सम्रग शिक्षा वर्क एजुकेशन इंस्ट्रक्टर्स की मांगों को जल्द पूरा करने का आश्वासन दिया

माननीय श्री अंशज सिंह, एसपीडी (समग्र शिक्षा हरियाणा) के आश्वासन के बाद शिक्षा सदन का घेराव स्थगित

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 13 सितम्बर :

शिक्षा सदन का घेराव करने जा रहे वर्क एजुकेशन इंस्ट्रक्टर्स (समग्र शिक्षा हरियाणा) ने एसपीडी (समग्र शिक्षा हरियाणा) श्री अंशज सिंह से मांगों पर विचार का आश्वासन मिलने के बाद घेराव की कार्रवाई को स्थगित कर दिया।

आंदोलनरत वर्क एजुकेशन इंस्ट्रक्टर्स ने आज शिक्षा सदन, सेक्टर 5, पंचकूला का घेराव करने की कोशिश की, जिसे पुलिस ने रोक दिया।

इसके बाद प्रशासन द्वारा वर्क एजुकेशन इंस्ट्रक्टर्स के एक प्रतिनिधिमंडल को एसपीडी (समग्र शिक्षा हरियाणा) श्री अंशज सिंह से मिलवाया गया।माननीय श्री अंशज सिंह ने आंदोलनकारियों की मांगों को पूरा करवाने का और बाई लॉज 2013 व ग्रेड पे की फाइल को पॉजिटिव बनाकर आगे भेजने का आश्वासन दिया और कहा कि अगले हफ़्ते इस बारे में आगे पूछताछ की जा सकती है। 

वर्क एजुकेशन इंस्ट्रक्टर्स समिति के प्रधान रजत भट्ट ने आंदोलनकारी साथियों को पूरी बात बताई, जिस पर घेराव स्थगित कर दिया गया और सभी आंदोलनकारी वापस धरना स्थल पर लौट गए।

चण्डीगढ़ अग्निशमन विभाग ने लाइव अग्नि सुरक्षा प्रदर्शन कर संभावित अग्निकांड की आपात स्थितियों के लिए विद्यार्थियों को शिक्षित किया  

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 13 सितम्बर :

रक्षा एवं सामरिक अध्ययन विभाग और पोस्ट ग्रेजुएट कॉलेज, सेक्टर-46 के एनसीसी नौसेना विंग ने अग्नि सुरक्षा पर चण्डीगढ़ अग्निशमन विभाग के सहयोग से एक व्याख्यान और प्रदर्शन का आयोजन किया। संभावित अग्निकांड की आपात स्थितियों के लिए युवाओं को शिक्षित और तैयार करने के एक सक्रिय प्रयास में, अग्निशमन विभाग के अधिकारियों ने कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए अग्नि सुरक्षा पर एक सूचनात्मक व्याख्यान और प्रदर्शन दिया।

कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. आभा सुदर्शन ने कहा कि ये अनुभव विद्यार्थियों को अग्नि सुरक्षा तकनीकों की प्रभावशीलता, त्वरित सोच के महत्व और पहले उत्तरदाताओं की महत्वपूर्ण भूमिका को जानने में मदद करेगा। यह आयोजन सामुदायिक सुरक्षा और तैयारियों को बढ़ाने के लिए चल रही प्रतिबद्धता का हिस्सा था। इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण एक लाइव अग्नि सुरक्षा प्रदर्शन था, जहां उपस्थित लोगों को कार्रवाई में अग्निशामकों का निरीक्षण करने का अवसर मिला।

कॉलेज के डॉ. राजेश कुमार (डीन) और डॉ. बलजीत सिंह (उप प्रधानाचार्य) भी इस अवसर पर उपस्थित थे।

बी.के .एम .विश्वास स्कूल में मनाया गया हिंदी दिवस

सबसे प्यारी सबसे न्यारी,
 हिंदी है राष्ट्रभाषा हमारी।

उपरोक्त नारे के साथ विद्यार्थियों ने आज स्कूल में हिंदी दिवस मनाया।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 13 सितम्बर :

