डॉक्टर सत्यपाल सिंह ने किया ज़िले के पहले आधुनिक गुरुकुल का बिलासपुर में उद्घाटन

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 24 फरवरी :

महर्षि दयानंद सरस्वती जी के जन्म के 200वें वर्ष के उपलक्ष्य में, सभी महापुरुषों से प्रेरित होकर विख्यात शिक्षाविद डॉ. एम के सहगल द्वारा “गुरुकुल यमुनानगर” की स्थापना महर्षि वेद-व्यास जीं की तपस्थली तथा हिमाचल की तलहटी पर बिलासपुर में की है | जिसका उद्धघाटन आज  गुरुकुल काँगड़ी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति, सांसद व पूर्व मंत्री भारत सरकार डॉ सत्य पाल सिंह द्वारा किया गया| भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश सपरा ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की ।

विख्यात शिक्षाविद डॉ एम के सहगल ने अपने स्वागत भाषण में डा सत्य पाल सिंह जी के व्यक्तित्व को बताते हुए कहा कियह हमारे लिए बड़े हर्ष और गौरव कि बात है कि डा सत्य पाल सिंह जैसे आदर्श एव प्रेरणा स्त्रोत के कर कमलो द्वारा गुरुकुल यमुनानगर का उद्घाटन किया जा रहा है। गुरुकुल यमुनानगर, बिलासपुर, एक पूरी तरह से आवासीय विद्यालय हैं। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि बच्चे किसी भी देश की अमूल्य धरोहर और उसका  भविष्य  होते  हैं, वे अपने माता-पिता के सपनों और आकांक्षाओं के केंद्र में होते हैं। माता-पिता अपने बच्चों को बड़ी ऊंचाईयों तक पहुंचते देखना चाहते हैं, व अपने बच्चों को सर्वोत्तम शिक्षा और सर्वोत्तम संस्कार देने की आकांक्षा भी रखते हैं। भारत की प्राचीन वैदिक शिक्षा प्रणाली शिक्षा और मूल्यों का सर्वोत्तम दिव्य संयोजन थी। ‘गुरुकुल यमुनानगर’ वैदिक शिक्षा और वर्तमान समय की सर्वश्रेष्ठ शिक्षा का संगम है। हम उच्च नैतिक मूल्यों के साथ मिश्रित गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से, सीखने की प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगे।गुरुकुल यमुनानगर श्रेष्ठ, जागरूक, चरित्रवान और पूर्ण रूप से आदर्श नागरिकों  के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

कार्यक्रम में उपस्थित डा रणबीर शास्त्री ने मंच के माध्यम से अभिनन्दन करने के उपरांत गुरुकुल प्रबंधन समिति को बधाई दी और अपने संबोधन में कहा की व्यक्ति का पहला सौभाग्य अच्छे माता पिता के यहाँ जन्म लेना होता है जो की उसके पुनर्जन्मों का फल होता है । दूसरा सौभाग्य अच्छा स्वास्थ होता है तत्पश्चात तीसरा सौभाग्य अच्छी बुद्धि का होना होता है।  यह सभी सौभाग्य बेकार है अगर व्यक्ति को अच्छी  शिक्षा प्राप्त न हो। अच्छी शिक्षा के लिए आज के समय में गुरुकुल पद्धति की आवश्यकता है । साथ ही उन्होंने कहा की राष्ट्र हित के लिए सज्जन व्यक्तियों की आवश्यकता होती है व सज्जन बनने के लिए मन के संस्कार अच्छे होने चाहिए और मन के संस्कारो को अच्छा करने के लिए आज के समय में गुरुकुल वैदिक शिक्षा आवश्यक है । मुख्यातिथि डा सत्यपाल सिंह ने अपने संबोधन में कहा कि जिला यमुनानगर के लिए यह हर्ष का विषय है की राष्ट्र निर्माण के लिए एक उच्चस्तरीय शिक्षण संस्थान गुरुकुल यमुनागर की स्थापना बिलासपुर में की गयी है जिसके लिए उन्होंने यमुनानगर चैम्बर ऑफ़ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के प्रधान व गुरुकुल यमुनानगर के संस्थापक डा एम् के सहगल व डा रजनी सहगल को बधाई दी । 

