आरटीआई कार्यकर्ताओं पर प्रतिबंध लगाने पर सोच रहा पंजाब विश्वविद्यालय

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 09 अप्रैल :

व्हिसलब्लोअर इंजीनियर सतेंद्र दुबे की वर्ष 2003 में हुई हत्या के बाद, यहां एक तरफ भारत की सर्वोच्च अदालत केंद्र सरकार को लगातार व्हिसलब्लोअर सुरक्षा के निर्देश देती रही है, वहां दूसरी तरफ आलम यह है कि भारत सरकार से करोड़ों की ग्रांट लेने वाला चंडीगढ़ का पंजाब विश्वविद्यालय भ्रष्टाचारियों को बचाने तथा आरटीआई एक्टिविस्टों को दबाने के हथकंडे इजाद करता आ रहा है। हाल ही में एक ऐसा मामला सामने आया है जिसमे इस विश्वविद्यालय ने चंडीगढ़ के ही एक आरटीआई कार्यकर्ता डॉ राजेंद्र के सिंगला के यूनिवर्सिटी परिसर में प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने पर विचार करना शुरू कर दिया है। हालांकि एक सार्वजनिक संस्था होने के नाते डॉ सिंगला का भी परिसर में जाने का उतना ही हक है जितना एक आम व्यक्ति का, लेकिन लगता है कि दिन प्रतिदिन उजागर हो रहे घपले और घोटालों से परेशान पंजाब विश्वविद्यालय प्रशासन शायद इतना बौखला गया है कि उन्हें संविधानिक और असंवैधानिक का अंतर भी समझ नहीं आ रहा है।

मामले की शुरुआत होती है 25 नवंबर 2023 को, जब उस दिन हुई एक सिंडिकेट मीटिंग में सीनेटर वीरेंद्र सिंह ने कहा कि डॉ आर के सिंगला को नोटिस दिया जाए, क्योंकि वह यूनिवर्सिटी के अधिकारियों पर गलत दबाव डाल कर अपना काम निकलवाते हैं। आरटीआई का दुरुपयोग करके ब्लैकमेल करने के जो संकेत सीनेटर वीरेंद्र सिंह ने डॉ आर के सिंगला के खिलाफ दिए, उसका कोई भी पुख्ता सबूत या दस्तावेज उन्होंने सिंडिकेट सदस्यों के समक्ष नहीं रखा। मजबूरन, डॉ सिंगला को ही आरटीआई आवेदन डाल कर अब पीयू अधिकारियों से पूछना पड़ा है कि उन्हें वो सभी तथ्य और दस्तावेज मुहैया करवाए जाएं, जिनके आधार पर पंजाब यूनिवर्सिटी मीटिंग में इस विषय पर विचार विमर्श किया गया।

सीनेटर वीरेंद्र सिंह ने एक पूर्व कालेज प्रोफेसर तरुण घई की एंट्री बैन का तर्क देते हुए कहा है कि वो न ही अब इस विश्वविद्यालय के छात्र है, न अध्यापक और न ही उनका विश्वविद्यालय से कुछ लेनदेन है। यहां सवाल पैदा होता है कि क्या केवल छात्र, अध्यापक अथवा विश्वविद्यालय में कामकाज के लिए आए व्यक्ति ही यहां प्रवेश पा सकते हैं? दूसरी तरफ, डॉ सिंगला तो बतौर एक छात्र, अध्यापक, रिसर्चर तथा आरटीआई कार्यकर्ता पिछले 43 वर्षों से इस विश्वविद्यालय से जुड़े हुए हैं, उनका प्रवेश वर्जित क्यों, ऐसे कोई भी कारण विश्वविद्यालय ने अब तक स्पष्ट नहीं किया हैं।

पंजाब विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर रेनू बिग ने मामले को कालेज डेवलपमेंट काउंसिल डीन प्रोफेसर संजय कौशिक को दर्ज करवाते हुए ऐसा कुछ भी स्पष्ट नहीं किया कि आखिर वह कौन से नियम हैं जिनके तहत किसी व्यक्ति का पंजाब विश्वविद्यालय में प्रवेश वर्जित किया जा सकता है, अथवा डॉ सिंगला की एंट्री से पंजाब विश्वविद्यालय को क्या खतरा है।