 हिंदी हमारी मातृभाषा है । 14 सितंबर 1949 को हिंदी भाषा को राजभाषा का दर्जा दिया गया। हिंदी दिवस संपूर्ण भारत में हिंदी भाषा के महत्व को समझने के लिए मनाया जाता है । इस अवसर पर प्रधानाचार्य जी ने कहा हमें  हिंदी भाषा पर भी विशेष तौर से ध्यान देना चाहिए। स्कूल अध्यापिका ने भाषण के जरिए विद्यार्थियों को बताया कि हिंदी भाषा हमारे देश के संस्कार और संस्कृति का प्रतिबिंब है और यह हमारे देश की एकता व अखंडता का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि आप सभी भाषाओं को सीखें, लेकिन हिंदी भाषा के महत्व को कम करके नहीं। हिंदी भाषा हमारी अमूल्य धरोहर है हिंदी दिवस  मनाने का मुख्य उद्देश्य हिंदी भाषा के  अस्तित्व को बचाने का प्रयास भी है।
साथ ही किंडरगार्टन सैक्शन के नन्हे – मुन्ने बच्चों ने हिंदी दिवस से संबंधित कविताएं सुनाई।

हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है,
हिंदी हमारी राष्ट्रभाषा है।

 इस स्लोगन के साथ कार्यक्रम को विराम दिया गया।

पंजाब विश्वविद्यालय छात्र संघ के नवनियुक्त महासचिव दीपक गोयत को जजपा नेताओं ने किया सम्मानित

संदीप सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 12 सितम्बर :

आज जजपा पंचकूला के पूर्व  शहरी जिला अध्यक्ष एवं प्रदेश प्रवक्ता ओ पी सिहाग व जजपा के दूसरे वरिष्ठ पदाधिकारियों द्वारा पिछले दिनों पंजाब यूनिवर्सिटी चंडीगढ़ के छात्र संघ के चुनाव में सबसे ज्यादा मत प्राप्त करके महासचिव के पद पर चुने गए दीपक गोयत को अपने सेक्टर 12 कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया। इस अवसर पर ओ पी सिहाग ने  बुक्का भेंट करके, शाल उढाकर व मुहँ मीठा कराकर दीपक को सम्मानित किया।  ओ

पी सिहाग ने कहा कि पी यू छात्र संघ के चुनाव में जजपा की छात्र विंग इनसो की लगातर इसी पद पर बड़े मार्जिन की जीत ने इस बात पर मोहर लगा दी युवाओ व छात्रों में हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला व इनसो के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला के प्रति जबरदस्त क्रेज है तथा उन दोनों का जादू  छात्रों व युवाओ के सिर चढ़कर बोल रहा है। ओ पी सिहाग जो 1980 दशक के हरियाणा के प्रमुख छात्र नेता रहे हैं तथा 1982 में हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार स्टूडेंट्स यूनियन के अध्यक्ष रहे हैं, ने दीपक गोयत को बधाई देते हुए भविष्य की शुभकामनाएं दीं तथा उम्मीद जतायी कि वो छात्र हितों की लड़ाई हमेशा लड़ते रहेंगे तथा विश्वविधालय में अच्छा शैक्षणिक माहौल बनाने में कामयाब होंगे ।

   इस  अवसर पर पंजाब विश्वविद्यालय छात्र संघ के नवनिर्वाचित महासचिव दीपक गोयत व पूर्व महासचिव प्रवेश बिश्नोई जो इस कार्यक्रम में उपस्थित थे ने सभी वरिष्ठ जजपा नेताओं को विश्वास दिलाया कि वो अच्छे विजन के साथ अपनी जिम्मेदारियों को निभाएंगे, छात्र हित हमेशा उनके लिए सर्वोपरि रहेंगे । इसके साथ वो इनसो को भी कैम्पस में मजबूत बनाने के लिए पूरी मेहनत करेंगे। उन दोनों ने सभी जजपा के पदाधिकारियों का उनको मान सम्मान देने पर धन्यवाद किया।

इस कार्यक्रम में जजपा के वरिष्ठ नेता बुद्धिजीवी प्रकोष्ठ के जिला संयोजक के सी भारद्वाज, पार्षद राजेश निषाद, वरिष्ठ नेता सुरिन्दर चड्डा, आर पी यादव, राजिंदर मेहरा,  डॉ आर के रंगा, मोहन लाल, विनोद सैनी,जगदीश तंवर, सूखी कोच,हीरा मन वर्मा, धीर सिंह गोयत, भागसिंह, सचिन सिहाग, बलदेव नेहरा आदि हाजिर थे।

