आचार्य कुल संस्था ने ब्लड प्लाज्मा की कमी से पीड़ित छात्रा तान्या की आर्थिक सहायता की 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 29जून :

संत विनोबा भावे की विचारधारा से प्रेरित आचार्य कुल संस्था, चण्डीगढ़ की ओर से जरूरतमंद बेटियों की शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए आर्थिक मदद करने के अभियान के तहत गवर्नमेंट मॉडल स्कूल, सेक्टर 22 की पीजीआई में भर्ती ब्लड प्लाज्मा की कमी से पीड़ित छात्रा तान्या की आर्थिक सहायता करने के लिए स्कूल प्रबंधन से मिले। संस्था के अध्यक्ष केके शारदा ने कहा कि हमारी संस्था जरूरतमंद बेटियों की मदद के लिए शायद तत्पर रहती है। आज भी इसी कड़ी में इलाज के लिए 15000 रूपए का चेक भेंट किया। इलाज में और पैसों की जरूरत हुई तो संस्था पूरा सहयोग करेगी। इस दौरान आचार्य कुल संस्था के कार्यकारिणी सदस्य प्रेम विज, डॉ अनीश गर्ग, डॉ विनोद शर्मा विशेष तौर पर उपस्थित रहे।

गांव चगरां मे सेंट कबीर स्कूल को मिली 12वीं कक्षा की मान्यता

तरसेम दीवाना, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हुशियारपुर, 27जून :

सेंट कबीर पब्लिक हाई स्कूल (गांव चगरां) को 12वीं कक्षा की मान्यता प्राप्त हुई है जो कि अब सेंट कबीर पब्लिक सीनियर सैकेंडरी स्कूल बन चुका है।

विद्यालय के प्रधान एवं चेयरमैन डॉ. आशीष सरीन जी ने इस विषय में बताया है कि उनका एक संस्थान ‘हिज़ एक्सिलैंट कोचिंग सैंटर’ के नाम से होशियारपुर शहर में गत 22 वर्षों से मेडिकल, नॉन मेडिकल, कॉमर्स आदि विषयों में निपुण होकर अपनी सेवा शहर वासियों को दे रहा है। इसलिये अपनी दूरदर्शिता दिखाते हुये उन्होंने यह निर्णय लिया कि गांव चगरां में स्थित अपने स्कूल को भी उन्होंने 12वीं तक कर लिया। जिसमें मेडिकल, नॉन मेडिकल, कॉमर्स एवं आटर्स विषयों पर वहां पर भी पढ़ाया जा सकेगा ताकि उस क्षेत्र से आने वाले बच्चे जो काफी दूर-दूर से आते हैं उन्हें पढ़ाई में कोई दिक्कत न हो। इस विद्यालय में इस तरह के विषयों की पढ़ाई का सबसे ज्यादा फायदा माहिलपुर चब्बेवाल, गढ़शंकर, पथराला, जेजों, नवांशहर और आस-पास के गांवों से आने वाले बच्चों को होगा और बच्चे अपने उज्जवल भविष्य की ओर अग्रसर होंगें।

इस अवसर पर स्कूल प्रधान एवं चेयरमैन डॉ.आशीष सरीन जी एवं उनकी पत्नी के साथ-साथ हिज़ एक्सिलैंट का स्टाफ तथा सेंट कबीर का स्टाफ भी मौजूद था। जिसमें डॉ.आशीष सरीन जी ने यह निर्णय लिया कि कामर्स, आर्टस विषयों की सन् 2024-25 के दाखिले शुरू हो चुके हैं जिसमें बच्चों से कोई दाखिला फीस नहीं ली जायेगी। सभी बच्चों को दाखिला फीस माफ की जायेगी।

एचएयू में प्रवेश परीक्षा की सभी तैयारियां पूरी

  • एचएयू में प्रवेश परीक्षा की सभी तैयारियां पूरी, 30 जून  को होगी परीक्षा
  • परीक्षाओं के लिए प्रवेश पत्र विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर कर दिए गए हैं अपलोड

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 27 जून :

चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के बीएससी ऑनर्स एग्रीकल्चर चार वर्षीय कोर्स, बीएससी आनर्स एग्री-बिजनेस मैनेजमेंट, बीटेक बायोटेक्नोलॉजी, मौलिक विज्ञान एवं मानविकी महाविद्यालय में बायो-केमिस्ट्री, केमिस्ट्री, इनवायरमेंटल साइंस, फूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी, मैथेमेटिक्स, माइक्रो-बायोलॉजी, फिजिक्स, प्लांट फिजियोलोजी, सोसयोलोजी, स्टेटिसटिक्स व जूलॉजी कोर्स, कॉलेज आफ बायो-टेक्नोलॉजी में एग्रीकल्चरल बायोटेक्नोलॉजी, बायोइंफोरमेटिक्स व मोलेक्यूलर बायोलॉजी एंड बायो-टेक्नोलॉजी में एम.एस.सी कोर्सिज के लिए 30 जून को आयोजित होने वाली प्रवेश परीक्षा की सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है।

विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. काम्बोज ने बताया कि उपरोक्त पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए  8491 उम्मीदवारों ने आवेदन किए हैं। उन्होंने बताया कि प्रवेश परीक्षा के लिए चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय सहित हिसार शहर में 18 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं ताकि परीक्षार्थियों को किसी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े। उन्होंने बताया कि परीक्षा संबंधी सभी तैयारियों को अंतिम रूप देते हुए परीक्षा केंद्रों पर परीक्षार्थियों के लिए बैठने से संबंधित अन्य समुचित व्यवस्था भी कर ली गई हंै। सभी परीक्षार्थियों को प्रवेश पत्र देखकर ही परीक्षा भवन में प्रवेश करने की अनुमति होगी।

कुलसचिव डॉ. बलवान सिंह मंडल के अनुसार प्रवेश परीक्षा में नकल करने तथा दूसरे के स्थान पर परीक्षा देने वालों पर कड़ी निगरानी रखी जाएगी। इसके लिए विशेष निरीक्षण दलों का गठन किया गया है। प्रत्येक उम्मीदवार की फोटोग्राफी भी की जाएगी। उन्होंने बताया कि उम्मीदवारों को परीक्षा केन्द्र में मोबाइल फोन, कैलकूलेटर व इलैक्ट्रोनिक डायरी जैसे इलैक्ट्रोनिक उपकरण लेकर जाने की अनुमति नहीं होगी। इन उपकरणों को उन्हें परीक्षा केन्द्र के बाहर छोडऩा होगा, जिनकी सुरक्षा की जिम्मेवारी उम्मीदवारों की ही होगी।

विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. पवन कुमार ने बताया कि उम्मीदवारों को अपना एडमिट कार्ड डाऊनलोड करके सत्यापित फोटो के साथ लाना होगा। बिना एडमिट कार्ड के वे परीक्षा केन्द्र में प्रवेश नहीं पा सकेंगे। उन्होंने बताया कि उपरोक्त प्रवेश परीक्षा का समय बीएससी चार वर्षीय पाठ्यक्रम, बीएससी आनर्स एग्री-बिजनेस मैनेजमेंट व बीटेक बायोटेक्नोलॉजी के लिए प्रात: 10.00 बजे से दोपहर 1:30 बजे तक जबकि शेष पाठ्यक्रमों के लिए प्रात: 10:00 से दोपहर 12.30 बजे तक होगा परंतु उम्मीदवारों को परीक्षा आरंभ होने के एक घण्टा पूर्व (9.00 बजे तक) अपने परीक्षा केन्द्र पर पहुंचना होगा।

उन्होंने कहा कि किसी भी समस्या के लिए उम्मीदवार विश्वविद्यालय के फ्लैचर भवन स्थित सहायक कुलसचिव (एकेडमिक) के कार्यालय में प्रात: 7.00 बजे से दोपहर 2.00 बजे तक आकर मिल सकते हैं अन्यथा कार्यालय के फोन नं. 01662-255254 पर संपर्क कर सकते हैं।  

उत्थान संस्थान में दिव्यांग बच्चो ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय योगा दिवस

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 21  जून :

उत्थान संस्थान  की कोशिश इकाई मे दिव्यांग बच्चो द्वारा मनाया गया योगा दिवस।योग दिवस के अवसर  पर उत्थान संस्थान की डायरेक्टर डॉक्टर अंजू बाजपेयी ने सभी को योगा दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा की दिव्यांगों में योग से नई ऊर्जा भरने के लिए इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस हर साल 21 जून को मनाया जाता है। योग भारत की संस्कृति का अभिन्न अंग रहा है, लेकिन ये अब भारत से निकलकर पूरी दुनिया में पहुंच चुका है। उत्थान संस्थान के प्रधानाचार्य रविन्द्र मिश्रा ने कहा की योग सांस को नियंत्रित और नियमित करता है।योग विशेष रूप से सहनशक्ति, संतुलन और शक्ति में सुधार करता है। महत्वपूर्ण ऊर्जा के बेहतर परिसंचरण द्वारा बेहतर नींद लाता है। योगाभ्यास दिव्यांगों के लिए बहुत ही फायदेमंद है। इससे दिव्यांगों के शारीरिक और मानसिक विकास में काफी मदद होती है। योग शारीरिक दुर्बलताओं को दूर करता है।योग व्यायाम का ऐसा प्रभावशाली प्रकार है, जिसके माध्याम से न केवल शरीर के अंगों बल्कि मन, मस्तिष्क और आत्मा में संतुलन बनाया जाता है। यही कारण है कि योग से शा‍रीरिक व्याधियों के अलावा मानसिक समस्याओं से भी निजात पाई जा सकती है।मौके पर संस्थान से स्वाति,सुमित सोनी और हनी तोमर मौजूद रहे।

