राजकीय महाविद्यालय हिसार की छात्रा अनीसा ने जीते पदक, कॉलेज में भव्य स्वागत          

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार – 28 नवम्बर  :

राजकीय महाविद्यालय हिसार की बी ए प्रथम कक्षा की छात्रा अनिसा ने जूनियर राष्ट्रीय तीरंदाजी चैंपियनशिप में दो स्वर्ण एक रजत और एक कांस्य पदक समेत चार पदक हासिल कर  अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाते हुए महाविद्यालय व परिजनों का नाम राष्ट्रीय स्तर पर रोशन किया है। महाविद्यालय पहुंचने पर  विजेता खिलाड़ी अनिसा का प्राचार्य द्वारा जोरदार स्वागत किया।    प्राचार्य डॉ दीपमाला लोहान ने  विजेता खिलाड़ी सपना का   फूल मालाओं से स्वागत किया तथा  मुंह मीठा करवा कर उज्जवल भविष्य की कामना की ।

उन्होंने   कहा  की   गोल्डन गर्ल अनीसा ने एक साथ चार पदक जीत कर ये साबित कर दिया की महिलाएं  आज  पुरुषों से किसी भी क्षेत्र में कम नहीं हैं। उन्होंने कहा की  जैसे खिलाड़ियों पर गर्व है  महाविद्यालय का नाम रोशन करने वाले खिलाड़ियों  को संसाधनों की कमी आड़े नहीं आने देंगे। अनीसा ने महाविद्यालय व परिजनों का नाम रोशन किया है उन्होंने  जीत का श्रेय शारीरिक शिक्षा विभाग के स्टाफ सदस्यों  के कुशल मार्गदर्शन  तथा खिलाडी की मेहनत को दिया।

    समारोह की अध्यक्षता करते हुए उप प्राचार्य  डा कृष्ण कुमार  मेहरा ने विजेता खिलाड़ी को बधाई देते हुए कहा की कड़ी मेहनत की बदौलत राष्ट्रीय चैंपियन बनकर अनीसा ने साबित कर दिया की यदि सच्ची लगन से कड़ी मेहनत की जाए तो कोई भी मंजिल हासिल की जा सकती है। उन्होंने अनीसा व उसके समस्त परिजनों को बधाई दी। शारीरिक शिक्षा के विभागाध्यक्ष डॉ सुखबीर सिंह दूहन ने जानकारी  देते हुए बताया की बी ए प्रथम कक्षा में पढ़ने वाली छात्रा अनीसा  ने   भारतीय तीरंदाजी संघ के सौजन्य से 15 से 22 नवंबर के मध्य  भरतपुर राजस्थान  में हुई  जूनियर राष्ट्रीय तीरंदाजी चैम्पियनशिप में  40 मीटर टीम इवेंट और मिक्स इवेंट में दो स्वर्ण पदक , 40 मीटर में व्यक्तिगत स्कोरिंग रैंकिंग में रजत और कांस्य पदक समेत चार पदक प्राप्त किए हैं ।

  शारीरिक शिक्षा विभाग के प्रो जगबीर बूरा ने विजेता खिलाड़ी को  बधाई देते हुए बताया की  महाविद्यालय  को अनीसा की  उपलब्धियों पर गर्व है। प्रो राजेश पूनिया , प्रो रमेश कड़वासरा,  प्रो अशोक श्योराण , प्रो यशवंत सांगवान , प्रो कोहर सिंह, डा निर्मल बूरा, डा सुदेश शर्मा  समेत समस्त स्टाफ सदस्यों ने   विजेता खिलाड़ी  अनीसा , उसके परिजनों एवम शारीरीक शिक्षा विभाग को बधाई दी।

