प्रकाश पब्लिक स्कूल करनाल का शानदार परीक्षा परिणाम भारत के उज्जवल भविष्य में लगायेगा चार चाँद : ओ पी चौधरी

मनोज त्यागी करनाल 16 जुलाई :

प्रकाश पब्लिक स्कूल, करनाल का 10वीं व 12वीं का परीक्षा परिणाम प्रशंसनीय रहा । कक्षा बारहवीं के 71 छात्रों में से 29 छात्रों ने मैरिट श्रेणी प्राप्त कर स्कूल को गौरवान्वित किया। कॉमर्स स्ट्रीम से कु. आकृति  ,  मेडिकल स्ट्रीम से कु सत्यम , नॉन मेडिकल स्ट्रीम से कु. सौरभ लाठर ,  आर्ट्स स्ट्रीम से कु. संस्कृति त्यागी  स्कूल के टॉपर रहे । जिसमें कु. आकृति गुप्ता ने 96.6 %  अंक प्राप्त कर 12वीं कक्षा की स्कूल टॉपर बनने का गौरव प्राप्त किया।कक्षा दसवीं के छात्रों का परीक्षा परिणाम 100% रहा, जिसमें 16 छात्रों ने मेरिट श्रेणी प्राप्त कर स्कूल को गौरवान्वित किया। कु. गौरव ने   92.6% अंक प्राप्त कर दसवीं कक्षा स्कूल टॉपर बनने का गौरव प्राप्त किया ।

स्कूल के प्रधानाचार्य सुशील राणा व उपप्रधानाचार्य श्रीमती अनुप्रिया चौधरी ने सभी छात्रों, अभिभावकों व अध्यापकों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी। स्कूल के प्रेसिडेंट ओम प्रकाश चौधरी, प्रबंध निदेशका श्रीमती सुमन चौधरी एवं प्रबंध समिति सदस्य अभिषेक चौधरी ने छात्रों को सी.बी.एस.ई बोर्ड परीक्षा में शानदार परीक्षा परिणाम के लिए स्कूल के प्रधानाचार्य, उपप्रधानाचार्य, छात्रों ,अभिभावकों व अध्यापकों को बधाई दी एवं उनके सफल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी।

PU Gets Grant of 1.40 Crores from Getty Foundation for Gandhi Bhawan

Chandigarh July 16, 2020

The Department of Gandhian and Peace Studies,  Panjab University, Chandigarh has received a grant of  Rs 1 crore 40 Lakhs from the Getty Foundation, USA as an announcement“ Keeping It Modern Grant”. As an exceptional case, this is the second grant given by the Getty Foundation for Gandhi Bhawan. Earlier in 2015 PU received grant of around 87 Lakhs Rs for the Conservation Management Plan(CMP) of Gandhi Bhawan.

Professor Raj Kumar, Vice Chancellor, Panjab University, expressed that this excellent announcement of grant for Gandhi Bhawan will enable Panjab University to do more research based projects related  to Architecture and Heritage. This will boost the morale of the faculty and students to take up similar projects in the future. Such grants for innovative techniques will take a University to a new level of research. As Panjab University has a rich history, iconic architectural heritage and artefacts too, we appreciate such grants for preserving our repository of heritage for future generations, he added. He congratulated Dr. Manish Sharma and his entire team for bringing such positive and inspiring news during this pandemic. 

It is pertinent to mention here that Gandhi Bhawan is the only building of any Institution of India which has received the grant in 2015 and now in 2020 again. Earlier the work against grant received in 2015 was completed in 2017 with the support of the inhouse PU team, CMP was  prepared by Development and Research Organisation for Nature, Arts and Heritage (DRONAH), Gurgaon with support of IIT Madras and other associate experts which was duly approved by the Chandigarh Heritage Conservation Committee and guides all Implementation works for the site now.

