राज्य स्तरीय कौशल महोत्सव का आयोजन 16 जनवरी को

पंचकूला 13 जनवरी

हरियाणा स्कूल परियोजना परिषद द्वारा 16 जनवरी को राज्य स्तरीय कौशल महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है यह जानकारी जिला परियोजना अधिकारी सुनीता नैन ने दी।उन्होंने बताया कि राज्य के 22 जिलों से करीब 11 35 विद्यार्थी इस महोत्सव में भाग लेंगे ।
इस महोत्सव में प्रतिभागी अपने मॉडल प्रदर्शित करेंगे। इसी प्रदर्शनी के दौरान बेहतरीन मॉडल चुने जाएंगे।

इस समय राज्य में 14 श्रेणियों में कौशल प्रशिक्षण दिया जा रहा है। सुनीता नैन ने बताया यह प्रशिक्षण 4 पायदानों पर दिया जाता है और नौवीं कक्षा से इसका प्रारंभ हो जाता है। शिक्षा के साथ-साथ विधार्थी एक कौशल भी सीख जाता है जिससे कि वह अपने आने वाले जीवन में अपने पैरों पर खडा हो सके।

इन 14 श्रेणियों में कृषि, ब्यूटी, इंश्योरेंस ,बैंकिंग ,फाइनेंस ,पेशेंट केयर, टेक्सटाइल ,इंटरनेट आदि का प्रशिक्षण दिया जाता है जिसके बाद विभिन्न संस्थाओं में इन विद्यार्थियों को इंटर्नशिप भी करवाई जाती है।

परियोजना अधिकारी नमिता खुल्लर ने कहा इस तरह के महोत्सव के आयोजन से बच्चों में ना सिर्फ सीखने के प्रति ललक बढ़ेगी बल्कि प्रतियोगी भावना भी जागृत होगी । इस तरह के प्रशिक्षण जहां बच्चों को अपने पैरों पर खड़ा होने में मददगार साबित होते हैं वही उनमें आत्मविश्वास भी भरते हैं।

इस समय पंचकूला में कुल 3277 विद्यार्थी कौशल प्रशिक्षण ले रहे हैं जिनमें से 1375 विद्यार्थी कक्षा 9 के हैं आपको बता दें की भारत सरकार के इस पायलट प्रोजेक्ट को सबसे पहले अपनाने वाला प्रदेश हरियाणा है पंचकूला में लगभग फूलों में 11 स्किल्स पर प्रशिक्षण दिया जा रहा है इस तरह के प्रशिक्षण से बच्चों के मस्तिष्क मैं सोचने की क्षमता जागृत होती है और वे नए-नए प्रयोग करते हैं जो हमें समय-समय पर इस तरह की प्रतियोगिता प्रदर्शनी और महोत्सव में देखने को मिलते है।

स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं आज भी प्रासंगिकः ज्ञान चंद गुप्ता

  •  युवा संकल्प लें तो कुछ भी कर सकते हैं: ज्ञान चंद गुप्ता
  • अपराधों को रोकने के लिए केवल कानून बनाने से काम नहीं चलेगा बल्कि बच्चों को संस्कार सीखाने होंगे
  • स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने स्वामी विवेकानंद जयंती पर राष्ट्रीय युवा दिवस के कार्यक्रमों में की बतौर मुख्य अतिथि शिरकत की
  • राष्ट्रीय एकता दिवस के अवसर पर आयोजित मैराथन में 8 हजार से अधिक युवाओं ने लिया भाग
  • झूमते नाचते व देशभक्ति की भावना से सरोबार होकर आईटीबीपी व पुलिस सहित  युवा छात्र-छात्राओं ने लिया मैराथन में भाग
  • युवा शक्ति के साथ संवाद कार्यक्रम में प्रदेशभर के युवाओं से रूबरू हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल

पंचकूला, 12 जनवरी:

हरियाणा विधान सभा के स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने कहा कि युवा वर्ग में असीमित शक्ति है जिसके बल पर वह जो संकल्प कर ले, उसे पूरा कर सकता है। युवा शक्ति के कारण ही आज भारत देश को युवा सुपर पावर कहा जाता है। गुप्ता आज पीडब्लयूडी  स्थित सभागार में स्वामी विवेकानंद जयंती पर राष्ट्रीय युवा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को बतौर मुख्यातिथि संबोधित कर रहे थे।

कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री मनोहर लाल भी वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से सभी जिलों में आयोजित कार्यक्रमों से जुड़े युवा शक्ति के साथ सीधा संवाद किया। इससे पूर्व सुबह शालीमार ग्राउंड  में रन फॉर यूथ-यूथ फॉर नेशन के तहत मैराथन का भी आयोजन किया गया जिसमें स्पीकर ज्ञान चंद गुप्ता ने हजारों युवाओं की दौड़ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।

