10th Rose Festival at PU

Chandigarh February 1, 2019
        The 10th Panjab University Rose Festival is going to be held from 8th to 10th 
February, 2019.
        Prof. R.C. Paul Rose Garden has been given a facelift for the Festival. The entrance gates have been beautified and hedges have been better designed. More than 3200 Rose plants of 155 varieties are adorning the garden. 200 nos. new plants have been added this year. Certain varieties will have different colours of flowers blossoming in the same plant will add to the beauty of the garden.
        The three day mega event will be inaugurated by Prof. Raj Kumar, Vice 
Chancellor, Panjab University on 08.02.2019 at 2:00 pm at Prof. R.C. Paul Rose Garden, Panjab University. 

On the first day, the following competitions will be held:-
1st Day (08.02.2019)
Competition     TIMING  VENUE   Participation Fees (per entry)  
Flower  12:30 p.m.      Prof. R.C. Paul Rose Garden     50.00   
Photography     12:30 p.m.      Prof. R.C. Paul Rose Garden     100.00  
School Band     4:30 p.m.       Prof. R.C. Paul Rose Garden     Free    
The theme of Photography Competition are:- 
 1. Life at Panjab University 
 2. P.U. Gardens/Landscape of P.U. Campus
On the second day, the following competitions will be held:-

1st Day (08.02.2019)
Competition     TIMING  VENUE   Participation Fees (per entry)  
Flower  12:30 p.m.      Prof. R.C. Paul Rose Garden     50.00   
Photography     12:30 p.m.      Prof. R.C. Paul Rose Garden     100.00  
School Band     4:30 p.m.       Prof. R.C. Paul Rose Garden     Free    
The theme of Photography Competition are:- 
 1. Life at Panjab University 
 2. P.U. Gardens/Landscape of P.U. Campus
On the second day, the following competitions will be held:-

2nd Day (09.02.2019)

Competition     Timing  Categories      VENUE   Participation Fees (per entry) Singing (Solo & Duet)   8:30 a.m.
1st group (5-12 yrs) 
2nd group (12-18 yrs)
3rd group (18-27 yrs)   Old Convocation Ground  300.00
Rangoli 10:00 a.m. 
1st group (5-12 yrs) 
2nd group (12-18 yrs)
3rd group (18-27 yrs)   Pond near Admn. Block   100.00
Collage Making  12:15 p.m. 
1st group (5-12 yrs) 
2nd group (12-18 yrs)
3rd group (18-27 yrs)   Old Convocation Ground  100.00
Slogan Writing  2:00 p.m. 
1st group (5-12 yrs) 
2nd group (12-18 yrs)
3rd group (18-27 yrs)   Old Convocation Ground  100.00
Face Painting   3:00 p.m.       1st group (5-12 yrs) 
2nd group (12-18 yrs)
3rd group (18-27 yrs)   Old Convocation Ground  100.00

On the third day, the following competitions will be held:-
                3rd Day (10.02.2019)    
Dancing (Solo, Duet & Group)    8:30 a.m. 

1st group (3-10 yrs)
2nd group (10-15 yrs)
3rd group (above 15 yrs)        Old Convocation Ground  300.00
Poetic Recitation       9:30 a.m. 
1st group (5-12 yrs) 
2nd group (12-18 yrs)
3rd group (18-27 yrs)   Balwant Gargi Open Air Theatre  100.00
Rose Prince & Rose Princess     9.30 a.m.

1st group (0 -1 year)
2nd group (1-2 yrs)
3rd group (2-3 yrs)     Prof. R.C. Paul Rose Garden     300.00
Painting        11.00 a.m.      1st group (5-12 yrs) 
2nd group (12-18 yrs)
3rd group (18-27 yrs)   Old Convocation Ground  100.00
Creative Mehandi        2:00 p.m.       1st group(5-10 yrs)
2nd group (10-15 yrs)
3rd group (15-30 yrs)   Old Convocation Ground  100.00
Fancy Dress     2.00 p.m. 
1st group (3-6 yrs)
2nd group (6-9 yrs)
3rd group (9-12 yrs)    Prof. R.C. Paul Rose Garden     100.00