With the approval of the project by Getty Foundation, now the major conservation works of the exterior which include the conservation of the exterior cladding panels and the reflecting pool are to be undertaken, thus completing total conservation of the Gandhi Bhawan exteriors. The project team includes Gandhi Bhawan, Chandigarh College of Architecture and DRONAH architects, conservation architects and landscape experts. The project will be started by November 2020 with all implementation works to be completed in a period of 1 year after which it will be monitored for another year to determine the impact of the water filled pool on the microclimate of the interiors of Gandhi Bhawan.

Technology Must Reach The Society – Dr Pande

Chandigarh July 16, 2020

Webinar by UIPS on “Sharing Joy of Experiencing Product Development and Technology Transfers”

University Institute of Pharmaceutical Sciences (UIPS) in association with Indian Pharmaceutical Association (IPA), Punjab Branch & DST-funded Technology Enabling Centre (TEC), Panjab University, Chandigarh, organized a webinar for the faculty and students under the Expert Talk Series on “Sharing Joy of Experiencing Product Development and Technology Transfers” by Dr Subhash Kumar Pande, Technical Director & Principal Advisor, Ex-Senior Vice President Corporate QA, Zydus, Ahmedabad.

Dr Pande has a vast experience of more than 30 years in Pharmaceutical giants like Lupin, Ranbaxy, Alkem, Glenmark and Cadila. He shared that how experiences gained during Ph.D work helped him a lot in the Manufacturing and Quality Assurance area when he joined the industry. He further added that despite the progress of many ongoing research & product development activities at the academic and Pharmaceutical industry levels, majority of them remain in the libraries or as legacy data due to lack of consistent and scientific approach. He touched upon the key points like need of scale up batch; key and non key process parameters; importance of quality control and quality assurance data. He reiterated his belief that “any technology developed mislays its value, if it does not reach the commercial scale and to the common man”. Looking into the current scenario it is the need of the hour that the technology development initiated, should be targeted for successful scale manufacturing to serve the society. Thus, risk-based scientific, continued efforts, encompassing learning from previous failures should be followed & applied, to accomplish the profession and serve the humanity

Earlier,Professor Indu Pal Kaur, Chairperson UIPS & Secretary, IPA, Punjab Branch, extended a warm welcome to everyone. She shared that such talks will broaden the vision of students and research scholars to translate their research into successful technology transfers, for the benefit of the society.

Professor O. P. Katare, President, IPA, Punjab Branch, shared his pearls of wisdom and introduced the speaker.

Professor Manu Sharma, Co-coordinator, TEC, Panjab University briefed the audience about the current technologies available with the University and the various modes of executing research to tech transfers.

A highly interactive Q&A session was held at the end. Professor Bhupinder Singh Bhoop, Vice-President, IPA, Punjab Branch, concluded the event by presenting his valuable views and a vote of thanks.

All the faculty members of UIPS joined the session. More than 200 participants from Panjab University and other National and International Institutes attended the webinar. 

मेहनत का कोई पर्याय नहीं है : उपायुक्त निशान्त कुमार

 हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से दसवीं की परीक्षा में अच्छे अंक लाने वाले 23 बच्चों को सम्मानित किया।

  मनोज त्यागी करनाल 15 जुलाई:

 मेहनत का कोई पर्याय नहीं है, मेहनत करके बड़े से बड़े लक्ष्य को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है। मेहनत, इच्छाशक्ति और आत्मविश्वास के दम पर साधारण परिवारों से संबंध रखने वाले लोगों ने पूरे विश्व के सामने अपनी कामयाबी के अनेकों उद्हरण प्रस्तुत किए है। यह बात उपायुक्त निशांत कुमार यादव ने बुधवार को लघु सचिवालय के सभागार में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से दसवीं में अच्छे अंक लाने वाले बच्चों के लिए आयोजित अभिनंदन कार्यक्रम में विद्यार्थियों को सम्बोधित करते हुए कही।  