सोशल साइंस की  टीचर ज्योत्सना को अमेरिकी सरकार प्रायोजित एक्सचेंज प्रोग्राम के लिए चुना गया

20 मॉडल स्कूल की सोशल साइंस की  टीचर ज्योत्सना को प्रतिष्ठित अमेरिकी सरकार प्रायोजित एक्सचेंज प्रोग्राम के लिए चुना गया

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 05जून :

चंडीगढ़ जीएमएसएसएस 20 डी में टीजीटी एस.एस.टी. ज्योत्सना को कैलिफोर्निया, यूएसए में कैलिफोर्निया स्टेट यूनिवर्सिटी (सीएसयू), चिको में माध्यमिक शिक्षकों के लिए यू.एस. संस्थान (एसयूएसआई) के अध्ययन के लिए चुना गया है। 6 जुलाई, 2024 तक यूएसए में रहने के दौरान वह चिको, सैक्रामेंटो, सैन फ्रांसिस्को, शिकागो और अंत में वाशिंगटन डी.सी. का दौरा करेंगी।

2024 में यू.एस. सरकार द्वारा प्रायोजित इस प्रतिष्ठित एक्सचेंज प्रोग्राम के लिए चुनी गई ज्योत्सना, RELO इंडिया की एकमात्र उम्मीदवार हैं। यह चयन यू.एस. दूतावास द्वारा भारत, अफगानिस्तान और भूटान से क्षेत्रीय अंग्रेजी भाषा कार्यालय (RELO), भारत (जो भारत, अफगानिस्तान और भूटान को कवर करता है) द्वारा प्राप्त 100 से अधिक प्रोफाइलों में से पूरी तरह से योग्यता के आधार पर किया जाता है। RELO, यू.एस. दूतावास की एक शाखा है।

CSU, Chico में यह गहन कार्यक्रम अनुभवी माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों के लिए डिज़ाइन किया गया है और इसमें विशेष शिक्षा, मूल अमेरिकी शिक्षा और द्विभाषी शिक्षा सहित विभिन्न विषयों को शामिल किया जाएगा। प्रतिभागी अमेरिकी संस्थानों के इतिहास और विकास का पता लगाएंगे। सुश्री ज्योत्सना इस कार्यक्रम में 19 अन्य अंतर्राष्ट्रीय शिक्षकों और प्रशिक्षकों के साथ शामिल होंगी, जो महत्वाकांक्षी नागरिक नेताओं के साथ जुड़ेंगी, स्थानीय स्कूलों का दौरा करेंगी और वाशिंगटन, डीसी की यात्रा करेंगी।

ज्योत्सना की उपलब्धियाँ नियमित शिक्षण से परे हैं। 2021 में, अल्फाप्लस लंदन से आइटम लेखन प्रशिक्षण लेने के बाद उन्हें ब्रिटिश काउंसिल द्वारा चुना गया था। ब्रिटिश काउंसिल ने सीबीई परियोजना के लिए सीबीएसई के साथ मिलकर सुश्री ज्योत्सना को पूरे भारत में 1,000 से अधिक शिक्षकों को ऑनलाइन प्रशिक्षित करते देखा। उनके पास पीएम ई-विद्या परियोजना के लिए 150 से अधिक वीडियो भी हैं, जिन्हें 2020 में कोविड-19 महामारी के दौरान रिकॉर्ड किया गया था। उन्हें 2022 में प्रतिष्ठित ‘राज्य पुरस्कार’ से सम्मानित किया गया।

इस महत्वपूर्ण उपलब्धि पर विचार करते हुए, ज्योत्सना ने स्कूल शिक्षा विभाग और उन सभी अधिकारियों को श्रेय दिया, जो सिस्टम को अपग्रेड करने के लिए अथक प्रयास करते हैं। वह इस चयन का श्रेय स्कूल शिक्षा निदेशक, श्री हरसुहिंदर पाल सिंह बराड़ को देती हैं, जिन्होंने चंडीगढ़ में TESOL प्रशिक्षण लाया, जिसके कारण अंततः उन्हें इस विशिष्ट कार्यक्रम के लिए चुना गया।