पिछले तीन दशकों में उच्च शिक्षा से जुड़े भ्रष्टाचार के ऐसे अनेक मामले थे, जिन्हे डॉ सिंगला ने लगातार उजागर करते आ रहे हैं। पंजाब विश्वविद्यालय की कार्यप्रणाली का शायद ही कोई ऐसा पहलू बचा हो, जिसमें हो रहे घपले घोटालों का उन्होंने पर्दाफाश न किया हो। वर्ष 2005 में देश में सूचना का अधिकार कानून लागू होने से अब तक 1675 आरटीआई आवेदन डाल कर उनके द्वारा अनावृत किए गए घोटालों में से कई लगातार समाचार पत्रों की सुर्खियां बनते रहे। बिना एफिलिएशन और एनसीटीई मान्यता के 23 छात्रों को बीपीडी की डिग्रियां बांटना, पूर्व वाइस चांसलर प्रोफेसर अरुण कुमार ग्रोवर की पत्नी डॉक्टर नीरा ग्रोवर की बैकडोर म्यूजिक प्रोफेसर की नियुक्ति, कॉलेज प्रिंसिपल और यूनिवर्सिटी के सीनेटर डा बीसी जोसन की बेटी मनदीप जोसन की फर्जी पीएचडी के आधार पर हुई असिस्टेंट प्रोफेसर की नियुक्ति को प्रोफेसर अरुण ग्रोवर द्वारा दी गई गैरकानूनी मंजूरी, यूजीसी नियमो को ताक पर रख कर चहेतों को पदोन्नति देकर सरकारी खजाने को पहुंचाया गया वित्तीय नुकसान, यूनिवर्सिटी स्टोर से सीमेंट चोरी में पकड़े गए तत्कालीन एसडीओ आर के राय के खिलाफ आई सदानंद इंक्वायरी रिपोर्ट को गायब करके उन्हें एक्सईएन के पद पर पद्दोनत करना, रजिस्ट्रार, कंट्रोलर ऑफ एग्जामिनेशन, डीन कालेज डेवलपमेंट काउंसिल जैसे प्रशासनिक पदों को भरने से पहले नियमो को चहेतों के अनुसार बदलना, यूनिवर्सिटी बिजनेस स्कूल की प्रोफेसर मीना शर्मा के बेटे गर्वित शर्मा को बिना योग्यता एमबीए में दाखिला देना, सिलेक्शन पदों को योग्यता के आधार पर भरने की जगह चहेतों को इन पदों पर ऑफिसिएटिंग रास्ते से लगाना, एमबीए पेपर सेटिंग में भी सेटिंग करना, छात्रों के एम्लगामेटेड फंड से ट्यूबवेल लगवा देना, तथा सूचना अधिकार अधिनियम की धाराएं 8 और 9 से छेड़छाड़ करके अपनी ही 48 आइटम्स की एक लिस्ट बना कर लंबे समय एक सूचनाएं छिपाना, इतियादी ऐसे अनेक मामले थे जो डॉ. सिंगला द्वारा आरटीआई कानून की मदद से किए गए प्रयासों की बदौलत ही जनतक हो सके।

करदाताओं के पैसे से चले संस्थानों के भ्रष्टाचार को उजागर करने वालों का प्रवेश अगर ऐसे ही उन संस्थानों में वर्जित होने लगा, तो सूचना के अधिकार से आने वाली पारदर्शिता, जवाबदेही और अच्छे प्रशासन की जो उम्मीदें बची थी, वो भी खतम हो जायेंगी। भ्रष्ट अधिकारियों को संरक्षण देने के लिए आरटीआई की उड़ाई जा रही धज्जियां और डा सिंगला जैसे आरटीआई एक्टिविस्ट के यूनिवर्सिटी परिसर में प्रवेश पर अंकुश को सिंडिकेट में लाकर जिस धड़ल्ले से भ्रष्टाचार को समर्थन दिया गया है, इसकी मिसाल शायद ही देश में मिले। बता दें कि डॉ सिंगला ने प्री-यूनिवर्सिटी से पीएचडी, एलएलबी तक की अपनी पूरी पढ़ाई पंजाब विश्वविद्यालय से ही की है, और शिक्षा में भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम के लिए उन्हें भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम और सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के साथ प्रतिष्ठित जिंदल पुरस्कार से सम्मानित किया गया है।

डॉ. सिंगला ने बताया कि पूरे मामले की शिकायत पंजाब यूनिवर्सिटी के चांसलर तथा देश के उपराष्ट्रपति को भी की जा चुकी है, लेकिन किसी करवाई का अभी इंतजार है।