The forms for participation in festival are available at:-
1.      Single Window Enquiry, Near Post Office, Panjab University
2.      Student Centre, Panjab University
3.      Website of the Festival ‘www.panjabuniversityrosefestival.in

The fees can also be deposited online.
        Entries for Flower Competition will be accepted upto 07.02.2019 till 5:00 p.m. 
at Rose Festival Secretariat, Single Window Enquiry, Near Post Office, Panjab 
University, Sector-14, Chandigarh and on 08.02.2019 till 10:00 a.m. at Prof. R.C. Paul 
Rose Garden, Panjab University, Chandigarh.
         Entries for photography competition will be accepted upto 05.02.2019 till 
5:00 p.m. and all other competitions will be accepted upto 06.02.2019 till 5:00 p.m. 
        The form for booking of stalls at the Panjab University Rose Festival can also 
be downloaded from the website.
        There has been a huge rush of participants for participating in various 
competitions of the Panjab University Rose Festival and more than 200 entries have 
been received till date.
        For any enquiry or information pertaining to participation in competitions, 
stalls and sponsorship, phone no. 7888331330 and 9814893401 are available 24×7.

“Ek Tha Gadha” on 5 & 6 Feb

Chandigarh February 1, 2019
Press Conference
        The Department of Indian Theatre, Panjab University, Chandigarh is going to stage its third student production on 05-02-2019 and 06-02-2019 at 6:30 pm. in the Department. The duration of play “Ek Tha Gadha” is one hour and twenty five minutes. 
        In this regard, a press conference is being organized as per schedule below:-
Venue:        Department of Indian Theatre, PU
Date:           February 4, 2019
Time:          12.00 p.m.

मोदी का PUBG लिंक

नई दिल्‍ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को दिल्‍ली के तालकटोरा स्‍टेडियम में छात्र-छात्राओं, अभिभावकों और शिक्षकों से संवाद किया. पीएम मोदी ने ‘परीक्षा पे चर्चा 2.0’ के दौरान बच्‍चों और अभिभावकों को परीक्षा के दबाव से दूर रहने के उपाय बताए. इसी दौरान उन्‍होंने देश-विदेश में खेले जा रहे एंड्रायड गेम PUBG का भी जिक्र किया.

दरअसल एक मां ने पीएम मोदी को बताया कि कक्षा 9 में पढ़ने वाला उनका बेटा ऑनलाइन गेम की दुनिया में खोया रहता है. इस समस्‍या के हल के लिए वह क्‍या करें. इस पर प्रधानमंत्री मोदी ने जवाब देते हुए उनसे कहा ‘ये PUBG वाला है क्‍या? ये समस्‍या भी है और समाधान भी है. हम चाहते हैं कि हमारे बच्‍चे टेक्‍नोलॉजी से दूर चले जाएं, लेकिन इससे तो वे एक प्रकार से दूर जाना शुरू कर देंगे.’

पीएम मोदी ने आगे कहा कि टेक्नोलॉजी का उपयोग हमारे विस्तार के लिए, हमारे सामर्थ्य में बढ़ोतरी के लिए होना चाहिए. उन्‍होंने कहा कि पीएम मोदी ने इस दौरान कहा ‘हर माता-पिता को अपने बच्‍चों को प्रोत्‍साहित करना चाहिए. परीक्षा का महत्‍व तो है, लेकिन यह जीवन की परीक्षा नहीं है.’

यह भी पढ़ें : परीक्षा पे चर्चा 2.0

यह है PUBG
प्लेयर्स अननोन बैटल ग्राउंड (PlayerUnknow’s Battleground), यह एक एक्शन गेम है. इसे PUBG के नाम से ज्यादा पहचान मिली है. सोशल मीडिया पर PUBG गेम को लेकर काफी क्रेज है. PUBG एक मल्टी प्लेयर ऑनलाइन गेम है. यह एक रोमांचक और मार-धाड़ वाला गेम हैं. PUBG गेम के फीचर बेहद असली लगते हैं, जो सचमुच गेम में मौजूद होने का अहसास दिलाते हैं.