“पिछले कुछ वर्षों में स्कूली शिक्षा में हुए क्रांतिकारी बदलावों ने शिक्षकों के लिए एक बेहतरीन मंच प्रदान किया है, जिसमें स्मार्ट क्लासरूम, समर्पित पीएम ई-विद्या चैनल और वैश्विक प्रशिक्षण के अवसर शामिल हैं। मुझे इस विभाग से जुड़ने पर गर्व है। यह कार्यक्रम मुझे ‘विकसित भारत’ 2047 के विजन में योगदान देने में मदद करेगा। हमारा लक्ष्य चंडीगढ़ में एक अनुकरणीय स्कूली शिक्षा प्रणाली का निर्माण करना है, और हम इसके लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं,” ज्योत्सना ने कहा। “कभी-कभी मेरे परिवार को मेरे काम की वजह से तकलीफ़ होती है, लेकिन वे कभी शिकायत नहीं करते। यह उनका समर्थन ही है जो मुझे आगे बढ़ने में मदद करता है।”

कृष सिंह 720 में 715 अंक और एआईआर 285 हासिल कर नीट 2024 परीक्षा में टॉप स्कोरर बने

आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड चंडीगढ़ के कृष सिंह 720 में 715 अंक और एआईआर 285 हासिल कर नीट 2024 परीक्षा में टॉप स्कोरर बने

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 05 जून :

परीक्षण तैयारी सेवाओं में राष्ट्रीय अग्रणी आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (एईएसएल) ने चंडीगढ़ में अपने छात्र कृष सिंह की उल्लेखनीय उपलब्धि की घोषणा करते हुए गर्व महसूस किया, जिन्होंने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) 2024 में 720 में से 715 अंक हासिल किए और ऑल इंडिया रैंक 285 प्राप्त कर टॉप स्कोरर के रूप में उभरे हैं.

आकाश के ही अन्य छात्रों में शुभम कपूर ने 710 अंक व एआईआर 350, संयम गर्ग ने 710 अंक एआईआर 388, माही सैनी ने 710 अंक एआईआर 484 और मृदुल गर्ग ने 710 अंक 496 एआईआर हासिल की है। वहीं चंडीगढ़ के कुल 54 छात्रों ने 650 व उससे अधिक अंक हासिल किए हैं। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) ने हाल ही में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) 2024 के परिणाम घोषित किए हैं।

स्टूडेंट्स की उपलब्धि में उनके परिवार, शिक्षकों, और आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड का बड़ा हाथ है। उनके साथी, परिवार और समर्थकों के एकजुट समर्थन ने उन्हें इस महत्वपूर्ण मील के पत्थर पर पहुंचाया है। स्टूडेंट्स ने प्रभावशाली स्कोर हासिल करके अपने माता-पिता और आकाश इंस्टिट्यूट के पूरे स्टाफ को गौरवान्वित किया है.

स्टूडेंट्स नीट को क्रैक करने के लिए दो साल के क्लासरूम कोर्स में आकाश के साथ शामिल हुए थे, जिसे दुनिया की सबसे कठिन प्रवेश परीक्षा माना जाता है. उन्होंने नीट में शीर्ष परसेंटाइल्स की कुलीन सूची में अपने प्रवेश का श्रेय अवधारणाओं को समझने और उनके सीखने के कार्यक्रम के सख्त पालन में उनके प्रयासों को दिया. “हम आभारी हैं कि आकाश ने दोनों में मेरी मदद की है. लेकिन आकाश की सामग्री और कोचिंग के लिए, हमनें थोड़े समय में विभिन्न विषयों में कई अवधारणाओं को नहीं समझा होगा,” उन्होंने कहा.

आकाश एजुकेशनल सर्विसेज लिमिटेड (एईएसएल) के क्षेत्रीय निदेशक परमेश्वर झा ने कहा, सभी स्टूडेंट्स को उनकी उत्कृष्ट उपलब्धि पर बहुत-बहुत बधाई. “हमें अपने स्टूडेंट्स की उपलब्धि पर गर्व महसूस हो रहा है. उनका प्रभावशाली स्कोर हमारे छात्रों की क्षमता और हमारी शिक्षण पद्धतियों की प्रभावशीलता के चमकदार उदाहरण हैं. आकाश में, हम अपने छात्रों को उनके सपनों को प्राप्त करने में मदद करने के लिए सर्वोत्तम संसाधन और प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इन स्टूडेंट्स की सफलता निसंदेह कई और छात्रों को उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने के लिए प्रेरित करेगी.”

नीट प्रतिवर्ष राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी द्वारा उन छात्रों के लिए योग्यता परीक्षा के रूप में आयोजित किया जाता है जो भारत में सरकारी और निजी संस्थानों में स्नातक चिकित्सा (एमबीबीएस), दंत चिकित्सा (बीडीएस) और आयुष (बीएएमएस, बीयूएमएस, बीएचएमएस, आदि) पाठ्यक्रम करना चाहते हैं। विदेश में प्राथमिक चिकित्सा योग्यता हासिल करने का इरादा रखने वालों के लिए.

