बिरसा मुंडा जयंती व जनजातीय गौरव दिवस

डेमोक्रेटिक फ्रंट, कैथल –  20       नवंबर :

आज इतिहास विभाग के द्वारा भगवान बिरसा मुंडा जयंती व जनजातीय गौरव दिवस के अवसर पर एक पोस्टर मेकिंग व कहानी लेखन कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें b a फर्स्ट ईयर बीए सेकंड ईयर के विद्यार्थियों ने भगवान बिरसा मुंडा व जनजाति आंदोलन के नायक व नायकों के जीवन से संबंधित विभिन्न पहलुओं के चित्र बनाएं तथा जनजातीय आंदोलन से संबंधित घटनाओं पर लेख लिखें प्राचार्य 

डॉ. एस. के .गोयल ने सभी छात्र-छात्राओं को उनके इस कार्य के लिए बधाई दी तथा उन्हें बिरसा मुंडा के जीवन के आदर्शों को जीवन में ग्रहण करने की प्रेरणा दी इस अवसर पर डॉ. रघुवीर , डॉ. गुरदीप भोला ,डॉ. कैलाश ,डॉ. सतीश, डॉ. कपिल , लाभ सिंह, डॉ. रिचा , और डॉ. अंजली ,डॉ. सुरेंद्र मलिक ,डॉ.गौरव गोयल, डॉ. राकेश मित्तल विभाग अध्यक्ष इतिहास विभाग ने बच्चों को इस सफल आयोजन पर बधाई दी व चित्र प्रदर्शनी का

आयुष विश्वविद्यालय के प्रोजैक्ट पर खर्च होगा 1296 करोड़ रूपए

देश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के प्रोजैक्ट पर खर्च होगा 1296 करोड़ रूपए का बजट: सुभाष सुधा

 मुनिश सलूजा, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 19       नवंबर :

हरियाणा के पूर्व राज्यमत्री सुभाष सुधा ने कहा कि थानेसर विधानसभा में देश के पहले आयुष विश्वविद्यालय के प्रोजैक्ट का निर्माण करने के लिए प्रदेश सरकार की तरफ से 1296 करोड़ रूपए का बजट पारित कर दिया हैं। इस प्रोजैक्ट का निर्माण तीन चरणों में होगा और प्रथम चरण के लिए प्रदेश सरकार ने 500 करोड़ रूपए का बजट तय किया हैं। इतना ही नहीं आयुष विश्वविद्यालय के मास्टर प्लान पर भी सरकार ने मोहर लगा दी हैं। इस प्रोजैक्ट को शुरू करने की रूप रेखा 14 अगस्त 2024 को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में तैयार किया गया और तमाम फैसलों पर अपनी मोहर भी लगा दी हैं।

पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने बातचीत करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने थानेसर विधानसभा के गांव फतुहपुर में देश के पहले आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण करने की आधारशिला रखी थी। इस विश्वविद्यालय के लिए गांव फतुहपुर की तरफ से 100 एकड़ जमीन भी उपलब्ध करवाई गई। इस विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य तेज गति के साथ पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के आदेशानुसार 14 अगस्त 2024 को चण्डीगढ़ में सैक्रट्री फॉर आयुष एजूकेशन एण्ड रिसर्च (सीओएसएईआर) की एक बैठक मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई थी। इस बैठक में स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी भी मौजूद थे और इस बैठक में आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण कार्य को लेकर तमाम पहलूओं पर चर्चा की गई और बकायद आयुष विश्वविद्यालय के मास्टर प्लान पर भी मोहर लगाई गई।

उन्होंने कहा कि आयुष विश्वविद्यालय का निर्माण कार्य पूरा करने की जिम्मेवारी एचएसआईआईडीसी सरकारी एजेन्सी को सौंपी गई हैं। यह एजेन्सी तमाम अन्य एजेन्सियों और विश्वविद्यालयों के साथ तालमेल बनाकर प्रोजैक्ट को अमलीजामा पहनाने का काम करेंगी। इस बैठक में ही आयुष विश्वविद्यालय के निर्माण को पूरा करने के लिए 1296 करोड़ रूपए का बजट पारित किया गया और मास्टर प्लान के अनुसार तय भी किया गया कि विश्वविद्यालय का निर्माण तीन चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण के लिए सरकार की तरफ से 500 करोड़ रूपए का बजट भी तय किया गया हैं। इस प्रोजैक्ट के लिए दिसम्बर माह में टैंडर जारी कर दिए जाएगें, क्योंकि प्रथम चरण के निर्माण कार्य को पूरा करने के लिए तमाम औपचारिकताओं को पूरा कर दिया गया हैं। इसके लिए बकायदा सरकार द्वारा 14 अगस्त को ही एक सब कमेटी का गठन किया गया हैं। इस सब कमेटी में एसीएस हैल्थ, एसीएस बीएण्डआर को शामिल किया गया हैं।

