75वां गणतंत्र दिवस और वार्षिक पुरस्कार समारोह आयोजित

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 27 जनवरी

अध्यक्ष आर  के साबू की अध्यक्षता में भवन विद्यालय चंडीगढ़ में गणतंत्र दिवस समारोह का वार्षिक पुरस्कार समारोह का आयोजन किया गया ;  अवसर पर स्कूलके डायरेक्टर और सीनियर प्रिंसिपल विनीता सिंह ने बताया कि 75 में स्कूल परिसर में वार्षिक पुरस्कार समारोह का अधिवेशन किया गया झंडा फहराने के बाद राष्ट्रगान  और उसके बाद डांस ड्रामा का आयोजन किया गया जिसमें रानी की झांसी की जीवन पर आधारित विभिन्न भाव महिलाओं को दर्शाया गया  सी सुब्रमण्यम अवॉर्ड फॉर एक्सीलेंस कैरक्टर  अभी शांत को मिला 

शिवालिक पब्लिक स्कूल जैतो के छात्रों ने ओलंपियाड परीक्षाओं में की  सफलता हासिल

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 20 जनवरी

शिवालिक पब्लिक स्कूल के लिए गौरव के क्षण में,दो असाधारण प्रतिभाशाली छात्रों ने ओलंपियाड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन करके संस्थान का नाम रोशन किया है। 10वीं कक्षा की मेहनती छात्रा नितिका और 12वीं कक्षा की मेधावी छात्रा अचिंत आर्ची कौर ने राष्ट्रीय मंच पर अपनी बौद्धिक क्षमता का प्रदर्शन किया।ओलंपियाड परीक्षाओं में नितिका और अचिंत आर्ची कौर की उल्लेखनीय सफलता ने न केवल उनके समर्पण को दर्शाया है,बल्कि शैक्षणिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए स्कूल की प्रतिबद्धता पर भी प्रकाश डाला है।

प्रिंसिपल श्री निखिल गांधी ने प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा, “ओलंपियाड परीक्षाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए हमें नितिका और अचिंत आर्ची कौर पर बेहद गर्व है। यह उपलब्धि उनकी कड़ी मेहनत, दृढ़ संकल्प और शिवालिक में प्रदान की गई समग्र शिक्षा का प्रमाण है। हम ऐसे माहौल को बढ़ावा देने में विश्वास करते हैं जो जिज्ञासा और सीखने के जुनून को प्रोत्साहित करता है।”

विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष श्री अश्वनी कुमार गर्ग, श्री अशोक गर्ग, सरदार जगमेल सिंह, श्री गौरव गर्ग एवं श्रीमती दीपी गर्ग  ने छात्रों को बधाई दी और अन्य छात्रों को भी उनकी तरह आगे बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।

स्कूली बच्चों को पढ़ाया यातायात नियमों का पाठ

  • चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस मना रहा है 35वां सड़क सुरक्षा माह
  • ओंकार चैरिटेबल फाउंडेशन के सहयोग से आयोजित किया ट्रैफिक अवेयरनेस कार्यक्रम

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 19 जनवरी

स्कूली बच्चों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने के लिए 35वें सड़क सुरक्षा माह के तहत चंडीगढ़ ट्रैफिक पुलिस के डी एस पी जसविंदर सिंह के नेतृत्व में ओंकार चैरिटेबल फाउंडेशन के सहयोग से डॉन बोस्को स्कूल सेक्टर 24 के विद्यार्थियों को यातायात नियमों की जानकारी दी गई।

 डी एस पी जसविंदर सिंह ने कहा कि सड़क दुर्घटना रोकने में स्कूली बच्चों की भूमिका अहम है। उन्होंने बच्चों से जिम्मेदार बनने और समाज में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता लाने का भी आह्वान किया।उन्होंने कहा कि यातायात के नियमों का सभी को पालन करना चाहिए। उन्होंने दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट का प्रयोग करने, ट्रिपल राइडिग न करने, निर्धारित गति में वाहन चलाने के लिए प्रेरित किया।