आकाश हाई स्कूल और हायर सेकेंडरी स्कूल के छात्रों के लिए कई पाठ्यक्रम प्रारूपों में नीट कोचिंग प्रदान करता है. हाल के दिनों में, आकाश ने कंप्यूटर आधारित प्रशिक्षण विकसित करने पर अपना ध्यान बढ़ाया है. इसका आई ट्यूटर रिकॉर्डेड वीडियो व्याख्यान प्रदान करता है. मॉक टेस्ट वास्तविक परीक्षा परिदृश्य का अनुकरण करते हैं, इस प्रकार छात्रों को परीक्षा का सामना करने के लिए आवश्यक परिचितता और आत्मविश्वास मिलता है.

नीट 2024 में ओम वत्स का 715/720 अंकों के साथ शानदार प्रदर्शन

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़, 05 जून :

श्री चैतन्य इंस्टीट्यूट ने एक बार फिर नीट परीक्षा में अपनी योग्यता साबित की है, ओम वत्स ने 715/720 अंक प्राप्त किए हैं और ऑल इंडिया रैंक 192 हासिल किया है। उनकी शानदार उपलब्धि ने न केवल उनके परिवार को गौरवान्वित किया है, बल्कि देश भर में महत्वाकांक्षी चिकित्सा पेशेवरों के लिए एक बेंचमार्क भी स्थापित किया है और श्री चैतन्य इंस्टीट्यूट के 7 छात्रों ने देश भर में 720/720 अंक प्राप्त किए हैं।

ओम की कहानी समर्पण, कड़ी मेहनत और उत्कृष्टता की निरंतर खोज की कहानी है। चंडीगढ़ के मलोया में एक साधारण परिवार में जन्मे ओम का प्रारंभिक जीवन उनके पिता के अपने बेटे को सर्वोत्तम शिक्षा प्रदान करने के अटूट दृढ़ संकल्प से चिह्नित था। उनके पिता, जो सेल्समैन की नौकरी करते हैं और एक फोटोग्राफर के रूप में भी काम करते हैं, ने ओम को जवाहर नवोदय विद्यालय में प्रवेश के लिए तैयार करना शुरू कर दिया, जब ओम सिर्फ कक्षा 3 में था।

10 साल की छोटी सी उम्र में, ओम ने जवाहर नवोदय विद्यालय प्रवेश परीक्षा दी और रैंक 1 हासिल की, जिससे उन्हें प्रतिष्ठित संस्थान में जगह मिली। कक्षा 6 से ही, ओम ने जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्रावास के माहौल में अनुशासन और कठोर शैक्षणिक खोज का जीवन शुरू कर दिया। जवाहर नवोदय विद्यालय के संरचित और सख्त माहौल ने ओम को एक लचीला और केंद्रित व्यक्ति के रूप में ढाला। ओम की शैक्षणिक यात्रा उल्लेखनीय से कम नहीं है। उन्होंने अपनी पढ़ाई में लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, जिसका समापन सीबीएसई बोर्ड में एक उत्कृष्ट प्रदर्शन के रूप में हुआ, जहाँ उन्होंने अपनी 12वीं कक्षा की परीक्षा में 95.2 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। ओम अपने जवाहर नवोदय विद्यालय से सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले पहले छात्र बन गए, यह खिताब पहले महिला छात्रों के पास था। ओम की सबसे बड़ी उपलब्धि नीट-2024 परीक्षा में मिली, जिसमें उन्होंने 720 में से 715 अंक प्राप्त किए।

यह उपलब्धि आसानी से नहीं मिली; यह वर्षों की कड़ी मेहनत, समर्पण और कठोर अध्ययन कार्यक्रम का परिणाम था। ओम प्रतिदिन 12 से 15 घंटे अध्ययन करते थे, अनगिनत प्रश्नों का अभ्यास करते थे और हर अवधारणा की अपनी समझ को परिष्कृत करते थे। अपनी यात्रा के दौरान, ओम के पिता उनके समर्थन के स्तंभ थे। चुनौतियों और शारीरिक दूरी के बावजूद, जवाहर नवोदय विद्यालय छात्रावास में केवल दीवार-से-दीवार बैठकों की अनुमति होने के बावजूद, उनके पिता का प्रोत्साहन कभी कम नहीं हुआ। उनके पिता ने महत्वपूर्ण त्याग किए, एक फोटोग्राफर के रूप में अतिरिक्त घंटे काम किया, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि ओम को अपनी शिक्षा के लिए आवश्यक सभी चीजें मिलें।