     चैंपियनशिप में दो स्वर्ण  समेत चार पदक जीतने वाली खिलाड़ी अनिसा ने अपनी जीत का श्रेय    अपनी उपलब्धियों का श्रेय  पिता कृष्ण कुमार माता चमेली  तीरंदाजी कोच गुरमीत सिंह , महाविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग के प्रो कृष्ण कुमार , डा सुखबीर सिंह और डा जगबीर सिंह बुरा को देते हुए कहा की उन्होंने समय समय पर उसका मार्ग दर्शन किया । उन्होंने बताया की पिता एक छोटे दुकानदार है तथा माता  चमेली एक गृहणी होने के बावजूद उसका हौसला बढ़ाया तथा संसाधनों की कमी आड़े नहीं आने दी।

पंजाब में, छात्रों  की परीक्षा पंजाबी में लिखने की अनुमति दी जानी चाहिए : पुका-पुटिया

डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली – 28 नवम्बर  :

पंजाब अनएडेड कॉलेजेज एसोसिएशन (पुका) और पंजाब अनएडेड टेक्निकल इंस्टीट्यूशंस एसोसिएशन (पुटिया) ने आईकेजीपीटीयू, एमआरएसपीटीयू, पीएयू  विश्वविद्यालयों से अनुरोध किया है कि वे पंजाब में छात्रों को दिसंबर परीक्षा पंजाबी में लिखने की अनुमति दें।

  पुका और पूटिया के अध्यक्ष डॉ. अंशू कटारिया ने पंजाब के विश्वविद्यालयों से छात्रों को आगामी परीक्षा पंजाबी में लिखने की अनुमति देने की अपील की है, जिसकी अब तक अनुमति नहीं है, हालांकि नई शिक्षा नीति 2020 स्थानीय भाषाओं को लागू करने को निर्देशित करती है और कुछ राज्यों द्वारा पहले ही लागू की जा चुकी है।

कटारिया ने पंजाब में पंजाबी भाषा को बढ़ावा देने के लिए केंद्र और राज्य सरकार के सराहनीय कदम की सराहना की। उन्होंने पंजाब सरकार के सभी साइन बोर्डों को पंजाबी में लिखने के आदेशों को भी दोहराया। उन्होंने कहा कि छात्र सत्र की शुरुआत में अंग्रेजी माध्यम का विकल्प चुनते हैं लेकिन अंग्रेजी में लिखने में असमर्थ हैं, यह पंजाब के छात्रों के लिए वास्तव में सहायक होगा यदि उन्हें प्रोफेसर जगदीश कुमार,अध्यक्ष यूजीसी के दिशानिर्देश पत्र दिनांक 1/2/23 के अनुसार अनुमति दी जाए। 

उन्होंने आगे कहा कि पंजाब के विश्वविद्यालयों के इस स्वागत योग्य कदम से लाखों पंजाबी छात्र लाभान्वित होंगे।

एमिटी लॉ स्कूल में संविधान दिवस पर विशेष सत्र आयोजित

डेमोक्रेटिक फ्रंट, मोहाली – 27 नवम्बर  :

एमिटी यूनिवर्सिटी पंजाब के एमिटी लॉ स्कूल ने प्रो. एमेरिटस डॉ. बलराम गुप्ता के विशेष व्याख्यान के साथ राष्ट्रीय कानून दिवस मनाया, जिसे संविधान दिवस भी कहा जाता है, जो हर साल 26 नवंबर को मनाया जाता है। इस आयोजन का उद्देश्य भारत के संविधान के महत्व को याद करना और इसके विकास की गहरी समझ को बढ़ावा देना था।

एमिटी लॉ स्कूल के प्रतिष्ठित फैकल्टी मेंबर डॉ. बलराम गुप्ता ने ‘क्या हमें एक नया संविधान अपनाने की आवश्यकता है!’ विषय पर एक ज्ञानवर्धक व्याख्यान दिया।