उपायुक्त ने कार्यक्रम में सभी बच्चों को बधाई व भविष्य के लिए शुभकामनाएं देते हुए उनसे परिचय लिया तथा भविष्य में बच्चे किस क्षेत्र में आगे बढऩा चाहते है, इसके बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि यह और भी हर्ष का विषय है कि सभी बच्चे साधारण परिवारों से संबंधित होने के बावजूद अच्छे अंक लेकर उत्तीर्ण हुए है। उन्होंने कहा कि बच्चों ने यह दिखा दिया है कि ग्रामीण क्षेत्र में भी मेहनत कर आगे बढऩे वालों की कोई कमी नहीं है। इन बच्चों की यह सफलता शहरी क्षेत्र में रहने वाले बच्चों के लिए भी प्रेरणादायक है।

बॉक्स: इन बच्चों को किया सम्मानित।

उपायुक्त ने हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड से दसवीं की परीक्षा में अच्छे अंक लाने वाले 23 बच्चों को सम्मानित किया। इनमें दस बच्चें प्राईवेट स्कूलों तथा 13 बच्चें राजकीय स्कूलों से है। जिनमें आर्य सी०सै०विद्यापीठ जाम्बा की सलोनी 98.4 प्रतिशत, आर्य सी०सै०विद्यापीठ ऐबला जागीर से विशाल 98.4 प्रतिशत, चौधरी भगत सिंह सी०सै० स्कूल जैनपुर साधान से सिमरण 98.2 प्रतिशत, अनुपम शिक्षा निकेतन सी०सै० स्कूल कुटेल की तन्नू 98.2 प्रतिशत, चौधरी भगत सिंह सी०सै० स्कूल जैनपुर साधान से जानिश 97.8 प्रतिशत, आर्य सी०सै०विद्यापीठ जाम्बा की प्राची व कोमल 97.8 प्रतिशत, आर्यन सी०सै०स्कूल गंगाटेहड़ी पोपड़ा की दीप्ति 97.8 प्रतिशत, अनुपम शिक्षा निकेतन स्कूल कुटेल के रितेश 97.8 प्रतिशत , चौधरी भगत सिंह सी०सै० स्कूल जैनपुर साधान से खुशी 97.8 प्रतिशत, राजकीय कन्या उच्च विद्यालय मुनक से पूनम 97.4 प्रतिशत, राजकीय वरि०मा०विद्यालय ब्याना से आदित्य 96.4 प्रतिशत, राजकीय वरि०मा०विद्यालय बीबीपुर जटान से पलक 96.0 प्रतिशत, राजकीय उच्च विद्यालय मुरादगढ़ से कुलदीप 95.0 प्रतिशत,राजकीय वरि०मा०विद्यालय  बड़ागांव से अंचल 95.0 प्रतिशत, राजकीय मॉडल संस्कृति वरि०मा०विद्यालय तरावड़ी से आशीष तिवारी 94.8 प्रतिशत, रा०कन्या वरि०मा०विद्यालय गंगाटेहड़ी-पोपड़ा से पलक 94. 6 प्रतिशत, राजकीय वरि०मा०विद्यालय बड़ागांव से मुस्कान 94.6 प्रतिशत, राजकीय वरि०मा०विद्यालय चोचड़ा से गोलू शर्मा 94.4 प्रतिशत, राजकीय वरि०मा०विद्यालय गोल्ली से तमन्ना 94.4 प्रतिशत, रा०उच्च विद्यालय अलीपुर खालसा से सुनीता 94.4 प्रतिशत, रा०कन्या वरि०मा०विद्यालय करनाल से ईशा व स्नेहा ने 94.4 प्रतिशत अंक हासिल किए।