आरकेएसडी काॅलेज, कैथल के राजनीति शास्त्र विभाग के द्वारा जारी एड ऑन कोर्स ‘ साईबर सुरक्षा ‘ के दूसरे बैच का समापन

लाजपत सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कैथल – 12सितम्बर :

स्थानीय आरकेएसडी काॅलेज, कैथल के राजनीति शास्त्र विभाग के द्वारा जारी एड ऑन कोर्स ‘ साईबर सुरक्षा ‘ के दूसरे बैच का समापन सार्टिफिकेट वितरण के साथ सम्पन्न हुआ। डिजिटल क्रांति के दौर में बढ़ते साईबर क्राईम को रोकने में साईबर सूरक्षा की मांग बढ़ी है। विभिन्न विश्वविद्यालय इस विषय पर रोज़गार परक डिग्री एवं डिप्लोमा करवा रहे हैं । यह कोर्स इसी उद्देश्य को लेकर करवाया जा रहा है। कुल 13 विद्यार्थियों ने सफलता के साथ निर्धारित 30 कक्षाओं एवं 50 अंकों की परीक्षा को पास करके निर्धारित अहर्ता हासिल की।

तीन विद्यार्थियों ने 3 ने ए+ 8 ने ए एवं 2 ने बी ग्रेड प्राप्त किया। प्राचार्य डॉ संजय गोयल ने सभी विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र वितरित किए। उन्होंने अपने सम्बोधन में विद्यार्थियों को इस क्षेत्र में उभरती सम्भावनाओं को तलाशने की सलाह दी।

इस अवसर पर विभागाध्यक्ष प्रो श्रीओम, कोर्स कोर्डिनेटर डॉ विनोद मान, डॉ अशोक अत्रि, डॉ सुरेंद्र सिंह, डॉ विरेंद्र सिंह, डॉ अनुकृति भी उपस्थित रहे।

टीचर डे  के अवसर पर ब्रुकफील्ड इंटरनेशनल स्कूल व सेंट जोसेफ स्कूल की शिक्षिकाओं के लिए मोहाली व चंडीगढ़ में फ्री चेकअप कैंप आयोजित

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 11 सितम्बर :

महिलाओं में बढ़ रहे पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज की स्क्रीनिंग के लिए शिक्षक दिवस पर दो स्कूल की टीचरों का स्क्रीनिंग कैंप आयोजित हुआ इस मौके पर डॉक्टर तेजिंदर कौर व  डॉक्टर गीतिका ठाकुर ने स्क्रीनिंग के साथ-साथ अवेयरनेस सेशन भी आयोजित किया व महिलाओं को रेगुलर स्क्रीनिंग की महत्ता पर प्रकाश डाला। डॉ  गीतिका व  डॉक्टर तेजिंदर ने कहा कि आज के बदले हुए लाइफस्टाइल से महिलाओं में पॉलीसिस्टिक ओवेरियन डिजीज बहुतायत में देखने को मिलता है इसी की जागरूकता के लिए खान-पान में वह लाइफस्टाइल में बदलाव के लिए इस कैंप का आयोजन किया गया।

भौतिकी विज्ञान विभाग द्वारा उच्च शिक्षा के माध्यम से जीवन में अवसर पर इंटरैक्टिव सत्र का आयोजन हुआ

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 11 सितम्बर :

स्नातकोत्तर राजकीय कन्या महाविद्यालय, सैक्टर-42, चण्डीगढ़ के भौतिकी विज्ञान विभाग ने 11 सितंबर, 2023 को “उच्च शिक्षा के माध्यम से जीवन में अवसर” पर एक इंटरैक्टिव (संवादात्मक) सत्र का आयोजन किया।इस टॉक को मैकेनिकल इंजीनियरिंग में डॉक्टरेट और आईआईटी, दिल्ली के पूर्व छात्र डॉ. विजयेंद्र ठाकुर ने संबोधित किया।

उन्होंने अनुसंधान और उद्योगों सहित भौतिकी के क्षेत्र से संबंधित विस्तृत ज्ञान की संभावनाएं और कैरियर के अवसर प्रदान किए।उन्होंने विभिन्न तरीकों पर जोर दिया जिससे हमारे स्नातक के विद्यार्थी समय और पैसा बचा सकते हैं और अपने क्षेत्र में सही विकल्प चुनकर आसानी से भारत और विदेश दोनों में उच्च अध्ययन कर सकते हैं। इस वार्ता में लगभग 75 प्रतिभागियों ने भाग लिया।