एसडी कॉलेज के स्टूडेंट्स पर्मिश वर्मा के गीतों पर थिरके

एसडी कॉलेज के रोट्रेक्ट क्लब ने किया रिवायत का आयोजन, पर्मिश वर्मा के गीतों पर थिरके स्टूडेंट्स

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 09 अप्रैल    :

इनोवेशन के अपने प्रयासों को बढ़ावा देने के लिए सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज के रोट्रेक्ट क्लब की ओर से चंडीगढ़ क्लब में फंडरेजिंग फेस्ट- रिवायत का आयोजन किया गया। फेस्ट में स्टूडेंट्स ने स्टॉल्स पर अपनी इनोवेशंस को प्रदर्शित किया और उन्हें प्रमोट किया। एक तरफ जहां स्टूडेंट्स ने प्रतिभा दिखाई वहीं, डांस और गानों पर जम कर मस्ती भी की। इन सटॉल्स में लोगों ने खरीददारी भी की। इस अपनी तरह के पहले इवेंट में ट्राईसिटी के तीन हजार से अधिक लोगों ने हिस्सा लिया। फेस्ट में छात्रों को वास्तविक स्किल डेवलपमेंट, इवेंट मैनेजमेंट के लिए व्यावहारिक अनुभव प्रदान करने के साथ ही टीम वर्क और समाज के लिए सेवा की भावना का भी बेहतरीन अनुभव दिया।  फेस्ट के दौरान गायक पर्मिश वर्मा द्वारा लाइव परफॉर्मेंस दी गई। वर्मा के गीतों पर स्टूडेंट्स जम कर थिरके। 
कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने ऐसे कार्यक्रम को आयोजित करने के लिए स्टूडेंट्स के प्रयासों की सराहना की और कहा कि छात्रों का उत्साह और इनोवेशन और एंट्रप्रेन्योरशिप के प्रति प्रतिबद्धता उत्साहजनक रही। उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम के माध्यम से स्टूडेंट्स को पब्लिक के साथ उनके इनोवेटिव आइडियाज और एंट्रप्रेन्योरशिप स्किल्स को साझा करने का एक मंच प्रदान किया। कॉलेज के रोट्रेक्ट क्लब की इंचार्ज डॉ.रूचि शर्मा ने कहा कि रिवायत में आए आम लोग स्टूडेंट्स की प्रतिभा देखकर काफी उत्साहित हुए। उन्होंने कहा कि यह हमेशा अपनी तरह का अनूठा होगा और समाज सेवा करते हुए कई लोगों के लिए खुशी लाएगा। आयोजन के माध्यम से जुटाई गई धनराशि मोतियाबिंद सर्जरी कराने के लिए दान की जाएगी।

चण्डीगढ़ निवासी मुनीश्वर शर्मा बने एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 30 मार्च    :

चण्डीगढ़ निवासी युवा नेता मुनीश्वर शर्मा को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के छात्र विंग संगठन एनएसयूआई के राष्ट्रीय सचिव के रूप में नियुक्त किया गया है। इसकी घोषणा एआईसीसी के महासचिव केसी वेणुगोपाल ने की। इससे पहले एनएसयूआई के राष्ट्रीय समन्वयक एवं हिमाचल प्रदेश एनएसयूआई के सह प्रभारी के रूप में कार्यरत मुनीश्वर शर्मा के पास यूनिवर्सिटी इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी, पंजाब यूनिवर्सिटी, चण्डीगढ़ से इंजीनियरिंग पासआउट हैं। उन्होंने पीयूसीएससी चुनावों में पार्टी की जीत में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। मुनीश्वर शर्मा ने इस नियुक्ति के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और एआईसीसी महासचिव वेणु गोपाल राय का आभार जताया। उन्होंने नवनिर्वाचित एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष वरुण चौधरी और एनएसयूआई प्रभारी कन्हैया कुमार को भी विशेष धन्यवाद दिया। उल्लेखनीय है कि मुनीश्वर शर्मा पंजाब, हिमाचल एवं चण्डीगढ़ क्षेत्र से एनएसयूआई की ओर से नियुक्त किये गए एकमात्र छात्र नेता हैं। 

देश भगत विश्वविद्यालय ने दो विश्वविद्यालय के संचालन का अधिग्रहण किया

देश भगत विश्वविद्यालय ने सेंट विंसेंट और द ग्रेनेडाइंस में सेंट टेरेसा विश्वविद्यालय के संचालन का अधिग्रहण किया