100 एकड़ भूमि पर 167404 स्क्वायर मीटर एरिया होगा कवर

 पूर्व मंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि विश्वविद्यालय का निर्माण का मास्टर प्लान तैयार करने से पहले 12 जुलाई 2024 को पीएससीएम की अध्यक्षता में डीजी आयुष, एचएसआईआईडीसी व आयुष विश्वविद्यालय के वाईस चांसलर की बैठक हुई। इस बैठक में निर्णय लिया गया कि आयुष विश्वविद्यालय के भवनों का निर्माण करने के लिए 167404 स्क्वायर मीटर भूमि को कवर किया जाएगा।

प्रथम चरण में बनेगा प्रशासनिक, शैक्षणिक और अस्पताल जोन

 पूर्व राज्यमंत्री सुभाष सुधा ने कहा कि प्रथम चरण के मास्टर प्लान के अनुसार प्रशासनिक ब्लॉक बनाया जाएगा। इस ब्लॉक में परीक्षा विंग, लाईबे्ररी, 200 लोगों की क्षमता का ऑडिटोरियम हॉल, प्रथम चरण की मार्किट, शोध व अनवेशण विभाग, पॉवर हॉउस प्रथम फेज, शैक्षणिक व अस्पताल जोन में आयुर्वेदिक पीजी कॉलेज, 321 बैड का आयुवेर्दिक अस्पताल, कुलपति का घर, रजिस्ट्रार का घर, क्लास वन, क्लास टू, क्लास थ्री के अधिकारियों व कर्मचारियों के घर, 150 लडक़ों की क्षमता का पीजी व पीएचडी हॉस्टल, 130 छात्राओं के लिए पीजी व पीएचडी हॉस्टल का निर्माण करवाया जाएगा।

उन्होंने कहा कि अन्डरग्राउंड आरसीसी वॉटर और फॉयर फाईटिंग टैंक, एचटीपी, ईटीपी, डब्ल्यूटीपी, माउडलर ऑप्रेशन थ्रियेटर, नर्सिंग कॉल सिस्टम, सीएसएसडी, लांउडरी, किचन, क्यूबिकल अस्पताल, ट्रैक सिस्टम, आईवी हैंगर सिस्टम का निर्माण होगा।

आईआईएम रोहतक के छात्रों ने एस.डी. कॉलेज, कैथल का दौरा किया 

आईआईएम रोहतक के छात्रों ने अकादमिक सहयोग और ज्ञान साझाकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आर.के.एस.डी. कॉलेज, कैथल का दौरा किया 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, कैथल,  19       नवंबर :

 भारतीय प्रबंधन संस्थान (आईआईएम) रोहतक के छात्रों के एक दल ने अकादमिक सहयोग और ज्ञान साझाकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अपनी आउटरीच पहल के तहत आरकेएसडी कॉलेज, कैथल का दौरा किया। उनके दौरे की कुछ मुख्य बातें यह थीं कि उन्होंने प्रिंसिपल डॉ. संजय गोयल के साथ बातचीत की और कॉलेज की पहल, उद्योग संबंधों और उद्यमशीलता के अवसरों पर चर्चा की। छात्रों ने कॉलेज की लाइब्रेरी का दौरा किया और इसके विशाल संग्रह और डिजिटल संसाधनों से प्रभावित हुए। संकाय सदस्यों के साथ आकर्षक सत्र प्रस्तावित किए गए ताकि वे सहयोग के संभावित क्षेत्रों का पता लगा सकें। प्रिंसिपल डॉ. संजय गोयल ने कहा कि “हम आईआईएम रोहतक के छात्रों का स्वागत करते हैं और हमारे संस्थान में उनकी रुचि की सराहना करते हैं। यह दौरा अंतःविषय शिक्षा और उद्योग-अकादमिक साझेदारी के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को मजबूत करता है।” आने वाले छात्रों ने अपनी राय साझा की कि “आरकेएसडी कॉलेज के जीवंत वातावरण और संसाधनपूर्ण पुस्तकालय ने हमें प्रभावित किया। हम भविष्य के सहयोग और ज्ञान के आदान-प्रदान की आशा करते हैं।”