कार्यक्रम के अन्त में श्री सुरेश कुमार, कॉलेज के डीन और भौतिकी विभाग के अध्यक्ष ने सभी स्नातकों को मार्गदर्शन देने के लिए मुख्य अतिथियों को धन्यवाद ज्ञापित किया।

पं. विष्णु दिगंबर पलुस्कर की 150वीं जयंती व गंधर्व महा-विद्यालय, पंचकूला के 75 वर्ष पूरे होने पर भव्य संगीत कार्यक्रम का आयोजित

चंडीगढ़ 8 सितम्बर 2023ः 

शास्त्रीय संगीत के महान दिग्गज पं. विष्णु दिगंबर पलुस्कर की 150वीं जयंती तथा गंधर्व महा-विद्यालय,  पंचकूला  के स्थापना के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में गंधर्व महा-विद्यालय, पंचकुला द्वारा टैगोर थिएटर में संगीत संध्या का आयोजन किया गया। 
इस अवसर पर हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय मुख्य अतिथि थे। संगीत संध्या में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित तबला वादक पंडित योगेश समसी ने अपने तबले के थाप व हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत गायक डॉ. आदित्य शर्मा ने अपने मधुर गायन से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। 

कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि और अन्य विशिष्ट अतिथियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर की गई। जिसके उपरांत गंधर्व महा-विद्यालय, पंचकूला के संगीत विद्यार्थियों ने राग हंसध्वनि में दो रचनाएं ’मां शारदे वुड्यादानी’ और ’मंगला नारायणी’ सुंदर प्रस्तुति देकर श्रोताओं का मन मोह लिया। जिसके बाद विद्यार्थियों द्वारा पंडित विष्णु दिगंबर पलुस्कर द्वारा रचित गुरबाणी का एक प्रसिद्ध शबद ’साधो मन का मान त्यागो’ श्रोताओं के समक्ष प्रस्तुत किया। इन वस्तुओं को प्रस्तुत करने वाले महा-विद्यालय के छात्र थे- त्रिष्या, हिमांगी, मीनाक्षी, ऋतविक, प्रबल, वाणी। गायन के दौरान साथ हारमोनियम पर राहुल और तबले पर अमन ने संगत की। 

इस अवसर पर हिन्दुस्तानी शास्त्रीय संगीत गायक डॉ. आदित्य शर्मा, जो महा-विद्यालय परिवार की तीसरी पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं, ने राग भूपाली में पंडित विष्णु दिगंबर पलुस्कर की पारंपरिक रचना ’जब ही सब निरपात भयी’ को धीमी ख्याल में प्रस्तुत किया और जिसके बाद उन्होंने ताल तिलवाड़ा में निबद्ध रचना ’जब से तुम संग लगी’ सुनाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। उन्होंने अपने गायन का समापन तराना के साथ किया। इस दौरान उनके साथ हारमोनियम पर आदर्श सक्सेना और तबले पर रजनीश धीमान ने संगत की। 
वहीं दूसरी ओर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रशंसित योगेश समसी ने श्रोताओं के समक्ष तीन ताल की विस्तृत प्रस्तुति व जटिल और सूक्ष्म विविधताओं ने श्रोताओं को आनंदित करने के साथ मंत्रमुग्ध कर दिया। इस दौरान हारमोनियम पर उनके साथ जाने-माने हारमोनियम वादक डॉ. विनय मिश्रा ने बहुत ही कुशलता से संगत की।

कार्यक्रम का समापन वर्तमान संगीत की गिरती गुणवत्ता और हमारी समृद्ध संगीत विरासत को संरक्षित करने की आवश्यकता पर महा-विद्यालय के डायरेक्टर डॉ. अरविंद शर्मा के धन्यवाद और टिप्पणियों के साथ हुआ।

 हरियाणा की बेटियों रिद्धिमा और विधिका कौशिक ने रचा इतिहास

सुशील पण्डित
राजनैतिक विश्लेषक
  •  हरियाणा का गौरव बनकर उभरी रिद्धिमा और विधिका कौशिक

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 08 सितम्बर :

