शिक्षक-धन्यवाद व सम्मान-दिवस

  • श्री सिद्धिविनायक एजुकेशनल ट्रस्ट द्वारा वार्षिक उत्सवो की गतिविधिओ के लिये शिक्षक-धन्यवाद व सम्मान-दिवस का किया आयोजन

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर -30 दिसम्बर  :

सेंट लारेंस इंटरनेशनल स्कूल, पाबनी रोड़, जगाधरी, सेंट लारेंस स्मार्ट कान्वेंट स्कूल व गुरुकुल यमुनानगर, बिलासपुर के संयुक्त तत्वाधान में स्कूल की चेयरपर्सन डॉ० रजनी सहगल की अध्यक्षता में वार्षिक उत्सवों व वर्ष भर हुई गतिविधिओ के लिये शिक्षकों के धन्यवाद में ‘सम्मान दिवस’ समारोह का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर वर्ष भर हुई गतिविधिओ में उत्कृष्ट कार्य करने वाले शिक्षकों को सम्मानित किया गया। सभी पदाधिकारियों ने भगवान गणेश और माँ सरस्वती के चरणों में दीप प्रज्वलित, पुष्पांजलि अर्पित कर और प्रार्थना कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। वार्षिक समारोहों की उत्कृष्ट प्रस्तुतियों के लिए चेयरपर्सन डा रजनी सहगल ने सभी शिक्षक और शिक्षणेत्तर सदस्यों की प्रशंसा की और उन्हें ट्राफी प्रदान कर सम्मानित किया। साथ ही उन्होंने शिक्षकों के उत्साहवर्धन के लिए विभिन्न पुरुस्कारो की घोषणा भी की।इस अवसर पर शैली चौहान, राखी बांगा, ममता बत्रा,  ज्योति बाला, मनदीप कौर, रेनू, गुरजीत कौर, योगिता, प्रियंका विर्क, भावना बंसल, मीनू गेरा, निशा, श्वेता, मंजू, रजनी गुप्ता, लिली मैरी, रजनी शर्मा, पदमा, पूजा देवी, जगमीत कौर, पिंकी बंसल, हीना, रमन, आशा, अनीता, डेज़ी शर्मा, लखविंदर कौर, ब्रह्मकान्ति शर्मा, चितवन कम्बोज, करमन, रजनी बाला  को विभिन्न श्रेणियों के अंतर्गत पुरुस्कृत किया गया।

चेयरपर्सन डा रजनी  सहगल ने कहा कि  शिक्षकों को सम्मान प्रदान करने का उद्देश्य शिक्षकों के योगदान के लिए उनकी सराहना करना है जिन्होंने स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है, और कड़ी मेहनत से अपने छात्रों के जीवन को समृद्ध बनाया है।  साथ ही उन्होंने बताया कि आज के समय में पूरी टीम को प्रेरित और उत्साहित रखना एक कठिन कार्य है। सभी नियमित रूप से अपने दैनिक कार्यों से गुजरते हुए तनाव महसूस न करे और पूरी टीम हर समय ऊर्जावान रहे, इसके लिए इस प्रकार की गतिविधियों  की आवश्यकता होती है जिससे  टीम की गतिशीलता पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।

विख्यात शिक्षाविद डा एम् के सहगल ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले अध्यापकों को बधाई दी और भविष्य में और अधिक मेहनत करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने अपने सम्बोधन में कहा कि शिक्षक शिष्य के जीवन में अंधकार को मिटाकर प्रकाश फैलाते हैं। जिस तरह व्यक्ति इच्छा प्राप्ति के लिए ईश्वर की भक्ति करता है, उसी तरह व्यक्ति को जीवन में सफल होने के लिए बेहतर शिक्षक की आवश्यकता होती है और  एक बार वह मिल जाए, तो व्यक्ति अपने जीवन में सब कुछ हासिल कर सकता है। शिक्षक का विद्यार्थी के जीवन में विशेष महत्व है क्यूंकि गुरु के बिना ज्ञान नहीं मिलता है और उनकी शरण  में रहने से व्यक्ति जीवन में अवश्य सफल होता है। उन्होंने सभी शिक्षकों को नववर्ष की शुभकामनाये दी और उज्जवल भविष्य की कामनाएं की ।