ओम की कहानी केवल अकादमिक सफलता के बारे में नहीं है; यह एक पिता द्वारा किए गए त्याग और उन त्यागों का सम्मान करने के लिए एक युवा लड़के के दृढ़ संकल्प के बारे में है। ओम ने अपने पिता द्वारा लिए गए सभी निर्णयों का पालन किया, उनके पीछे की बुद्धि और प्रेम को पहचाना। मार्गदर्शन और आज्ञाकारिता के इस तालमेल ने ओम की असाधारण उपलब्धियों का मार्ग प्रशस्त किया।

चंडीगढ़ के एक छोटे से इलाके से निकलकर नीट-2024 में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने तक का ओम का सफ़र दृढ़ता, कड़ी मेहनत और पारिवारिक समर्थन की एक प्रेरक कहानी है। अपने जीवन के अगले चरण में कदम रखते हुए, ओम अपने साथ समर्पण के मूल्यों को लेकर चलते हैं, नई चुनौतियों पर विजय पाने और चिकित्सा के क्षेत्र में अपनी पहचान बनाने के लिए तैयार हैं। ओम की सफलता श्री चैतन्य संस्थान की कई जीतों में से एक है।

चंडीगढ़ शाखा के 30 से अधिक छात्रों ने 600+ अंक प्राप्त किए हैं, जिससे चिकित्सा प्रवेश परीक्षा की तैयारी में उत्कृष्टता के लिए संस्थान की प्रतिष्ठा और मजबूत हुई है। इस वर्ष का नीट प्रदर्शन श्री चैतन्य में छात्रों और शिक्षकों दोनों की असाधारण क्षमता का प्रमाण है। उत्कृष्ट उपलब्धि प्राप्त करने वालों के माता-पिता ने श्री चैतन्य इंस्टीट्यूट के अटूट समर्थन और मार्गदर्शन के लिए उनका हार्दिक आभार व्यक्त किया। ओम के पिता ने कई अन्य लोगों की भावनाओं को दोहराते हुए कहा, “हम अपने बच्चे की क्षमता को पोषित करने और उसे इस उल्लेखनीय उपलब्धि की ओर मार्गदर्शन करने के लिए श्री चैतन्य के बहुत आभारी हैं।” ओम ने कहा, “मैं श्री चैतन्य की पूरी टीम का उनके अटूट समर्थन और समर्पण के लिए बहुत आभारी हूँ। मुझ पर उनका विश्वास और उनके संसाधनों की गुणवत्ता इस सपने को पूरा करने में सहायक रही।”

अर्थ, जिन्होंने 720 में से 690 अंक प्राप्त किए हैं, ने कहा, श्री चैतन्य के पाठ्यक्रम ने मेरा आत्मविश्वास मजबूत किया। श्री चैतन्य द्वारा प्रदान किए गए मॉड्यूल और अध्ययन सामग्री एकदम सही हैं। मेरी सफलता में मेरे माता-पिता के साथ-साथ मुझे शिक्षकों का भी पूरा सहयोग रहा है, जो वे समय-समय पर मुझे प्रेरित करते रहते थे। श्री चैतन्य इंस्टीट्यूट से नीट की तैयारी करना मेरे लिए एक अच्छा निर्णय साबित हुआ।

जैसे-जैसे ये महत्वाकांक्षी डॉक्टर अपनी चिकित्सा यात्रा पर निकल रहे हैं, श्री चैतन्य उन्हें आवश्यक संसाधन और मार्गदर्शन प्रदान करना जारी रख रहा है। 30 प्रतिशत छात्रों द्वारा 600 से अधिक अंक प्राप्त करना, अगली पीढ़ी के चिकित्सकों को पोषित करने के लिए श्री चैतन्य की अटूट प्रतिबद्धता को दर्शाता है

रा. उ. व.  मा. पाठशाला गाहलियां में करवाया गया टैलेंट के महासंग्राम

राजकीय उत्कृष्ट वरिष्ठ  माध्यमिक पाठशाला गाहलियां में करवाया गया टैलेंट के महासंग्राम के ऑडिशन।

डेमोक्रेटिक फ्रंट, कांगड़ा,हिमाचल प्रदेश, 05 जून :

आपना कांगड़ा एंटरटेनमेंट के बैनर तले हर वर्ष की तरह इस वर्ष भी टैलेंट के महासंग्राम के ऑडिशन पूरे हिमाचल में लिए जा रहे हैं।

