मिलेट्स एमएसएमई के लिए संभावनाओं से भरपूर : गुनीत स्वानी
- शहर स्थित सोशल एंटरप्रेन्योर मिलेट्स के पक्ष में
- मिलेट्स भविष्य हैं: चंडीगढ़ मिलेट्स एंबेसडर
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़- 05 दिसम्बर :
शहर की सोशल एंटरप्रेन्योर और चंडीगढ़ की मिलेट्स एंबेसडर गुनीत स्वानी ने सीआईआई में आयोजित एक सेशन में कहा कि मिलेट्स, माइक्रो, स्माल और मीडियम एंटरप्राइजिज (एमएसएमई) के लिए बहुत सारे अवसर प्रदान करता है। गुनीत ने कहा कि, ‘‘हेल्थ स्मार्ट सिटी और मिलेट्स प्रमोशन एक इनोवेशन है और मुझे खुशी है कि मुझे इस पर चर्चा करने के लिए पैनल का हिस्सा बनाया गया है।’’ गुनीत, जिन्होंने चंडीगढ़ को भारत का पहला हेल्थ स्मार्ट सिटी बनाया है, ने कहा कि, मोटे अनाजों के व्यापक स्वास्थ्य लाभों के कारण वो इनको बढ़ावा दे रही है।
एक सवाल पर गुनीत ने कहा कि अब से 10 साल बाद वह भारत में मिलेट्स के प्रचलन को कैसे देखती हैं, गुनीत ने कहा कि लोगों द्वारा चावल और गेहूं की जगह मिलेट्स का उपयोग करने से एक आदर्श बदलाव आएगा। उन्होंने कहा कि, ‘‘मैं उम्मीद कर सकती हूं कि अगले दशक में पूरी दुनिया मोटे अनाजों को अपनाएगी और इसके लाभ प्राप्त करेगी।’’
उन्होंने कहा कि किसी के आहार में मिलेट्स का उपयोग जीवन का एक महत्वपूर्ण पहलू है और हमें मिलेट्स को बढ़ावा देने के लिए एकेडमिया और इंडस्ट्री को एक साथ लाना होगा और यह सेशन द्वारा अच्छी तरह से हासिल किया गया ।
मिलेट्स आधारित इंडस्ट्रीज में एमएसएमई की संभावनाओं के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि ‘‘मुझे लगता है कि मिलेट्स और एमएसएमई भूले हुए रत्न हैं। अधिक से अधिक एमएसएमई आंत्रप्रेन्योर्स को अपने स्टार्टअप के साथ ‘मिलेट्स स्पेस’ में प्रवेश करने की आवश्यकता है क्योंकि मिलेट्स उनके लिए काफी सारे अवसर प्रदान करता है।’’
गुनीत ने कहा कि एमएसएमई को मिलेट्स उत्पादन के साथ एकीकृत करने से पारस्परिक रूप से लाभकारी तालमेल बन सकता है। फूड प्रोसेसिंग एरिया में एमएसएमई इनोवेटिव और स्वास्थ्यवर्धक उत्पाद बनाने के लिए मिलेट्स के पोषण गुणों का लाभ उठा सकते हैं, जिससे दोनों क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा मिल सकता है।
उन्होंने कहा कि ‘‘एमएसएमई इकोसिस्टम में मिलेट्स को शामिल करने से न केवल कृषि उत्पादन में विविधता आती है, बल्कि बेहतर और पौष्टिक फसलों को बढ़ावा देकर फूड सिक्योरिटी की वैश्विक चुनौती का भी समाधान होता है। एमएसएमई और मोटे आनाज के बीच इस इंटरसेक्शन को अपनाने से अधिक सस्टेनेबल और इनक्लूसिव आर्थिक माहौल में योगदान मिल सकता है।’’
जयंत डावर, को-चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर, संधार टेक्नोलॉजीज लिमिटेड, ने सीआईआई में एक दिलचस्प सेशन का संचालन किया, जिसमें चंडीगढ़ के मिलेट्स एंबेसडर गुनीत स्वानी, सीरियल इनोवेटर पुलकित आहूजा; डॉ.नागराजन राममूर्ति, डायरेक्टर, आईआईएम अमृतसर; और सरिता नागपाल, पार्टनर, काइजेेन इंस्टीट्यूट साउथ एशिया की भागीदारी देखी गई।