कार्यक्रम के दौरान शिक्षकों ने संगीत के कार्यक्रम पेश कर कार्यक्रम की मधुरता को और बढ़ाया। इस अवसर पर प्रबंधन समिति द्वारा शिक्षक और शिक्षणेतर सदस्यों के लिए भोजन की व्यवस्था की गयी। इस अवसर पर स्वरांजलि सहगल, विक्रांत गुलाटी, मीना, गगन बजाज, डॉ. जी. बी. गुप्ता, दीपक शर्मा  मोजूद रहे।

भवन विद्यालय चंडीगढ़ के वार्षिकोत्सव में बच्चों की पेशकारी ने  भावुक  किये माता पिता 

भवन के स्टूडेंट्स ने  नाटक ,नृत्य कव्वाली, गीत, डिस्को डांस ,कृष्ण लीला की प्रस्तुतियां देकर बटोरीं तालियां

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 29 दिसम्बर  :

भवन विद्यालय, चंडीगढ़, ने 28 और 29 दिसंबर, 2023 को वार्षिकोत्सव  मनाया । शिक्षा निदेशक और वरिष्ठ प्राचार्य  विनीता अरोड़ा, प्राचार्य भवन विद्यालय, न्यू चंडीगढ़, इंद्रप्रीत कौर, उप प्राचार्य, भवन विद्यालय, चंडीगढ़,  सुपर्णा बंसल, प्राचार्य, भवन विद्यालय जूनियर,  कुनिका शर्मा, उप प्राचार्य, भवन विद्यालय, न्यू चंडीगढ़,  रमनीक कौर ने अपनी मौजूदगी से इस अवसर को समृद्ध किया।

यह दिन विद्यालय की माता-पिता समुदाय को समर्पित था, उनके निष्ठापूर्ण प्रेम, अटल समर्थन, उनके बेसहारे और बच्चों के अस्तित्व के मूल स्तम्भ को सम्मानित करने के लिए।

कार्यक्रम ने समारोहिय दीपक जलाकर शुरू किया, फिर सांस्कृतिक महोत्सव के साथ जारी रहा जिसमें कई प्रस्तुतियाँ शामिल थीं, जैसे फुट-टैपिंग संगीत, भव्य नृत्य और नाटक।

विद्यालय के संगीतकला समूह ने छात्रों द्वारा बजाए गए विभिन्न संगीतीय उपकरणों के प्रदर्शन से स्टेज को जीवंत किया, जो संगीतीय महारत और साझेदारी का प्रदर्शन करता था। विचित्र सोच के साथ नाटक ‘विविधता में एकता’ पर प्रस्तुत किया गया माइम ने दर्शकों को एक वातावरण में ले जाया जहां रचनात्मकता ने चुप्पी की शक्ति को स्वतंत्र किया। एक शानदार नृत्य प्रस्तुति ‘कृष्ण लीला’ में भगवान कृष्ण के प्यारे बचपन के मजेदार आटे दिखाए गए।

भवन विद्यालय द्वारा प्रस्तुत किए गए वैज्ञानिक नाटक ‘दी बुक थैट सेव्ड द अर्थ’ ने भविष्य का एक सवारी प्रस्तुत की। ‘झाँसी की रानी’ के उत्कृष्ट नृत्य और भावनात्मक कहानीसंगीतने वीरता से भरी रानी लक्ष्मीबाई को श्रद्धांजलि दी।

जबकि स्कूल कोयर द्वारा गाए गए अंग्रेजी गीतों का मधुर रूप से प्रस्तुत किया गया, वहीं कव्वाली ‘कोविड की कुछ खट्टी मीठी यादें’ ने महामारी के दौरान छात्रों और शिक्षकों की मुश्किलों और शोक को याद करते हुए दर्शकों को हंसी की लहर में ले जाया। पंजाबी नाटक ‘वेहरा शगनान दा’ ने एक बेटी के जन्म का स्वागत करने और उसे उपेक्षा नहीं करने का विषय छूने का प्रयास किया। कहानी का भावनात्मक रोलरकोस्टर, मधुर गीत और तेज़ नृत्य पंजाब के पारंपरिक रंगों में भिगो दिया गया था।