उन्होंने बताया की स्वामी दयानद जी को 200 वी जयंती को देश हर्षोउल्लास से मना रहा है और इस सन्दर्भ पर  गुरुकुल यमुनानगर को बनाने की सोच सराहनीय है । आज के समय में समाज के भले के लिए  अच्छे मनुष्य का निर्माण होना चाहिए जिसके लिए गुरुकुल पध्दति अनिवार्य है । उन्होंने कहा की आज के समय में शिक्षण संस्थान विद्यार्थियों को डॉक्टर , इंजीनियर बना रही है पर अच्छे इंसान के लिए गुरुकुल पध्दति की आवश्यकता है जो उन्हें बेहतर इंसान बनाने के साथ साथ जीवन में अग्रसर करेगी।

उन्होंने कहा की लोहे को पीटकर आकार प्रदान करने वाले को लुहार कहते है, सोने को पीटकर आकार प्रदान करने वाले को सुनार कहते है, मिटी को आकार प्रदान करने वाले को कुम्हार कहते है उसी प्रकार बच्चो को अच्छी शिक्षा प्रदान कर विद्वान् बनाने वाले को शिक्षक कहते है। आज के समय में हत्या से ज्यादा आत्महत्याएं होती है।  पढ़े लिखे लोग भी आत्महत्याएं कर रहे है ऐसा इसलिए है क्यूंकि उनको ऐसी शिक्षा नहीं मिली जो उन्हें ऐसा न करने के लिए सशक्त कर सके। साथ ही उन्होंने कहा की 24 घंटे विद्यार्थियों को अपने यहाँ रखने वाले शिक्षण संस्थान ही बच्चो को सही से संस्कार दे सकते है ।

राजेश सपरा ने मुख्यातिथि को जिला यमुनानगर आने पर उनका आभार प्रकट किया और साथ ही उन्होंने सभी उपस्थित व्यक्तियों से आग्रह किया की हमें अपने महापुरुषों पर गर्व करना चाहिए और उनके दिए हुए संदेशो को जीवन में उतरने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने स्कूल प्रबधन समिति को भी कोटि कोटि बधाई दी। डॉ रजनी सहगल ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी गणमान्य एवं अतिथियों का धन्यवाद व्यक्त करते कहा कि कि यह यमुनानगर जिले के लिए अत्यंत हर्ष और सौभाग्य की बात है कि  श्री सिद्धिविनायक एजुकेशनल ट्रस्ट शिक्षा के क्षेत्र में 2007- से नये आयाम स्थापित करने के अपने लक्ष्य को बरक़रार रखते हुए आज गुरुकुल यमुना नगर का उद्घाटन समारोह को आप सभी के सानिध्य से सम्पूर्ण कर पाया है जिसमे कि बच्चों के संतुलित जीवन की अवधारणा को विकसित करने के साथ ही साथ उनके लिए आधुनिक तकनीक से शिक्षा प्रदान की जायेगी।

मंच का संचालन स्वरांजलि सहगल ने किया। इस मौक़े पर जसपाल सिंह गिल, उपमंडलाधिकारी बिलासपुर, रमेश चंद अध्यक्ष जिला परिषद यमुनानगर, कपिल मनीष गर्ग, आर सी पाहूजा प्रधान आर्यसमाज यमुनानगर, वरिंदर मेहंदीरत्ता, समीरा सलूजा, डॉक्टर महेश शर्मा, राजेश गढ़, पंडित मदन गोपाल शर्मा, पंडित उपेन्द्र, बी. मदन मोहन, सुशील चोपड़ा, नमन सहगल, रवींद्र सिंह, विक्रांत गुलाटी व शहर के गणमान्य व्यक्ति अधिकारी वह अभिभावक मौजूद रहे।

बीमारियों से बचने के लिए मोटे अनाज का प्रयोग जरूरी : डाॅ मीनू जैन

रेसिपी प्रतियोगिता में बीएससी गृह विज्ञान की छात्रा कीर्ति ने मारी बाजी यमुनानगर।

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 24 फरवरी :

महर्षि दयानंद सरस्वती जी की 200वीं जयंती के उपलक्ष्य में डीएवी गल्र्स काॅलेज के गृह विज्ञान विभाग, हाॅस्पिटैलिटी विभाग व अग्रवाल महिला सभा के संयुक्त तत्वावधान में रेसिपी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। छात्राओं ने मोटे अनाज के जरिए पारंपरिक व्यंजन तैयार किए। अग्रवाल महिला सभा की अध्यक्ष मनीषा अग्रवाल मुख्य अतिथि रहीं। कालेज प्रिंसिपल डाॅ मीनू जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम का आयोजन गृह विज्ञान विभाग अध्यक्ष पारूल सिंह की देखरेख में हुआ।

