सुशील पंडित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर, 27 जनवरी
डॉक्टर सिंह की लेखन यात्रा कई तरह की पुस्तकों को लिखने के साथ सामाजिक मुद्दों पर भी कलम चलाने के रूप में प्रगतिशील है।
लेखन कार्य के साथ डॉ सिंह सामाजिक कार्यों में भी आगे बढ़-चढ़कर सहभागिता निभाते हैं। सरकार की महत्वपूर्ण योजना बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ ,स्वच्छता, नशा मुक्ति जैसी जरूरी मुद्दों पर भी कलम चलाने का प्रयास किया है और अपने शब्दों से जीवंत स्वरूप देने का भी जज्बा रखते हैं।
स्लम एरिया के बच्चों को अक्षर ज्ञान देने की दिनचर्या भी इनमें शामिल है ।इनका मानना है कि शिक्षा ही हमें हमारा अधिकार दिलाने की शक्ति रखती है।
शिक्षित व्यक्ति अपना हक मांगना जानता है। डॉ गुलाब सिंह ने युवा पीढ़ी से आवाहन किया है की डिजिटल युग में किताब पढ़ने की आदत ना छोड़े पुस्तकों से अच्छा कोई मित्र नहीं हो सकता ।
हमारा ज्ञान ही हमें भीड़ से अलग चलने की भी मदद करता है। पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे
इस लेखन कार्य के प्रयास से डॉ एपीजे अब्दुल कलाम कर चुके है सम्मानित सपरिवार राष्ट्रपति भवन बुलाकर दिया था सम्मान।
अनेक पुरस्कारों से सम्मानित डॉक्टर गुलाब सिंह 25 साल से लेखन और अध्यापन कार्य में जुड़े हुए हैं ।
इस कोशिश के चलते इनकी 25 से अधिक पुस्तक लिखी जा चुकी है। इस प्रयास के चलते डॉक्टर सिंह को देश के पूर्व राष्ट्रपति डॉ एपीजे अब्दुल कलाम पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी सहित बहुत से प्रांत के मुख्यमंत्री राज्यपाल एवं शिक्षा मंत्रियों द्वारा डॉक्टर सिंह को सम्मानित किया गया है। स्वर्गीय पिता ठाकुर बखेरू सिंह जो भारतीय मजदूर संघ के राष्ट्रीय पदाधिकारी के रूप में समाज की कई दशकों सेवा की के देहांत के बाद यूपी में पढ़ाई हो फिर कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय से कई विश्व में मास्टर और पीएचडी की और आजकल यमुनानगर के एक प्रतिष्ठित कॉलेज में मांस मीडिया के असिस्टेंट प्रोफेसर पद पर कार्यरत है।