भवन स्पेशल सेल के उत्साही डिस्को डांसर्स ने सभी को रेट्रो की मेट्रो पर ले जाया, सबको बॉलीवुड के सोने की युग में ले जाते हुए।

जैसे ही इस महान शो के पर्दे बंद हुए, प्रत्येक प्रतिभागी और माता-पिता यादों के साथ बड़ी देर तक सुखद विचारों के साथ वापस गए। यह उत्साहजनक कार्यक्रम राष्ट्रीय गान के साथ समाप्त हुआ।

नीट परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने पर अंशुल पंजेटा को किया गया सम्मानित

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर -29  दिसम्बर  :

स्वामी नित्यानंद पब्लिक स्कूल, रोहतक के द्वारा राधाकृष्णम् ऑडिटोरियम,महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी के परिसर में रंगोत्सव वार्षिक दिवस समारोह 2023 आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में मेधावी छात्रों को सम्मानित करने के साथ-साथ विद्यालय के उन छात्रों को भी सम्मानित किया गया जिनका उच्च शिक्षा हेतु गवर्नमेंट कॉलेज में एडमिशन हुआ है। सम्मान समारोह में जिला यमुनानगर के गांव भगवानगढ़, के रहने वाले डॉ संजीव  पंजेटा के सपुत्र अंशुल पंजेटा को कार्यक्रम की मुख्य अतिथि ललिता दलाल हरियाणा सिविल सर्विसेज करनाल के द्वारा सम्मानित किया गया। गौरतलब है कि अंशुल पंजेटा ने नीट की परीक्षाओं में बेहतर परिणाम हासिल करके जिले व परिवार का नाम रोशन किया है। इस उपलब्धि पर बोलते हुए अंशुल के पिता डॉ संजीव ने बताया कि किसी भी माता पिता के लिए यह गर्व की बात है कि उनके बच्चे शिक्षा या अन्य क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन करके स्वंम व परिवार का नाम रोशन करें। स्कूल प्रंबधक समिति द्वारा सम्मानित किए जाने पर अंशुल ने भी आभार जताया है और अंशुल के द्वारा भविष्य में इसी प्रकार आगे बढ़ने का प्रण लिया गया है। वंही अंशुल पंजेटा की इस उपलब्धि को लेकर स्कूल प्राचार्या नीतिका मलिक ने कहा कि यह हमारे विद्यालय का परम सौभाग्य है कि हर वर्ष अनेक छात्र उच्च शिक्षा के लिए श्रेष्ठ महाविद्यालय में प्रवेश करते हैं जिसका श्रेय हमारे स्टाफ की मेहनत को जाता है। इस अवसर पर स्कूल की प्राचार्या तथा अन्य स्टाफ भी मौजूद रहा। 

अवंतिका वर्मा का नाम इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड-2023 में दर्ज

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार –  28 दिसम्बर  :

उम्र महज 6 साल और दिमाग ऐसा कि बड़े-बड़े दांतों तले अंगुली दबा लें। हिसार के निकटवर्ती गांव आर्य नगर निवासी अंवतिका वर्मा ने मात्र 44 सैंकिंड और 63 मिलि सैकिंड में भारत के 28 राज्यों के नाम और उनके वर्तमान मुख्यमंत्रियों के नाम सिर्फ बांउड्री मेप से बताकर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड-2023 में अपना नाम दर्ज करवाकर बड़ी उपलब्धि हासिल की है। अवंतिका वर्मा की इस उपलब्धि पर पूरा परिवार गर्व महसूस कर रहा है और चहुं ओर से बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है।