इस बार राजपथ पर शास्त्रीय संगीत से बनाई ‘शंखनाद’ सुनाई देगी


डॉ. तनूजा नाफडे

इस बार राजपथ पर ब्रिटिश जमाने से बजाई जाने वाली मार्शल ट्यून की जगह ‘इंडियन ट्यून’ होगी

नई दिल्ली: यह ‘रिपब्लिक डे’ यादगार रहेगा. ब्रिटिश जमाने से बजाई जाने वाली मार्शल ट्यून की जगह ‘इंडियन ट्यून’ होगी. इस बार राजपथ पर शास्त्रीय संगीत से बनाई ‘शंखनाद’ यह धुन सुनाई देगी. नागपुर की डॉ. तनूजा नाफडे ने यह धुन तैयार की. आर्मी के जवान ही अब तक म्यूज़िक बनाते रहे हैं लेकिन भारतीय धुन बनाने के लिए पहली बार सेना के बाहर के व्यक्ति को यह काम दिया, फिर जाकर डॉ नाफडे ने धुन रच दी.

दरअसल इंडियन आर्मी में अब तक वेस्टर्न म्यूजिक की धुन गुंजती थी. जवानों को वेस्टर्न म्यूज़िक का ही ट्रेनिंग दिया जाता रहा. अब तक ब्रिटिश म्यूज़िक को लेकर ही इंडियन बैंड के गाने तैयार किए गए लेकिन महार रेजिमेंट में सबसे पहले यह बात सामने आई. तभी जनरल ओक ने डॉ. तनूजा नाफडे से संपर्क किया और इंडियन ट्यून बनाने की बात की. 

रिटायर्ड ब्रिगेडियर विवेक सोहेल ने ‘देश को आंच न आए’ यह गाना तैयार किया और उसकी धुन डॉ नाफडे ने रची. यही धुन अब पूरी सेना के लिए ख़ास बन गई. यह धुन सेना के तरफ़ से राजपथ पर सुनाई देगी. डॉ. तनुजा नाफडे ने कहा कि यह धुन बनाना मेरे लिए बड़ी चुनौती थी. शास्त्रीय संगीत और वेस्टर्न हार्मनी को मिलाकर धुन बनाई है. इंडियन आर्मी के लिए मेरा संगीत के माध्यम से कुछ तो योगदान रहा यह मेरे लिए गर्व की बात है.

यह धुन बनाने के लिए 36 कलाकार की ज़रूरत थी. डॉ नाफडे ने सभी कलाकार से लगातार अभ्यास करवाया. डॉ नाफडे ने कहा कि सेना में वेस्टर्न धुन बनाने वाले कलाकार हैं. उन्हे शास्त्रीय संगीत सिखाना मुश्किल काम था लेकिन सेना के जवान ने जल्दी से धुन पकड़ ली और कम वक़्त में यह तैयार भी हो गई. 

… … नसीरूदीन शाह ने आवाज़ की बुलंद … …

Er S.K.Jain

बुलन्दशहर की हिंसा पर अपनी आवाज बुलन्द करते हुए टीoवीo पर कहा कि मुझे अपने बच्चों के बारे में सोच कर बड़ी फिक्र होती है। कल को किसी भीड़ ने उन्हें घेर कर पूछा कि तुम हिंदू हो या मुसलमान तो मेरे बच्चों के पास कोई जवाब नहीं होगा। क्यों कि मैंने उन्हें ना हिंदू बनाया ना मुसलमान। मुझे हालात जल्दी सुधरते तो नजर नहीं आ रहे। मुझे डर नहीं लग रहा बल्कि गुस्सा आ रहा है।मैं चाहता हूँ कि हर इन्सान को गुस्सा आना चाहिये।