उन्होंने बच्चों को उनके उज्जवल भविष्य के लिए सफलता का मंत्र बताते हुए कहा कि हमें किताबों को रटने की तरफ ध्यान ना देकर समझने की ओर फोकस रखना चाहिए। ऐसा करके हम पढ़ाई को और आसान बना सकते है। उन्होंने कहा कि हमें केवल परीक्षा के दिनों में ही पढऩे की आदत नहीं होनी चाहिए बल्कि प्रतिदिन पढऩे की आदत बनाएं। उन्होंने दसवीं में अच्छे अंक लाने वाले इन बच्चों को कहा कि ग्यारहवीं व बारहवीं कक्षा जीवन के मुख्य पड़ाव है, यहीं से तय होता है कि हम भविष्य में क्या बनना चाहते है या किस क्षेत्र में आगे बढऩा चाहते है। उन्होंने कहा कि हमारे देश में विभिन्न क्षेत्रों में आगे बढने के पर्याप्त अवसर है। उन्होंने एक-एक करके सभी बच्चों से पूछा कि वे अगली कक्षा में किस विषय को महत्व देंगे। इस पर सभी बच्चों ने जवाब देते हुए आईएएस अधिकारी, डॉक्टर, इंजीनियर, सीए तथा कैमिकल इंजीनियर जैसे पदों पर कार्य करने की इच्छा जताई। इस पर उपायुक्त ने सभी बच्चों को पुन: शुभकामनाएं देते हुए कहा कि जीवन में कामयाब इंसान होने के साथ-साथ हमारा यह भी कत्र्तव्य बनता है कि हम अच्छे इंसान भी जरूर बने और जिनकी मेहनत से हम बड़े बने है, उन परिजनों तथा शिक्षकों का भी सदैव आदर करें और समाज व देशहित में योगदान करें।

इस मौके पर जिला शिक्षा अधिकारी रविन्द्र चौधरी, जिला गणित विशेषज्ञ मोहन लाल मुंजाल, डीओसी सियाराम शास्त्री उपस्थित रहे।

Webinar on Startup Ecosystem and Grant Writing organized by BioNEST- PU

Chandigarh July 14, 2020 :

The Bioincubator of the Panjab University, BioNEST-PU organized an online interactive session-cum-webinar entitled, “Introduction to Startup Ecosystem and Grant Writing”. The webinar was hosted by the incubator to enable young startups and researchers learn about opportunities for growth in the startup ecosystem. The speakers aimed at enumerating the opportunities in the startup ecosystem available for life-science innovators, to help young innovators with the basics of grant-writing for flawless project proposals.

Prof. Raj Kumar,Vice Chancellor of the Panjab University opened the webinar with encouraging words for all the researchers on-board to keep working for their growth from wherever they are. He also highlighted how the Bioincubator of the University has been actively functioning even during the lockdown with innovators getting involved in the online seminars, applying for various projects, and receiving government funding. Professor Raj Kumar proudly informed the audience that the BioNEST has garnered financial support of over 1.27 Cr from its corporate allies under industry-academia bonding. He also emphasized on the need for industry-academia collaborations and why these collaborations are needed now more than ever.

Dr. Rohit Sharma, the Project Leader of BioNEST-PU informed how their team had received an overwhelming response for the webinar in just one day after it was announced online. “The webinar got an inquisitive audience of more than 100 participants and that shows how excited and interested we all are to find out solutions to the problem of unemployment, the youth is looking forward to opportunities for becoming job-providers.” Dr. Sharma said. Students and faculty from not just the university, but from the neighboring institutes as well as educational institutes from all over the country attended the session and remained present online throughout.

The speaker for the webinar, Dr. Ashutosh Pastor is managing Startup Incubation at the Foundation for Innovation and Technology Transfer at Indian Institute of Technology Delhi. He is supporting implementation of various funding programs for innovators and entrepreneurs in the Biotechnology domain like BIRAC BIG, SEED, LEAP, Pfizer-IIT Delhi Innovation and IP program, and many other government and CSR funded programs. Dr. Vikas Pandey, co-Founder and Managing Director of Valetude Primus Healthcare also joined as a guest speaker and shared his journey and learning’s as a startup.

Dr. Sharma informed that the BioNEST-PU has also been selected for a greater role to be played as a regional center for i-TTO. Innovation Technology Transfer office (i-TTO) is a regional TTO established at Foundation for Innovative and Technology Transfer (FITT) under National Biopharma Mission of BIRAC with a mandate to assist the individual innovators, startup, bioincubators for IP, technology transfer and Academia- Industry collaborations. Dr Tripta Dixit, Deputy Project Manager at I-TTO briefed the audience about the significance of iTTO.

PU Results

Chandigarh July 14, 2020:

              It is for the information of the general public and students of Panjab University Teaching Departments/Colleges in particular that result of the following examinations have been declared:-

            1. BA, B.Ed-5th Semester, Dec-19

The students are advised to see their result in their respective Departments/Colleges/University website.