जानकारी के लिए बता दें कि आपना कांगड़ा एंटरटेनमेंट की ब्रांड एंबेसडर प्रकृति कौंडल है और ब्रांड प्रमोटर प्रेजी शर्मा , आरवी सोनी और बेदांशी कौल है, जो कि कांगड़ा का नाम हिमाचल प्रदेश सहित पूरे भारतवर्ष में रोशन कर चुकी है।

आज इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए टैलेंट का महासंग्राम के ऑडिशन राजकीय उत्कृष्ट वरिष्ठ  माध्यमिक पाठशाला गाहलियां में लिए गए। जिसमें लगभग 70 से 80 प्रतिभागियों ने भाग लिया। जिसमें प्रतिभागियों ने सिंगिंग,डांसिंग,एक्टिंग,मॉडलिंग और योगा के साथ-साथ पेंटिंग में भी अपने हुनर को दिखाया।इसमे जो चयनित प्रतिभागी होंगे उनको आगे वाले राउंड में भी अपनी प्रतिभा को दिखाने का फिर से मौका मिलेगा।

इस अवसर पर गाहलियां स्कूल के कार्यवाहक प्रधानाचार्य पूनम बनयाल मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रही और युवा कवि राजीव डोगरा विशेष अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। संचालक सुमित गुप्ता ने बताया कि उनकी  टैलेंट को परखने की यह कोशिश  आगे भी जारी रहेगी।

इसी के साथ संचालक सुमित गुप्ता ने बताया कि अगर कोई टैलेंट का महासंग्राम के ऑडिशन अपने संस्थान में करवाना चाहता है तो वह संचालक सुमित गुप्ता के साथ संपर्क कर सकता है।

नंदनी विग व नेहा ने तृतीय सेमेस्टर में संयुक्त रूप से किया टॉप

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 03  जून :

डीएवी गर्ल्स कालेज के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की छात्रा नंदनी विग व नेहा ने संयुक्त रूप से तृतीय सेमेस्टर में कुरुक्षेत्र विश्विद्यालय की मेरिट सूची में टॉप किया है। जबकि साक्षी पंवार ने मेरिट सूची में दूसरा, स्नेहा ने चौथा व हिमानी ने आठवां स्थान अर्जित कर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है। कार्यवाहक प्रिंसिपल डा. मीनू जैन ने कहा कि टॉपर्स छात्राओं ने प्रदेशभर में कॉलेज का नाम रोशन किया है। वार्षिक पुरस्कार वितरण समारोह में उन्हें सम्मानित किया जाएगा। साथ ही उन्होंने मेरिटोरियस स्टूडेंट्स, विभागाध्यक्ष परमेश कुमार व प्राध्यापिका पायल को बधाई दी।

पत्रकारिता एवं जनसंचार विभागाध्यक्ष परमेश कुमार त्यागी ने बताया कि बीए-मॉस कम्यूनिकेशन की छात्रा नंदनी विग व नेहा ने तृतीय सेमेस्टर में संयुक्त रूप से 82.2 प्रतिशत अंक (500 में से 411 अंक) अंक अर्जित कर कुवि की मेरिट सूची में टॉप किया है। जबकि साक्षी पंवार ने 80.8 प्रतिशत अंक (500 में से 404 अंक) प्राप्त कर कुवि की मेरिट सूची में दूसरा तथा स्नेहा ने 79.8 प्रतिशत अंक (500 में से 399 अंक) प्राप्त कर चौथा और हिमानी ने 74.4 प्रतिशत अंक (500 में से 372 अंक)  प्राप्त कर आठवां स्थान हासिल किया है। उन्होंने बताया कि विभाग की छात्रा गीतिका ने कुरुक्षेत्र विश्विद्यालय की मेरिट सूची में ओवर ऑल टॉप किया था। नंदनी विग व स्नेहा एडिटिंग के क्षेत्र में करियर बनाना चाहती है। जबकि नेहा व हिमानी का सपना प्रिंट मीडिया में रिपोर्टर बनना है। अपने सपनों को उडान देने के लिहाज से छात्राएं अपने करियर के मुताबिक इंटर्नशिप भी कर रही है। नंदनी व स्नेहा का कहना है कि वे दोनों नोएडा स्थित एक राष्ट्रीय चैनल से इंटर्नशिप कर रही है।

एंकरिंग में करियर बनाने के लिए छोडी नॉन मेडिकलः

साक्षी पंवार का कहना है कि बचपन से उसका सपना एंकरिंग के क्षेत्र में करियर बनाने का रहा है। 12वीं नॉन मेडिकल स्ट्रिम से करने के बावजुद उसने बीए मॉस कम्यूनिकेशन में दाखिला लिया। ताकि वह एंकरिंग के क्षेत्र में करियर बना सके। सपनों को उडान देने के लिए वह पूरी मेहनत कर रही है।