  युवाओं की टोलियां अल भोर से  ही बड़ी  उत्साहित नजर आ रही थी। गुप्ता स्वयं भी इस मैराथन में दौड़े। सडकों के दोनों ओर  युवाओं के झुंड देष भक्ति की भावना से सरोबार थे। राष्टड्ढ्रीय युवा दिवस पर आयोजित कार्यक्रमों के दौरान उपायुक्त मुकेष कुमार आहूजा, पुलिस आयुक्त सौरभ सिंह, युवा एवं खेल निदेषक भूपेन्द्र सिंह, पुलिस उपायुक्त कमलदीप गोयल एसडीएम धीरज चहल  व सीटीएम सुषील कुमार भी मौजूद रहे।पीडब्लयूडी के  सभागार में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यातिथि ज्ञान चंद गुप्ता ने उपस्थितगण को स्वामी विवेकानंद जयंती की बधाई देते हुए इस दिन को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाने पर सरकार की सराहना की।

उन्होंने स्वामी विवेकानंद को आधुनिक भारत का निर्माता बताते हुए कहा कि देश का वास्तविक विकास केवल युवा शक्ति द्वारा ही संभव हो सकता है। भारत को विश्वगुरु बनाने की बात हो या ड्रग मुक्त करने की अथवा संकल्प से सिद्धी के अभियान को सफल बनाने की, हर कार्य में युवा शक्ति की भूमिका सर्वोपरि है। युवा शक्ति देश की सबसे बड़ी पूंजी है जिसके कारण ही आज भारत को युवा सुपर पावर कहा जाता है। युवा वर्ग ने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में न केवल स्वयं सक्रिय भूमिका निभाई बल्कि जन-जन को भी इस संग्राम में जोड़ा। हमारे युवाओं ने ब्रिटिश शासकों की नींद हराम कर दी थी। उन्होंने कहा कि युवा शक्ति राष्ट्र को प्रकृति का अमूल्य उपहार है जो देश को नई ऊंचाइयों पर ले जा सकता है। लेकिन यह तभी संभव है जब युवा स्वयं पर नियंत्रण रखने की कला में माहिर हो और चरित्रवान बने। चरित्र के साथ वह संकल्प करके निडरता के साथ आगे बढ़ेगा तो कोई भी शक्ति उसके आगे नहीं टिक सकेगी। उन्होंने कहा कि आज हमें स्वामी विवेकानंद की शिक्षाओं पर चलने की आवश्यकता है जिन्होंने युवाओं से आह्वाहन किया था कि उठो, जागो और तब तक चलते रहो जब तक लक्ष्य प्राप्त न हो जाए। उन्होंने युवाओं से नशे व कुरीतियों से दूर रहने का आह्वाहान किया।

गुप्ता ने कहा कि स्वामी विवेकानंद की शिक्षाएं आज 120 साल बीत जाने की बाद भी उतनी ही प्रासंगिक हैं। आध्यात्मिक मूल्यों के अभाव व चरम उपभोगतावाद ने दुनिया को स्वार्थी बना दिया है। पूरा विश्व वैमनस्य के दौर से गुजर रहा है। आतंकवाद व अलगाववाद ने मानवता को छलनी कर दिया है। आज भी दुनिया शांति और प्रेम के लिए भारत की ओर टकटकी लगाए है। उन्होंने युवाओं का आह््वान करते हुए कहा कि वे स्वामी विवेकानंद के ब्रंाड एम्बैसडर बनकर आतंकवाद और नैराष्य में डूबे विश्व नई राह दिखाएं। उन्होंने कहा कि भारत में विश्व का केंद्र बनने की सारी खूबियां हैं । उन खूबियों का कारण इसके संस्कार, इसकी शिक्षाएं ,और इसका वो रास्ता है जो भारत के संतो के द्वारा दिखाया गया है। वही संस्कार आज भी भारत के युवाओं में विद्यमान हैं। आज की इस मैराथन का उद्ेदष्य उन्हीं भावों को और अधिक मजबूती प्रदान करना है। आज के इस मैराथन से हमारे महान संस्कारों को नई उर्जा मिली है। इस उर्जा को दिल में हमेशा जलाए रखना है। 

गुप्ता ने कहा कि राष्ट्र को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए हमें अपने बच्चों को मानसिक व सांस्कृतिक रूप से भी उन्नत करना होगा। आज हम शैक्षणिक रूप से तो बच्चों को टॉप पर देखना चाहते हैं लेकिन उन्हेें अपनी पुरातन संस्कृति से जोडने की ओर अधिक ध्यान नहीं देते हैं। अपराधों को रोकने के लिए केवल कानून बनाने से काम नहीं चलेगा बल्कि बच्चों को संस्कार सीखाने होंगे। इस प्रकार के आयोजन भी युवा पीढ़ी में नए संस्कार रोपने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं। उन्होंने प्रदेश व केंद्र सरकार की विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं का लाभ पहुंचाने की बात कही।

इस अवसर पर खेल एवं षिक्षा जगत में विशेष उपलब्धि प्राप्त करने वालेे छात्र-छात्राओं सहित अनेकों गणमान्य व्यक्ति एवं संबिधत अधिकारी उपस्थित थे। 