प्राची शर्मा ने 12वीं कॉमर्स में 96% अंक ले कर स्कूल ओर अभिभावकों का नाम किया रौशन

पंचकुला – 14 जुलाई

केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 12वीं (साइंस, आर्ट्स व कॉमर्स) के रिजल्ट्स की घोषणा कर दी है। बोर्ड ने अपनी आधिकारिक रिजल्ट वेबसाइट cbseresults.nic.in पर नतीजे जारी किए हैं। आप इस रिजल्ट पेज पर सीबीएसई की मुख्य वेबसाइट cbse.nic.in के जरिए भी जा सकते हैं।

जहां पंचकुला जिले का परिणाम 92.52% रहा वहीं छात्राओं ने इस परिणाम में अपना अधिक योगदान दिया। पंचकुला में इस बार भी लड़ाइयों ने ही बाज़ी मारी। सैक्टर 16 स्थित सेंट सोल्जर स्कूल की छात्रा प्राची शर्मा ने कॉमर्स में 96% अंक हासिल किए हैं। उन्हे 500 में से 480 अंक मिले।

CBSE 12th result 2020: एक नजर में रिजल्ट

कुल रजिस्टर्ड स्टूडेंट्स की संख्या – 12,03,595
परीक्षा में शामिल होने वाले स्टूडेंट्स की संख्या – 11,92,961
परीक्षा में पास होने वाले स्टूडेंट्स की संख्या – 10,59,080
कितना रहा कुल पास प्रतिशत – 88.78 फीसदी
छात्राओं का पास प्रतिशत – 92.15 फीसदी
छात्रों का पास प्रतिशत – 86.19 फीसदी

इस साल सीबीएसई 12वीं में स्टूडेंट्स का कुल पास प्रतिशत पिछले साल की तुलना में 5.38 फीसदी ज्यादा रहा। पिछले साल कुल 83.40 फीसदी स्टूडेंट्स सफल रहे थे। वहीं, इस बार फिर से छात्राओं ने बाजी मारी है। छात्रों की तुलना में 5.96 फीसदी ज्यादा छात्राएं सफल रही हैं।

त्रिवेंद्रम पहले, पटना आखिरी पायदान पर
इस साल 12वीं के पास प्रतिशत के आधार पर त्रिवेंद्रम जोन पहले नंबर पर है। जबकि पटना जोन आखिरी स्थान पर रहा है। जोन वाइज कहां कितने स्टूडेंट्स सफल रहे, देखें पूरी लिस्ट –
त्रिवेंद्रम – 97.67 फीसदी
बेंगलुरू – 97.05 फीसदी
चेन्नई – 96.17 फीसदी
दिल्ली पश्चिम – 94.61 फीसदी
दिल्ली पूर्व – 94.24 फीसदी
पंचकूला – 92.52 फीसदी
चंडीगढ़ – 92.04 फीसदी

भुवनेश्वर – 91.46 फीसदी
भोपाल – 90.95 फीसदी
पुणे – 90.24 फीसदी
अजमेर – 87.60 फीसदी
नोएडा – 84.87 फीसदी
गुवाहाटी – 83.37 फीसदी
देहरादून – 83.22 फीसदी
प्रयागराज – 82.49 फीसदी
पटना – 74.57 फीसदी

सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के अनुकूल माहौल- स्पीकर

 
पंचकूला  12 जुलाई :

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने कहा कि सरकार के प्रयासों से प्रदेश के सरकारी स्कूलों में शिक्षा के स्तर में काफी सुधार हुआ है और विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र के स्कूलों का परीक्षा परिणाम का ग्राफ 65 प्रतिशत से अधिक हो गया है। यह विद्यार्थियों एवं अभिभावकों का उत्साहवर्धन करने वाला है।

