चुनाव से पहले झारखंड में कांग्रेस को एक बड़ा झटका
चुनाव से पहले झारखंड में कांग्रेस को एक बड़ा झटका मिला है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी व पश्चिम सिंहभूम जिले की सांसद गीता कोड़ा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। आज कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गई हैं। बताया जा रहा है कि बीते कुछ दिनों से वो गठबंधन से नाराज चल रही थीं।
डेमोक्रेटिक फ्रंट संवाददाता, रांची।
झारखंड में चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका मिला है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी व पश्चिम सिंहभूम जिले की सांसद गीता कोड़ा ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। वह अब भाजपा संग जुड़ गई हैं। झारखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने उन्हें पार्टी में शामिल कराया। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, वह राज्य में कांग्रेस पार्टी द्वारा किए गए गठबंधन से खुश नहीं हैं।
गीता कोड़ा 2019 में कांग्रेस के लिए झारखंड से एकमात्र सांसद थीं। जनवरी 2022 में गृहमंत्री अमित शाह के झारखंड दौरे के बाद से ही उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं। हालांकि उन्होंने इन अटकलों पर अक्सर विराम लगाया। लेकिन 26 फरवरी 2024 को उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी का दामन थाम लिया। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कोड़ा दंपति का भाजपा से पुराना लगाव रहा है। वह कतिपय परिस्थितियों से भाजपा से अलग हुए थे, लेकिन अब एक बार फिर पुराने घर में आ गए हैं। गीता कोड़ा ने कहा कि मैं आज बीजेपी में शामिल हो गई। कांग्रेस ने तुष्टिकरण की राजनीति करके देश को संकट में डाल दिया है। पार्टी कहती है कि वह सभी को साथ लेकर चलेगी, लेकिन वह केवल अपने परिवार को साथ लेकर चलती है।
गीता कोड़ा 2019 में कांग्रेस के लिए झारखंड से एकमात्र सांसद थीं। जनवरी 2022 में गृहमंत्री अमित शाह के झारखंड दौरे के बाद से ही उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें लगाई जा रही थीं। हालांकि उन्होंने इन अटकलों पर अक्सर विराम लगाया। लेकिन 26 फरवरी 2024 को उन्होंने लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी का दामन थाम लिया। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि कोड़ा दंपति का भाजपा से पुराना लगाव रहा है। वह कतिपय परिस्थितियों से भाजपा से अलग हुए थे, लेकिन अब एक बार फिर पुराने घर में आ गए हैं। गीता कोड़ा ने कहा कि मैं आज बीजेपी में शामिल हो गई। कांग्रेस ने तुष्टिकरण की राजनीति करके देश को संकट में डाल दिया है। पार्टी कहती है कि वह सभी को साथ लेकर चलेगी, लेकिन वह केवल अपने परिवार को साथ लेकर चलती है।