छात्रवृत्ति योजना में 45 करोड़ के घोटाले के पर्दाफाश होने के बाद 5 आरोपी गिरफ्तार, अभी और खुलासों की उम्मीद

पंचकूला :

हरियाणा में 45 करोड़ 31 लाख का घोटाला सामने आया।घोटाले को अंजाम देने के लिए फर्जी एडमिशन और फर्जी आईडी का इस्तेमाल किया गया। एसपी विजिलेंस मनबीर सिंह ने पत्रकारवार्ता में किया खुलासा करते हुए बताया की पोस्ट मेट्रिक स्कीम में 5 आरोपी गिरफ्तार हुए, आरोपियों ने कई चोंकाने वाले खुलासे किए।

पोस्ट मेट्रिक स्किम में रविन्द्र सिंह सांगवान ,तत्कालीन उपनिदेशक, निवासी पानीपत, सुरेंदर कुमार लिपिक कार्यालय ज़िला कल्याण अधिकारी सोनीपत, राहुल निवासी रोहतक, गुरुदेव कौर और कुमारी रितिका निवासी डेराबस्सी को गिरफ्तार किया है।

एसपी विजिलेंस ने कहा कि मामले में कई बड़े खुलासे होने की उम्मीद। पंचकूला ,हिसार और रोहतक के विजिलेंस थानों में है मामला दर्ज।

घोटाले में पंचकूला से 89,61,372  रुपये, रोहतक से 23,06,92,273 और हिसार से 21,35,28,753 जोकि कुल मिलाकर 45,31,82,398 का हुआ घोटाला।

दीपिका के जेएनयू जाने पर यूनिवर्सिटी के वीसी एम. जगदीश कुमार ने सवाल उठाए हैं

CAA के नाम पर हों या फीस बढ़ौतरी के नाम पर सभी ने अपनी अपनी रोटियाँ सेंकीं। विपक्ष (वाम दल, काँग्रेस, सपा आदि) ने प्रदर्शन कारियों को न केवल पराश्रय दिया अपितु प्रोत्साहित भी किया और तो और उन्हे प्रोत्साहन राशि देने की बात भी कही।(शर्मनाक) टुकड़े टुकड़े गैंग फिर से प्रकट हुआ और फिर से काश्मीर की आज़ादी के नारे लगे यह सब हुआ विपक्षी दलों के वरदस्त प्राप्ति के पश्चात। JNU में जो कुछ भी हुआ वह न सिर्फ निंदनीय है अपितु माफ करने लायक भी नहीं है। दोषियों को पहचान कर उन्हे त्वरित दंड मिलना चाहिए, और यह भी ध्यान रहे की यह कार्यवाही एक तरफा न हो। जो वां पंथी छात्र हड़ताल पर बैठे हैं उन्हे भी इस बात का एहसास करवाया जाये की उनके कारण पढ़ने वाले छात्रों का नुकसान हो रहा है। वह छात्र इनकी दलगत राजनीति के शिकार क्यों हों। यहाँ एक बात तो तय है की हड़ताल, बंद के पीछे विपक्ष ही है और वह CAA, NRC के मद्दे पर अपनी राजनीती चमकाना चाहते हैं। आज जब वीसी असल में प्रभावित छात्र है उनके लिए गुहार लगाई तो उन्हे पदमुक्त होने की सलाह दे दी गयी।

नई दिल्ली: 

अभिनेत्री दीपिका पादुकोण के जेएनयू जाने पर यूनिवर्सिटी के वीसी एम. जगदीश कुमार ने सवाल उठाए हैं. JNU वीसी ने सवालिया लहजे में कहा कि प्रदर्शनकारियों के पक्ष में हस्तियां क्यों खड़ी हैं. वीसी ने कहा कि उन हजारों छात्रों और शिक्षकों का क्या जिन्हें उनके अधिकार से वंचित किया गया है? 
 
गौरतलब है कि एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण मंगलवार को दिल्ली के जेएनयू कैंपस में वामपंथी छात्रों के प्रदर्शन में शामिल हुईं थी. इस दौरान कन्हैया कुमार और जेएनयू छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष मंच पर मौजूद थीं. दीपिका वहां करीब 10 मिनट तक मौजूद रहीं लेकिन उन्होंने वहां पर छात्रों को संबोधित नहीं किया. हालांकि दीपिका की मौजूदगी में वहां आजादी के जोरदार नारे लगाए गए. लेकिन दीपिका ने प्रदर्शन या JNU से जुड़ी किसी बात पर कोई टिप्पणी नहीं की. वैसे दीपिका की फिल्म छपाक शुक्रवार को रिलीज होने वाली है.  