एक समय था जब कहा जाता था कि पढ़ोगे लिखोगे बनोगे नवाब,खेलोगे कूदोगे बनोगे ख़राब। परंतु जैसे जैसे समय बदला और समय के साथ साथ धारणाएँ भी बदल गई, वर्त्तमान परिदृश्य में खेल जीवन में आगे बढ़ने का ऐसा सशक्त माध्यम बन चुका है जिसके बल पर मनुष्य बड़ी से बड़ी चुनौती को स्वीकार करके जीवन के हर क्षेत्र में नित नए आयाम स्थापित करने में सक्षम हो रहा हैं। देश की आज़ादी के पश्चात यदि पुरुष और महिला खिलाड़ियों द्वारा खेलों के माध्यम से हासिल की सफ़लता का आंकलन किया जाए तो निश्चित रूप से महिलाएं समाज और राष्ट्र की उन्नति में अत्यधिक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। लड़कियों द्वारा जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करके देश का परचम लहराया जा रहा है। खेल किसी भी मनुष्य के जीवन के लिए उतना ही महत्व रखते हैं जितना कि एक सफल इंसान बनने में शिक्षा व अन्य संसाधनों का है। यदि यह कहा जाए कि खेल के माध्यम से मनुष्य का चौमुखी विकास हो सकता है तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं होगी यह एक ज्ञात तथ्य है कि स्वस्थ व सफल जीवन शैली के लिए खेल अभिन्न हिस्सा है। हालांकि छोटी उम्र से खेल खेलने के बहुत सारे लाभ है खेल जहाँ स्वास्थ्य और कल्याण को बढ़ावा देता है वहीं आत्म सम्मान की दृष्टि से खेल का हमारे जीवन में बहुत अधिक महत्व माना जाता है।

वर्तमान की तेज तर्रार और अत्यधिक प्रतिस्पर्धा से भरपूर जीवन में खेलों का अत्यधिक महत्व रहता है सामान्य तौर पर युवाओं के जीवन में खेल की भूमिका महत्वपूर्ण होती है परंतु खेल में भागीदारी सुनिश्चित करना विशेष रूप से लड़कियों और महिलाओं के लिए महत्व रखता है। भारत में आज भी बहुत से ऐसे क्षेत्र है जहां लड़कियों के लिए शिक्षा आभाव तथा कम उम्र में विवाह तथा स्वतंत्र रूप से निर्णय लेने की अक्षमता तथा लिंगानुपात की दृष्टि से लड़कियों और महिलाओं को समान अवसर से वंचित रहना पड़ता है। इन परिस्थितियों में खेल एक उल्लेखनीय भूमिका निभा रहा है। दरअसल खेल महिला खिलाड़ियों को नित नए अवसर प्रदान करता है तथा जीवन की चुनोतियों को स्वीकार करने का कौशल विकसित करने में सहायक सिद्ध होता है। यदि बात वर्तमान परिदृश्य में खेलों की जाए तो आज देश की बच्चियों खेलों में बेहतर प्रदर्शन करके न केवल स्वयं का अपितु पूरे देश का नाम विश्व के पटल पर रोशन करने में लगी है। इसी का जीवंत उदाहरण बनकर उभरी है, हरियाणा के फरीदाबाद की दो सगी बहने विधिका कौशिक व रिद्धिमा कौशिक। बचपन से ही किक बॉक्सिंग खेल में अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रही विधिका कौशिक और रिद्धिमा कौशिक किक बॉक्सिंग का खेल रूचि से प्रारंभ होकर वर्तमान में ओलंपिक पदक का लक्ष्य बन चुका है। इन दोनों बहनों ने खंड स्तर से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी एक अलग पहचान बनाई है। उम्र में छोटी और प्रतिभा की दृष्टि से बड़ी हरियाणा की दोनों बेटियों की खेल शैली, एक मंजे हुए खिलाड़ी के भांति दिखाई देती है। हाल ही में दिल्ली में आयोजित हुई अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में विधिका और रिद्धिमा कौशिक ने स्वर्ण पदक हासिल करके अपने माता-पिता व प्रदेश का नाम रोशन किया है। गौरतलब है कि इस प्रतियोगिता में पूरे विश्व के बेहतर खिलाड़ियों ने भाग लिया था जिसमें इन दोनों बच्चियों ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करके स्वर्ण पदक हासिल करके देश में एक अपनी अलग पहचान बनाने का काम किया है।