 ओंकार चैरिटेबल फाउंडेशन के चैयरमैन रविंदर सिंह बिल्ला ने बच्चों को बताया कि बिना लाइसेंस के गाड़ी न चलाए और न ही चलाने दें। बाइक चलाते समय हमेशा हेलमेट व कार चलाते समय सीट बेल्ट का प्रयोग करें। नशे में किसी को वाहन न चलाने दें। घर में जाकर अपने अभिभावक और पड़ोसियों को भी अपने माध्यम से सुरक्षा के प्रति जागरूक करें। उन्होंने बच्चों को जागरूकता अभियान, यातायात नियम व सड़क दुर्घटना के बारे में समझाया। यातायात के नियमों की पालन करके लगातार बढ़ रहे सड़क हादसों पर लगाम लगाई जा सकती है। सभी को मिलकर सड़क सुरक्षा के प्रति सजग होना चाहिए। सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक होने का मतलब है कि आप अपनी जीवन की सुरक्षा के प्रति सजग है।

पंजाब में हो रहा है गरीब विद्यार्थियों का ‘बौद्धिक नरसंहार’ 

पंजाब में पिछले 13 वर्षों में लाखों गरीब बच्चे हुए शिक्षा के मौलिक अधिकार से वंचित : फोरम फॉर वीकर सेक्शंस 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 17 जनवरी

पंजाब सरकार ने संसद से पास शिक्षा का अधिकार अधिनियम, 2009 के अनुसार गैर सहायता प्राप्त निजी स्कूलों में गरीब बच्चों की 25% सीटों से वंचित किया हुआ है और ऐसा 2010 से कानून लागू होने के बाद से हो रहा है जिस कारण पंजाब के लगभग 10 लाख बच्चे अब तक अपना हक़ नहीं पा सके। ये बात एडीशनल डिप्टी कम्पट्रोलर एन्ड ऑडिटर जनरल (सेवानिवृत) ओंकार नाथ का, जिन्होंने आज चण्डीगढ़ प्रेस क्लब में फोरम फॉर वीकर सेक्शंस, पंजाब के बैनर तले आयोजित एक प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सारे देश के साथ-साथ दिल्ली, जहां आप पार्टी की ही सरकार है, तथा पंजाब की  राजधानी चण्डीगढ़ में भी ये कानून लागू है। प्रेस कॉन्फ्रेंस को ओंकार नाथ के अलावा फतेह जंग सिंह, पंजाब सरकार के संयुक्त निदेशक (सेवानिवृत्त), कृषि, किरपाल सिंह, लेखा अधिकारी (सेवानिवृत्त), एजी पंजाब आदि ने भी सम्बोधित किया।

उन्होंने बताया कि 2002 में भारतीय संविधान के 86वें संशोधन के माध्यम से शिक्षा के अधिकार को मौलिक अधिकार बनाया गया था। अनुच्छेद 21-ए के अनुसार, राज्य प्री-नर्सरी से 8वीं कक्षा तक सभी बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा प्रदान करेगा।

बच्चों को निःशुल्क और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार (आरटीई) अधिनियम 2009 भारतीय संसद द्वारा पारित किया गया था। यह अधिनियम 01.04.2010 से लागू हुआ था। आरटीई अधिनियम, 2009 की धारा 12 (1) (सी) के अनुसार, गैर सहायता प्राप्त निजी स्कूलों को कमजोर वर्गों और वंचित समूहों से संबंधित न्यूनतम 25% बच्चों को प्रवेश देना आवश्यक है।

पंजाब सरकार ने 10 अक्टूबर 2011 की अपनी अधिसूचना के अनुसार पंजाब बच्चों को मुफ्त और अनिवार्य शिक्षा का अधिकार नियम (पंजाब आरटीई नियम), 2011 बनाया। पंजाब आरटीई नियम, 2011 के नियम 7(4) के अनुसार, कमजोर वर्ग के छात्र प्रवेश पाने के लिए वर्गों और वंचित समूहों को पहले सरकारी स्कूलों में जाना आवश्यक है। ऐसे छात्र सरकारी स्कूलों में प्रवेश पाने में सक्षम नहीं होने के बाद ही गैर सहायता प्राप्त निजी सरकारी स्कूलों में प्रवेश पा सकते हैं। महत्वपूर्ण बात यह है कि गैर सहायता प्राप्त निजी स्कूलों में दाखिला सरकारी स्कूलों से एनओसी मिलने के बाद ही संभव है।