उन्होंने मौजूदा दस्तावेज़ की  सर्वोच्चता का हवाला देते हुए एक नए संविधान को अपनाने की धारणा को खारिज कर दिया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि भारत का संविधान अपने मौजूदा स्वरूप में एक जीवंत दस्तावेज है जो बदलते समय के साथ विकसित हुआ है। डॉ. गुप्ता के अनुसार, मौजूदा ढांचे के समृद्ध अनुभव और स्थायी महत्व को देखते हुए, एक नया संविधान बनाने का प्रयास लगभग असंभव साबित होगा।

सत्र में संविधान की ऐतिहासिक यात्रा पर प्रकाश डाला गया और राष्ट्र के लिए मार्गदर्शक दस्तावेज के रूप में इसकी भूमिका पर जोर दिया गया। डॉ. गुप्ता ने संविधान की तुलना एक ऐसे जीवित जीव से की, जिसे संशोधनों के माध्यम से निरंतर परिशोधन की आवश्यकता होती है। अपने संबोधन के दौरान, डॉ. गुप्ता ने भारत के संविधान के निर्माण के पीछे के जटिल इतिहास पर चर्चा की।

इस सत्र में छात्रों की भारी भागीदारी देखी गई, जो प्रश्नोत्तर में सक्रिय रूप से चर्चा में शामिल हुए। सत्र ने छात्रों को संवैधानिक कानून की जटिलताओं में अंतर्दृष्टि प्राप्त करने और भारत के संविधान के स्थायी मूल्य की सराहना करने के लिए एक मंच प्रदान किया।

एमिटी लॉ स्कूल  कानूनी प्रणाली की गहरी समझ को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। इस तरह के आयोजन छात्रों को कानूनी परिदृश्य पर व्यापक दृष्टिकोण प्रदान करके उनके समग्र विकास में योगदान करते हैं।

प्राईवेट एडेड कॉलेजों का प्रतिनिधिमंडल शिक्षा मंत्री से मिला

निजी कॉलेजों में स्टाफ के टेकओवर के फैसले को वापस लेने के मुद्दे पर प्राईवेट एडेड कॉलेजों का प्रतिनिधिमंडल शिक्षा मंत्री से मिला 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 24 नवम्बर  :

हरियाणा प्रदेश के सहायता प्राप्त निजी कॉलेजों में स्टाफ के टेकओवर के विरुद्ध कॉलेज-प्रबंधन एवं शिक्षक वर्ग का शिष्टमंडल चौ. तेजवीर सिंह (पूर्व विधायक, पूंडरी) एवं प्रधान, वेलफेयर एसोसिएशन ऑफ मैनेजमेंट ऑफ प्राइवेट एडेड कॉलेज, (रजि.) हरियाणा के नेतृत्व में  शिक्षा मंत्री  मूल चंद शर्मा जी से उनके चंडीगढ़ स्थित कार्यालय में मिला। इस अवसर पर उनके साथ प्रबंधन वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव एस.ए.एस. ओबेरॉय, वरिष्ठ उप प्रधान मेजर एस.पी. सिंह, हरियाणा कॉलेज टीचर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. दयानंद मलिक, एचसीटीए के पूर्व प्रधान नरेंद्र सिंह चाहर व महासचिव डॉ. राजेंद्र सिंह मौजूद रहे।

चौ. तेजवीर सिंह ने इस भेंट की जानकारी देते हुए कहा कि प्रतिनिधि मंडल के सभी सदस्यों ने हरियाणा में 97 सहायता प्राप्त कॉलेजों के स्टाफ को टेकओवर न करने के लिए  शिक्षा मंत्री को  मुख्यमंत्री  मनोहर लाल जी के नाम ज्ञापन दिया। चौधरी तेजवीर सिंह ने जानकारी देते हुए कहा कि प्रतिनिधि मंडल ने मंत्री महोदय के सम्मुख विस्तार से अपनी बात रखते हुए कहा कि शिक्षा विभाग निजी महाविद्यालयों के स्टाफ का अधिग्रहण करके निस्संदेह सरकार, समाज, व्यवस्था, लड़कियों, गरीब लोगों व पिछड़े इलाकों के लिए बहुत बड़ी समस्या पैदा करने जा रहा है। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार का शिक्षा विभाग, टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ के टेकओवर करने की तैयारी में लगा हुआ है, लेकिन उन बिन्दुओं पर ध्यान नहीं दे रहा है, जो भविष्य में शिक्षा को प्रभावित करेंगी। 