काॅलेज की पूर्व प्राचार्या डाॅ आभा खेतरपाल ने निर्णायक मंडल की भूमिका अदा की। डाॅ मीनू जैन ने कहा कि आज की जीवन शैली में मोटे अनाज का उपयोग करके अनेक रोगों से निजात पाई जा सकती है। मोटे अनाज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम होता है और वसा की मात्रा शून्य या बहुत ही नगण्य होती है, जो हमें कई प्रकार की बीमारियों से बचाता है। जो व्यक्ति नियमित रूप से मोटे अनाज का प्रयोग करते हैं, वे मोटापा, हृदय रोग, कोलेस्ट्रॉल, मधुमेह जैसे रोगों से बचे रहते है। 

डाॅ आभा खेतरपाल ने कहा कि मोटे अनाज रागी में कैल्शियम की मात्रा अधिक होती है। जो कि मांसपेशियों व हडिडयों को मजबूती देता है। बाजरे में प्रोटीन, लौह तत्व, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट अच्छी मात्रा में पाया जाता है। जौ में रेशे, एंटी ऑक्सीडेंट, मेग्नीशियम अच्छी मात्रा में होता है। जो कब्ज और मोटापे से परेशानी को दूर करने में सहायक है। दलिया, रोटी और खिचड़ी के रूप में इसका सेवन किया जा सकता है।

बीएससी गृह विज्ञान प्रथम वर्ष की कीर्ति ने पहला, बीए द्वितीय वर्ष की खुशी ने दूसरा तथा गृहणी शिल्पा गुप्ता ने तीसरा स्थान अर्जित किया। बीए अंतिम वर्ष की प्रीति व बी काॅम की दिव्या को सांत्वना पुरस्कार प्रदान किया गया। 

एक स्वर पर बहुत सारे गीतों की रचना संभव : डाॅ सुधीर शर्मा

  • तनाव कम करने में संगीत का अहम योगदान : डाॅ मीनू जैन

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 23 फरवरी :

डीएवी गल्र्स काॅलेज के संगीत विभाग की ओर से आर्ट आॅफ कंपोजिशन विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें कुरूक्षेत्र से आए अंतराष्ट्रीय गायत एवं आल इंडिया रेडिया के ए ग्रेड आर्टिस्ट डाॅ सुधीर शर्मा मुख्य वक्ता रहे। काॅलेज प्रिंसिपल डाॅ मीनू जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम का आयोजन संगीत विभाग अध्यक्ष डाॅ नीता द्विवेदी की देखरेख में हुआ। 

सुगत संगीत में हरमोनियम, तबला व गिटार की क्या भूमिका रहती है, इसके बारे में सुधीर शर्मा ने विस्तार से जानकारी दी। हरमोनियम पर गीत बजाते समय सी शार्प से डी पर कैसे आएंगे इसके बारे में बताया। साथ ही उन्होंने हरमोनियम पर लग जा गले, आएगा आएगा आने वाला आएगा सहित अन्य गीत बजा कर दिखाया। इस दौरान उन्होंने एक ही स्केल पर दो से तीन गीत बजाकर दिखाए। उन्होंने आलाप, गजल व गीत की रचना के बारे में बताया। साथ ही तीनों के आपस में समावेश की गाकर जानकारी दी। उन्होंने हरमोनियम के पाट्र्स नोट्स, स्केल, आॅक्टेव, साउंड, लो मिड, हाई मिड आदि के बारे में जानकारी दी।

उन्होंने हरमोनियम के की-बोर्ड की भी विस्तार से जानकारी दी। पश्चिमी संगीत के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने पयाने कोड्स के बारे में जानकारी दी। जिसमें मेजर, माइनर स्केल की जानकारी मुहैया करवाई। संगीत तैयार करते समय म्यूजिक डायरेक्टर किस तरह एक गाने से दूसरे गाने में मिक्सिंग करते है, इसके बारे में भी बताया। उन्होंने कहा कि संगीत के क्षेत्र में करियर की अपार संभावनाएं है। छात्राओं को इस क्षेत्र में करियर बनाने के लिए प्रोत्साहित भी किया। 