वास्तव में, आरटीई अधिनियम 2009 को पारित करके, भारतीय संसद का इरादा गरीब बच्चों को सरकारी प्रणाली से परे भी गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के अधिकार के साथ सशक्त बनाना था। हालाँकि, पंजाब आरटीई नियम 2011 के तहत नियम 7(4) के तहत एनओसी की अवैध शर्त लगाकर, आरटीई अधिनियम, 2009 की धारा 12 (1) (सी) के तहत किए गए प्रावधान का मूल उद्देश्य विफल हो गया है। ऐसा करके, पंजाब सरकार ने आरटीई अधिनियम 2009 को खत्म कर दिया है जिसके परिणामस्वरूप गरीब छात्रों का ‘बौद्धिक नरसंहार’ हुआ।

भारत के नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक (सीएजी ) ने भी 2016 की अपनी ऑडिट रिपोर्ट में पंजाब के निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के 25% प्रवेश के गैर-कार्यान्वयन पर प्रकाश डाला है, जो 2017 में पंजाब विधानसभा को प्रस्तुत किया गया था।

निजी गैर सहायता प्राप्त स्कूल (दयानंद पब्लिक स्कूल, नाभा) में 25% सीटों पर गरीब छात्रों को प्रवेश देने से इनकार करने के मामले में, माननीय पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय ने 2017 में गरीब छात्रों के प्रवेश के पक्ष में फैसला दिया था। इस प्रकार, उच्च न्यायालय के इस निर्णय से यह सिद्ध हो गया है कि पंजाब सरकार द्वारा बनाया गया पंजाब आरटीई नियम 2011 का नियम 7(4) अवैध है।

राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने भी 2018 में पंजाब आरटीई नियमों के अवैध नियम 7(4) को वापस लेने के निर्देश जारी किए थे। लेकिन पंजाब सरकार ने इसे वापस लेने की जहमत नहीं उठाई।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि पंजाब की राजधानी यूटी चंडीगढ़ सहित सभी भारतीय राज्य और केंद्रशासित प्रदेश गैर-सहायता प्राप्त निजी स्कूलों में गरीब बच्चों के लिए 25% प्रवेश लागू कर रहे हैं। यहां तक कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार भी गैर सहायता प्राप्त निजी स्कूलों में गरीब छात्रों को 25% प्रवेश प्रदान कर रही है।

भारतीय संसद द्वारा पारित कानून सर्वोच्च हैं और राज्य सरकारें ऐसे कानूनों को लागू करने के लिए बाध्य हैं। राज्य सरकारें भारतीय संसद द्वारा पारित कानूनों के विपरीत कोई कानून या नियम नहीं बना सकतीं। भारतीय संविधान के अनुच्छेद 254 में प्रावधान है कि एक ही विषय पर केंद्रीय और राज्य कानून के बीच टकराव की स्थिति में केंद्रीय कानून के प्रावधान लागू होंगे। हालाँकि, पंजाब सरकार ने विभिन्न अधिकारियों से प्राप्त निर्देशों के बावजूद पंजाब आरटीई नियम 2011 में संशोधन नहीं किया है।

अवैध एनओसी शर्त लागू करने के कारण पिछले 13 वर्षों के दौरान पंजाब के निजी स्कूलों में 10 लाख से अधिक गरीब छात्र गुणवत्तापूर्ण शिक्षा से वंचित हो गए हैं। 2010 से 31.03.2023 तक. यह पंजाब जैसे प्रगतिशील राज्य के लिए एक प्रतिगामी कदम है।

विभिन्न व्यक्ति और संगठन पंजाब सरकार के साथ पत्रों, अपीलों और अभ्यावेदन आदि के माध्यम से इस मुद्दे को उठाते रहे हैं। इस मुद्दे को समय-समय पर मीडिया द्वारा भी उजागर किया गया है। लेकिन पंजाब की क्रमिक सरकारों ने पंजाब आरटीई नियम, 2011 के असंवैधानिक नियम 7(4) को वापस लेने की जहमत नहीं उठाई।