उन्होंने कहा कि यह भी सर्वविदित है कि समस्त एडिड कॉलेज हरियाणा शिक्षा प्रणाली के मूल स्तम्भ व विगत 70 वर्षों से रीढ़ रहे है। वैसे भी इनमें से अधिकांश कॉलेज पचास वर्षों से भी अधिक पुराने हैं। उन्होंने कहा कि यह सत्य है कि इन सभी एडिड कॉलेजों ने शिक्षा के स्तर को बढ़ाने के लिये प्रदेश सरकार व समाज का अपार सहयोग किया है। 

 चौधरी तेजवीर सिंह  ने अवगत कराया गया कि वर्तमान में इन कॉलेजों में दो लाख से भी अधिक विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। शिक्षा विभाग में इन कॉलेजों के स्टाफ को टेकओवर करने की योजना बना रहा है निश्चित ही ऐसा करने से भारी संख्या में विद्यार्थी योग्य और अनुभवी टीचर्स के अनुभवों से वंचित हो जाएंगे, जिससे की शिक्षा का स्तर नीचे गिर जायेगा। 

इस अवसर पर वेलफेयर एसोसिएशन के महासचिव सरदार एस.ए.एस. ओबेरॉय ने मंत्री महोदय के समक्ष अपनी बात रखते हुए कहा कि दूर दराज के सरकारी कॉलेजों में लड़कियों का पहुंचना संभव नहीं होगा, जिस कारण से लड़कियों का ड्रॉप आउट बढ़ सकता है और वे सभी शिक्षा से वंचित हो जाएंगी। ये सरकारी सहायता प्राप्त कॉलेज हरियाणा प्रांत के पिछड़े से पिछड़े ग्रामीण क्षेत्र में खुले हुए हैं और प्रत्येक जगह महाविद्यालय में छात्रों को ले जाने के लिए बसों की व्यवस्था की गई है, जो राजकीय महाविद्यालयों में नहीं है।

 वेलफेयर एसोसिएशन के वरिष्ठ उप प्रधान मेजर एसपी सिंह ने कहा कि प्रत्यक्ष को प्रमाण की आवश्यकता नहीं होती। हम सभी जानते हैं कि ये सभी एडिड कॉलेज शिक्षा के क्षेत्र में अपनी महती भूमिका का निर्वाह लंबे समय से कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनके एडिड कॉलेजों ने यूजीसी द्वारा निर्देशित एवं प्रायोजित नैक समिति से अपने- अपने कॉलेजों का आकलन करवाकर निर्धारित मानदंडों के अनुसार उत्कृष्ट ग्रेड हासिल करके राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान द्वारा प्रदत अनुदान ग्रहण किए हैं। 

एचसीटीए के प्रधान डॉ. दयानंद मलिक ने मंत्री महोदय के समक्ष अपनी बात रखते हुए कहा कि सभी एडिड कॉलेजों के टीचिंग एवं नॉन टीचिंग स्टाफ की लंबित मांगे जैसे मेडिकल की सुविधा, एच.आर.ए., समय पर वेतन, ग्रेच्युटी व सीसीएल आदि को पूरा करके उनको उचित सहयोग एवं प्रोत्साहित किया जा सकता है।

 चौ. तेजवीर सिंह ने कहा कि सरकार व शिक्षा विभाग के प्रशासन का यह प्रस्तावित कदम निस्संदेह  मुख्यमंत्री  मनोहर लाल जी द्वारा उद्धृत ‘बेटी बचाओ- बेटी पढ़ाओ, ‘हरियाणा एक- हरियाणवी एक’ और ‘सबका साथ सबका विकास’ की अपनी कर्तव्य नीतियों के विरुद्ध होगा। 