नसीरुद्दीन मानते हैं कि इन्सान की हत्या कानूनन अपराध है। क्या वो यह नहीं मानते कि गौ हत्या भी कानूनन अपराध है?वो गौ हत्या करने वाले कसाई यों के खिलाफ नहीं बोलते लेकिन गौ हत्या का विरोध करने वालों के खिलाफ बोलते हैं। क्या कारण है कि 21 गायों को काटने के बारे में कोई नहीं बोलता लेकिन असहिष्णुता के नये एपीसोड को लेकर नसीरुद्दीन शाह सामने हैं ? जिस नसीरुद्दीन को लोग हीरो मानते थे, अभिनेता मानते थे, आज उसे गाली दे रहे हैं। क्योंकि उसकी सच्चाई सामने आ चुकी है। भगवान श्री कृष्ण ने कहा था कि एक गाय के लिए हम अगर कई जन्म भी कुर्बान कर दे तो भी काफी नहीं है।

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जिस सुमित की हत्या हुई उसकी बहन सुमित पर 15 सैकिण्ड बोली बाकी सारा समय वो गाय पर बोली। उसके माता-पिता भी अपने बेटे पर कम और गौ रक्षा के पर ज्यादा बोले। थैलियों का दूध पीने वाले नसीरुद्दीन शाह को क्या पता कि इस देश में गाय पर श्रद्धा रखने वाले 100 करोड़ से भी ज्यादा का एक सभ्य समाज है। अगर 21 गायों को काटा नहीं गया होता तो किसी प्रकार के दंगों की कोई संभावना नहीं होती। नसीरूद्दीन पैसे लेकर कुछ भी संवाद बोल सकते हैं यह हम विज्ञापनों में देख सकते हैं। लोगों का कहना है कि ऐसे लोगों को समुद्र में फेंक देना चाहिए अगर वह तैर सकते हैं तो तैर कर पाकिस्तान चले जाएं नहीं तो समुद्र के नीचे ओसामा बिन लादेन के पास चले जाएं।

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1984 में हजारों लोगों को मारा गया। कश्मीर में हिंदू पंडितों को मारा गया और उन्हें बाहर कर विस्थापित कर दिया गया तब नसीरुद्दीन की आवाज नहीं निकली। नसीरूद्दीन शाह ने, जिस याकूब मेनन के लिए रात के 2:00 बजे अदालत के दरवाजे खुलवाए गये, इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी। जिस देश में रहते हैं, जिसका अन्न खाते हैं, जो उन्हें शोहरत और पैसा देता है उसी के साथ गद्दारी करते हैं। लोग कहते हैं कि शाहरुख खान हो, आमिर खान हो, नसीरुद्दीन शाह हो, सब के सब एक ही थैली के चट्टे बट्टे हैं।

1983 के मुम्बई बम ब्लास्ट,1984 के दंगों के वक्त नसीरुद्दीन शाह नहीं जागा। अब जाग गया है क्योंकि 2018 आ रहा है और 2019 में चुनाव आ रहे हैं। शायद आने वाले चुनाव में जाने के लिए यह ड्रामा किया जा रहा है। लोगों की प्रतिक्रिया आ रही है कि यह नसीरूदीन नहीं जहरुद्दीन है। देश की फिजां में जहर घोलने का काम कर रहा है। नसीरुद्दीन ने ट्वीट कर कहा की एक शख्स जो कश्मीर में नहीं रहता, उसने कश्मीरी पंडितों की लड़ाई शुरू कर दी और खुद को विस्थापित कर दिया। इनका यह ट्वीट कश्मीरी पंडितों की लड़ाई लड़ने वाले अनुपम खेर के लिए किया गया है। वह खुद भी तो मुम्बई में रह कर बुलन्दशहर वालों के लिए क्यों लड़ रहे हैं। फिल्मी पर्दे पर अपनी सोच बदलने वाले असल जिंदगी में भी अपनी सोच कैसे बदल लेते हैं, देखने की बात है।

Lohri Celebration by NSS Unit t Dev Samaj College for Women  Sector- 45/B

Photo and story by Rakesh Shah

NSS Volunteers of  Dev Samaj College for Women, Sec-45/B Chandigarh celebrated the festival of Lohri on 14th January 2019.