डाॅ मीनू जैन ने कहा कि तनाव व चिंता को कम करने में संगीत का अहम योगदान है। संगीत पर आधारित कई शोध इस बात कि पुष्टि कर चुके है। संगीत हमंे शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य रखने में मदद करता है।

कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य संगीत के क्षेत्र में छात्राओं के ज्ञान में वृद्धि करना रहा। 

बिलासपुर में जिले के पहले आधुनिक गुरुकुल का उद्धघाटन गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति करेंगे : डॉ सहगल


सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 23 फरवरी :


महर्षि दयानंद सरस्वती जी के जन्म के 200वें वर्ष के उपलक्ष्य में, सभी महापुरुषों से प्रेरित होकर विख्यात शिक्षाविद डॉ. एम के सहगल द्वारा “गुरुकुल यमुनानगर” की स्थापना महर्षि वेद-व्यास जीं की तपस्थली तथा हिमाचल की तलहटी पर बिलासपुर में की है | जिसका उद्धघाटन कल शिक्षा, वन व पर्यटन मंत्री कँवरपाल गुर्जर एवं गुरुकुल काँगड़ी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति, सांसद व पूर्व मंत्री भारत सरकार डॉ सत्य पाल सिंह द्वारा किया जायेगा|

भाजपा जिलाध्यक्ष राजेश सपरा कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे। इसी सत्र में चौथी से आठवीं कक्षा तक के लड़कों को प्रवेश-परीक्षा के आधार पर प्रवेश दिया जाएगा।विख्यात शिक्षाविद डॉ एम के सहगल ने जानकारी देते हुए बताया कि महर्षि दयानंद सरस्वती जी की 200वी जयन्ती पर गुरुकुल शिक्षा पद्धति के महत्व को समझते हुए “गुरुकुल यमुनानगर” की स्थापना की गई है। इस गुरुकुल में बच्चों के संतुलित जीवन की अवधारणा को विकसित करने के साथ ही साथ उनके लिए आधुनिक तकनीक से शिक्षा प्रदान की जायेगी। गुरुकुल यमुनानगर, बिलासपुर, एक पूरी तरह से आवासीय विद्यालय हैं।

जैसा कि हम सभी जानते हैं कि बच्चे किसी भी देश की अमूल्य धरोहर और उसका  भविष्य  होते  हैं, वे अपने माता-पिता के सपनों और आकांक्षाओं के केंद्र में होते हैं। माता-पिता अपने बच्चों को बड़ी ऊंचाईयों तक पहुंचते देखना चाहते हैं, व अपने बच्चों को सर्वोत्तम शिक्षा और सर्वोत्तम संस्कार देने की आकांक्षा भी रखते हैं। भारत की प्राचीन वैदिक शिक्षा प्रणाली शिक्षा और मूल्यों का सर्वोत्तम दिव्य संयोजन थी। ‘गुरुकुल यमुनानगर’ वैदिक शिक्षा और वर्तमान समय की सर्वश्रेष्ठ शिक्षा का संगम है। हम उच्च नैतिक मूल्यों के साथ मिश्रित गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के माध्यम से सीखने की प्रक्रिया में क्रांतिकारी बदलाव लाएंगे।

गुरुकुल यमुनानगर श्रेष्ठ, जागरूक, चरित्रवान और पूर्ण रूप से आदर्श नागरिकों  के निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।डॉ रजनी सहगल ने जानकारी देते हुए बताया कि यह यमुनानगर जिले के लिए अत्यंत हर्ष और सौभाग्य की बात है ई श्री सिद्धिविनायक एजुकेशनल ट्रस्ट शिक्षा के क्षेत्र में 2007- से नये आयाम स्थापित कर रहा है।

 Workshop on the topic of Understanding Marketing organised

Demokratic Front, Chandigarh – 22 February :

The Department of BusinessAdministration of Post Graduate Government College Sector 46 organised a five day workshop on the topic of Understanding Marketing for Students of BBA. The Workshop was inaugurated by Principal Dr. Abha Sudarshan in the presence of DeanDr.Rajesh Kumar, Vice Principal Dr. Baljit Singh, Head of Department Dr. MukeshChauhan and faculty members of BBA Department.