जेएनयू के वीसी जगदीश कुमार ने अपने एक बयान में कहा, “मैं प्रदर्शनकारियों के पक्ष में खड़ी होने वाली सभी हस्तियों से पूछना चाहता हूं कि उन हजारों शिक्षकों और छात्रों का क्या जिन्हें उनके मूलभूत कार्य मसलन रिसर्च और पठन-पाठन से वंचित किया जा रहा है? आप उनके पक्ष में क्यों खड़े नहीं होते? और हजारों छात्र नए सेमेस्टर के लिए रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं. कुछ ऐसी अफवाहें आ रही हैं कि यूनिवर्सिटी बंद होने वाली है?  जेएनयू और मानव संसाधन विकास मंत्रालय साथ मिलकर काम कर रहे हैं. हम सामान्य शैक्षणिक प्रकिया चाहते हैं. कुछ छात्र हिंसात्मक व्यवहार कर रहे हैं. कोई भी प्रदर्शन शांतिपूर्वक होना चाहिए.” 

उन्होंने आगे कहा, “प्रदर्शनकारी अपना चेहरा क्यों ढंक रहे हैं? हमारे चीफ प्रोक्टर सभी पहलुओं पर जांच कर रहे हैं और वह अनुशासनात्मक कार्रवाई करेंगे. पुलिस टीम आई थी. हमने हिंसा से संबंधित सभी वीडियो, फोटोज सौंप दिए हैं.” 

वहीं दूसरी ओर राजनीति से प्रेरित चिदम्बरम वीसी जगदीश कुमार को पद से मुक्त होने की सलाह दे रहे हैं।

राष्ट्रीय युवा दिवस पर पंचकूला बनेगा मैराथन व संवाद कार्यक्रम में भागीदार

राष्ट्रीय युवा दिवस पर  पंचकूला बनेगा मैराथन व संवाद कार्यक्रम में भागीदार नगराधीश सुशील कुमार ने ली आयोजन को लेकर अधिकारियों की बैठक 

पंचकूला , 8 जनवरी-

राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में स्वामी विवेकानंद जयंती पर रविवार, 12 जनवरी को आयोजित होने वाली रन फॉर यूथ, यूथ फॉर नेशन मैराथन युवा शक्ति में नई ऊर्जा का संचार करते हुए राष्ट्रहित की भावना पैदा करेगी। यह बात नगराधीश ने कही। वे बुधवार को अपने कार्यालय में मैराथन व संवाद कार्यक्रम को लेकर संबंधित अधिकारियों की बैठक ले रहे थे।

बैठक में नगराधीश सुशील कुमार ने कहा कि राष्ट्र के विकास में युवा वर्ग की अहम भागीदारी होती है, ऐसे में युवाओं को सही मार्ग की ओर ले जाने में इस प्रकार के आयोजन प्रेरणादायक रहते हैं। उन्होंने रन फॉर यूथ, यूथ फॉर नेशन मैराथन की तैयारियों की समीक्षा करते हुए कहा कि पुलिस विभाग द्वारा संबंधित अधिकारियों के साथ तालमेल स्थापित करते हुए अनुशासनात्मक तरीके से रविवार की सुबह 7 बजे से मैराथन को पूरा किया जाएगा। वहीं सुबह 10ः30 बजे शहर के पीडब्लयूडी के सभागार में आयोजित संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मनोहर लाल रेवाड़ी से वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से युवा शक्ति से सीधा संवाद कायम करेंगे। ऐसे में संबंधित विभागीय अधिकारी पूरी जिम्मेवारी के साथ कार्यक्रम के सफल आयोजन में अपनी भागीदारी निभाएं। इस मैराथन के लिए अब तक 8 हजार से अधिक लोगांे ने अपना पंजीकरण करवा लिया है। 

 मैराथन का यह रहेगा रूट

नगराधीश सुशील कुमार ने बताया कि उपायुक्त मुकेश कुमार आहूजा के  के मार्गदर्शन में शालीमार ग्रांउड से सुबह 7 बजे 3, 5 व 10 किलोमीटर की मैराथन शुरू होगी। यह मैराथन शालीमार ईस्ट साईड रोड , शक्ति भवन चौंक, सैक्टर 8 और 9 , टैªफिक लाईट, सैक्टर 5 पुलिस स्टेशन, इन्द्रधनुष थियेटर, परेड ग्राउंड, हैफेड बिल्डिंग के बैक साईड से होते हुए बेलाविस्टा बैक साईड से होते हुए शालीमार सैक्टर 8की पार्किंग पर संपन्न होगी। मैराथन के दौरान प्रतिभागियों को किसी प्रकार से भी परेशानी न हो इसके लिए पूरा रूट चार्ट रास्ते में प्रदर्शित किया जाएगा और सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस व स्वास्थ्य सेवाएं भी उपलब्ध रहेंगी।

महाविद्यालय सभागार में होगा युवाओं से संवाद

नगराधीश ने कहा कि मैराथन उपरांत दूसरे चरण में कार्यक्रम की श्रंखला के तहत मुख्यमंत्री युवा शक्ति से सीधा संवाद कायम करेंगे। उन्होंने बताया कि पीडब्लयूडी सभागार में आयोजित संवाद कार्यक्रम में युवा वर्ग को वीडियो कांफ्रेंस के माध्यम से मुख्यमंत्री का संबोधन होगा और युवाओं से रूबरू होंगे। 