हरियाणा विधानसभा अध्यक्ष हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड दसवीं की परीक्षा में जिला में अव्वल रहने वाले तीन छात्रों को घर घर जाकर मुबारकवाद दे रहे थे। उन्होंने खड़क मंगौली के शुभम, पंचकूला सैक्टर 16 की मनीषा व बरवाला की शुभा को उनके घर जाकर मिठाई खिलाकर बधाई दी। उन्होंने कहा कि शिक्षा में गरीबी कभी बाधा नही बनेगी। इसके लिए अव्वल रहने वाले विद्यार्थियों को किताबें आदि लेखन सामग्री की आवश्यकता होगी तो उनकी एक लाख रुपए तक की मदद करने के लिए तत्पर रहेंगे। उन्होंने कहा कि यदि कोई विद्यार्थी बाहर भी शिक्षा ग्रहण चाहेगा तो भी वे इसके लिए तैयार हैं। शिक्षा हेतू ऐसे विद्यार्थियों के लिए उन्हें धन की कमी नहीं रहने दी जाएगी। उन्होंने कहा कि खड़क मंगौली का गरीब छात्र पंचकूला जिले में अव्वल रहा है। यह जिलावासियों के लिए गौरव की बात है। इस छात्र ने अभिभावकों के साथ पूरे जिले का नाम रोशन किया है। उन्होंने कहा कि बच्चों में अपार प्रतिभा छिपी हुई। विद्यार्थियों को सही प्लेटफार्म एवं माहौल प्रदान कर निखारा जा सकता है। प्रदेश के सरकारी स्कूलों में अब बहुत ही अच्छा माहौल विद्यार्थियों को मिल रहा है। इसलिए प्रदेश के विद्यार्थी शिक्षा के क्षेत्र के साथ अन्य प्रतिस्र्पधाओं में भी आगे आ रहे है।  

 बरवाला की शुभा को किया सम्मानित

गुप्ता ने बरवाला की छात्रा से बातचीत करते हुए कहा कि यदि विद्यार्थी लक्ष्य बनाकर शिक्षा ग्रहण करें तो अवश्य की मुकाम हासिल कर सकते है। उन्होंने कहा कि बेंटियां आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। सरकार ने बेटी पढाओ बेटी बचाओ अभियान चलाकर उनके लिए ओर अधिक अवसर प्रदान किए है। इसलिए ग्रामीण क्षेत्रों के विद्यार्थी भी शिक्षा में वर्चस्व हासिल कर रहे है। सुभा की माता सुदेश कुमारी का कहना है उनकी दो बेटियां हैं। दोनों ही पढाई में अव्वल है। बेटियों ने उन्हे कभी बेटे की कमी को महसुस नहीं होने दिया और आज उनकी खुशी का कोई ठिकाना नहीं है। जिसने पूरे जिले में दूसरा स्थान हासिल कर उनका गौरव बढाया है। सुभा का कहना है कि वह आईएएस की परीक्षा करके समाज सेवा करना चाहती है। इसके लिए वह निरन्तर अग्रणी रहने का प्रयास करेगी।  

इस अवसर  पर उनके साथ भाजपा के जिला अध्यक्ष दीपक शर्मा, जिला महामंत्री हरेन्द्र मलिक, चेयरमैन बलंिसहं, सुशील सिंगल, सरंपच बलजिन्द्र गोयल, गौतम, जगदीश, अमरिक सिंह, वाईस चेयरमैन देवीचंद, नरेश कुमार, मिंटु, रविकेश सहित कई पार्टी पदाधिकारी मौजूद रहे।

सेमेस्टर प्रणाली हटाने व परीक्षा शुल्क वापस करने बाबत शिक्षा मंत्री को सौंपा ज्ञापन: एबीवीपी हरियाणा

चंडीगढ़ – 30 जून:

अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने माननीय शिक्षा मंत्री मान कंवरपाल गुर्जर को 7 सूत्री ज्ञापन सौंप कर शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी विभिन्न समस्याओं पर अपने सुझाव ज्ञापित किए। ज्ञापन के दौरान विद्यार्थी परिषद हरियाणा का एक प्रतिनिधिमंडल जिसमें प्रांत अध्यक्ष प्रा. राजेंद्र धीमान, प्रांत मंत्री सुमित जागलान, प्रांत संगठन मंत्री श्याम सिंह राजावत एवं प्रांत कार्यकारिणी सदस्य सुश्री पुरनूर वशिष्ट मौजूद रहे। विद्यार्थी परिषद हरियाणा ने शिक्षा मंत्री को दिये अपने ज्ञापन में स्नातक स्तर पर गैर तकनीकी कक्षाओं में सेमेस्टर प्रणाली हटाने, परीक्षा शुल्क वापस करने, रि-अपीयर के विद्यार्थियों को आ रही परेशानी एवं शिक्षा क्षेत्र की ओर समस्याओं को लेकर ज्ञापन प्रेषित कर उनके समाधान की मांग की है।

        एबीवीपी हरियाणा के प्रदेश मंत्री सुमित जागलान ने कहा कि विद्यार्थी परिषद की लम्बे समय से एक मांग गैर तकनीकी कोर्सों में स्नातक स्तर पर सेमेस्टर प्रणाली को समाप्त करने की भी है । वर्ष में सेमेस्टर सिस्टम की वजह से 2 बार परीक्षा होने के कारण 4 से 5 महीने इन्हीं परीक्षा को कराने में निकल जाते हैं। जिसके कारण विद्यार्थी का काफी वक्त सिर्फ परीक्षाओं में निकल जाता है और विद्यार्थी वर्षभर परीक्षाओं के तनाव में रहता है । परीक्षाओं के अलावा किसी भी पाठ्येतर गतिविधि में विद्यार्थी भाग नहीं ले पाता जिससे उसका सर्वांगीण विकास नहीं हो पाता । इसके अलावा दो बार परीक्षा होने के कारण यूजीसी की गाइडलाइन के तहत 180 क्लास का नियम भी अच्छे से पालन नहीं हो रहा है। छात्रों को अतिरिक्त अध्ययन के लिए समय नहीं मिलता है परिणामस्वरूप उन्हें विषय का सिर्फ मूल ज्ञान होता है। इसके अलावा प्रथम सेमेस्टर का विद्यार्थी जब तक कॉलेज में आकर दो से तीन महीनों में कॉलेज के वातावरण और पढ़ाई के साथ खुद का संतुलन बना पाता है तब तक उसकी परीक्षाएं आ जाती हैं और इस कारण विषय को रटना ही एकमात्र विकल्प बचता है। विद्यार्थी विषय को समझने की बजाय सिर्फ रटना और परीक्षा देना इसी में रह जाते हैं। कभी-कभी, शिक्षक कम समय के कारण विषय का पूरा ज्ञान नहीं दे पाते हैं। इन सब खामियों की वजह से विद्यार्थी परिषद की शुरू से मांग रही है कि तकनीकी कोर्सों को छोड़कर बाकी गैर तकनीकी (B.A., B.SC, B.COM) में सेमेस्टर सिस्टम खत्म होना चाहिए और वार्षिक प्रणाली लागू होनी चाहिए ।

         इसके इलावा विद्यार्थियों से परीक्षा शुल्क लिया गया है जबकि परीक्षा नहीं हो रही है तो परीक्षा शुल्क को वापस किया जाए, रिअपीयर के विद्यार्थियों के लिए नोटिफिकेशन में स्थिति स्पष्ठ नहीं की गई है इसलिए इस स्थिति को स्पष्ट किया जाए व इस बात का ध्यान रखा जाए कि किसी भी विद्यार्थी का 1 वर्ष खराब ना हो, आगामी सत्र के लिये नया शैक्षणिक कैलेंडर जारी किया जाए, कोरोना महामारी के कारण आगामी सत्र विलंब से आरंभ होगा इसलिए सिलेबस को आनुपातिक रूप से कम किया जाए, विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के प्लेसमेंट सेल सक्रिय नही है इसलिए विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों के प्लेसमेंट सेल को टारगेट बेस्ड बनाया जाए। प्लेसमेंट सेल को छात्रों को रोजगार दिलाने के टारगेट दिए जाएं, हरियाणा बोर्ड की 10वीं 12वीं की परीक्षाओं को लेकर स्थिति स्पष्ट की जाए आदि मांगों/सुझावों को रखा है।