They wished the staff members on Lohri, sang songs and danced around the bonfire. Sweets, Peanuts and popcorns were distributed to all. On this ocassion Dr. Agnese Dhillon  Secretary, Dev  Samaj College for Women, was the  Chief Guest and she extended her warm wishes and Greetings to all who were present there.

Principal Dr. Jaspal Kaur expressed her good wishes for everyone and hoped that the festival would bring joy and happiness in every one’s family.

3.5 करोड़ की कमाई के साथ द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर ने की अछि शुरुआत

नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्टर अनुपम खेर और अक्षय खन्ना की फिल्म ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ शुक्रवार (11 जनवरी) को सिनेमाघरों में रिलीज हो हुई. सच्‍ची घटना पर आधारित इस फिल्‍म को दर्शकों ने काफी पसंद किया है और यही वजह है कि इस ने पहले ही दिन बॉक्स ऑफिस पर हंगामा मचा दिया है. यह फिल्म भारतीय नीति विश्लेषक संजय बारू की किताब ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर, द मेकिंग एंड एनमेकिंग ऑफ मनमोहन सिंह’ पर आधारित है. उन्होंने इसे पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के जीवन में हुई घटनाओं के आधार पर लिखा था. संजय बारू उनके मीडिया सलाहकार भी रहे हैं. हंसल मेहता ने इस किताब पर फिल्म बनाई है और डायरेक्शन विजय रत्नाकर गुट्टे ने किया है

बॉक्स ऑफिस इंडिया के अनुसार इस फिल्म ने अपने रिलीज के पहले दिन लगभग 3.5 करोड़ रुपये की कमाई करने में सफलता हासिल की है. गौरतलब है कि अपने ट्रेलर के रिलीज के बाद से ही यह फिल्म विवादों में घिर चुकी थी. फिल्म को लेकर कई नेताओं के बयान भी सामने आए थे. यहां तक कि ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ के ट्रेलर पर प्रतिबंध लगाने की याचिका भी दिल्ली हाइकोर्ट में दायर की गई थी, जिसे बाद में कोर्ट ने खारिज कर दिया था.

‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ की कहानी की बात की जाए तो यह फिल्म पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और गांधी परिवार के बीच रिश्तों पर आधारित है या यह कह लें कि यह फिल्म न्यूक्लियर डील को लेकर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और गांधी परिवार के बीच जो विवाद थे उसी पर आधारित है. राजनीति में दिलचस्प रखने वालों लोगों के लिए ये एक जबरदस्त फिल्म है, लेकिन राजनीति से दूर रहने वालों को शायद ही यह फिल्म ज्यादा समक्ष में आए.

फिल्म में अभिनय की बात की जाए, तो सभी किरदारों ने जबरदस्त भूमिका निभाई है. डॉ. मनमोहन सिंह की भूमिका में अनुपम खेर और सोनिया गांधी की भूमिका में सुजैन बर्नर्ट के अलावा संजय बारू के किरदार में अक्षय खन्ना ने तो मानो फिल्म में जान फूंक दी हो. फिल्म में अक्षय खन्ना संजय बारू के किरदार में है, जो मनमोहन सिंह के मीडिया सलाहकार थे. फिल्म में अक्षय आपको स्टोरी सुनाते नजर आएंगे. अक्षय खन्ना का किरदार फिल्म की जान है. 

सर्वासिद्धिप्रद: कुम्भ:, स्वागत है

प्रयागराज में संगम तट पर लगने वाले कुंभ मेला 2019 (Kumbh Mela 2019) की उल्टी गिनती शुरू हो चुकी है। अखाड़ों, संतों, देशी-विदेशी मेहमानों और अन्य अतिथियों के लिए कुंभ में तैयारी पूरी कर ली गई है। ऐसे में आपके लिए भी ये जानना जरूरी है कि यहां पुण्य कमाने के अलावा भी ऐसी कई वजहें हैं, जिसके कारण आपको यहां अवश्य आना चाहिए। कुंभ मेला 2019 को लेकर सरकार की तरफ से खास और भव्य तैयारी की गई है। यहां आकर आप इस भव्यता के साथ कई ऐसे ऐतिहासिक पलों का गवाह बनेंगे जो कुंभ के अलावा कहीं देखने को नहीं मिलती। आइये जानते हैं कौन सी हैं वो वजहें…