लेफ्ट द्वारा एबीवीपी पर लगातार हमला बोलना खुद उन्हे ही संदेह के घेरे में खड़ा करता है

दिल्ली पुलिस ने जेएनयू वाली घटना में साजिश के एंगल से जांच शुरू कर दी है. सूत्रों के मुताबिक जब पेरियार हॉस्टल में नकाबपोशों का हमला हुआ तो उसके बाद कुछ WhastsApp ग्रुप बने.
जेएनयू में छात्रों पर हुए हमले के पीछे लोगों की पहचान का खुलासा नहीं हुआ है। लेकिन लेफ्ट द्वारा लगातार एबीवीपी हमला बोलना खुद उन्हें सवालों के घेरे में घेर रहा है।
लेफ्ट और एबीवीपी उस रात हुए हमले को लेकर एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं और इन सबके बीच कुछ whatsapp चैट वायरल हो रहे हैं. इन चैट्स को घटना वाली रात का बताया जा रहा है. इन चैट्स में जेएनयू परिसर में लोगों को बुलाने की बात कही जा रही है. घटना के बाद से ही इन whatsapp चैट्स के स्क्रीनशॉट वायरल हो रहे हैं और उनकी सत्यता की जांच की जा रही है.
जेएनयू में छात्रों पर हुए हमले के पीछे लोगों की पहचान का खुलासा नहीं हुआ है। लेकिन लेफ्ट द्वारा लगातार एबीवीपी हमला बोलना खुद उन्हें सवालों के घेरे में घेर रहा है।

जेएनयू के हॉस्टलों में घुसकर छात्रों के साथ हुई हिंसा निस्संदेह ही शर्मनाक घटना है। लेकिन इस घटना के लिए बिन सोचे समझे केंद्र सरकार या फिर एबीवीपी पर हमलावर हो जाना उतना ही अधिक निंदनीय। रविवार की रात मुँह पर नकाब पहने और हाथ में लाठी लिए परिसर में घुसे कुछ दंगाई कौन थे? कहाँ से आए थे? किस समूह से थे? ये किसी को नहीं मालूम। मगर फिर भी अगर सोशल मीडिया पर देखें तो कुछ ही पल में एक नैरेटिव तैयार किया गया कि ये सब भाजपा के छात्र संघ एबीवीपी का किया धरा है। और तो और ये लोग प्रोपेगेंडा के तहत आनन-फानन में गृहमंत्री से इस्तीफा भी माँगने लगे!

इस पूरे प्रकरण में एबीवीपी के छात्र खुद काफी चोटिल हुए और घटना के ख़िलाफ़ हुए प्रदर्शन में उनकी मौजूदगी भी अन्य समूह जितनी ही रही। लेकिन, फिर भी इसी बीच वामपंथी गिरोह के लोगों द्वारा अपना नैरेटिव सिद्ध करने के लिए, कुछ व्हॉट्सअप चैट वायरल की जाने लगीं और दावा किया गया कि जेएनयू में जो कुछ हुआ, वो सब पहले से निर्धारित था।

उल्लेखनीय है कि इन व्हॉट्सएप स्क्रीनशॉट्स की क्या प्रमाणिकता है, ये किसी को अभी तक नहीं मालूम। मगर, फिर भी जेएनयू की पूर्व अध्यक्ष गीता द्वारा शेयर किए गए स्क्रीनशॉट्स से लेफ्ट का ही पर्दाफाश हो गया… वो कैसे? आइए जानें…

दरअसल, एबीवीपी को बदनाम करने के लिए जिस ग्रुप चैट का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर जेएनयू की पूर्व अध्यक्ष गीता द्वारा शेयर किया गया, उसमें कई नंबर साफ नजर आए। ऐसे में जब इन नंबरों की पड़ताल हुई तो एक नंबर उसमें अमन सिन्हा नामक छात्र का निकला।

अमन सिन्हा द्वारा साल 2016 में किए ट्वीट पर उसका नंबर साफ तौर पर लिखा है। जबकि उसका फेसबुक अकॉउंट देखने पर पता चलता है कि अमन सिन्हा, जिसका नंबर लेफ्ट टेरर डाउन नामक ग्रुप में है और जिसे लेकर दावा किया जा रहा है कि वो एबीवीपी का ‘गुंडा’ है। उसका लेना-देना संघ या भाजपा से नहीं, बल्कि कन्हैया कुमार, उमर खालिद जैसे वामपंथियों और कट्टरवादियों से है। जिनके द्वाया आयोजित कार्यक्रमों में अक्सर उसे देखा जाता है।

अमन सिन्हा की वॉल पर, उसके द्वारा शेयर की गई तस्वीरों से साफ पता चलता है कि इस पूरे कारनामे को सुनियोजित ढंग से अंजाम देने के लिए किसने अपनी भूमिका निभाई।

