नील गायों की वजह से 10 दिनों के अंदर हुए चार हादसे
- रात के समय जान जोखिम में डाल निकलते हैं लोग
- पूरे रास्ते में नील गायों को रोकने के लिए नहीं है किसी प्रकार की फ़ैंसीग
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 11 दिसम्बर :
बड़ी हैरान कर देने वाली बात है की , हाईटैक कहलाने वाले चंडीगढ़ शहर के फ़ारेस्ट विभाग के अधिकारी इतने सुस्त भी हो सकते है । बता दें कि चंडीगढ़ पुलिस के आईआरबी कैंपस सारंगपुर से लेकर मेन रोड तक का रास्ता , रात में वहाँ से गुजरने वाले लोगों के लिए ख़ौफ़ की मंजर बनता जा रहा है । रात के समय वहाँ पर एक दम से सड़क की ओर भागती नील गायें कब आपके वाहन से टकरा जाए इसका अंदाज़ा नहीं लगाया जा सकता । अगर बात करें तो दिसंबर के नौ दिनों के अंदर ही वहाँ पर इन्हीं नील गायों की वजह से चार हादसे हो चुके है , जिसमें से तीन हादसों मे नील गायों के टकराने की वजह से वाहन बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गए थे, और एक में तो दोपहिया वाहन पर बैठा युवक काफ़ी बुरी तरह से ज़ख़्मी हो गया था, जिसे पीजीआई चंडीगढ़ में उपचार के लिए भर्ती करवाना पड़ गया था ।
सोचने की बात तो यह है की , जब फ़ारेस्ट विभाग को यह जानकारी है, की इस रास्ते से नील गाय सड़क पर आ सकती है , तो क्यों उस रास्ते पर किसी भी प्रकार की फ़ैंसीग नहीं की गई ।