जीजीडीएसडी कॉलेज में 65वें पीयू इंटर-ज़ोनल यूथ एंड हैरीटेज फेस्टिवल

  • जीजीडीएसडी कॉलेज ने 65वें पीयू इंटर-ज़ोनल यूथ एंड हैरीटेज फेस्टिवल में बिखेरा जलवा
  • कॉलेज के छात्रों ने उल्लेखनीय कौशल का प्रदर्शन करते हुए कई प्रतियोगिताओं में जीत हासिल की

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  14  नवंबर:

32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज ने होशियारपुर स्थित डीएवी कॉलेज में हुए 65वें पीयू इंटर-ज़ोनल यूथ एंड हैरीटेज फेस्टिवल में अपना जलवा बिखेरा। यूथ फेस्टिवल में एसडी कॉलेज के छात्रों ने उल्लेखनीय कौशल का प्रदर्शन किया  तथा कई प्रतियोगिताओं में जीत हासिल की। इस यूथ फेस्टिवल में पूरे क्षेत्र से असाधारण प्रतिभाएं एकत्रित हुईं और छात्रों को कला, साहित्य और सांस्कृतिक अभिव्यक्ति में अपने कौशल का प्रदर्शन करने के लिए एक मंच हासिल हुआ।

इस आयोजन का एक मुख्य आकर्षण कविता लेखन प्रतियोगिता में वर्तिका रावत की उपलब्धि रही, जहां उन्होंने अपनी रचनात्मक अभिव्यक्ति और साहित्यिक कौशल के लिए तीसरा पुरस्कार जीता। कॉलेज ने लोकप्रिय और ऊर्जावान भांगड़ा कला में भी शानदार प्रदर्शन किया तथा टीम स्पर्धा में दूसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि जय शर्मा ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए व्यक्तिगत स्पर्धा में दूसरा पुरस्कार हासिल किया। कॉलेज के छात्रों की ओर से पेश  भांगड़ा  को देखने के बाद सभी ने खड़े होकर तालियां बजाईं। ये उपलब्धियां व्यक्तिगत और टीम दोनों श्रेणियों में कॉलेज की ताकत को रेखांकित करती हैं, तथा सहयोगी भावना और व्यक्तिगत प्रतिभा के बीच संतुलन को दर्शाती हैं।

विजुअल आर्ट्स में एसडी कॉलेज ने कार्टूनिंग में प्रथम पुरस्कार के साथ अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा। यह पुरस्कार कॉलेज के छात्रों की रचनात्मकता और मौलिकता को उजागर करता है। इंस्टॉलेशन प्रतियोगिता में भी एसडी कॉलेज ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया, जिससे कॉलेज की नवीन और वैचारिक कला रूपों में उत्कृष्टता की पुष्टि हुई। इसके अतिरिक्त कॉलेज ने क्ले मॉडलिंग में तीसरा पुरस्कार प्राप्त किया, जिससे छात्रों की शिल्पकला के प्रति कुशलता और समर्पण पर और अधिक बल मिला। वार प्रतियोगिता में व्यक्तिगत दूसरा पुरस्कार जीता जबकि हिस्ट्रानिक्स में कॉलेज ने पहला पुरस्कार हासिल किया। नाटक प्रतियोगिता में कॉलेज की टीम को दूसरा और व्यक्तिगत तौर पर पहला पुरस्कार मिला। लुड्डी में तीसरा स्थान हासिल किया और व्यक्तिगत में भी छनमीत कौर ने तीसरा पुरस्कार जीता।