सोशल मीडिया पर खुलासा होते ही, अन्य यूजर भी अमन सिन्हा से जुड़े कई तथ्य निकालकर लेकर आने लगे। लोगों ने पूछा कि क्या ये वही छात्र है, जिसने अफजल गुरु के शहीदी के नारे लगाए और उसके पोस्टर लेकर घूमा था।

गौरतलब है कि अभी तक रविवार को जेएनयू में छात्रों पर हुए हमले के पीछे लोगों की पहचान का खुलासा नहीं हुआ है। लेकिन लेफ्ट द्वारा लगातार एबीवीपी हमला बोलना खुद उन्हें सवालों के घेरे में घेर रहा है। सोशल मीडिया पर एक ओर जहाँ कई लोग इस हिंसा के लिए उचित कार्रवाई की माँग कर रहे हैं। तो वहीं कुछ ऐसे भी हैं जो प्रत्यत्क्ष रूप से लेफ्ट को जिम्मेदार बता रहे हैं और अमन सिन्हा का खुलासा होने के बाद उनसे सवाल भी कर रहे हैं।

जेएनयू हिंसा में लिप्त नकाबपोश लड़की मिली, पर उसके दावे अलग हैं

नकाब में वायरल हो रही लड़की का नाम शाम्भवी है. शाम्भवी का कहना है कि जेएनयू में जब हिंसा हुई उस वक्त वह वहां मौजूद ही नहीं थी.

नई दिल्ली(ब्यूरो): 

जवाहर लाल नेहरू विवि (जेएनयू) परिसर में रविवार को हुई हिंसा के बाद सोशल मीडिया पर एक नकाबपोश लड़की की तस्वीर वायरल हो रही है. लोग लिख रहे हैं कि यही लड़की हमलावरों की अगुवाई कर रही थी. पत्रकारों से बातचीत के दौरान लड़की ने अपनी पूरी बात दुनिया के सामने रखी है. नकाब में वायरल हो रही लड़की का नाम शाम्भवी है. शाम्भवी का कहना है कि जेएनयू में जब हिंसा हुई उस वक्त वह वहां मौजूद ही नहीं थी. उसने बताया कि जिस समय साबरमती हॉस्टल में हंगामा हुआ वह उस समय हॉस्पिटल में भर्ती थी. उनके पास पर्ची भी है जब शाम 6.30 बजे वह AIIMS में भर्ती थी. उसने बताया कि पेरियार हॉस्टल में जब हमला हुआ था तब वो घायल हो गयी थी. शाम्भवी का आरोप है कि जो वीडियो वायरल हो रहा है उसमें वह है ही नहीं. वह आज भी वहीं चेक शर्ट पहनी हुई है. उसका कलर और उनके शर्ट का कलर दोनों अलग है.

JNU हिंसा में दिल्ली पुलिस ने दर्ज की FIR

इस मामले में वसंत कुंज थाने में दर्ज हुए मुकदमें मे कहा गया है कि जेएनयू के छात्र पिछले कुछ दिनों से हॉस्टल फीस वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. हाईकोर्ट के निर्देश के अनुसार प्रशासनिक ब्लॉक के 100 मीटर के दायरे में किसी भी विरोध की अनुमति नहीं है. मुकदमें में आगे कहा गया है कि एक इंस्पेक्टर की अगुवाई में एक पुलिस दल 5 जनवरी को अपराह्न 3.45 बजे प्रशासनिक ब्लॉक में तैनात किया गया, कुछ छात्रों के बारे में सूचना मिली कि पेरियार हॉस्टल में इकट्ठा हुए हैं और उनके बीच लड़ाई हुई है और वे संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं. 

निरीक्षक अन्य पुलिसकर्मियों के साथ पेरियार हॉस्टल पहुंचे जहां उन्होंने लगभग 50 लोगों को नकाब पहने और लाठियों से लैस पाया. भीड़ हॉस्टल में छात्रों को पीट रही थी और संपत्ति को नुकसान पहुंचा रही थी, लेकिन पुलिस को देखकर वे सभी भाग गए. शाम करीब 7 बजे साबरमती हॉस्टल में भड़के छात्रों और छात्रों की पिटाई के बारे में हिंसा के पीसीआर कॉल आने लगे. 

पीए सिस्टम की मदद से वैंडल्स को चेतावनी जारी की गई थी लेकिन वे संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे थे और छात्रों की पिटाई कर रहे थे. वे सब भाग गए. कई छात्रों को चोटें आईं और उन्हें एम्स ले जाया गया. सार्वजनिक संपत्ति अधिनियम को नुकसान की रोकथाम में आईपीसी की धारा 145, 147, 148 149, 151 और धारा 3 के तहत एफआईआर दर्ज की गई है.

दिल्ली पुलिस ने क्या कहा?