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 28 मार्च    :

देश भगत विश्वविद्यालय ने सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस में सेंट टेरेसा विश्वविद्यालय के अधिग्रहण किया है, जो अपने वैश्विक पदचिह्न के विस्तार और अकादमिक उत्कृष्टता के प्रति प्रतिबद्धता में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। आज चण्डीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित एक पत्रकार वार्ता में इस अधिग्रहण पर बोलते हुए  देश भगत विश्वविद्यालय के चांसलर डॉ जोरा सिंह और प्रो-चांसलर डॉ तजिंदर कौर ने इन्वेस्ट एसवीजी द्वारा गर्मजोशी से स्वागत और व्यापक समर्थन के लिए आभार जताया। उन्होंने कहा, “हम सेंट टेरेसा विश्वविद्यालय के इस अधिग्रहण को शुरू करने के लिए रोमांचित हैं, अब सेंट टेरेसा विश्वविद्यालय देश भगत विश्वविद्यालय का एक उद्यम है और अकादमिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देने और चिकित्सा के क्षेत्र में भविष्य के लीडर्स का पोषण करने के लिए अपनी प्रतिबद्धता जाहिर करता है।” 

इन्वेस्ट एसवीजी ने सेंट टेरेसा विश्वविद्यालय में संचालन की आगामी धारणा पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस द्वीप पर देश भगत विश्वविद्यालय और इसके प्रतिनिधिमंडल का गर्मजोशी से स्वागत किया। यह अधिग्रहण शैक्षिक परिदृश्य में एक नया अध्याय लिखेगा। अब देश भगत विश्वविद्यालय के तत्वावधान में सेंट टेरेसा विश्वविद्यालय में डॉक्टर ऑफ मेडिसन (एमडी) कार्यक्रम अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ अकादमिक विशेषज्ञता के संयोजन से जारी रहेगा। छात्र नई शिक्षण विधियों और व्यापक पाठ्यक्रम के जरिए अपना बौद्धिक और व्यावसायिक स्तर विकसित कर पाएंगे।

इस उपक्रम पर अपने विचार रखते हुए सनाथनाराज कुमार ने कहा, “एसटीयू के संस्थापक होने के नाते मैं इस अधिग्रहण के लिए डीबीयू का आभार व्यक्त करता हूं और वे भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय छात्रों के लिए एक अत्याधुनिक सुविधा और व्यवहार्य सीखने के माहौल का विकासित करेंगे। हम डीबीयूए को आइवी लीग में विश्वविद्यालयों में से एक बनाने के लिए मिलकर काम करेंगे।” इस अवसर पर अध्यक्ष डॉ संदीप सिंह ने कहा कि देश भगत विश्वविद्यालय सेंट विंसेंट और ग्रेनेडाइंस में समुदाय और हितधारकों के साथ मजबूत संबंध बनाने के लिए तत्पर है, जबकि शिक्षा और अनुसंधान के उच्चतम मानकों को बनाए रखने का वादा करता है।

उपाध्यक्ष हर्ष सदावर्ती और इंटरनेशनल डायरेक्टर अरुण मलिक ने सेंट विंसेंट और द ग्रेनेडाइंस में देश भगत विश्वविद्यालय के इस नए उद्यम और छात्रों के लिए अमेरिकन ऑफशोर मेडिकल स्कूल में अध्ययन करने के अवसर के बारे में विस्तार से जानकारी दी।

तीन दिवसीय “विज्ञान महोत्सव”

तीन दिवसीय “विज्ञान महोत्सव” के दूसरे दिन विज्ञान के नए आयाम और भविष्य की क्रांतिकारी योजनाएं रहीं विचार-विमर्श का केंद्र

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 27 मार्च :