       अंवतिका के पिता प्रदीप कुमार राजस्थन के भिवाड़ी में एक नामी कम्पनी में जॉब करते हैं, जबकि उनकी माता नीलम वर्मा हाऊस वाईफ हैं। अंवतिका वर्मा के दादा शंकर लाल वर्मा ने अपनी पौत्री को प्रोत्सहित किया और उसका पेप माइंड ऐकडमी में दाखिला करवाया तथा अवंतिका वर्मा ने किताबों का अध्ययन करके यह कीर्तिमान स्थापित किया।

Professor Ranju Bansal of UIPS, PU receives a research grant of Rs 60 lacs from ICMR

Koral ‘Purnoor’, Demokratic Front, Chandigarh  – 28 December:

The Indian Council of Medical Research (ICMR), New Delhi has awarded a research grant of Rs 60 lacs for a project entitled “Investigations on the role of innate immune response in neuroprotective effects of synthetic and natural heterosteroids on Alzheimer’s disease pathogenesis and cognition” to Professor Ranju Bansal working at the University Institute of Pharmaceutical Sciences (UIPS) to develop new drug molecules and explore natural steroids for the prevention and treatment of Alzheimer’s Disease. The amount of Rs 39 lacs for the first year has already been released by ICMR.

Alzheimer’s disease usually affects people over the age of 65 and main symptoms of the disease include a gradual decline in memory, thinking learning, and organizing skills of an individual over time. There is no cure for Alzheimer’s, but certain medications and therapies can help manage symptoms temporarily.

Over the next three years, Professor Ranju will work in collaboration with Prof Rajat Sandhir of Department of Biochemistry, who is also co-investigator of the project, on the development of new drug candidates and their testing on laboratory animals to understand the mechanism of underlying disease and to find innovative solutions for the treatment of Alzheimer’s disease.

For the last 10 years, Professor Bansal has been continuously working in the field of neurodegenerative disorders and has successfully developed some steroidal lead molecules useful for the prevention and treatment of brain diseases especially Alzheimer’s and Parkinson’s diseases. She also received Mid-Career Research award of UGC while working in this area. It is a testament to the dedication of Panjab University’s Faculty in addressing pressing health challenges.

सेंट लॉरेंस इंटरनेशनल स्कूल के प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर -28 दिसम्बर  :

सेंट लॉरेंस इंटरनेशनल स्कूल पाबनी  रोड जगाधरी, सेंट लॉरेंस स्मार्ट कान्वेंट स्कूल बिलासपुर और  गुरुकुल यमुनानगर के प्रतिभाशाली व समाज सेवी विद्यार्थियों और शिक्षकों को “साहिबज़ादे सेवा समिति” यमुनानगर द्वारा सम्मानित किया गया I सभी को शील्ड और सर्टिफिकेट प्रदान किए गए I 

स्कूल की चेयरपर्सन डॉक्टर रजनी सहगल ने सभी विद्यार्थियों एवं शिक्षकों को  बधाई और शुभकामनाएं देते हुए अपने संबोधन में बताया कि सिक्खों  के दसवें गुरु श्री गुरु गोविंद सिंह जी के चारों साहबजादों की शहादत के उपलक्ष्य में पूरे देश में वीर बाल दिवस मनाया जा रहा है I मुगल सम्राट औरंगजेब के साथ  लड़ते हुए गुरु गोविंद सिंह जी के दोनों बड़े पुत्र शहीद हो गए और दोनों छोटे पुत्र साहबजादे  जोरावर सिंह और  साहबजादे   फतेह सिंह जी  को जिंदा दीवार में चिनवा  दिया गया I  उन्हीं की शहादत की स्मृति में यह कार्यक्रम आयोजित किया गया है एवं प्रतिभाशाली और सामाजिक सेवा संस्थाओं से जुड़े विद्यार्थियों को सम्मानित किया गया है I