ये उपलब्धियाँ एसडी कॉलेज की अपने छात्रों के बीच रचनात्मकता, सांस्कृतिक प्रशंसा और कलात्मक प्रतिभा को पोषित करने की निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने छात्रों की उपलब्धियों पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे छात्रों ने अपनी अविश्वसनीय प्रतिभा और समर्पण से कॉलेज का नाम रोशन किया है। यह सम्मान गोस्वामी गणेश दत्ता सनातन धर्म कॉलेज की उत्कृष्टता, प्रतिभा संवर्धन और सांस्कृतिक एवं शैक्षिक मूल्यों के प्रति प्रतिबद्धता की प्रतिष्ठा की पुष्टि करता है। पंजाब यूनिवर्सिटी इंटर-ज़ोनल यूथ एंड हैरीटेज फेस्टिवल में यह मिली यह पहचान कॉलेज के समग्र शिक्षा और सांस्कृतिक समृद्धि पर ध्यान केंद्रित करने का प्रमाण है। कॉलेज एक अग्रणी संस्थान है जो प्रतिभाशाली, रचनात्मक और सामाजिक रूप से जिम्मेदार व्यक्तियों की एक नई पीढ़ी को विकसित करने के लिए समर्पित है। गौरतलब है कि कॉलेज ने पिछले महीने पंजाब यूनिवर्सिटी जोनल यूथ एंड हेरिटेज फेस्टिवल में फर्स्ट रनर-अप के रूप में शानदार प्रदर्शन किया था। कॉलेज ने अब तक यूथ एंड हेरिटेज फेस्टिवल में लगातार दस सालों तक शीर्ष प्रदर्शन किया है।

महिला महाविद्यालय में एक व्याख्यान आयोजित

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला –  14       नवंबर :

राजकीय स्नातकोत्तर  महिला महाविद्यालय, सेक्टर 14, पंचकूला में आईईसी , वाणिज्य विभाग और कंप्यूटर विज्ञान विभाग के सहयोग से  14 नवंबर 2024 को डॉ. ऋचा सेतिया के मार्गदर्शन में एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। इसमें अतिथि वक्ता के रूप में इन्डीकोर इन्फोकोम प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक श्री अरोडा जी ने छात्राओं को इनोवेशन एवम स्टार्ट अप के विषय में विस्तृत  जानकारी दी । उन्होंने जोमेटो, स्विगी ,ओला, ई-कॉमर्स जैसे विभिन्न डिजिटल प्लेटफॉर्म का उदाहरण देते हुए छात्राओं को बताया कि कैसे वो अपने आस-पास के व्यवसायिक वातावरण को देख कर स्टार्ट अप के नए मौके ढूंढ सकती हैं। उन्होंने छात्राओं को यह भी बताया कि स्टार्टअप किस प्रकार तैयार किया जा सकता है व उपयुक्त टीम का चुनाव, बाज़ार सर्वेक्षण और अपनी योजना को अमल में  कैसे लाया जा सकता है।इस सत्र में बीबीए, बीसीए एवम बीकॉम के  लगभग 108 छात्राओं ने भाग लिया। व्याख्यान  में प्राध्यापक वर्ग से श्रीमती अनुजा गुप्ता, हनी गर्ग, गीता भाटिया, इंदू, प्रियंका, सपना गुप्ता और आईसीसी के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।

गु. ना. ग. कॉलेज में बाल दिवस

गुरु नानक गर्ल्स कॉलेज में बाल दिवस के उपलक्ष्य में रोल प्ले प्रतियोगिता आयोजित

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 14       नवंबर :

गुरु नानक गर्ल्स कॉलेज में बाल दिवस के मौके पर रोल प्ले प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता का आयोजन महाविद्यालय की निदेशिका डॉ वरिंद्र गांधी व प्राचार्या डॉ हरविंदर कौर के मार्गदर्शन में किया गया। कार्यक्रम में जगाधरी और यमुनानगर  की लगभग 60 छात्राओं ने भाग लिया। जिनमें स्प्रिंग फील्ड पब्लिक स्कूल, आनंद पब्लिक स्कूल, इंडियन पब्लिक स्कूल, स्वराज पब्लिक स्कूल, गवर्मेंट सीनियर सेकेंडरी स्कूल और श्री गुरु नानक गर्ल्स सीनियर सेकेंडरी स्कूल की छात्राओं ने भाग लिया। छात्राओं ने डांस, स्किट और रोल प्ले की भिन्न-भिन्न प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़ कर भाग लिया। 

छात्राओं ने रोल मॉडल के रूप में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, सरोजिनी नायडू, पी. वी. सिंधु, मलाला, रानी लक्ष्मी बाई, विनेश फोगाट, सुधा चंद्रन और मिस यूनिवर्स हरनाज संधू की भूमिका निभाई। समाज सेवी तथा अग्रवाल सभा की कॉर्डिनेटर मनीषा अग्रवाल और प्रोफेसर तरनदीप कौर ने प्रतियोगिता में निर्णायक मंडल की भूमिका निभाई। डॉ रितु कुमार ने सभी विजेताओं को बधाई दी और सभी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया।