शुरुआती दौर से ही हरियाणा का खेलो के क्षेत्र में अपना अलग स्थान रहा है। दरअसल माँ और माटी का स्वभाव समान होता है। जिस प्रकार हरियाणा की माटी खिलाड़ियों सर्वांगीण विकास करने के लिए सदैव ततपर रहती है उसी प्रकार रिद्धिमा और विधिका की माँ रितु कौशिक भी बेटियों को बुलंदियों पर देखने के लिए समर्पण भाव से अपनी बच्चियों को बेहतर परवरिश देने में उद्घत रहती हैं। भारत के खेल इतिहास पर यदि बात करें तो हरियाणा प्रदेश के खिलाड़ियों ने देश का नाम विश्व पटल पर चमकाने के काम किया है। इसी प्रकार किक बॉक्सिंग में भी देश की बेटियां अपनी अलग पहचान बना रही है।अभी हाल ही में भारत के झारखंड राज्य में हुई राष्ट्रीय किक बाक्सिंग प्रतियोगता में दो सगी बहनों विधिका कौशिक व रिद्धिमा कौशिक स्वर्ण पदक जीत कर न केवल परिवार का अपितु देश व प्रदेश का नाम रोशन किया है। विधिका ने 28 किलोग्राम भार वर्ग और रिद्धिमा ने अंडर-12 आयु वर्ग मनवाया प्रतिभा का लोहा मनवाया। निश्चित तौर पर आज के समय और परिस्थितियों के अनुसार जो खेलेगा वही आगे बढ़ सकता है, फिर वह जीवन हो या खेल का मैदान। हरियाणा के जिला फरीदाबाद की दो सगी बहनों ने छोटी उम्र में ही बड़ा काम करके एक नया कीर्तिमान स्थापित करने का सराहनीय कार्य किया है। दरअसल बच्चे को परिवार की ओर से दिए गए अच्छे  संस्कार व शिक्षा जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करते हैं। झारखंड के राचीं में 23 से 27 अगस्त के बीच आयोजित हुई राष्ट्रीय किक बाक्सिंग प्रतियोगिता-2023 चिल्ड्रन कैडेटस एंड जूनियर में फरीदाबाद जिले की विधिका और रिद्धिमा ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। झारखंड अमेतरा स्पोर्ट्स किक बाक्सिंग एसोसिएशन की ओर से आयोजित प्रतियोगता में देशभर के किक बाक्सिंग खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। 28 किलोग्राम भार वर्ग के किक लीग इवेंट में विधिका कौशिक ने स्वर्ण पदक पर कब्जा जमाया। जबकि 47 किलोग्राम भार वर्ग के लीग कांटेस्ट में रिद्धिमा कौशिक ने बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए सोने का पदक हासिल करके माता पिता व प्रदेश का नाम रोशन किया है। खेल के क्षेत्र में खिलाड़ी का परिश्रम और कोच की निष्ठा दोनों ही महत्व रखती है। जिस प्रकार शिक्षक के बिना शिक्षा अधूरी है उसी प्रकार कोच के बिना खेलों में सफलतापूर्वक आगे बढ़ना कठिन है। इन बच्चियों की  कोच संतोष थापा कहना है कि विधिका कौशिक ने किक लाइक में तमिलनाडु की टीम को हराकर गोल्ड मेडल जीता है। रिद्धिमा कौशिक ने किक बाक्सिंग में गुजरात को हराकर गोल्ड मेडल जीता है। थापा ने बताया कि इससे पहले दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित अंतरराष्ट्रीय किक बाक्सिंग प्रतियोगिता में भी गोल्ड मेडल जीत कर नाम रोशन कर चुकी हैं।