इन परिस्थितियों में, पंजाब सरकार को आरटीई अधिनियम 2009 की भावना के अनुसार पंजाब आरटीई नियम 2011 के असंवैधानिक नियम 7 (4) को वापस लेने की आवश्यकता है ताकि कमजोर वर्गों और वंचित समूहों के बच्चों को 25% सीटों का अधिकार मिल सके। 

प्रणाम इंडिया फाउंडेशन द्वारा छात्राओं को जागरूक किया गया

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 15  जनवरी

खंड मोरनी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मांधना मे प्रणाम इंडिया फाउंडेशन द्वारा  विद्यालय मे पढ़ रही छात्राओं के लिए पोक्सो व पोश एक्ट की जानकारी के लिए एक कैंप लगाया गया |इस अवसर पर प्रणाम इंडिया फाउंडेशन की चेरपर्सन शालू गुप्ता ने छात्राओं को  सम्बोधित किया व कहा की आज के दौर मे ऐसा कोई कार्य नहीं जिसमे महिलाएं पुरषों से पीछे हों, उन्होंने मोरनी क्षेत्र के बच्चों की तारीफ़ की व कहा की यह एक खूबसूरत व शांत इलाका है, यहाँ के बच्चे  भी बहुत संघर्षशील हैं, और उन्हें  यहाँ के बच्चों से  मिलकर अच्छा लगता है |उन्होंने छात्राओं को वुमन हाईजीन संबंधित बहुमूल्य जानकारी दी |प्रणाम इंडिया फाउंडेशन के लीगल एडवाइजर राकेश गुप्ता ने  छात्राओं को पोक्सो व पोस एक्ट की जानकारी देते हुए बताया की आज के  दौर मे ज़ब महिला पुरुष एक साथ काम करते हैं, तब प्रत्येक महिला को अपने कानूनी अधिकारों का  ज्ञान होना अति आवश्यक  हो  जाता है |इसलिए उनके एन  जी ओ प्रणाम फाउंडेशन द्वारा जगह जगह. कैंप लगाकर. लोगों को जागरूक किया जा रहा है | इस अवसर पर विद्यालय की और से ए बी आर सी सोनिया उपस्थित रही. व प्रणाम इंडिया फाउंडेशन का आभार व्यक्त किया।

दशमेश ग्लोबल स्कूल बरगाड़ी में अध्यापकों द्वारा लोहड़ी का त्यौहार धूमधाम से मनाया 

रघुनंदन पराशर, डेमोक्रेटिक फ्रंट, जैतो, 12 जनवरी

क्षेत्र की प्रसिद्ध शिक्षण संस्था दशमेश ग्लोबल स्कूल बरगाड़ी में स्कूल के अध्यापकों द्वारा विभिन्न गतिविधियां करके लोहड़ी का त्योहार मनाया गया। सबसे पहले लोहड़ी की आग जलाने की रस्म स्कूल प्रिंसिपल श्री अजय शर्मा, कोऑर्डिनेटर गगनदीप कौर संधू, विनय प्रताप शर्मा और सपना दुआ द्वारा निभाई गई। इस दौरान अध्यापकों ने लोहड़ी से संबंधित लोक गीत, बोलियां, भासन, कविताएं, विभिन्न प्रकार के नृत्य प्रस्तुत किए। इस समय अध्यापकों द्वारा कुछ मनोरंजक खेलों का भी आयोजन किया गया, जिसका सभी ने आनंद उठाया। इस समय लोहड़ी बालाण के साथ-साथ गीत-संगीत का कार्यक्रम भी चल रहा था। इस समय बोलते हुए विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री अजय शर्मा ने कहा कि सामाजिक बुराइयों जैसे चुगली, नफरत, बदनामी आदि को दूर कर आपसी प्रेम और भाईचारे जैसे गुणों को अपनाने का संदेश दिया गया। इस समय विद्यालय का समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।