डीएवी कॉलेज, सेक्टर 10 में भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा प्रायोजित तीन दिवसीय विज्ञान महोत्सव में आज जीएनडीयू, अमृतसर के पूर्व कुलपति प्रो. जय रूप सिंह मुख्य अतिथि थे। दिन की शुरुआत प्रोफेसर रविंदर के. खैलवाल द्वारा “जलवायु परिवर्तन और वायु प्रदूषण शमन के लिए जीवन एक उपकरण” शीर्षक से व्याख्यान के साथ हुई। उन्होंने जोर देकर कहा कि वायु प्रदूषण जलवायु परिवर्तन के साथ-साथ मानव स्वास्थ्य के लिए सबसे बड़े पर्यावरणीय खतरों में से एक है। उन्होंने वायु गुणवत्ता में सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया क्योंकि इससे जलवायु परिवर्तन शमन प्रयासों को बढ़ावा मिल सकता है, जबकि उत्सर्जन को कम करने से वायु गुणवत्ता में सुधार होगा। उन्होंने देश में वायु प्रदूषण की रोकथाम, नियंत्रण और कमी के लिए विभिन्न राज्य और केंद्र सरकारों द्वारा किए जा रहे कई विनियामक उपायों के बारे में भी जानकारी दी। वर्षों के व्यावहारिक कार्य और शिक्षण से प्राप्त वैज्ञानिक ज्ञान से विद्यार्थियों को अवगत कराने और समृद्ध करने के लिए, एक संवाद का आयोजन किया गया, जिसमें प्रख्यात वैज्ञानिक सुमन बेरी (एमिटी यूनिवर्सिटी) ने छात्रों को भविष्य की वैज्ञानिक तकनीकों के बारे में जानकारी दी। मनोरंजन आधारित शिक्षण को सक्षम करने के लिए, छात्रों और महोत्सव में आए आगंतुकों के लिए एक विज्ञान आधारित नाटक “चुंबकत्व की खोज” और विज्ञान और गणित की प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया गया। दिन के मुख्य आकर्षण ड्रोन शो, खिलौने और पटाखे और ट्यूबलेस टायर वाली कार के प्रोटोटाइप की प्रस्तुति थी। अपने प्रकार का एक और रक्षा क्षेत्र में संभावित उपयोग वाला यह ड्रोन, दुश्मन के रडार द्वारा पता लगाने योग्य नहीं है क्योंकि इसमें कोई नेविगेशन सिस्टम नहीं है। कार के टायरों में बुलेट शॉट के प्रतिरोधी होने का दावा किया गया क्योंकि उनमें कोई ट्यूब नहीं थी जो दुश्मन द्वारा गोलीबारी का संभावित लक्ष्य हो सकता था। दिन का समापन चयनित स्कूली छात्रों के लिए एक यादगार दूरबीन बनाने की कार्यशाला के साथ हुआ। कार्यशाला में लगभग 15 टीमों ने भाग लिया। दूरबीन बनाने की प्रक्रिया में इस्तेमाल की जाने वाली बारीकियों और तकनीकों ने छात्रों पर गहरा प्रभाव डाला, जिन्होंने आने वाले वर्षों में वैज्ञानिक बनने के सभी गुण प्रदर्शित किए। बिना प्रदूषण के पटाखे आकर्षण का केंद्र थे। 

“जेन जेड के लिए मानसिक कल्याण” पर विशेषज्ञ वार्ता का आयोजन

चुनौतियों का सामना करने के लिए व्यक्ति में मानसिक और शारीरिक साहस दोनों ही जरूरी  : जनरल वीपी मलिक

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 27 मार्च    :

पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज, सेक्टर 46 ने सुविचार थिंक टैंक के सहयोग से आज “जेन जेड के लिए मानसिक कल्याण” विषय पर एक विशेषज्ञ वार्ता का आयोजन किया। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. आभा सुदर्शन ने कार्यक्रम की मुख्य अतिथि जनरल वीपी मलिक, पूर्व भारतीय सेना प्रमुख, विवेक अत्रे, पूर्व आईएएस अधिकारी और प्रेरक वक्ता, कर्नल डीएस चीमा, लेखक और वीके कपूर, पूर्व आईपीएस का गर्मजोशी से स्वागत किया। कार्यक्रम का शुभारंभ गणमान्य व्यक्तियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। डॉ. सुदर्शन ने कहा कि विशेषज्ञों द्वारा इस तरह की प्रेरक बातचीत, युवा छात्रों के लिए एक मार्गदर्शक के रूप में काम करेगी। जनरल वीपी मलिक ने अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि व्यक्ति में मानसिक और शारीरिक साहस दोनों होने चाहिए। उन्होंने कहा कि नेता वे होते हैं जो चुनौतियों में अवसर देखते हैं। विवेक अत्रेय ने दर्शकों के साथ अंतर्दृष्टि साझा करते हुए कहा कि जीवन का लक्ष्य आंतरिक खुशी पाना है। उन्होंने आंतरिक सुख प्राप्त करने के सात सी अर्थात् साहस, चरित्र, रचनात्मकता, प्रफुल्लता, करुणा, शांति और संतोष  पर प्रकाश डाला। कर्नल डीएस चीमा ने विद्यार्थियों से अपने उत्साह को जीवित रखने और कभी भी किसी दबाव में न आने का आग्रह किया। वीके कपूर ने जोर देकर कहा कि ईश्वर और स्वयं में विश्वास अद्भुत काम कर सकता है। धन्यवाद ज्ञापन महाविद्यालय के डीन डॉ. राजेश कुमार ने किया। इस अवसर पर कॉलेज के वाइस प्रिंसिपल डॉ. बलजीत सिंह, रजिस्ट्रार डॉ. पूजा गर्ग, डॉ. मुकेश चौहान, डॉ. जीसी सेठी, डॉ. राजेश चंदर, श्री गौरव जिंदल, डॉ. रितु सरसोहा, सुश्री ज्योति उपस्थित थे।