          एबीवीपी हरियाणा के प्रदेश मंत्री सुमित जागलान ने कहा कि, छात्र हितों की इन मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए नहीं, अगर सरकार इन मांगों को पूरा नहीं करती है, प्रदेशभर में विद्यार्थी परिषद एक बड़े आंदोलन के लिए तैयार है।

आंगनबाड़ी भवन बनाने वाले ठेकेदारों के अटके लाखों रुपए, ठेकेदारों ने किया रोष प्रकट

ठेकेदारों का कहना है कि उन्होंने आंगनबाड़ी भवन बनाने के लिए मार्केट से उधार लेकर कार्य किया था और दुकानदारों से वादा किया था कि पेमेंट होते ही उनकी उधारी दे दी जाएगी। ठेकेदारों को कहना है जिनकी देनदारी है वह सर पर खड़े हैं। इसके बारे में कई बार कार्यालयों के चक्कर भी लगा चुके हैं। आंगनबाड़ी भवनों का कार्य कंप्लीट करने के 15 महीने बीतने के बावजूद भी ठेकेदारों की पेमेंट नहीं हो रही है।

कोशिक खान, छछरौली 23 जून

क्षेत्र में पंचायती राज द्वारा जिला परिषद के आदेश पर बनाई गई 16 आंगनवाडी भवनों के निर्माण कार्य का भुगतान 15 महीने से अटका हुआ पड़ा है। भवनों का निर्माण करने वाले ठेकेदारों को कार्य कंप्लीट करने के बाद भी पेमेंट ना मिलने से बड़ी परेशानी झेलनी पड़ रही है। जबकि पंचायती राज एक्शन का कहना है कि जिला परिषद सीईओ को ठेकेदारों की पेमेंट जारी करने के लिए कई बार पत्र लिख चुके हैं।

आंगनवाड़ी भवन बनाने वाले ठेकेदार नरेश कुमार, राकेश कुमार, तरसेम सिंह व अनिल ने बताया कि उन्होंने पंचायती राज के टेंडर द्वारा मार्च 2019 तक 7 आंगनबाड़ियों के भवन निर्माण का कार्य पूरा कर दिया था। जिसमें राजपुर, गोराबणी, डमौली, शहजादवाला, बेगमपुर, मलिकपुर खादर व इस्माइलपुर गांव में ठेकेदार द्वारा आंगनवाड़ी भवन का निर्माण किया गया था। पंचायती राज विभाग द्वारा निर्माण कराया गया था। निर्माण कार्य कंप्लीट होने के 15 महीने के बाद भी ठेकेदारों की पेमेंट का भुगतान नहीं हो रहा है। ठेकेदारों का कहना है कि उन्होंने आंगनबाड़ी भवन बनाने के लिए मार्केट से उधार लेकर कार्य किया था और दुकानदारों से वादा किया था कि पेमेंट होते ही उनकी उधारी दे दी जाएगी। ठेकेदारों को कहना है जिनकी देनदारी है वह सर पर खड़े हैं। इसके बारे में कई बार कार्यालयों के चक्कर भी लगा चुके हैं। आंगनबाड़ी भवनों का कार्य कंप्लीट करने के 15 महीने बीतने के बावजूद भी ठेकेदारों की पेमेंट नहीं हो रही है।

पंचायती राज एक्स एन रविंद्र राठौर का कहना है कि जिला परिषद सीईओ द्वारा जारी एक पत्र उनको प्राप्त हुआ था। जिसमें क्षेत्र में 19 आंगनवाड़ी भवन बनवाने के लिए टेंडर जारी करने के लिए कहा गया था। जिनमें से 16 आंगनबाड़ी भवन के लिए जगह मिलने पर उनका टेंडर किया गया था और आंगनवाड़ी भवन बनकर तैयार हो गए हैं। ठेकेदारों की पेमेंट के लिए कहीं बाहर जिला परिषद सीईओ को पत्र लिख चुके हैं।