उत्थान संस्थान ने स्कूली बच्चो के साथ मनाया लोहड़ी पर्व 

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 12  जनवरी

उत्थान संस्थान के प्रांगण में स्कूली बच्चो के साथ  लोहड़ी पर्व धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम की शुरूआत उत्थान संस्थान की डायरेक्टर डॉक्टर अंजू बाजपाई तथा स्टाफ द्वारा लोहड़ी की अग्नि में तिल, मूंगफली, रेवड़ी डालकर सरबत के भले की कामना की गई।

इस दौरान स्कूली बच्चो  ने बोलियों व ढोल की थाप पर लोहड़ी पर्व को सेलिब्रेट किया।जिसमें बच्चे अरनव, अमोहा और अवधेश ने संयुक्त रूप से डांस मे प्रथम स्थान प्राप्त किया।इस अवसर पर उत्थान संस्थान की डायरेक्टर डॉक्टर अंजू बाजपई ने लोहड़ी व मकर संक्रांति की बधाई देते हुए कहा कि हमें अपने अंदर छुपी बुराइयों को त्याग कर हमेशा सत्य के मार्ग पर चलना चाहिए।

उन्होंने कहा कि लोहड़ी की पावन अग्नि में तिल भेंट करते समय हमें संकल्प लेना चाहिए कि जो कार्य हम कर रहे हैं, उससे किसी का बुरा न हो।साथ ही उन्होंने कहा की  आने वाली 22 तारीख को अयोध्या में भगवान श्री राम  जी की प्राण  प्रतिष्ठा है जिसमे हम सभी को अपने अपने घर में उस दिन  दीपवाली मनाकर भगवान राम जी का स्वागत करना चाहिए।इस मौके पर प्रधानाचार्या रविन्द्र मिश्रा ने  अपने संबोधन में कहा कि लोहड़ी पर्व का यह त्योहार हमें एकता संदेश देता है।

उन्होंने कहा कि लोहड़ी का त्योहार प्रेम और भाईचारे, संस्कृति और उल्लास का पर्व है।  लोहड़ी का त्योहार हमारे सांस्कृतिक तंत्र और राष्ट्रीय एकता एवं अखंडता को और मजबूत करने में सहायक है। यह पावन अवसर हमें मानवता व प्रेम-प्यार की शिक्षा देता है। इस मौके पर उत्थान संस्थान से स्वाति, हनी तोमर, सुमित सोनी मौजूद रहे।

एडवोकेट राकेश गुप्ता द्वारा खंड मोरनी के 90 शिक्षकों को पॉक्सो एवं पॉश एक्ट की जानकारी दी गई

        सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 04 जनवरी

           शिक्षा विभाग हरियाणा  द्वारा   शिक्षकों के लिए   पोक्सो एवं पॉश एक्ट   का  प्रशिक्षण सभी स्कूलों के, प्रिंसिपल, मुखिया, प्रभारियों को आवश्यक रूप से  दिया जा रहा है |खंड मोरनी के शिक्षकों के लिए यह  प्रशिक्षण राजकीय संस्कृति मॉडल सीनियर  सेकेंडरी स्कूल मोरनी मे दो दिन के लिए रखा गया था |अध्यापक राजेश भंवरा ने बताया की इस प्रशिक्षण मे खंड मोरनी के लगभग 90  शिक्षक, शिक्षिकाओं ने भाग लिया |यह प्रशिक्षण शिविर दो दिन चला जिसमे  दोनों दिन लगभग पेंतालिस   पेंतालिस  अध्यापकों ने भाग लिया |इस  प्रशिक्षण को पंचकुला की एनजीओ प्रणाम इंडिया फाउंडेशन ने पूरा सहयोग दिया |

जिसमे दोनों दिन प्रणाम इंडिया फाउंडेशन की संचालक और फाउंडर शालू गुप्ता अपनी टीम के साथ उपस्थित रहीं और उनके  को-फाउंडर, लीगल  एडवाइजर और पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट के एडवोकेट  राकेश गुप्ता ने पोक्सो व पोष एक्ट के बारे मे  पूरी जानकारी दी |इस अवसर पर  प्रणाम इंडिया फाउंडेशन की  चेयरपर्सन शालु गुप्ता ने भी सभी उपस्थित शिक्षकों को प्रेरित किया। इस अवसर पर   राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कोटी के प्रिंसिपल पवन जैन, मोरनी  स्कूल के प्रिंसिपल कर्मवीर शर्मा, भी मौजूद रहे व एन जी ओ प्रणाम फाउंडेशन इंडिया की चेयरमैन शालू गुप्ता व एडवोकेट राकेश  गुप्ता  का   खंड मोरनी के  अध्यापकों को बहुत बढ़िया ढंग व बारिकियों के साथ यह प्रशिक्षण देने पर आभार व्यक्त किया |