प्रयागराज में कुंभ मेले के लिए दुनिया की सबसे बड़ी टेंट सिटी तैयार की गई है। इन टेंट में लाखों लोगों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। यहां टेंट में आलीशान सूईट से लेकर धर्मशालाएं तक बनी हैं। ये टेंट सिटी इतनी विशाल है कि इसे पैदल पूरा घूमना आसान नहीं होगा। यहां संगम तट पर बनी टेंट सिटी का एरियर व्यू इतना मनोरम होता है, जो आपको कहीं और देखने को नहीं मिलेगा।

संगम तट किनारे आम तौर पर शाम या रात के वक्त अंधेरा रहता है, लेकिन कुंभ के दौरान यहां टेंट सिटी में आकर्षक लाइटिंग की जाती है। शाम को संगम तट पर अखाड़ों, साधू-संतों और श्रद्धालुओं द्वारा भव्य आरती की जाती है। कल-कल करती लहरों पर पड़ने वाली इन लाइटों और दीयों की रोशनी शाम को इसे झिलमिलाते तारों का शहर बना देती है। संगम पुल से इस नजारे को देखना बेहद मनोरम होता है। दुनिया में शायद ही कहीं और ऐसा नजारा देखने को मिलता है। इन नजारों को देखना किसी संयोग से कम नहीं।

कुंभ मेले में आस्था को जो जमघट लगता है उसका हिस्सा बनकर आपको बराबरी का एहसास होता है। यहां करोड़पति और गरीब सब एक साथ आस्था की डुबकी लगाते हैं। हजारों आलीशान पांच सितारा सूईट वाले टेंट से लेकर साधारण टेंट, किसी मुगलकालीन शहर से जैसे लगने लगते हैं।

हर बार कुंभ में साधु-संतों के 13 अखाड़े शामिल होते हैं। ये पहला मौका है जब कुंभ में 14 अखाड़े शिरकत करेंगे। कुंभ के दौरान इनकी भव्य पेश्वाई निकलती है। पेश्वाई का अभिप्राय इनकी शाही सवारी से है। इसमें हाथी, घोड़े, ऊंट, बग्घी, बैंड से लेकर सोने-चांदी से सजे सिंहासनों पर अखाड़ा प्रमुख सजधज कर बैठे होते हैं। इनकी सवारी के लिए अखाड़ों के शिविर से संगम तट तक एक विशेष राजपथ बनाया जाता है, जिस पर केवल अखाड़े ही चलते हैं। मार्ग के दोनों तरफ इनके सेवादार और श्रद्धालु आशीर्वाद पाने को खड़े रहते हैं। ये अखाड़े, साधू-संत और महंत कुंभ का प्रमुख आकर्षण होते हैं, जिन्हें देखने के लिए पूरी दुनिया से लोग यहां आते हैं। दुनिया भर के फोटोग्राफर इन पलों को अपने कैमरों में कैद करने के लिए हर वक्त मुस्तैद रहते हैं। दरअसल यही एक मौका होता है, जब सभी अखाड़े एक साथ जुटते हैं और पूरी भव्यता से अपनी पेश्वाई निकालते हैं।

खूब विवादों के बाद किन्नर आखाडा पहली बार करेगा पेशवाई

प्रयागराज कुंभ में पहली बार किन्नर अखाड़ा भी शामिल हो रहा है। इस बार कुंभ में जाने वाले लोग किन्नर अखाड़े की पेश्वाई भी देख सकेंगे। कुंभ में किन्नर अखाड़े को शामिल करने को लेकर पिछले दिनों अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने काफी हंगामा और विरोध भी किया था। बावजूद प्रशासन को उन्हें मंजूरी देनी पड़ी। इसके बाद किन्नर संयासियों के अखाड़े ने दो दिन पहले कुंभ में हाथी, घोड़े और ऊंट पर सवार होकर अपनी शानदार पेश्वाई निकाली थी। इस बार के कुंभ में नागाओं के बाद ये प्रमुख आकर्षण हो सकते हैं।