रिधिमा और विधिका कौशिक ने स्वर्ण पदक हासिल करके प्रदेश का नाम रोशन किया

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारे की सार्थकता सिद्ध कर रहीं हैं रिधिमा और विधिका

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 29  मई :

यदि कुछ करने का जनून हो और लक्ष्य पर नजर केंद्रीय रहे तो निश्चित रूप से सफ़लता हर कदम पर हमारे साथ साथ चलती है। इसी बात का प्रत्यक्ष प्रमाण देते हुए फरीदाबाद की दो बहनों ने प्रदेश, देश एवं परिवार का नाम रोशन किया हैं। जिला फरीदाबाद की रिधिमा कौशिक व विधिका कौशिक ने स्वर्ण पदक जीतकर फरीदाबाद का नाम रोशन प्रदेश और देश में किया है। इससे पहले भी इन दोनों बहनों द्वारा

राष्ट्रीय स्तर पर मेडल जीत कर प्रदेश व देश का नाम रोशन किया गया है। हरियाणा रेड क्रॉस के सेवानिवृत्त महासचिव डी.आर.शर्मा ने इस जीत पर बेटियों को बधाई देते हुए कहा कि दोनों बेटियों ने किकबॉक्सिंग में शानदार प्रदर्शन करते हुए अपने जिला, राज्य और देश का नाम रोशन किया है। दोनों बेटियों नेशनल किकबॉक्सिंग चैंपियनशिप में गोल्ड मैडल जीत कर लाई हैं। बेटियों की इस सफलता को लेकर पिता सुरेंद्र कौशिक ने कोच व शिक्षकों का आभार जताया है। समाजसेवी एवं कई होटल संचालक सुरेंद्र कौशिक मूल रूप से जीन्द जिले में उचाना के समीपवर्ती गाँव भोंगरा के रहने वाले है, जो फरीदाबाद के सेक्टर 9 में रहकर बच्चों को अच्छी शिक्षा दीक्षा दिला रहे हैं। दोनों बेटियां सेक्टर 9 के सेंट एन्थनी स्कूल से आठवीं व छठवीं कक्षा में शिक्षा ग्रहण कर रही हैं। रिधिमा व विधिका हरियाणा रेड क्रॉस के सेवानिवृत्त महासचिव डी.आर. शर्मा की भतीजियां है। शर्मा ने कहा कि ये युवा प्रतिभाएं देश का भविष्य हैं और इनकी सफलता अन्य युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बनकर उभरी हैं। शर्मा ने कहा कि यह दोनों बेटियां,बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ नारे की सार्थकता को सिद्ध करने में लगातार आगे बढ़ रही है।

रिधिमा और विधिका की इस सफलता से यह साबित होता है कि मेहनत और समर्पण से किसी भी क्षेत्र में उत्कृष्टता प्राप्त की जा सकती है। फरीदाबाद और हरियाणा को इन दोनों युवा खिलाड़‌यिों पर गर्व है।

उन्होंने बताया कि 13 साल की रिधिमा ने केवल 4 साल की उम्र में किकबॉक्सिंग की शुरुआत की थी और अपनी मेहनत और लगन से विभिन्न प्रतियोगिताओं में स्वर्ण और रजत पदक हासिल किए हैं। 13 वर्षीय रिधिमा ने महाराष्ट्र के पुणे स्थित श्री शिव छत्रपति शिवाजी महाराज स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स, बालेवाड़ी में आयोजित नेशनल किकबॉक्सिंग चिल्ड्रन किड्स चैंपियनशिप में भाग लिया और कई पदक जीते और इसी प्रतियोगिता में 10 से 12 वर्ष आयु वर्ग में 28 किलोग्राम से कम वजन श्रेणी में, रिधिमा की बहन विधिका कौशिक ने भी किक लाइट और लाइट कॉन्टैक्ट इवेंट्स में स्वर्ण पदक जीते। विधिका ने किक लाइट इवेंट में महाराष्ट्र और हरियाणा के खिलाड़‌यिों को पराजित किया और लाइट कॉन्टैक्ट इवेंट में महाराष्ट्र और मणिपुर के खिलाड़ियों को हराया। इसके साथ ही उन्होंने टीम इवेंट में कांस्य पदक भी जीता, जिसमें महाराष्ट्र की टीम ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। रिधिमा और विधिका की इस शानदार उपलब्धि पर उनके कोच, परिवार और फरीदाबाद के लोगों ने गर्व व्यक्त किया। कई बार मेडल दोनों बहनें जीत चुकी हैं मेडल इस से पहले भी दोनों बहनें दो बार इंटरनेशनल, दो बार नेशनल, 3 बार स्टेट व तीन बार जिला स्तर पर मेडल जीत चुकी हैं।