 उन्होंने बताया कि  शिक्षा मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल की समस्त बातों को पूरी गंभीरता, धैर्य एवं रुचि से सुनकर हमें आश्वस्त किया कि मैं स्वयं माननीय मुख्यमंत्री जी को आप सभी के सुझावों से अवगत कराकर आपको यथाशीघ्र वार्ता के लिए बुलाया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि हरियाणा सरकार और शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारी ने उच्च शिक्षा की व्यवस्था के निमित्त कोई ऐसा कदम नहीं उठाएगी जिससे विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो या कॉलेजों में विद्यार्थियों का विशेषकर लड़कियों का ड्रॉप आउट बढ़ जाए तथा हरियाणा प्रदेश में हायर एजुकेशन पर कोई संकट आए।

“क्या राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 हमें बेहतर भविष्य के लिए तैयार करती है”

लाजपत सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, कैथल – 23 नवम्बर  :

डीएवी कॉलेज, चीका ने “क्या राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 हमें बेहतर भविष्य के लिए तैयार करती है” विषय पर राष्ट्रीय स्तर की निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया। प्रतियोगिता में विभिन्न राज्यों के महाविद्यालयों के विद्यार्थियों ने भाग लिया। अर्थशास्त्र विभाग के बी ए तृतीय सेमेस्टर की आरकेएसडी कॉलेज, कैथल की कनिष्का ने प्रतियोगिता में तीसरा स्थान हासिल किया।

आरकेएसडी कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग के बीए तृतीय सेमेस्टर के अनीश, साहिल, खुशबू, मधु और अश्वनी को भागीदारी प्रमाण पत्र मिला। कार्यवाहक प्राचार्य डॉ. सत्यबीर मेहला, डॉ. अनिल नरूला, डॉ. वीरेंद्र गोयल, डॉ. सूरज वालिया और डॉ. रितु वालिया ने प्रतिभागियों को उनकी उपलब्धियों के लिए बधाई दी।

डीएवी कॉलेज में पांच दिवसीय प्राकृतिक चिकित्सा शिविर का आयोजन

  यमुनानगर हरियाणा

           सुशील पंडित

डीएवी कॉलेज फॉर गर्ल्स के योग विभाग एवं हरियाणा सरकार के हरियाणा योग आयोग के संयुक्त तत्वाधान में राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा दिवस के उपलक्ष्य में पांच दिवसीय प्राकृतिक चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया । कार्यक्रम का शुभारंभ जिला योग समन्वयक डॉ सुनील कांबोज एवं जिला योग विशेषज्ञ डॉक्टर शिव कुमार सैनी व योग विभागाध्यक्षा डॉ रंजना कांबोज द्वारा किया गया । 

कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ मीनू जैन कार्यक्रम की प्रेरणा स्रोत रही । उन्होंने राष्ट्रीय प्राकृतिक चिकित्सा कैंप के उद्घाटन पर छात्राओं को योग को अपने जीवन का हिस्सा बनने के लिए प्रोत्साहित किया ।

डॉ सुनील ने विभिन्न प्रकार की दवाइयों के दुष्प्रभाव को बताते हुए कहा कि हमें जीवन को प्रकृति के अनुसार जीना चाहिए उन्होंने पंचतत्व के महत्व को उजागर करते हुए बताया कि इस शरीर को प्रकृति के पांच तत्वों के माध्यम से ही स्वस्थ रख सकते हैं जहां दवाईयों के माध्यम से रोग दब जाता है वही प्राकृतिक चिकित्सा रोग को जड़ से समाप्त करती है ।डॉ शिव ने बच्चों को प्राकृतिक रूप से खुद को स्वस्थ करने की विभिन्न विधियों पर चर्चा की उन्होंने बताया कि प्राकृतिक चिकित्सा के अंतर्गत उपवास का बहुत महत्व है यदि हम अपने शरीर में विजातीय द्रव्य इकट्ठे ही नहीं होने देंगे तो हमारा शरीर रोगी नहीं हो पाएगा। कार्यक्रम को सफल बनाने में प्राध्यापिका नीलम, नैना व गुरमीत ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