दोनों बहनों का लगन व मेहनत से स्वर्ण प्राप्त करना जहाँ परिवार के लिए गर्व का विषय बना है वंही फरीदाबाद लौटने पर शहरवासियों ने ढोल-नगाड़ों के साथ विधिका और रिद्धिमा का जोरदार स्वागत करके इन बेटियों की उपलब्धि के महत्व को दोगुना करने का काम किया है। अक्सर कहा जाता है कि बेटियां माँ की अपेक्षा पिता की अधिक लाडली होती है और यह देखा भी गया है कदाचित पिता के भाव को समझने में बेटी अधिक सक्षम होती है। अपनी दोनों बेटियों पर गर्व की अनुभूति करते हुए विधिका और रिद्धिमा के पिता सुरेंद्र कुमार कौशिक का कहना है कि बेटियों की इस उपलब्धियों पर उन्हें गर्व है। दोनों बेटियों ने पूरे प्रदेश का नाम रोशन किया है। कौशिक का कहना है कि एक समय था जब लड़के और लड़की में अंतर माना जाता था, सामाजिक कुरीतियों व संकीर्ण मानसिकता के कारण उतपन्न होने वाली इस प्रकार की सोच समाज और परिवार के लिए किसी अभिशाप से कम नही होती। उन्होंने कहा कि खेलों से बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है। प्रखर समाजसेवी डीआर शर्मा ने बताया कि अभिभावकों को बेटियों को आगे बढ़ाने के लिए शिक्षा के साथ साथ खेलों में  भाग लेने  के लिए प्रेरित करना चाहिए। शर्मा का कहना है कि प्रदेश की बेटियां पढ़ाई के साथ खेलों में भी नाम रोशन कर समाज के लिए नई प्रेरणा बन रही हैं। निश्चित रूप से भारत की खेल नीति बेहतर होने के कारण आज खिलाड़ियों को अनेकों अवसर मिल रहे हैं वहीं यदि प्रदेश स्तर की बात की जाए तो मौजूदा सरकार के द्वारा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लाभान्वित किया जाना भी खेलों को बढ़ावा देने में सहायक सिद्ध हो रहा है। इस बारे में जब इन बच्चियों के पिता सुरेंद्र कौशिक से बात हुई तो उन्होंने बताया कि बच्चों की पहचान पिता के नाम से होना सामान्य बात होती है परंतु बच्चों के नाम से माता पिता की अलग पहचान बनना गर्व की बात है। 

लिटिल ऐंजल प्ले वे स्कूल में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम का आयोजन

डिम्पल अरोड़ा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कालांवाली – 07 सितम्बर :

शिव बाड़ी  के नजदीक स्थित लिटिल ऐंजल प्ले वे स्कूल में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष्य में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम स्कूल प्रिंसीपल राकेश गोयल रोक्सी की देखरेख में आयोजित किया गया। कार्यक्रम में स्कूल के नन्हें-मुन्ने बच्चों ने नटखट नंद गोपाल की भूमिका में नजर आए। कोई कृष्ण कन्हैया बना तो कोई बनी राधा। राधा-कृष्ण के अलावा वासुदेव, देवकी, ग्वाले और गोपियों की वेशभूषा में आए बच्चों ने सभी को मनमोह लिया।

इसके अलावा कार्यक्रम के दौरान छोटे बच्चों ने श्री कृष्ण जी के गोवर्धन पर्वत उठाने, श्री कृष्ण जन्म, श्री वासुदेव जी द्वारा कृष्ण जी को नंद गाँव में छोड़कर आने, श्री कृष्ण और सुदामा जी के मिलन, लड्डू गोपाल जी को झूला झुलाने, दही हांडी तोड़ने वाली मनमोहक झांकियां व श्री कृष्ण संग गोपियों व श्री राधा जी का मनमोहक नृत्य प्रस्तुत किया गया।स्कूल के प्रिंसिपल राकेश गोयल भगवान श्री कृष्ण के जन्म से लेकर उनके पुरे जीवन की लीलाओ का वर्णन करते हुए बताया कि इतिहास में अनेक अवतारों का वर्णन मिलता है, उसमें से ही एक है कृष्णावतार। श्री कृष्ण का जन्म भादो मास की अष्टमी को माना जाता है, जिसे जन्माष्टमी के रूप में मनाया जाता है। भगवान श्रीकृष्ण के जीवन का अनुभव ही जीवन की विषमता से बाहर निकलने का साहस और जीवन के प्रति विश्वास पैदा करता हैं।

उन्होंने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य बच्चों को भारत की परंपरागत संस्कृति से अवगत कराना है। उन्होंने कहा कि बच्चों को श्री राधा जी व श्री कृष्ण जी के जीवन और शिक्षाओं के बारे में इस कार्यक्रम के माध्यम से अवगत करवाया गया। ताकि वे श्री कृष्ण जी के बताए रास्ते पर चलकर हर बुराई पर विजय हासिल कर सके।कृष्ण जी के बताए रास्ते पर चलकर हर बुराई पर विजय हासिल कर सके।