किन्नरों की दुनिया के नियम, कायदे सब आम लोगों से काफी अलग होते हैं। इसलिए लोगों को उनके जीवन के बारे में जानने की उत्सुकता हमेशा बनी रहती है। किन्नरों की इसी हैरतअंगेज दुनिया से रूबरे कराने के लिए कुंभ में किन्नर आर्ट विलेज भी बनाया गया है। यहां चित्र प्रदर्शनी, कविता, कला प्रदर्शनी, दृश्य कला, फिल्में, इतिहास, फोटोग्राफी, साहित्य, स्थापत्य कला, नृत्य एवं संगीत आदि के जरिए लोगों को किन्नरों की दुनिया से रूबरू कराया जाएगा। लोगों को रामायण और महाभारत में किन्नरों के महत्व और भूमिका के बारे में भी विस्तार से बताया जाएगा। यह आर्ट विलेज किन्नरों की रहस्यमयी दुनिया का झरोखा होगा।

इस बार कुंभ में सांस्कृतिक संध्याओं से संगम तट को गुलजार करने के लिए भी विशेष इंतजाम किए गए हैं। इसके लिए पहली बार कुंभ मेले में देशी-विदेशी रामलीला का मंचन भी होगा। इसके अलावा सरकारी और निजी संस्थाओं द्वारा भी मेले में कई सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इस दौरान यहां देश की सांस्कृतिक विरासत से भी रूबरू होने का मौका मिलेगा। इसके लिए कुंभ मेले में पांच विशाल सांस्कृतिक पांडाल बनाए गए हैं। यहां प्रतिदिन धार्मिक व सांस्कृतिक आयोजन होंगे।

हेलीकॉप्टर और क्रूज की सवारी
इस बार कुंभ मेले में आप क्रूज के अलावा हेलीकॉप्टर की सवारी का भी मजा किफायती कीमत पर ले सकते हैं। हेलीकॉप्टर के जरिए आप टेंट सिटी का एरियर व्यू देख सकेंगे। साथ ही इस विशाल मेले का हवाई नजारा ले सकेंगे। पर्यटकों को ये सुविधाएं सस्ती दरों पर उपलब्ध कराई जाएगी, ताकि वह कई किलोमीटर में फैले कुंभ के अद्भुत नजारों को अपनी आंखों से देख सकें।

टूरिस्ट वॉक का भी अवसर
कुंभ मेले में इस बार आपको आसपास के दर्शनीय स्थलों पर जाने की भी सुविधा मिलेगी। इसके लिए मेले में कुछ टूरिस्ट वॉक भी बनाए गए हैं। यहां आप टूर ऑपरेटरों से संपर्क कर पैकेज ले सकते हैं। मेले में शंकर विमान मंडपम से टूरिस्ट वॉक शुरू होगा जो रामघाट पर आकर खत्म होगा। इस बीच बड़े हनुमान जी का मंदिर, पातालपुरी मंदिर, अक्षय वट और इलाहाबाद का किला देख सकेंगे।

फेरी का मजा ले सकेंगे
कुंभ में आप यमुना नदी पर जलमार्ग से फेरी का मजा भी ले सकेंगे। फेरी सेवा सुजावन घाट से शुरू होकर रेल सेतु (नैनी की ओर) के नीचे से वोट क्लब घाट और सरस्वती घाट होता हुआ किला घाट पर जाकर खत्म होगा। ये फेरी करीब 20 किलोमीटर लंबी है। इस दौरान आपको की टर्मिनल मिलेंगे।