बाधाएं सफलता की सीढ़ी होती है : प्रो. (डॉ.) परविंदर सिंह

पीजीजीसी-46 के वार्षिक दीक्षांत समारोह में 500 स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री प्रदान की गई

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 18 नवम्बर  :

पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज, सेक्टर-46 का 36वां वार्षिक दीक्षांत समारोह आज यहां आयोजित किया गया। प्रोफेसर (डॉ.) परविंदर सिंह, वाइस चांसलर, रयात एंड बाहरा विश्वविद्यालय, मोहाली इस अवसर पर मुख्य अतिथि थे। कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती को श्रद्धांजलि के रूप में दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुई। प्राचार्य प्रोफेसर (डॉ.) आभा सुदर्शन ने मुख्य अतिथि और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया तथा वार्षिक रिपोर्ट प्रस्तुत की और संस्था की शैक्षणिक और सांस्कृतिक उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने डिग्री धारकों को बधाई दी और उनकी कड़ी मेहनत की सराहना की। कला, वाणिज्य, प्रबंधन और कंप्यूटर अनुप्रयोग संकाय में 500 स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्री प्रदान की गई, जिसमें कला और वाणिज्य में ऑनर्स डिग्री भी शामिल है। मेधावी छात्रों को उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों के लिए 5 रोल ऑफ ऑनर, 10 कॉलेज रंग और 27 मेरिट प्रमाण पत्र भी प्रदान किए गए।

मुख्य अतिथि प्रोफेसर (डॉ.)  सिंह ने विद्यार्थियों को उनके शैक्षणिक सम्मान और उपलब्धियों के लिए बधाई दी। अपने दीक्षांत संबोधन में  उन्होंने कहा कि यह स्नातकों, उनके माता-पिता और सलाहकारों के लिए गर्व का दिन है। दृढ़ता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि असफलता के डर से व्यक्ति की जीत की भावना कम नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनौतियों का सामना करने का साहस चुनौतियों का सामना करने में मदद करता है। उन्होंने कहा कि बाधाएं सफलता की सीढ़ी होती है। उन्होंने युवा स्नातकों को प्रेरित किया और उनसे भारत के पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम और पहली महिला आईपीएस डॉ. किरण बेदी जैसी महान हस्तियों के जीवन और विचारों से सीखने का आग्रह किया। डॉ. सिंह ने कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. आभा सुदर्शन को कॉलेज को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए उनकी दृष्टि, उत्साह और समर्पण के लिए बधाई दी।उन्होंने इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए कॉलेज के डीन डॉ. राजेश कुमार, वाइस प्रिंसिपल डॉ. बलजीत सिंह, रजिस्ट्रार डॉ. पूजा गर्ग और अन्य स्टॉफ सदस्यों के प्रयासों की सराहना की।

जीजीडीएसडी कॉलेज, खेड़ी गुरना, बनूढ़ में अग्रणी SOHA प्रदर्शनी 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, बनूर – 14 नवम्बर  :


