2 दिसम्बर से “इन्द्रधनुष ऑडीटोरियम पंचकूला में फैलेगा जादू का रोमांच 

जादूगर ओ. पी. शर्मा (जूनियर) अपने नए करिश्मों के साथ पंचकुला में 

डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 30नवम्बर  :

हर दिन अपने नए नए अविश्वसनीय चमत्कारों से जादू की दुनिया में तहलका मचाने वाले जादूगर ओ. पी. शर्मा (जूनियर) जादू के इतिहास में पहली बार दिखने वाला चमत्कार “पलक झपकते रूप बदलता तिलिस्मी चेहरा” के अलावा और भी बहुत सारे नये-नये रहस्य रोमांच और सनसनीखेज जादुई करिश्मों के साथ यहाँ आपक शहर पंचकुला वासियों को मायावी नगरी की सैर कराने आये है। जादूगर ओ. पी. शर्मा (जूनियर) ने वादा किया है कि हमारे 7200 सेकेण्ड्स के थ्रिल पैक मनोरंजन के खजाने में पूरे विश्व को चकित करने वाले ऐसे-ऐसे नवीनतम् जादुई करिश्में हैं जिन्हें यहां के लोगों ने अभी तक देखा नहीं होगा। जादुई करिश्मों की कड़ी में पलक झपकते ही मंच पर दुनिया का सबसे विशाल और खतरनाक जानवर डायनासोर का प्रकट होकर चहलकदमी करना, कामरूप का तिलिस्मी घड़ा, स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी गायब, स्लाइस लेडी ऑफ अमेरिका और हंसी से लोट-पोट कर देने वाला मनोरंजन का खजाना लेकर आये है जिसे देखने वाले कभी भूल नहीं पायेंगे।

जादूगर ओ. पी. शर्मा (जूनियर) ने बताया कि प्रदर्शन के लिए 250 टन के आधुनिकतम साजो-सामान के साथ हमने 150 लोगों की अपनी टीम में दो दर्जन महिला कलाकार व मंच के 50 सहयोगियों के साथ कम्प्यूटराइज्ड हिप्नोटिक लाइट, अल्ट्रा डिजीटल साउंड एवं अन्य तकनीकी पहलुओं को मजबूत बनाने के लिए 13 इंजीनियरों की टीम तथा दुनिया की चुनिंदा लाइट और साउंड के बीच गीत संगीत तथा हास्य से भरपूर गुदगुदाने वाले अंदाज को अपने कार्यक्रम में शामिल किया है, यही कारण है कि हमें अधिकाधिक दर्शकों की सराहना मिलती ।

जादूगर ओ. पी. शर्मा (जूनियर) के शो का उद्धघाटन 2 दिसम्बर शाम 4 बजे से इन्द्रधनुष ऑडीटोरियम, सेक्टर-5, पंचकुला में होगा। उसके बाद रोजाना 3 शो 1 बजे, 4 बजे व शाम 7 बजे दिखाये जायेंगे।

जादूगर ओ. पी. शर्मा (सीनियर) ने अपना पहला कामर्शियल शो वर्ष 1971 में मुम्बई में शुरू किया और 15 अक्टूबर 2022 को लम्बी बीमारी के चलते निधन से पहले तक वह जादू के कद्रदानों के लिये स्टेज पर निरंतर सक्रिय रहे। उनके पुत्र जादूगर ओ. पी. शर्मा (जूनियर) बचपन से ही जादू के कार्यों में पिता की मदद करते रहे हैं। उनके सभी रचनात्मक अविष्कारों में शामिल रह कर वह जादू के खेलों में नई जान लाते रहे हैं। प्रोफेशनल जादूगर के रूप में जादू की कला को व्यवसायिक रूप देने का श्रेय जादूगर ओ. पी. शर्मा (जूनियर) को ही जाता है जिन्होने नीरस और बोझिल मानी जाने वाली जादू की कला में आधुनिक लाइट और डिजीटल साउंड का समावेश कर जादू शो में नई जान डाल दी। 45 वर्ष से ज्यादा जादू के मंच पर सक्रिय और 30 वर्ष से ज्यादा समय से प्रोफेशनल रूप से शो करने वाले जादूगर ओ. पी. शर्मा (जूनियर) आज युवाओं के प्रेरणास्त्रोत है जादू के मंच से अपने पिता जादूगर ओ. पी. शर्मा (सीनियर) के महाप्रयाण के बाद उनके बेटे जादूगर ओ. पी. शर्मा (जूनियर ) हिन्दुस्तान की सबसे पुरानी जादू कला को संजोने और पिता की विरासल को आम लोगों के पास ले जाने में अपना महान योगदान दे रहे है ।