स्कूल के प्रबंध निदेशक व  प्रसिद्ध शिक्षाविद डॉक्टर एमके सहगल ने अपने आह्वान  में कहा कि किसी भी राष्ट्र और धर्म की पहचान उसके सिद्धांतों, मूल्यों  और आदर्शों से होती है I जब किसी राष्ट्र के मूल्य  बदल जाते हैं तो कुछ ही समय में उसका भविष्य बदल जाता है और यह मूल्य तब सुरक्षित होते हैं जब वर्तमान पीढ़ी विशेषतया विद्यार्थियों के सामने अपने अतीत के आदर्श स्पष्ट होते हैं I   इसीलिए संस्था ने  गुरु गोविंद सिंह और उनके साहबजादों  की शहादत को सम्मान देते हुए यह पहल  की है I  ऐसी परंपराएं और मिसाल हमें याद दिलाती है , कि हमारे देश और समाज के लिए सिख परंपरा का बलिदान क्या है और भारतवर्ष की विशेषता क्या हैI 

मैनेजिंग डायरेक्टर  डा  एम.के. सहगल ने संस्था द्वारा पुरुस्कृत  शिक्षकों और विद्यार्थियों –  मीनल बजाज, सिमरन बांगा, गरिमा, अगमजोत और समृद्धि को बधाई  और शुभकामनाएं दी एवं शिक्षक वर्ग गगन बजाज, शैली चौहान, ब्रह्म कान्ति शर्मा को समाज सेवी  संस्थाओं के साथ बढ़ चढ़कर के भाग लेने के लिए प्रोत्साहित एव प्रेरित  किया।

राज्य स्तरीय कला उत्सव हर्षोल्लास से संपन्न

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 27 दिसम्बर  :

 राज्य स्तरीय कला उत्सव का पंचकूला के सेक्टर 1 स्थित जैनेंद्र आत्म ऑडिटोरियम में आज समापन हो गया । समापन अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी सतपाल कौशिक ने मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की तथा पुरस्कार वितरण किया। इस अवसर पर जिला शिक्षा अधिकारी सतपाल कौशिक ने विद्यार्थियों द्वारा विभिन्न कलाओं में अपना श्रेष्ठ प्रदर्शन करने के लिए उन्हें बधाई दी। उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास के लिए हरियाणा का शिक्षा विभाग सदैव प्रयासरत है और उसी का एक भाग एक कला उत्सव है।

 जिला परियोजना अधिकारी कमलेश चौहान ने विभिन्न जिलों से आए हुए विद्यार्थियों का अभिनंदन व धन्यवाद करते हुए कहा कि उनके सहयोग के बिना राज्य स्तरीय कार्यक्रम को सफल बनाना संभव नहीं था। विद्यार्थियों की विभिन्न विधाओं में किया गया प्रदर्शन भी अनुकरणीय रहा।

सहायक परियोजना अधिकारी अनु ने बताया कि दो दिवसीय राज्य स्तरीय कला उत्सव में एकल शास्त्रीय नृत्य वर्ग लड़कियों के मुकाबले में हिसार जिले की पाखी ने प्रथम, भिवानी जिले की नालिशा ने द्वितीय तथा फरीदाबाद की लक्ष्मी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। शास्त्रीय नृत्य के एकल लड़कों के मुकाबले में पानीपत के वंश ने पहला, गुरुग्राम के पल्लिव खुराना ने दूसरा तथा महेंद्रगढ़ के साहिल ने तीसरा स्थान हासिल किया। एकल लोक नृत्य के लड़कों के मुकाबले में  फतेहाबाद के

कृष्ण ने पहला, रोहतक के अमन ने दूसरा व यमुनानगर के पीयूष कपूर ने तीसरा स्थान हासिल किया। एकल लोक नृत्य लड़कियों के मुकाबले में सोनीपत की तनीषा ने प्रथम, चरखी दादरी की रितु ने द्वितीय तथा सिरसा की सानिया ने तीसरा स्थान प्राप्त किया।

उन्होंने बताया कि विजुअल आर्ट्स {टॉय एंड गेम) के लड़कों के मुकाबले में पानीपत के विकास ने प्रथम झज्जर के दीपांशु  तथा सोनीपत के बादल पूनिया ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार से विजुअल आर्ट्स (टॉय एंड गेम) में लड़कियों के मुकाबले में पानीपत की गुलनाज ने प्रथम, हिसार की तनु ने द्वितीय तथा पंचकूला की हरप्रीत कौर ने तीसरा स्थान हासिल किया। विजुअल आर्ट थ्री डाइमेंशनल लड़कियों के मुकाबले में गुरुग्राम की राहत प्रवीण ने प्रथम ,पानीपत की वंशिका ने द्वितीय तथा पंचकूला की सीमा परवीन ने तीसरा स्थान प्राप्त किया। विजुअल आर्ट थ्री डाइमेंशनल लड़कों के मुकाबले में सोनीपत के जतिन ने प्रथम, हिसार के मोनू ने द्वितीय तथा कैथल के अभिषेक ने तृतीय स्थान प्राप्त किया।