कार्यक्रम की संयोजिका डॉ गीतू खन्ना और सह संयोजिका रमनजोत कौर और शम्मी बजाज रही। कार्यक्रम के सफल आयोजन में डॉ मीनाक्षी गुप्ता, डॉ  अंजू बाला,  डॉ लक्ष्मी गुप्ता, संदीप कौर, डॉ अमनदीप कौर, स्वाती वर्मा, सुखविन्द्र कौर, रीद्धिमा, समरीद्धि, दीपमाला की सराहनीय भूमिका रही।

एसडी कॉलेज में पीएम-उषा योजना के तहत आयोजित हुआ एक्सपर्ट लेक्चर

डॉ. प्रीत सक्सेना ने छात्रों के बदलते स्वरूप का विस्तृत अवलोकन किया प्रस्तुत

डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़,  13  नवंबर:

सेक्टर-32 स्थित गोस्वामी गणेश दत्त सनातन धर्म कॉलेज के पोस्ट ग्रेजुएट कामर्स एंड मैनेजमेंट विभाग की ओर से पीएम-उषा योजना के तहत “छात्रों की बदलती प्रोफ़ाइल और परिणामों के साथ उद्योग-अकादमिक अपेक्षाओं का मानचित्रण”  विषय पर एक्सपर्ट लेक्चर का आयोजन किया गया। आईसीएफएआई बिजनेस स्कूल, मुंबई की कैंपस हेड और सीनियर डॉयरेक्टर डॉ. प्रीत सक्सेना ने व्याख्यान दिया। उद्योग-अकादमिक सहयोग की गहरी समझ रखने वालीं प्रतिष्ठित एकेडमिक लीडर डॉ. सक्सेना ने कार्यक्रम के दौरान अमूल्य अंतर्दृष्टि साझा की। डॉ. सक्सेना ने छात्रों के बदलते स्वरूप का विस्तृत अवलोकन प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने आज के शैक्षणिक परिदृश्य को आकार देने वाली जनसांख्यिकी, सीखने की प्राथमिकताओं और कैरियर आकांक्षाओं पर ध्यान केंद्रित किया।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि आधुनिक छात्र विविधतापूर्ण, तकनीकी रूप से कुशल और वास्तविक दुनिया के परिणामों से अत्यधिक प्रेरित होते हैं। डॉ. सक्सेना ने संस्थानों के लिए इन विशेषताओं को शामिल करने के लिए अपने शैक्षिक दृष्टिकोण को अनुकूलित करने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला, जिससे छात्रों को सार्थक व्यावसायिक योगदान के लिए तैयार किया जा सके। डॉ. सक्सेना ने उद्योग जगत की अपेक्षाओं के साथ शिक्षा जगत को संरेखित करने के महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि सहयोगात्मक दृष्टिकोण यह सुनिश्चित करने में मदद कर सकता है कि स्नातकों के पास वे कौशल, योग्यताएं और पेशेवर मानसिकता हो, जिनकी आधुनिक नियोक्ता तलाश करते हैं।
उन्होंने परिणाम-आधारित शिक्षा को बढ़ाने के लिए शैक्षणिक संस्थानों के लिए कार्यान्वयन योग्य रणनीतियों की रूपरेखा प्रस्तुत की तथा पाठ्यक्रम के मुख्य घटकों के रूप में कौशल निर्माण और अनुभवात्मक शिक्षा के महत्व पर बल दिया। कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. अजय शर्मा ने डॉ. सक्सेना के विचारों के लिए उनका आभार व्यक्त किया तथा आज के तेजी से बदलते शैक्षणिक और व्यावसायिक परिदृश्य में उनके व्याख्यान की प्रासंगिकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने विद्यार्थियों के परिणामों को बेहतर बनाने तथा उद्योग जगत की मांगों के लिए तैयारी बढ़ाने के लिए ऐसे मूल्यवान दृष्टिकोणों को एकीकृत करने के प्रति कॉलेज की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
कॉलेज के पोस्ट ग्रेजुएट कामर्स एंड मैनेजमेंट विभाग के हेड डॉ. राजीव बहल ने इस ज्ञानवर्धक कार्यक्रम के आयोजन के लिए टीम की सराहना की। इस कार्यक्रम की समन्वयक व डीन कॉमर्स डॉ. मेरु सहगल ने व्याख्यान की प्रशंसा की तथा कहा कि यह समावेशी और प्रगतिशील शिक्षण वातावरण को बढ़ावा देने के कॉलेज के मिशन के साथ संरेखित है। डॉ. सहगल ने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के सत्र संस्थान के अधिक संवेदनशील और अच्छी तरह से तैयार छात्र समुदाय के निर्माण के प्रयासों का समर्थन करते हैं। सत्र का समापन प्रश्नोत्तर के साथ हुआ, जहां छात्रों और शिक्षकों ने उद्योग और शिक्षा जगत के बीच के अंतर को कम करने के लिए व्यावहारिक कदमों पर सक्रिय रूप से चर्चा की। इस कार्यक्रम ने कॉलेज के शैक्षणिक-उद्योग सहयोग को बढ़ावा देने और छात्रों को उभरती हुई व्यावसायिक दुनिया के लिए तैयार करने के प्रति समर्पण को रेखांकित किया।

