव है।
प्रदोष व्रत : सनातन धर्म ग्रंथों के अनुसार, कलयुग में प्रदोष व्रत बहुत मंगलकारी और फलदायी है। त्रयोदशी तिथि को प्रदोष व्रत करने से भगवान शिव शीघ्र प्रसन्न होते हैं और साधक को मनचाहा फल देते हैं। परिवार में धन-धान्य की कमी नहीं रहती है। साधक के परिवार के सभी सदस्य नीरोग, प्रसन्नचित्त और सदैव प्रगति के पथ पर अग्रसर होते हैं।
विक्रमी संवत्ः 2080,
शक संवत्ः 1945,
मासः आषाढ़,
पक्षः कृष्ण पक्ष,
तिथिः द्वादशी प्रातः काल 08.33 तक है,
वारः गुरूवार।
विशेषः आज दक्षिण दिशा की यात्रा न करें। अति आवश्यक होने पर गुरूवार को दही पूरी खाकर और माथे में पीला चंदन केसर के साथ लगाये और इन्हीं वस्तुओं का दान योग्य ब्रह्मण को देकर यात्रा करें।
नक्षत्रः भरणी दोपहर काल 02.12 तक है,
योगः सुकृत रात्रि काल 02.02 तक,
करणः तैतिल,
सूर्य राशिः मिथुन, चंद्र राशिः मेष,
राहु कालः दोपहर 1.30 से 3.00 बजे तक,
सूर्योदयः 05.27, सूर्यास्तः 07.17 बजे।