सरकारों को शहीद उधम सिंह की राह पर चलना होगा : वीरेश शांडिल्य
खालिस्तानी मुहिम का अंत व पाकिस्तान को सबक सिखाना है तो सरकारों को शहीद उधम सिंह की राह पर चलना होगा: वीरेश शांडिल्य
कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 31 जुलाई :
एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने कहा कि हिन्दुस्तान से यदि खालिस्तान की मुहिम को खत्म करना है और पाकिस्तान को सबक सिखाना है तो देश की सरकारों को शहीदे-ए-आजम उधम सिंह की राह पर चलना होगा जिसने जलियावाला बाग नरसंहार का बदला जरनल डायर को लंदन जाकर मौत के घाट उतार कर लिया और खुद फांसी पर चढ़ गए। वीरेश शांडिल्य आज शहीद उधम सिंह की प्रतिमा पर उनके शहीदी दिवस पर पुष्प अर्पित कर पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। शांडिल्य ने कहा कि खालिस्तानी मुहिम व राष्ट्रद्रोही ताकतों व पाकिस्तान जैसे दुश्मन देश से बदला लेना है तो देश की माताओं को अपनी कोख से उधम सिंह जैसे शूरवीरों को जन्म देना होगा क्योकि राष्ट्र की एकता और अखंडता की रक्षा का जिम्मा सिर्फसरकारों का नहीं बल्कि देश के उन युवाओं का भी है जो उधम सिंह, भगत सिंह राजगुरू, सुखदेव, करतार सराबा, खुदीराम बोस, मदन लाल ढींगरा, असफाक उल्ला खान की सोच पर पहरा देते हैं। एंटी टेरोरिस्ट फ्रंट इंडिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीरेश शांडिल्य ने उधम सिंह की प्रतिमा के समक्ष संकल्प लिया कि जब तक शरीर में खून का अंतिम कतरा दौड़ रहा है तब तक खालिस्तानी मुहिम सहित पाकिस्तानी आतंकवादियों व देश को खंडित करने वाली ताकतों से लड़ता रहूंगा। वीरेश शांडिल्य ने कहा कि दुख है कि इन शहीदों को शहीदी दिवस या इनकी जयंती पर याद किया जाता है जबकि इनकी कुर्बानियां बारे देश की युवा पीढ़ी को कोई जानकारी नहीं। वीरेश शांडिल्य ने तीसरी बार केंद्र में प्रधानमंत्री बने नरेंद्र मोदी से मांग की है कि भारतीय करंसी पर उधम सिंह, भगत सिंह, सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद जैसे तमाम शहीदों के चित्र लगाए जाएं इससे बड़ी श्रद्धांजलि सरकार की तरफ से नहीं हो सकती और साथ ही मोदी सरकार से मांग की है कि जैसे जरनल डायर को शहीद उधम सिंह ने लंदन जाकर मौत के घाट उतारा था वैसे ही भारतीय सेना को पाकिस्तान भेजकर हाफिज सयैद, मुलाना मसूद अजहर जैसे आतंकवादियों को मौत के घाट उतारकर उनके शवों को मुंबई के 26/11 स्मारक के बाहर जलाया जाए। यह शहीद भारतीय जवानों को सच्ची श्रद्धांजलि होगी।