All the Sessions of the workshop were conducted by Mr. Amandeep Singh Sodhi Executive Director of RootsProduction Mohali. Ms. Monica Dhingra, faculty of the BBA Department coordinated the Workshop. The five day workshop focused on familiarising students with marketing concepts with a practical approach whereby students formed mock marketing Agencies and conducted various events like Tree Plantation drive,Auto- expo event, Poster making competition, Debate skit and Quiz competition.

The Workshop culminated in summarized group presentation by the respective mock marketing companies created by students showcasing their learning during the course of workshop. The Workshop was highly appreciated by students as well as faculty members as it gave a real life experience of dimensions of Marketing and enhanced their acumen.

राज्य स्तरीय पंजाबी प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता में जीएनजी की टीम ने मारी बाजी

संस्कृति बचाए रखने के लिए मातृभाषा पर ध्यान देना जरूरी : बलविंद्र सिंह 

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर – 22 फरवरी :

डीएवी गल्र्स काॅलेज के पंजाबी विभाग व गुरू गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल के संयुक्त तत्वावधान में अंतराष्ट्रीय मातृभाषा दिवस के उपलक्ष्य में कार्यक्रम का आयोजन हुआ। गुरू गोबिंद सिंह स्टडी सर्कल के फाउंडर मेंबर सरदार बलविंद्र सिंह सागर मुख्य  वक्ता रहे। जिन्होंने मां बोली पंजाबी के महत्व एवं उसके प्रचार प्रसार में योगदान विषय पर विस्तार से चर्चा की। काॅलेज प्रिंसिपल डाॅ मीनू जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। पंजाबी विभाग अध्यक्ष डाॅ गुरशरन कौर की देखरेख में कार्यक्रम संपन्न हुआ। 


बलविंद्र सिंह ने  आधुनिक युग में हमारी विचारधारा बदलती जा रही है। हमें अपनी भाषा, रीति रिवाज, व्यवहार आदि से लगाव रखते हुए अपनी संस्कृति को बचाए रखना है। भारत की आदिकाल से विश्व स्तर पर अलग  पहचान रही है। पंजाबी कवि सरदार भगत सिंह ने भारतीय संस्कृति,मां बोली पंजाबी भाषा में कविता प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया।

सेंटर की सचिव गुरमीत कौर ने कहा कि भाषा भाव अभिव्यक्ति का माध्यम है । जिसमें हम अपने सुख दुख , व्यथा, खुशी अपनी मातृभाषा में कुदरती ब्यां कर सकते है। इस दौरान मां बोली पंजाबी पर आधारित काव्य का मंचन भी किया गया। 

प्रिंसिपल डाॅ मीनू जैन ने कहा भाषा के महत्व पर आधारित इस प्रकार के आयोजन हमें अपनी जमीन व संस्कृति से जोडने का काम करते है। इस अवसर पर आयोजित राज्य स्तरीय प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। जिसमें गुरू नानक गल्र्स काॅलेज की टीम ने पहला तथा संत मोहन सिंह खालसा लबाना काॅलेज बराडा की टीम ने क्रमशः दूसरा व तीसरा स्थान अर्जित किया। 

एवीजीसी पर जागरूकता अभियान पर कार्यशाला का आयोजन

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, चण्डीगढ़ – 21 फरवरी : 

कंप्यूटर एप्लीकेशन विभाग, पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज, सेक्टर 46 ने माया एकेडमी ऑफ एडवांस सिनेमैटिक (एमएएसी) द्वारा एवीजीसी पर जागरूकता अभियान पर एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन  किया।

महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. आभा सुदर्शन ने छात्र-छात्राओं को संबोधित करते हुए अतिथियों अनुराग कंदारी एवं दीपक मेहरा का स्वागत किया। उन्होंने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की भूमिका और आधुनिक दुनिया में एनिमेशन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने गेमिंग, विज्ञापन, शिक्षा, अनुसंधान क्षेत्र, इंजीनियरिंग क्षेत्र, एनिमेटेड फिल्मों, फैशन डिजाइनिंग, आर्किटेक्चर और इंटीरियर डिजाइनिंग जैसे क्षेत्रों के प्रसार में सूचना प्रौद्योगिकी की भूमिका पर भी चर्चा की।