संत निश्चल सिंह कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन फॉर वूमेन में स्प्रिंग फ्लावर शो और प्रतियोगिता आयोजित

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 22 मार्च :

संत निश्चल सिंह कॉलेज ऑफ़ एजुकेशन फॉर वूमेन संतपुरा में बी एड की छात्राओं ने गुरु नानक गर्ल्स कॉलेज में जीव विज्ञान विभाग द्वारा आयोजित स्प्रिंग फ्लावर शो और प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। इस प्रतियोगिता को चार वर्गों में विभाजित किया गया । पहले वर्ग में छात्राओं को फूलों की पत्तियों से रंगोली और दूसरे वर्ग में छात्राओं को फूलों के गमले को सजाना तीसरे वर्ग में फूलों को अच्छी प्रकार से सजाना एवं चौथे वर्ग में कैक्टस, सक्यूलेंट और क्रोटन प्लांट्स को सजाना था। पहले वर्ग की प्रतियोगिता में बीएड की छात्रा आरजू और परविंदर कौर ने भाग लिया, दूसरे वर्ग की प्रतियोगिता ने बीएड की छात्रा कोमल और सिमरनप्रीत कौर ने भाग लिया, तीसरे वर्ग की प्रतियोगिता में राखी और सुमन ने भाग लिया। B2 वर्ग की प्रतियोगिता में सिमरनप्रीत कौर ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया एंव पोट डिस्प्ले में बीएड की छात्रा शालू ने प्रथम स्थान प्राप्त किया । कोमल ने ग्रुप ए कैटेगरी में फ्लावर रंगोली में प्रथम स्थान प्राप्त किया।  इन्हीं प्रतियोगिताओं के अंतर्गत गुरु नानक गर्ल्स कॉलेज द्वारा आयोजित पोयटीकल  सिंपोजियम में बीएड की छात्रा नेहा शर्मा ने 25 प्रतिभागियों  में से सांत्वना पुरस्कार प्राप्त किया। कॉलेज प्राचार्या ने विजेता छात्र को बधाई दी।

स्कूली बच्चों के साथ मनाया गया विश्व जल दिवस : रजनी गोयल

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 22 मार्च :

विश्व जल दिवस के अवसर पर जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग एवं वासो के सौजन्य से शुक्रवार को राजकीय माध्यमिक विद्यालय पंजूपुर में स्कूली बच्चों के साथ विश्व जल दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्य अध्यापिका किरण देवी ने की। इस अवसर पर जिला सलाहकार रजनी गोयल ने बताया कि प्रतिवर्ष जल दिवस की एक खास थीम निर्धारित की जाती है। इस वर्ष विश्व जल दिवस 2024 की थीम ‘शांति के लिए जल का लाभ उठाना’ है। इस थीम के जरिए यह संदेश दिया जा रहा है कि जब समुदाय और देश इस बहुमूल्य साझा संसाधन पर मिलकर सहयोग करते हैं तो पानी शांति का एक उपकरण बन सकता है। अतः हमें शांति दूत बनकर जल बचाने के लिए सामूहिक प्रयास करने होंगे। उन्होंने कहा कि आवश्यकता अनुसार ही जल का प्रयोग करें पानी का कहीं भी निरर्थक प्रयोग न होने दे। स्कूली बच्चों को नैतिक शिक्षा का भी पाठ पढ़ाया गया। इस अवसर पर बच्चों ने जल संरक्षण संबंधित स्लोगन, पेंटिंग बनाए हुए थे जिसे सभी ने सराहा। सरपंच रामशरण ने भी सभी को जल संरक्षण बारे जागरूक किया। सभी को जल संरक्षण की शपथ दिलवाई गई। इस अवसर पर  स्कूल अध्यापक मनोज कुमार, पंच निशा देवी, आंगनवाड़ी वर्कर कर्म देवी,नरेश कुमार, बीआरसी अशोक कुमार, रोहित कुमार, मनजीत कौर आंगनवाड़ी वर्कर, मनप्रीत आदि उपस्थित रहे।