 विजुअल आर्ट टू डाइमेंशनल लड़कियों के मुकाबले में करनाल की खुशी ने पहला, महेंद्रगढ़ की शिवानी ने दूसरा व कुरुक्षेत्र की दमिता ने तीसरा स्थान प्राप्त किया विजुअल आर्ट टू डाइमेंशनल लड़कों के मुकाबले में पानीपत के आर्य ने पहला, रोहतक के अक्षय ने दूसरा व करनाल के गौरव ने तीसरा स्थान हासिल किया ।

सोलो एक्टिंग लड़कियों के मुकाबले में हिसार की पुण्य रचना, पानीपत की पलक व सिरसा की इकरा ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया । इसी प्रकार सोलो एक्टिंग के लड़कों के मुकाबले में हिसार के युवराज सियाल ने पहला, कुरुक्षेत्र के अरुणोदय ने  दूसरा व महेंद्रगढ़ एवं झज्जर के विधान व गौरव ने संयुक्त रुप से तीसरा स्थान प्राप्त किया । एकल लोक  संगीत में यमुनानगर की मेहरूम, फतेहाबाद की करुणा व  सिरसा की आरजू ने क्रमशः पहला दूसरा व तीसरा स्थान प्राप्त किया। एकल शास्त्रीय संगीत के लड़कियों के मुकाबले में फतेहाबाद की चंचल, करनाल की तमन्ना व पानीपत की छवि ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान हासिल किया।  शास्त्रीय संगीत वोकल लड़कों के मुकाबले में कुरुक्षेत्र के जय रेल्हान, फरीदाबाद के कार्तिक हिसार के केशव ने क्रमषः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। एकल लोक संगीत के लड़को के मुकाबले में झज्जर के  कपिल ने प्रथम , पानीपत के कृष ने दूसरा व सिरसा के बिरेंद्र सिंह तथा गुरु ग्राम सतीश ने संयुक्त रूप से तीसरा स्थान प्राप्त किया।

शिक्षा विभाग के प्रवक्ता सुभाष शर्मा ने बताया कि कार्यक्रम को सफल बनाने में बीआरसी रितु खोसला व रमेश बत्रा ,प्रिंसिपल विजय जुनेजा सहित सभी विद्यालयों के प्रिंसिपल, प्रोग्राम कंसलटेंट बिंदु , अर्थशास्त्र के  प्रवक्ता रमेश कुमार,वोकेशनल अध्यापक मनदीप सिंह, डीपीई ओमप्रकाश का विशेष सहयोग रहा। 

खालसा स्कूल, से.-35 के 16 वर्षीय छात्र सोहम थापर के पहले उपन्यास का हुआ विमोचन  

उपन्यास “थ्रेड्स ऑफ वेलोर – ए टेल ऑफ़ थ्री जर्नीज़” उम्र की सीमाओं से परे है : नेमीचंद

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 27 दिसम्बर  :