रा. म. स्ना. म. पंचकूला में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकूला –  13       नवंबर :

13 नवंबर, 2024 को राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, सेक्टर-14, पंचकूला में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन कॉलेज की प्राचार्या डॉ. ऋचा सेतिया की उपस्थिति में हुआ, जो मुख्य अतिथि भी थीं। कार्यक्रम का आयोजन कॉलेज की विज्ञान जागरूकता एवं विकास समिति द्वारा किया गया था। इस प्रदर्शनी में सात विभागों की 52 छात्राओं ने भाग लिया।

छात्राओं ने अलग-अलग थीमों पर मॉडल प्रस्तुत किए जैसे कि क्रिया में पौधे: पादप शरीरक्रिया विज्ञान को समझना और वायु गुणवत्ता निगरानी, ​​हाइड्रोपोनिक्स, एकीकृत कीट प्रबंधन, कार्बन शुद्धिकरण, अपशिष्ट जल प्रबंधन, खाद्य अपमिश्रण, मनोविकृति विज्ञान: प्रणालीगत असंवेदनशीलता चिकित्सा के माध्यम से फोबिक विकार और इसका उपचार, मानसिक स्वास्थ्य और समुदाय, सौर ऊर्जा, रिमोट सेंसिंग, वायु प्रदूषण अवशोषक, स्मार्ट खेती, ऑनलाइन वोटिंग प्रणाली, शब्द अनुमान लगाने का खेल आदि।

निर्णायक मंडल में डॉ. रणजीत सिंह, सुश्री तारा जयंत, डॉ. राकेश कुमार, डॉ. भारती, सुश्री विभा और सुश्री सीमा शामिल थीं। कार्यक्रम में डॉ. सुरेन्द्र, सुश्री सुजाता, डॉ. नीतू, श्री संदीप, श्री प्रदीप कुमार, श्री अमन, सुश्री सीमा, डॉ. कल्पना, सुश्री बलविंदर, सुश्री टीना, सुश्री रानी जिंदल, सुश्री अनीता यादव और सुश्री पारुल शर्मा ने सहयोग किया। वनस्पति विज्ञान विभाग में दीपिका शर्मा और पायल रानी, ​​प्राणि विज्ञान विभाग में श्रेया और अंशिका, रसायन विज्ञान विभाग में वंशिता और रुचि, भौतिक विज्ञान विभाग में निधि और पूजा, मनोविज्ञान विभाग में अर्शिता और पूजा, कंप्यूटर विज्ञान विभाग में वंदना और प्रियंका, भूगोल विभाग में श्रुति और पूनम दहिया ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।

जीएनजी कॉलेज में बहुविषयक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन हुआ

जीएनजी कॉलेज में बहुविषयक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन हुआ

 

 राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन

सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 13       नवंबर :

गुरु नानक गर्ल्स कॉलेज, यमुनानगर में होम साइंस विभाग द्वारा उच्चतर शिक्षा निदेशालय,  पंचकुला द्वारा अनुमोदित ‘इनोवेशन एण्ड सॉल्यूशन फाॅर ग्लोबल सिसटेनबिलिटी : ब्रेकिंग द बैरियर्स इन होम साइंस एण्ड एम्पावरनिक द चेंज विजन 2030 विषय पर आधारित एकदिवसीय बहुविषयक राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार का आयोजन महाविद्यालय की निदेशिका डॉ वरिंद्र गांधी व प्राचार्या डॉ हरविंदर कौर के मार्गदर्शन में किया गया। 