वन दिवस पर आयोजित ट्री एडॉप्शन ड्राइव में  विद्यार्थियों ने पेड़ों को गोद लिया

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 21 मार्च :

पीजीजीसी-46 के पर्यावरण अध्ययन विभाग ने कॉलेज की पर्यावरण जागरूकता सोसायटी “धारिणी ” के सहयोग से आज अंतर्राष्ट्रीय वन दिवस मनाया। इस कार्यक्रम में एक ट्री एडॉप्शन ड्राइव शामिल था, जिसके तहत विद्यार्थियों ने दो के समूहों में कॉलेज परिसर में पेड़ों को गोद लिया। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. आभा सुदर्शन ने छात्रों के प्रयासों की सराहना की और छात्रों को प्रकृति से जोड़ने के नवीन तरीके की सराहना की। विभिन्न धाराओं के विद्यार्थियों के लिए ‘रैली’ और ‘एक पेड़ के साथ सेल्फी’ सहित जागरूकता अभियान भी आयोजित किया गया था। पेड़ों के मूल्यों के प्रति जागरूकता पैदा करने वाली रैली को प्रिंसिपल डॉ. आभा सुदर्शन ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में विद्यार्थियों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। कार्यक्रम का आयोजन डॉ. रितु सरसोहा (एचओडी) और डॉ. अमनप्रीत कौर, पर्यावरण अध्ययन विभाग ने किया। इस अवसर पर डीन डॉ. राजेश कुमार और वाइस प्रिंसिपल डॉ. बलजीत सिंह भी उपस्थित थे।

समाज सुधारकों और देशभक्ति के चित्रों से सजा मल्टीमीडिया हाल

  • ग्रामीण क्षेत्र की संस्थाएं भी कर सकेंगी प्रयोग

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 21 मार्च :

महर्षि दयानंद पब्लिक स्कूल, एमडीएवी भवन, दरिया का श्रीमती सिकंदरा देवी मेमोरियल मल्टीमीडिया हाल समाज सुधारकों और  देशभक्तों के चित्रों से सुसज्जित किया गया है। सभी चित्र समाज सेविका किरण आहूजा ने उपलब्ध करवाए हैं। अब इसमें मल्टीमीडिया हाल में आने वाले लोगों को महर्षि दयानंद सरस्वती, श्री राम, स्वामी विरजानंद महर्षि दयानंद सरस्वती, महात्मा हंसराज, स्वामी श्रद्धानंद, महात्मा आनंद स्वामी, लाला लाजपत राय, पंडित गुरुदत्त विद्यार्थी, तात्या टोपे, राजा राममोहन राय, बाल गंगाधर तिलक, सरदार वल्लभभाई पटेल, महाराणा प्रताप, शहीद भगत सिंह, सुखदेव, विपिन चंद्र पॉल आदि समाज सुधारकों और शहीदों की झलक देखने को मिलेगी।

स्कूल के पैटर्न अमेरिका के शिकागो से पधारे एनआरआई सुदर्शन गर्ग ने बताया  कि इन चित्रों से लोगों को सीखने के लिए काफी कुछ मिलेगा। वे इनके दिखाई हुई रास्ते पर चलने को प्रेरित होंगे। स्कूल की वाइस प्रिंसिपल अंजू मोदगिल ने कहा कि  देश में आडंबरों को दूर करने के लिए समाज सुधारकों का योगदान हमेशा याद रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि देश को आजाद करने के लिए शहीदों को हम नमन करते हैं। प्रिंसिपल डॉ. विनोद शर्मा ने कहा कि मल्टीमीडिया हाल प्रोजेक्टर से लैस है। ग्रामीण क्षेत्र की अन्य संस्थाएं भी इसका प्रयोग कर सकेंगी। गुणवत्ता से भरपूर शिक्षा देने के लिए इसकी काफी आवश्यकता थी।