कार्यशाला प्रश्न उत्तर दौर के साथ समाप्त हुई और एक प्रश्नोत्तरी भी आयोजित की गई जिसमें छात्रों ने सक्रिय रूप से भाग लिया और कार्यक्रम से बहुत लाभान्वित हुए।

14वें आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का हुआ समापन

  •  कार्यक्रम में नगर निगम मेयर श्री कुलभूषण गोयल तथा अतिरिक्त उपायुक्त श्रीमती वर्षा खनगवाल ने मुख्य अतिथि के रूप में की शिरकत

कोरल ‘पुरनोर’, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, पंचकूला – 21 फरवरी :

 श्री माता मनसा देवी मंदिर परिसर में स्थित सत्संग भवन में नेहरू युवा केंद्र संगठन एवं जिला प्रशासन पंचकूला के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित 14वें आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम का आज समापन समारोह आयोजित किया गया जिसमें पंचकूला नगर निगम मेयर श्री कुलभूषण गोयल तथा अतिरिक्त उपायुक्त श्रीमती वर्षा खनगवाल ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। 

 14वें आदिवासी युवा आदान-प्रदान कार्यक्रम में 5 राज्यों के 220 आदिवासी युवा-युवतियों ने भाग लिया जिसमें छतीसगढ, झारखंड, उडीसा, आंध्र प्रदेश और बिहार के 220 आदिवासी युवा शामिल है।

 पंचकूला नगर निगम महापौर कुलभूषण गोयल ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नेहरू युवा केन्द्र को कार्यक्रम के सफल आयोजन की बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम केवल संस्कृतियों का आदान प्रदान नहीं है बल्कि इस कार्यक्रम के माध्यम से आदिवासी युवा यहां से कभी न भूलने वाली यादें लेकर जाएंगे।

 उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आदिवासी युवाओं का जीवन स्तर उंचा उठाने के लिए किए जा रहे इस प्रकार के प्रयास बहुत ही सराहनीय हैं। प्रधानमंत्री की सोच है कि किस प्रकार से एक राज्य के बच्चे दूसरे राज्य में जाकर उनकी संस्कृति के बारे में जानकारी हासिल करें। उन्हीं के मार्ग पर चलते हुए मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल भी उनकी सोच को आगे बढा रहे हैं। उन्होंने कहा कि पंचकूला शहर शिवालिक की पहाड़ियों में बसा हुआ है जहां पर युवाओ को श्री माता मनसा देवी मंदिर, काली माता मंदिर, पिंजौर गार्डन, राॅक गार्डन, सुखना लेक जैसे महत्वपूर्ण स्थानों को देखने का अवसर मिला होगा। 

 कार्यक्रम के समापन अवसर पर नेहरू युवा केन्द्र, जिला प्रशासन तथा श्री माता मनसा देवी पूजा स्थल बोर्ड के संयुक्त तत्वावधान में आदिवासी युवाओं को स्मृति चिन्ह तथा अन्य सामान प्रदान किया गया। 

इस अवसर पर आदिवासी युवाओं द्वारा अपने-अपने प्रदेशों से संबंधित रंगारंग सांस्कृति कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये।

  इस मौक़े पर आईटीबीपी भानू पंचकूला के महानिरीक्षक ईश्वर सिंह दूहन, नेहरू युवा केंद्र संगठन हरियाणा की राज्य निदेशक मधु चैधरी, उपनिदेशक प्रदीप कुमार और डाॅ जीएस बाजवा, माता मनसा देवी पूजा स्थल बोर्ड की सचिव शारदा प्रजापति और विभिन्न प्रदेशों से आये युवा प्रतिभागी उपस्थित थे।

खालसा कॉलेज मोहाली में अंतराष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस  आयोजित

  • बसंत ऋतु का स्वागत विद्यार्थियों ने पतंगबाजी प्रतियोगिता में भाग लेकर किया
  •  कभी भी हमें अपनी मातृ भाषा के प्रति हीन भाव नहीं रखना चाहिए, बल्कि अपनी मातृ भाषा पर गर्व करना चाहिए : प्रिंसीपल

डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, मोहाली – 21 फरवरी : 