दिल्ली पुलिस के PRO मनदीप सिंह रंधावा ने बताया, ‘दोनों गुटों ने बाहरी लोगों को बुलाया था. रविवार (5 जनवरी) की घटना से पहले दिल्ली पुलिस तीन FIR पहले दर्ज कर चुकी है. कुल चार कैस दर्ज हुए हैं. शाम 5 बजे के बाद कॉल मिली था. ऑनलाइन रेजिस्ट्रेशन हुआ था. वहीं चेक करते हैं एडमिन ब्लॉक के पास पुलिस होती है. एडमिन ब्लॉक में पुलिस की दो पोलीमेंट होती है. सीसीटीव कलेक्ट कर जांच शरू कर दी गयी है. 34 एडमिट हुए थे सभी को डिस्चार्ज कर दिया गया है.’

उन्होंने कहा कि फैक्ट फाइंडिंग कमिटी बनाई गई है. शालनी सिंह लीड कर रही हैं. सभी बिंदु की जांच की जा रही है. पीसीआर कॉल मिलते ही पुलिस गयी थी. सोशल मीडिया के वाट्सऐप की जांच की जा रही है.

The Senate Election of the Panjab University of Registered Graduate Constituency on 20.09.2020

Korel, Chandigarh January 6, 2020

                The Senate Election of the Panjab University of Registered Graduate Constituency will be held on 20.09.2020. In this Election, the existing voters and new voters can cast their votes. Fifteen (15) members are to be elected from this Constituency.

  1. The following classes of graduates of the Panjab University shall be eligible for enrolment provided that they are domiciled in India:
  2. Those who have taken a Doctorate degree or Master’s degree, in any Faculty of the University;
  3. Those who have graduated, not less than 5 years before registration, in any Faculty of the Panjab University, Chandigarh; or from the University of the Panjab, Lahore. For this purpose, the period of 5 years shall be counted from the year in which a person passed the degree examination concerned.

Illustration:- A Person was declared to have passed the B.A. examination in 2015 or before, he will be eligible for enrolment in 2020.

  • The voter shall also indicate the year and Roll No. of passing the Matriculation/Higher Secondary Examination along with the name of University/Board from where he has passed the said examination

Those who fulfill the above condition/s can deposit the application form upto 24.02.2020, obtainable from the P.U website (http:senateelections.puchd.ac.in/show-noticeboard.php?nbid=1) with cost of Rs. 1/- (application form) and fee of Rs. 15/- (life membership) (Total Rs. 16/-) along with self attested Photo Residence proof and one latest passport size photograph.

  • They can also send the above documents (scanned copies) by sending email with subject “Registration P.U. Senate Election 2020” to elections@pu.ac.in.
  • Existing voter: A voter, whose name already exists in the voter list used for election in 2016, need not send the above documents to revalidate his/her name. However, to be eligible to vote in the Election Scheduled in Sept. 2020, a photo ID with address such as Aadhaar Card, Voter Card, valid Passport, Driving License, Senior Citizen Card, Bank Passbook is a must at the time of voting for all the voters
  • Change of Address: If any voter wants to get the address changed, he/she can download the same form P.U. website and deposit the same upto 23.04.2020 in the election Cell, P.U. Chandigarh. No fee is required to be deposited with Change of Address form.

Seminar on Women’s Participation in Decision Making at PU

Korel,Chandigarh January 6, 2020

        ‘The presence of women in the key positions of Government will contribute immensely in nation building’ said Ms. Rekha Sharma, Chairperson, National Commission for Women (NCW), New Delhi while speaking at a seminar on ‘Women’s  Participation in Decision Making’ organized by Panjab University, Chandigarh in collaboration with the NCW, here today. Women can be empowered by education, which will give them confidence in taking decisions, she added. While starting her address on a positive note, she cited examples which included a great parliamentarian and orator Ms. Sushma Swaraj, who as External Affairs Minister changed the whole scenario with her quick decisions. She also appreciated Dr. Kiran Bedi, Lieutenant Governor of Puducherry, for her commendable work on Jail reforms. The NCW Chairperson urged the women to become independent and not dependent on their male colleagues. They should come forward to put their view point at every step which will further help in bringing the change in society towards women, she added.    

            Shri Satya Pal Jain, Additional Solicitor General of India in his keynote address spoke on ‘Understanding the Issues and Challenges for Women in Decision Making’ and stressed on elimination of women exploitation. He said that awareness for women empowerment at all levels is the need of the hour. Women participation will overall make a better society, he added.  He urged women to stand for their rights. He opined that women should not be divided on the basis of casteism.

            Sh. Gian Chand Gupta, Speaker, Haryana Legislative Assembly, focussed on women empowerment and women leadership. He informed that for the growth of nation, 50% women population of the country cannot be ignored. He informed that the State of Haryana has 31 new Colleges in order to enhance education for girls of every strata.

            Prof. Pam Rajput, Professor Emeritus, coordinator of the event stressed on the indispensable role women play in entrepreneurship.  She informed that in order to assess the challenges to practical implementation of policy measures to empower women as decision makers and to assess the way forward, it is essential to develop holistic and comprehensive policy to elevate the status of women in society.