भारत सोका गक्कई (बीएसजी) ने जीजीडीएसडी कॉलेज, खेड़ी गुरना, बनूढ़ में एक और प्रेरणादायक प्रदर्शनी का आयोजन किया। सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, मोही खुर्द, राजपुरा के 60 छात्रों सहित लगभग 200 छात्र, शिक्षकों तथा फुटवियर डिजाइन एंड डेवलपमेंट इंस्टीट्यूट (एफडीडीआई), बनूढ़ के संकाय ने इस प्रदर्शनी में सक्रिय रूप से भाग लिया, सभी एक मौलिक जीवन शैली के रूप में सस्टेनेबिलिटी को अपनाने और वैश्विक स्थिरता प्रयासों में सक्रिय रूप से योगदान देने की अपनी प्रतिबद्धता में एकजुट हुए।
पांच खंडों में विभाजित, अर्थात् “प्रेरित करें, सीखें, प्रतिबिंबित करें, सशक्त बनाएं, कार्य करें और नेतृत्व करें”, SOHA प्रदर्शनी स्थिरता को बढ़ावा देने के विभिन्न महत्वपूर्ण पहलुओं को सामने लाती है। जीजीडीएसडी कॉलेज, खेङी गुरना, बनूङ के छात्रों ने प्रदर्शित पैनलों को समझाने का कार्य अत्यंत धैर्य और जुनून के साथ किया। इस व्यावहारिक अनुभव ने उन्हें संयुक्त राष्ट्र के सस्टेनेबिलिटी को प्राप्त करने से जुड़ी चुनौतियों की गहरी समझ हासिल करने का अवसर दिया।

प्रदर्शनी के आगंतुक और उपस्थित लोग प्रदर्शनी के विषय से बहुत प्रभावित हुए और इस कार्यक्रम को समुदाय के सामने लाने की विचारशील पहल के लिए कालेज की सर्वसम्मति से सराहना की। उपस्थित लोगों ने व्यक्तिगत कार्यों के माध्यम से दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने की जिम्मेदारी लेते हुए, अपने-अपने समुदायों में इन सकारात्मक बदलावों की शपथ ली।
जीजीडीएसडी कॉलेज में SOHA प्रदर्शनी ने एक अग्रणी पहल के रूप में कार्य किया, जिसने सभी उपस्थित लोगों को एक टिकाऊ और बेहतर दुनिया के निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया।

भारत सोका गक्कई (बीएसजी) शांति, संस्कृति, शिक्षा और स्थिरता में विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से सभी के लिए खुशी और शांति को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है। 600 भारतीय कस्बों और शहरों में 275,000 से अधिक स्वैच्छिक सदस्यों के साथ, सस्टेनेबिलिटी का लक्ष्य ‘भारत में एक नए युग’ का निर्माण करना है जहां सभी जीवन की गरिमा का सम्मान किया जाता है। 2021 में लॉन्च की गई बीएसजी की ‘बीएसजी फॉर सस्टेनेबिलिटी’ पहल, सस्टेनेबिलिटी मानव व्यवहार के माध्यम से सस्टेनेबिलिटी विकास लक्ष्यों को प्राप्त करने पर केंद्रित है।

“स्वच्छ भारत अभियान” और “मेरी माटी मेरा देश” विषय पर आयोजित सात दिवसीय एनएसएस शिविर के सम्पन्न

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 10 नवम्बर  :

पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज, सेक्टर 46, चंडीगढ़ के सात दिवसीय विशेष एनएसएस शिविर का  सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ समापन हुआ। कॉलेज की प्रिंसिपल डॉ. आभा सुदर्शन ने शिविर के सफल समापन पर स्वयंसेवकों को बधाई दी। डॉ. सुदर्शन ने इस तथ्य पर जोर दिया कि इस तरह के शिविर राष्ट्रीय सेवा योजना का एक अभिन्न अंग हैं और सीखने का एक बड़ा अवसर हैं।  “स्वच्छ भारत अभियान” और “मेरी माटी मेरा देश” विषय पर आयोजित सात दिवसीय शिविर के समापन कार्यक्रम में सभी स्वयंसेवकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। वित्तीय साक्षरता, युवा नेतृत्व, पर्यावरण के मुद्दों और मानसिक स्वास्थ्य जैसे विभिन्न प्रकार के सत्र आयोजित किए गए। स्वयंसेवकों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया। सर्वश्रेष्ठ स्वयंसेवक, सबसे अनुशासित स्वयंसेवक और सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली टीम को कॉलेज के प्रिंसिपल द्वारा सम्मानित किया गया। शिविर का सफल आयोजन एनएसएस पीओ डॉ. सिद्धार्थ कुमार, सुश्री पूजा गुप्ता, डॉ. अमनप्रीत कौर और डॉ. अरविंदर सिंह ने किया। इस अवसर पर उप प्रधानाचार्य डॉ. बलजीत सिंह भी उपस्थित थे।