फेस 3 ए स्थित खालसा कॉलेज (अमृतसर)ऑफ  टेक्नोलॉजी एंड बिजनेस स्टडीज में अंतराष्ट्रीय मातृ भाषा दिवस  कार्यक्रम का आयोजन कॉलेज की प्रिंसीपल डॉ हरीश कुमारी के नेतृत्व में किया गया। जिसके अंतर्गत विद्यार्थियों के बीच पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता तथा स्लोगन लेखन, प्रस्ताव लेखन प्रतियोगिता करवाई गई। इस अवसर पर कॉलेज विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और अपनी प्रतिभा को प्रस्तुत किया।

इस दौरान कॉलेज प्रिंसिपल डॉ हरीश कुमारी ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए मातृ दिवस संबंधित विस्तारपूर्वक जानकारी दी और इसके इतिहास व महत्ता के बारें में प्रकाश डाला।  कॉलेज प्रिंसीपल ने विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि कभी भी हमें अपनी मातृ भाषा के प्रति हीन भाव नहीं रखना चाहिए, बल्कि अपनी मातृ भाषा पर गर्व करना चाहिए।

इतना ही नही बसंत ऋतु का स्वागत करते हुए इस अवसर पर कॉलेज के विद्यार्थियों ने पतंगबाजी भी की और हवा में अनोखे अंदाज में पतंग उड़ा कर खूब मनोरंजन किया। इस बीच पतंगबाजी प्रतियोगिता भी आयोजित की गई।

प्रिंसीपल ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेने वाले विद्यार्थियों की प्रतिभा की सराहना की।  इसके अलावा  प्रतियोगिताओं में पहले तीन स्थानों पर रहने वाले विजयी प्रतिभागियों को कॉलेज प्रिंसिपल ने सम्मानित भी किया गया।

इस अवसर पर 94.3 एफएम से आये रेडियो जोकीज़ ने विद्यार्थियों के बीच मनोरंजक खेल आयोजित करवा कर उनका खूब मनोरंजन किया और खेल के बीच में ही ट्रैफिक नियमों की जानकारी दी।

प्लेसमेंट ड्राइव के उपरांत दस छात्राओं को किया शाॅर्टलिस्ट

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रन्ट, यमुनानगर – 20 फरवरी :              

डीएवी गल्र्स काॅलेज के प्लेसमेंट व पीडीपी सेल के संयुक्त तत्वावधान में प्लेसमेंट ड्राइव का आयोजन किया गया। जिसमें बीएससी कंप्यूटर साइंस, बीसीए, एमएससी कंप्यूटर साइंस व पीजीडीसीए की छात्राओं ने भाग लिया।  मोहाली स्थित कोड कोटीएंट कंपनी के पदाधिकारियों ने छात्राओं के साक्षात्कार लिए। पूरी प्रक्रिया के उपरांत 10 छात्राओं को शाॅर्टलिस्ट किया है।

काॅलेज प्रिंसिपल डाॅ मीनू जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। प्लेसमेंट सेल व पीडीपी सेल इंचार्ज डाॅ रचना सोनी की देखरेख में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कंपनी के सामरिक गठबंधन विभाग के हेड डाॅ मानिक गुप्ता ने छात्राओं को कंपनी के बारे में विस्तार से जानकारी दी। जो कि सूचना प्रौद्योगिकी एवं परामर्श कंपनी है। जो कि सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में सेवाएं मुहैया करवा रही है। चयन प्रक्रिया को दो चरणों मे विभाजित किया गया। सबसे पहले चरण में सामूहिक रूप से लिखित परीक्षा आयोजित की गई। इसके बाद कोडिंग राउंड का आयोजन किया गया। जिसमें 60 छात्राओं की प्रतिभा को जांचा गया। इसके उपरांत 10 छात्राओं को शाॅर्टलिस्ट किया गया गया। 

प्रिंसिपल डाॅ मीनू जैन ने शाॅर्टलिस्ट छात्राओं को बधाई दी और कहा कि भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजन किए जाएंगें। ताकि ज्यादा से ज्यादा छात्राओं को पढाई के साथ-साथ नौकरी प्रदान करवाई जा सकें। 

डाॅ रचना सोनी ने कहा कि प्लेसमेंट डराइव के दौरान छात्राओं को प्रश्नों के जवाब देने व अन्य चीजों के बारे में जानकारी मिलती है। उन्होंने छात्राओं से आह्वान किया कि वे प्लेसमेंट ड्राइव में जरूर हिस्सा लें।