इस प्रशिक्षण मे टिककर स्कूल की  प्रिंसिपल उर्मिल रंगा,बी आर पी विवेक सांगवान, ए बी आर सी सविता, सोनिया, मुकेश, रॉकी,  भावना खन्ना,मौलिक स्कूल मुख्यधयापक राम सिंह,स्कूल प्रभारी चमन  लाल,  अनीता भंवरा, राधा धीमान,   बलदेव शर्मा,  मोहिंदर पाल, होशियार सिंह, अमरजीत आदिवाल इत्यादि अध्यापक उपस्थित   रहे।

प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था का बुरा हाल : सुरेंद्र राठी

  • घर-घर जाकर नववर्ष की बधाई दी : सुरेंद्र राठी 

संदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 01 जनवरी   :

आज नववर्ष के आगमन पर आम आदमी पार्टी ने घर-घर जाकर पोस्टर बांटे। पूरे शहर में नववर्ष के कार्ड वितरित किए और लोगो को पार्टी की नीतियों से अवगत करवाया। लोकसभा उपाध्यक्ष एवं राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद सदस्य सुरेंद्र राठी ने कहा कि लोगों को हरियाणा की बदहाल स्थिति के बदलाव के लिए प्रदेश की जनता को जागरूक किया। उन्होंने कहा कि खट्टर सरकार में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था का बुरा हाल है। 30 हजार शिक्षकों के पद खाली हैं। 1585 स्कूलों में शौचालय नहीं है।131 स्कूलों में पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है।

236 स्कूलों में बिजली के कनेक्शन नहीं हैं। 8240 कक्षाओं की कमी है। यही बदहाली चिकित्सा के क्षेत्र में भी है। मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री की लड़ाई के कारण चिकित्सकों की सुनवाई नहीं हो रही है। आज से चिकित्सक हड़ताल पर जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि एनसीआरबी की रिपोर्ट के अनुसार, 2021 के मुकाबले 2022 में नशे से ग्रसित 3738 ज्यादा लोगों ने आत्महत्या की है। इसका मुख्य कारण रोजगार नहीं मिलना है। खट्टर सरकार युवाओं को रोजगार देने में पूरी तरह से असफल रही है। 9 साल के कार्यकाल में 30 से ज्यादा बार पेपर लीक हुए हैं। पूरे हरियाणा में नशे का कारोबार ने पैर पसार चुका है। उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश के किसान बीजेपी की नीतियों से बुरी तरह परेशान है। फसल बिक्री के समय सरकार पोर्टल पोर्टल का खेल खेलने लग जाती है। बाढ़ से फसल बर्बादी का मुआवजा अभी तक नहीं मिला। यमुना के साथ लगते जिलों की कृषि योग्य भूमि भी रेत से अटी पड़ी है। जबकि बीजेपी सरकार ने  किसानों की आय की बजाय कर्जा दुगना करने का काम किया है।

इस अवसर पर माइनॉरिटी सेल के अध्यक्ष शहाबद्दीन व्यापार मंडल के अध्यक्ष के जेबी धारीवाल अतुल कुमार विनोद कुमार धरमवीर,रघबीर दलाल दीपक कुमार रविंदर खैरवाल करण ठाकुर श्यामलाल राजबीर दलाल सुरेश गर्ग सत्यवान फोर

शिक्षक-धन्यवाद व सम्मान-दिवस

  • श्री सिद्धिविनायक एजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा वार्षिक उत्सवो की गतिविधिओ के लिये शिक्षक-धन्यवाद व सम्मान-दिवस का किया आयोजन

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर -30 दिसम्बर  :