श्री गुरु गोबिंद सिंह सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर-35 के 16 वर्षीय विद्यार्थी सोहम थापर, जो कक्षा १२ वीं के विद्यार्थी हैं, के पहले उपन्यास “थ्रेड्स ऑफ वेलोर – ए टेल ऑफ़ थ्री जर्नीज़” का विमोचन मुख्य अतिथि  नेमीचंद, राज्य संपर्क अधिकारी, एनएसएस सेल, चण्डीगढ़, स्कूल के अध्यक्ष एस. जसबीर सिंह उप्पल, प्रिंसिपल श्रीमती परमिंदर जीत मान एवं प्रबंधक एस. चरणजीत सिंह ने किया। इस अवसर पर बोलते हुए नेमीचंद ने कहा कि ये उपन्यास तीन सम्मोहक कहानियों को एक साथ जोड़ता है, जो सोहम की विलक्षण प्रतिभा और साहित्यिक कौशल को प्रदर्शित करता है। थ्रेड्स ऑफ वेलोर” उम्र की सीमाओं को पार करता है, पाठकों को साहस, लचीलापन और परस्पर जुड़ी नियति का एक मार्मिक अन्वेषण प्रदान करता है। एस. जसबीर सिंह उप्पल ने कहा कि सोहम की कथात्मक कुशलता और परिपक्व कहानी उनकी युवावस्था को चुनौती देती है, जिससे पाठक रोमांचित और प्रेरित होते हैं। उन्होंने कहा कि ये उपन्यास एक साहित्यिक अनुभूति होने का वादा करता है, जो पाठकों को एक ऐसी दुनिया में ले जाता है जहां कथा का प्रत्येक धागा भावनात्मक गहराई और विचारोत्तेजक विषयों के साथ जटिल रूप से बुना जाता है। परमिंदर जीत मान ने अपने विचार रखते हुए कहा कि साहित्यिक समुदाय सोहम थापर को जिस उत्सुकता से अपना रहा है, उससे यह स्पष्ट है कि यह युवा लेखक साहित्य की दुनिया में एक स्थायी छाप छोड़ने के लिए तैयार है।एस. चरणजीत सिंह ने कहा कि सोहम थापर अपने पहले उपन्यास, “थ्रेड्स ऑफ वेलोर” के साथ एक साहित्यिक प्रतिभा के रूप में उभरे हैं। सोहम का लेखन मानवीय अनुभव की गहरी समझ को दर्शाता है, जो पाठकों और आलोचकों को समान रूप से आकर्षित करता है। श्री गुरु गोबिंद सिंह सीनियर सेकेंडरी स्कूल, सेक्टर-35 में आयोजित पुस्तक विमोचन कार्यक्रम साहित्य में रचनात्मकता और युवावस्था का उत्सव था। सोहम थापर, जो एक सक्रिय एनएसएस स्वयंसेवक भी हैं, ने आभार व्यक्त किया और अपनी रचनात्मक प्रक्रिया में अंतर्दृष्टि साझा की।

यादवेंद्र पब्लिक स्कूल ने पूर्व छात्रों के साथ रजत जयंती मनाई

डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली – 27 दिसम्बर  :

यादवेंद्र  पब्लिक स्कूल, मोहाली के पवित्र हॉल में पुरानी यादों की लहर दौड़ गई, जब परिसर ने आईसीएसई 1996, आईसीएसई 1998 और आईएससी 1998 बैचों के अपने प्रतिष्ठित पूर्व छात्रों का स्वागत किया। इस रजत जयंती समारोह में जहां 70 से अधिक पूर्व छात्र, जो कि अब दुनिया भर में अलग अलग बस गए हैं, आज अपने जीवनसाथी और बच्चों के साथ अपने प्रिय अल्मा मेटर में फिर से आए।

ओल्ड यादविन्द्रियंस एसोसिएशन के अध्यक्ष इंद्रजीत सिंह ने एसोसिएशन के प्रति अटूट समर्थन के लिए पूर्व छात्रों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने टिप्पणी की, “यह रियूनियन केवल अतीत का एक उत्सव नहीं था, बल्कि यादवेंद्र पब्लिक स्कूल परिवार की स्थायी भावना और एकता का प्रमाण था। हमें अपने पूर्व छात्रों और उनकी उपलब्धियों पर बेहद गर्व है।”

इस दो दिवसीय रियूनियन कार्यक्रम में परिचित मैदानों पर खेल भावना के साथ  क्रिकेट, बास्केटबॉल और टेनिस मैच खेले गए, जिससे वर्तमान छात्रों और पूर्व छात्रों के बीच सौहार्द्र फिर से जागृत हुआ। क्रिकेट मैच में पूर्व छात्र विजयी हुए; उपस्थित विद्यार्थियों ने टेनिस और बास्केटबॉल खेल में जीत हासिल की।