यह भी पढ़ें : प्रयागराज जाने वाली गाडियाँ

35000 का है सबसे आलीशान टेंट
कुंभ मेले का सबसे आलीशान टेंट 35000 रुपये प्रति रात का पांच सितारा सूईट जैसा है। ये टेंट 900 वर्ग फुट क्षेत्रफल में बना है। इसमें दो बेडरूम, एक लिविंग रूम, फर्निचर, बेड, प्राइवेट वाशरूम और एलईडी टीवी के साथ गृहस्थी का सारा सामना भी है। इसके अलावा यहां वैदिक टेंट सिटी में 24000 रुपये प्रति रात की दर पर टेंट में बना प्रीमियम विला भी है। यहां लग्जरी टेंट की कीमत 19,000 रुपये और 15,000 रुपये प्रति रात है। कल्प वृक्ष टेंट सिटी में 8500 रुपये से लेकर 3500 रुपये तक की कीमत के टेंट एक रात के लिए बुक कर सकते हैं। सबसे सस्ता टेंट 650 रुपये प्रति रात की दर से है। यहां 24 घंटे चलने वाले कई रेस्टोरेंट भी हैं, जहां आपको देशी-विदेशी हर तरह का शाकाहारी भोजन उपलब्ध होगा। इन रेस्टोरेंट में बिना लहसुन प्याज का भोजन भी विशेष तौर पर तैयार किया जाएगा।

कुंभ के रंग में रंगा प्रयागराज, विश्व रिकॉर्ड बनाने की तैयारी
कुंभ मेले को यादगार बनाने के लिए यहां पहली बार पेंटिगं भी देखने लायक होगी। सरकार ने पूरे प्रयाग को कुंभ के रंग में रंगने के लिए कई महीने पहले ही पेंट साई सिटी योजना शुरू कर दी थी। इसके तहत 600 से ज्यादा पेंटरों ने यहां के जर्रे-जर्रे को अपनी कूची और पेंट के जरिए कुंभ के रंग में रंग दिया है। पेंट माई सिटी योजना पर सरकार ने 30 करोड़ रुपये से ज्यादा का बजट खर्च किया है। पेंट माई सिटी योजना के तहत इलाहाबाद की नैनी जेल की दीवार पर समुद्र मंथन की सबसे बड़ी चित्रकारी बनाने का भी विश्व रिकॉर्ड बनाया जा रहा है। इसे गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड में दर्ज कराने के लिए आवेदन किया जा चुका है।

कुंभ में सोनीपत के चार नकली पत्रकार गिरफ़्तार

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प्रयागराज : कुछ लोगों ने इंडिया टीवी के नाम का गलत इस्तेमाल किया है। एक ऐसे गिरोह का पता चला है जो इंडिया टीवी के नाम पर प्रयागराज में आने वाले साधु-संतों, दूसरे विदेश भक्तों को झांसा दे रहा था और उनसे पैसे ऐंठ रहा था। इंडिया टीवी को पता चला है कि सोनीपत के रहने वाले कुछ लोग कुंभ मेले में आने वाले साधु संत विदेशी लोगों से उनके इंटरव्यू के नाम पर उन्हें टीवी न्यूज चैनल पर दिखाने के नाम पर इंडिया टीवी का फर्जी माइक बनाकर इंडिया टीवी का फर्जी प्रेस कार्ड बनवाकर लोगों को एप्रोच कर रहे थे और उनसे मोटी वसूल ऐंठकर फरार होने के चक्कर में थे। लेकिन कुछ लोगों को इनपर शक हुआ तो पुलिस में शिकायत हुई और पुलिस ने जब छानबीन की तो पूरा रैकेट सामने आ गया।

गिरफ्तार हुए आरोपी सभी सोनीपत हरियाणा के हैं इनका नाम हिमांशु कौशिक, विकास कौशिक, सचिन कौशिक और सुमित हैं। फरार आरोपियों के नाम आशीष पांचाल विवेक कुमार और नवीन बंसल हैं। यह सब भी सोनीपत के हैं। पुलिस इस मामले में कुछ और आरोपियों की तलाश कर रही है। प्रयागराज के एसएसपी का कहना है कि फर्जीवाज़े के इस रैकेट से जितने भी लोग जुड़े है उन्हें जल्द से जल्द कानून की गिरफ्त में लिया जाएगा।