सेंट लारेंस इंटरनेशनल स्कूल, पाबनी रोड़, जगाधरी, सेंट लारेंस स्मार्ट कान्वेंट स्कूल व गुरुकुल यमुनानगर, बिलासपुर के संयुक्त तत्वाधान में स्कूल की चेयरपर्सन डॉ० रजनी सहगल की अध्यक्षता में वार्षिक उत्सवों व वर्ष भर हुई गतिविधिओ के लिये शिक्षकों के धन्यवाद में ‘सम्मान दिवस’ समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर वर्ष भर हुई गतिविधिओ में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया गया। सभी पदाधिकारियों ने भगवान गणेश और माँ सरस्वती के चरणों में दीप प्रज्वलित, पुष्पांजलि अर्पित कर और प्रार्थना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। वार्षिक समारोहों की उत्कृष्ट प्रस्तुतियों के लिए चेयरपर्सन डा रजनी सहगल ने सभी शिक्षक और शिक्षणेत्तर सदस्यों की प्रशंसा की और उन्हें ट्राफी प्रदान कर सम्मानित किया। साथ ही उन्होंने शिक्षकों के उत्साहवर्धन के लिए विभिन्न पुरुस्कारो की घोषणा भी की।इस अवसर पर शैली चौहान, राखी बांगा, ममता बत्रा,  ज्योति बाला, मनदीप कौर, रेनू, गुरजीत कौर, योगिता, प्रियंका विर्क, भावना बंसल, मीनू गेरा, निशा, श्वेता, मंजू, रजनी गुप्ता, लिली मैरी, रजनी शर्मा, पदमा, पूजा देवी, जगमीत कौर, पिंकी बंसल, हीना, रमन, आशा, अनीता, डेज़ी शर्मा, लखविंदर कौर, ब्रह्मकान्ति शर्मा, चितवन कम्बोज, करमन, रजनी बाला  को विभिन्न श्रेणियों के अंतर्गत पुरुस्कृत किया गया।

चेयरपर्सन डा रजनी  सहगल ने कहा कि  शिक्षकों को सम्मान प्रदान करने का उद्देश्य शिक्षकों के योगदान के लिए उनकी सराहना करना है जिन्होंने स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है, और कड़ी मेहनत से अपने छात्रों के जीवन को समृद्ध बनाया है।  साथ ही उन्होंने बताया कि आज के समय में पूरी टीम को प्रेरित और उत्साहित रखना एक कठिन कार्य है। सभी नियमित रूप से अपने दैनिक कार्यों से गुजरते हुए तनाव महसूस न करे और पूरी टीम हर समय ऊर्जावान रहे, इसके लिए इस प्रकार की गतिविधियों  की आवश्यकता होती है जिससे  टीम की गतिशीलता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

विख्यात शिक्षाविद डा एम् के सहगल ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले अध्यापकों को बधाई दी और भविष्य में और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि शिक्षक शिष्य के जीवन में अंधकार को मिटाकर प्रकाश फैलाते हैं। जिस तरह व्यक्ति इच्छा प्राप्ति के लिए ईश्वर की भक्ति करता है, उसी तरह व्यक्ति को जीवन में सफल होने के लिए बेहतर शिक्षक की आवश्यकता होती है और  एक बार वह मिल जाए, तो व्यक्ति अपने जीवन में सब कुछ हासिल कर सकता है। शिक्षक का विद्यार्थी के जीवन में विशेष महत्व है क्यूंकि गुरु के बिना ज्ञान नहीं मिलता है और उनकी शरण  में रहने से व्यक्ति जीवन में अवश्य सफल होता है। उन्होंने सभी शिक्षकों को नववर्ष की शुभकामनाये दी और उज्जवल भविष्य की कामनाएं की ।

कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों ने संगीत के कार्यक्रम पेश कर कार्यक्रम की मधुरता को और बढ़ाया। इस अवसर पर प्रबंधन समिति द्वारा शिक्षक और शिक्षणेतर सदस्यों के लिए भोजन की व्यवस्था की गयी। इस अवसर पर स्वरांजलि सहगल, विक्रांत गुलाटी, मीना, गगन बजाज, डॉ. जी. बी. गुप्ता, दीपक शर्मा  मोजूद रहे।