कार्यक्रम में बीज वक्ता  के रूप में प्रो. तरविंदर जीत कौर, चेयरपर्सन गृह विज्ञान विभाग,कुरुक्षेत्र,विश्वविद्यालय,कुरुक्षेत्र,मुख्य वक्ता के रूप में डाॅ. सरोज यादव ,एसोसिएट प्रोफेसर ,वस्त्र एवं परिधान विभाग,आई. सी. काॅलेज ऑफ होम साइंस,चौधरी चरण सिंह यूनिवर्सिटी , हिसार  व तकनीकि सत्र में डाॅ. दीपिका विज,प्रोफेसर एवं पूर्व विभागाध्यक्ष, डिपार्टमेंट ऑफ ह्यूमन डेवलपमेंट एण्ड फैमिली स्टडीज, पंजाब कृषि विश्वविद्यालय, लुधियाना ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सेमिनार में आनलाइन/आफलाइन 90 शोधपत्र प्रस्तुत किए गए। जिनका प्रकाशन इनोवेशन फाॅर ग्लोबल सिस्टेनबिलिटी इन होम साइंस पुस्तक में किया गया ।मौके पर ही जिसका विमोचन किया गया ।

हरियाणा में भारत के विकास को गति देने की जबरदस्त क्षमता है

 हरियाणा में भारत के विकास को गति देने की जबरदस्त क्षमता है-प्रो. नरसीराम बिश्नोई

पवन सैनी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, हिसार, 12       नवंबर :

गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (गुजविप्रौवि), हिसार में हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस (एचएचबी) के सौजन्य से एचएसबी बिजनेस कॉन्क्लेव 2024 का आयोजन किया। ग्रेटर हिसार चौंबर ऑफ कॉमर्स (जीएचसीसी) के सहयोग से आयोजित किए गए इस एक दिवसीय कॉन्क्लेव का विषय “विकसित भारत / 2047 के लिए हरियाणा का कॉर्पोरेट आउटलुक” था। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसीराम उद्घाटन समारोह के मुख्यातिथि रहे। विशिष्ट अतिथि कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर थे। मुख्य वक्ता कि रूप में जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और इकाई प्रमुख विजय कुमार बिंदलिश उपस्थित रहे। अध्यक्षता एचएसबी के निदेशक प्रो. विनोद बिश्नोई ने की। एसएसबी के अधिष्ठाता प्रो. करमपाल नरवाल तथा ग्रेटर हिसार चौंबर ऑफ कॉमर्स के संस्थापक सदस्य मनीष गोयल भी मंच पर उपस्थित रहे। विश्वविद्यालय के सीआरएस सभागार में हुए इस कन्क्लेव में उद्योग प्रतिनिधियों, व्यापार बिरादरी के सदस्यों, संकाय सदस्यों और कई संस्थानों के लगभग1500 प्रतिभागी शामिल हुए।

उद्घाटन समारोह के मुख्यातिथि विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने अपने संबोधन में कहा कि हरियाणा में कृषि, विनिर्माण और सेवाओं जैसे क्षेत्रों में भारत के विकास को गति देने की जबरदस्त क्षमता है। उन्होंने कहा कि एचएसबी बिजनेस कॉन्क्लेव जैसी पहल शिक्षा और उद्योग के बीच की खाई को पाटने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इससेे विद्यार्थियों को उद्योग की अंतर्दृष्टि से सीधा संपर्क प्राप्त करने और भविष्य की नेतृत्व भूमिकाओं के लिए तैयार होने में मदद मिलती है। प्रो. बिश्नोई ने यह भी उल्लेख किया कि उद्यमिता की भूमिका को कम करके नहीं आंका जा सकता है। सही मार्गदर्शन, समर्थन और बुनियादी ढांचे के साथ, विश्वविद्यालयों में युवा दिमागों को अभिनव विचारों को सफल व्यवसायों में बदलने के लिए सशक्त बनाया जा सकता है। जिससे न केवल उनके लिए रोजगार पैदा होगा बल्कि बड़े पैमाने पर अर्थव्यवस्था में भी योगदान होगा। हमें उद्यमिता के लिए ऐसे रास्ते बनाने जारी रखने चाहिए जो जोखिम लेने, रचनात्मकता और मापनीयता को प्रोत्साहित करें।