            Prof. Raj Kumar, Vice Chancellor, Panjab University, Chandigarh earlier in his address while appreciating the potential of PU teachers, informed that maximum Chairpersons in PU are women and even the female students studying in PU are around 75% of the total strength. He informed about the Mobile Legal Aid Van which will be extended for the legal literacy and sensitization programme in the city as well as rural and remote areas around the city. He appreciated the assurance from NCW in this regard.

            The second session was concerned with the ‘Role of Financial Inclusion in Enabling Decision Making by Women’. The co-ordinator for this session was Smt. Meenakshi Gupta. The panellists for this session were, Smt. Meenakshi Gupta, Deputy CAG, who discussed the reasons for the financial issues faced by women in decision making, Dr. H. Srinivas, DG, V.V. Giri National Labour Institute, who spoke about women entrepreneurs in rural areas,and Smt. Revathi Roy, CEO, Heydeedee who related her own experiences as a woman entrepreneur and discussed the need for women to be financially independent. This was followed by an Open House Discussion.

            The third and final session took up the discussion of ‘Sexual and Reproductive Health and Decision Making: Present Policy Framework and Challenges’. The panellists for this session were Prof. Pam Rajput, Emeritus Deptt. Cum Centre for Women’s Studies and Development Panjab University, Chandigarh, who kicked off the session and spoke about women and their right over their body and sexual health, Dr. Baljit Kaur, Asst. Director Deptt. of Health and Family Welfare Punjab, Sh. A. Asholi Chalai, Joint Secretary, NCW, and Ms. Nanthini Subbiah, Asst. Prof, Deptt. of Community Health and Advisory, NIH&FW. This was followed by another round of Open House Discussion. The event was brought to a close with a vote of thanks by Sh. A. Asholi Chalai.

            Those present at the Seminar included Prof. Shankarji Jha, Dean University Instructions, Prof. R.K. Singla, Dean Research, Prof. Emanual Nahar, Dean Student Welfare, Prof. Neena Capalash(DSW-W), Prof. Ashwani Kaul, Chief of University Security, Representatives from States Commission from Women from the States of Haryana, Punjab & Himachal, senior PU officials, staff and students. 

हमारे 25 सदस्य गंभीर रूप से घायल, 11 लापता: एबीवीपी

JNU प्रशासन को परिसर में पुलिस बुलानी पड़ी। एबीवीपी ने आरोप लगाया कि वाम छात्र संगठनों एसएफआई, आइसा और डीएसएफ से संबद्ध छात्रों ने उसके सदस्यों पर “निर्ममता” से हमला किया। 

नई दिल्ली। RSS से संबद्ध छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने रविवार को आरोप लगाया कि लेफ्ट समर्थित छात्र संगठन के सदस्यों ने जेएनयू इकाई के उसके सचिव समेत अन्य सदस्यों पर हमला किया और संगठन के 11 सदस्य लापता हो गए। डंडों से लैस नकाबपोश लोगों के छात्रों एवं शिक्षकों पर हमला करने और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के बाद रविवार रात जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) में हिंसा भड़क उठी।

इसके बाद प्रशासन को परिसर में पुलिस बुलानी पड़ी। एबीवीपी ने आरोप लगाया कि वाम छात्र संगठनों एसएफआई, आइसा और डीएसएफ से संबद्ध छात्रों ने उसके सदस्यों पर “निर्ममता” से हमला किया। संगठन ने कहा, “इस हमले में करीब 25 छात्र गंभीर रूप से घायल हुए और 11 छात्रों का कुछ अता-पता नहीं।” एबीवीपी कहा, “लेफ्ट के नकाबपोश गुंडे आज जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में घुसे और पंजीकरण के लिए गए छात्रों को पीटा।” संगठन ने कहा, “एबीवीपी से संबद्ध जेएनयू के छात्रों पर निर्ममता से हमला किया गया।”

एबीवीपी के अनुसार, इसकी जेएनयू इकाई के सचिव और पिछले साल के जेएनयू छात्र संघ के अध्यक्ष पद के उम्मीदवार मनीष जांगीड़ गंभीर रूप से घायल हो गए (उनके हाथ की हड्डी टूट गई है)। कई छात्रों के सिर पर चोट आई है और कुछ छात्र अब भी लापता हैं। वाम नियंत्रित जेएनयू छात्र संघ और एबीवीपी ने हिंसा के लिए एक-दूसरे पर आरोप मढ़ा। यह हिंसा करीब दो घंटे तक जारी रही। जेएनयू छात्र संघ की अध्यक्ष आईशी घोष के सिर पर चोट आई है। जेएनयू प्रशासन ने कहा, “डंडों से लैस नकाबपोश शरारती तत्व आस-पास घूम रहे हैं, संपत्ति को नुकसान पहुंचा रहे हैं और लोगों पर हमला कर रहे हैं।”