एक विशेष शाम के कार्यक्रम में, ओल्ड यादविन्द्रियंस एसोसिएशन (ओवाईए) ने ओपुलेंस, जीरकपुर में आयोजित ओवाईए विंटरबॉल 2023 में आईसीएसई 1996, आईसीएसई 1998 और आईएससी 1998 बैचों को सम्मानित किया। स्कूल के निदेशक, मेजर जनरल टीपीएस वरैच (वीएसएम) (सेवानिवृत्त) ने बैचों को प्रशंसा प्रदान की। रात्रिभोज में वर्तमान स्कूल संकाय, पूर्व शिक्षक और 1996, 1998 और 1998 की कक्षाओं को पढ़ाने वाले सेवानिवृत्त शिक्षकों ने भाग लिया जिसमे एक दिल को छू लेने वाली सभा देखी गई।

अपनी यात्रा के दौरान, लौटते हुए पूर्व छात्र  जब स्मृतियों की गलियों से गुजरे और वे अपनी अपनी कक्षाओं में गए तो अपने बच्चों को अपनी परिचित बेंचों की ओर इशारा किया। अपनी परंपरा को कायम रखते हुए, सिल्वर जुबली बैच ने परिसर में एक पौधा लगाया, जो उनके और उनके प्रिय अल्मा मेटर के बीच स्थायी बंधन का प्रतीक है।

यह कार्यक्रम यादवेंद्र  पब्लिक स्कूल कम्युनिटी के भीतर बने मजबूत संबंधों और संस्थान द्वारा अपने छात्रों को प्रदान की जाने वाली उत्कृष्टता की स्थायी विरासत के प्रमाण के रूप में कार्य करता है।

यूनीक हाई स्कूल के नन्हे मुन्नों ने दिखाई प्रतिभा

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार –  26 दिसम्बर  :

लाल सड़क हांसी स्थित यूनीक हाई स्कूल में हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी वार्षिक खेल-कूद प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । इस प्रतियोगिता में नर्सरी से दूसरी कक्षा तक के विद्यार्थियों ने हिस्सा लिया ।इस प्रतियोगिता में भिन्न भिन्न दौड़ों का अयोजन किया गया 

इस अवसर पर विभिन्न वर्गों के छात्र-छात्राओं के लिए उनकी योग्यतानुसार अलग-अलग दौड़ प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें सिंपल रेस ,फ्रॉग रेस ,बिस्किट रेस,बिंदी रेस व बैलेंस रेस रहीं। सभी बच्चों ने उत्साहपूर्वक इसमें भाग लिया। 

प्रथम स्थान प्राप्त करने वालों में शुभम,जिग्नेश,योगिता,प्रशांत,कशिश,यशवी,चांद,हर्षुल तथा द्वितीय स्थान प्राप्त करने वाले राजनंदनी,लक्ष्य, आरुषि,विवान,गरिमा, सुहान, वैदेही,मोनू,हिमांशु व तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले यशिका,मोक्ष,नुहवेश,आरुषि,विवान,लीजा, पीहू,हार्दिक, सुजल रहे । इस अवसर पर विद्यालय की प्रधानाचार्या श्रीमती गीता दुबे ने विजेता विद्यार्थियों को मेडल पहना कर उनका उत्साह बढ़ाया व उन्हें उनकी जीत पर बधाई दी। इस अवसर पर उंन्होने विद्यार्थियों को संबोंधित करते हुए कहा कि खेल का हम सब के जीवन में महत्वपूर्ण स्थान है।अपने आप को स्वस्थ व निरोग रखने के लिए हमें ऐसे आयोजन करते रहने चहिये इससे बच्चों का सर्वांगीण विकास होता है व अनुशासन, सहयोगिता एवम प्रतियोगिता की भावना जागृत होती है। इस अवसर पर ब्रह्मपुत्र हाउस के विद्यार्थी, पूजा, नीरज,शीतल,रेखा,आशा व नेहा मौजूद रहे।