मुख्य वक्ता जिंदल स्टेनलेस लिमिटेड के वरिष्ठ उपाध्यक्ष और इकाई प्रमुख विजय कुमार बिंदलिश ने उद्योग में नवाचार, उत्पादकता और प्रतिस्पर्धात्मकता के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि राष्ट्र की प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए उद्योगों में तकनीकी प्रगति और नवाचार को बढ़ावा देना जरूरी है। हरियाणा के कॉर्पोरेट क्षेत्र के बढ़ने के साथ, हम आत्मनिर्भरता की ओर बढ़ रहे हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को आज के प्रतिस्पर्धी माहौल में कौशल विकसित करने की सलाह दी और उनसे नवाचार, नेतृत्व और टीम वर्क को अपनाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि छात्रों को यह समझना चाहिए कि शिक्षा केवल नौकरी हासिल करने के लिए नहीं है, बल्कि समाज और उद्योग में सकारात्मक योगदान देने के लिए भी है।
विशिष्ट अतिथि कुलसचिव प्रो. विनोद छोकर ने शैक्षिक और औद्योगिक क्षेत्रों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने में सम्मेलन के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, ऐसी पहल छात्रों को उद्योग जगत के नेताओं से सीधे जुड़ने, उनकी समझ को समृद्ध करने और उनके करियर के दृष्टिकोण का विस्तार करने के लिए एक अमूल्य मंच प्रदान करती है। प्रो. छोकर ने उम्मीद जताई कि छात्र सम्मेलन के दौरान सांझा किए गए ज्ञान का उपयोग हरियाणा के आर्थिक विकास में सार्थक योगदान देने के लिए करेंगे।
हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के निदेशक प्रो. विनोद कुमार बिश्नोई ने शैक्षणिक संस्थानों में इस तरह की पहल की आवश्यकता पर विस्तार से बताया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि युवा भारत का भविष्य हैं और उन्हें सही अवसर और उद्योग का अनुभव प्रदान करना राष्ट्र के विकास के लिए आवश्यक है। प्रो. विनोद ने कहा, यह सम्मेलन एक पुल का काम करता है जो हमारे छात्रों को उद्योग जगत के नेताओं से जोड़ता है। यह उनके लिए पेशेवरों के साथ बातचीत करने, नवीनतम रुझानों को समझने और प्रतिस्पर्धी कारोबारी माहौल में उनसे क्या अपेक्षा की जाती है, यह जानने का एक अमूल्य अवसर है।
हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के डीन प्रोफेसर करम पाल नरवाल ने कहा कि एक सफल बिजनेस कॉन्क्लेव उद्योगों, निवेशकों, उद्यमियों, शोधकर्ताओं और अन्य हितधारकों को एक साथ ला सकता है। यह कॅन्क्लेव आर्थिक नेटवर्किंग और ज्ञान सांझा करने के लिए अनुकूल माहौल तैयार करने के साथ-साथ विकास का ढ़ाचा विकसित करने में भी प्रभावी होगा। इससे उद्योगों में नवाचार और विकास को बढ़ावा मिलेगा। उन्होंने इस अवसर पर विश्वविद्यालय की गौरवपूर्ण उपलब्धियों को जिक्र भी किया।
ग्रेटर हिसार चौंबर ऑफ कॉमर्स के संस्थापक सदस्य मनीष गोयल ने बताया कि हरियाणा स्कूल ऑफ बिजनेस के साथ साझेदारी में यह कार्यक्रम हमारी साझा यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। 2027 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए, प्रत्येक राज्य को आगे आना चाहिए। हरियाणा के मुख्य क्षेत्रों- कृषि, विनिर्माण और सेवाओं के माध्यम् से इस विकसित भारत के विजन को आगे बढ़ाया जा सकता है। हम सबको एक उज्ज्वल कल के लिए भूमिका निभानी है।
एचएसबी बिजनेस कॉन्क्लेव 2024 के उद्घाटन सत्र के समापन पर, आयोजन सचिव डॉ. मणि श्रेष्ठ ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया। उन्होंने विशेष रूप से प्रबंधन छात्रों की मजबूत टीम के प्रयासों की सराहना की, जिन्होंने इस आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।