  एनएसएस अधिकारी रितु ने  विद्यार्थियों को राष्ट्रीय सेवा योजना में बढ़-चढ़ कर भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया

  • राजकीय महाविद्यालय रायपुर रानी में  राष्ट्रीय सेवा योजना एवं तंबाकू/नशा मुक्त कमेटी का एक दिवसीय शिविर का आयोजित 

नन्द सिंगला, डेमोक्रेटिक फ्रंट, रायपुररानी  –  09 नवम्बर  : 

राजकीय महाविद्यालय रायपुर रानी में 09/11/23 वीरवार को राष्ट्रीय सेवा योजना एवं तंबाकू/नशा मुक्त कमेटी के संयुक्त तत्वाधान में एक दिवसीय शिविर का आयोजन प्राचार्य नरेंद्र आंचल द्वारा समस्त संकाय सदस्य एवं विद्यार्थियों के सहयोग से किया गया। शिविर के दौरान एनएसएस अधिकारी रितु ने सभी विद्यार्थियों को राष्ट्रीय सेवा योजना में बढ़-चढ़ कर भाग लेने के लिए प्रोत्साहित किया। 

उन्होंने बताया कि हमें सामाजिक कार्यों में भाग लेकर स्थानीय समस्याओं के निराकरण में सहयोग कर अपना योगदान करना चाहिए। एनएसएस स्वयंसेवकों ने दीपावली के शुभ अवसर पर स्वच्छ भारत में योगदान देते हुए महाविद्यालय के प्रागंण में सफाई अभियान चलाया तथा इसके साथ ही साथ इस पारम्परिक त्यौहार के अवसर पर युवा वर्ग को नशे से दूर रहने के लिए एक नशा मुक्ति जागरूक रैली का भी आयोजन किया गया तथा इसके साथ ही साथ नशा मुक्ति कमेटी के संयोजक श्रीमती अंजू बूरा ने नशे के घातक परिणामों से विद्यार्थियों को अवगत कराया। वहीं महाविद्यालय के प्राचार्य नरेंद्र आंचल ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़ना विद्यार्थी के लिए गर्व की बात है। इससे जुड़ने से विद्यार्थियों में सामाजिक एवं देश प्रेम की भावना जागृत होती है। एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी रितु ने आयोजित एक दिवसीय शिविर की रूप रेखा का वर्णन किया। इस पूरे कार्यक्रम में एनएसएस कमेटी से श्रीमती रितु एवं डॉ मनदीप चहल, श्रीमती सुप्रिया ने सक्रिय रूप से भागीदारी निभाई तथा नशा मुक्ति कमेटी से श्रीमती अंजू बूरा एवं श्रीमती पूजा ने अपना सम्पूर्ण सहयोग दिया। कार्यक्रम में महाविद्यालय के समस्त एनएसएस स्वयंसेवकों ने पर्यावरण स्वच्छता को ध्यान में रखते हुए महाविद्यालय परिसर में उगे पेड़-पौधों की देखरेख कर उन्हें पानी से सींचा। इस मौके पर महाविद्यालय के टीचिंग स्टाफ से डॉ रोहित भुल्लर, श्रीमान सुनील दत्त शर्मा, डॉ श्वेता शर्मा, डॉ पवन भारद्वाज एवं अन्य सभी उपस्थित रहे।