पूर्व एडिशनल डायरेक्टर शशिकांत शर्मा बने चीफ विजिलेंस ऑफिसर

  • बतौर डी ए करवा चुके हैं कई महत्वपूर्ण फैसले

सुशील पण्डित, डेमोक्रेटिक फ्रंट, यमुनानगर 16             नवम्बर  :

पूर्व जिला न्यायवादी एवं एडिशनल डायरेक्टर अभियोजन शशिकांत शर्मा को हरियाणा सरकार ने उनके कार्य प्रणाली एवं ईमानदारी को देखते हुए चीफ विजिलेंस ऑफिसर के पद पर नियुक्त किया है। यमुनानगर में जिला न्यायवादी रहते हुए शशिकांत शर्मा ने कई ऐतिहासिक फसलों में अपनी अहम भूमिका निभाते हुए दोषियों को फांसी तक की सजा दिलवाने का काम किया है। इसके अतिरिक्त पंजाब के चर्चित डीएसपी पिंकी मामले में भी उन्होंने उन्हें उम्र कैद करवाने में अहम भूमिका निभाई थी। हरियाणा सरकार ने शशिकांत के अतिरिक्त 10 अन्य आईपीएस, आईएएस एवं अन्य अधिकारियों को चीफ विजिलेंस ऑफिसर के पद पर नियुक्ति दी है जो की 3 साल के लिए होगी। शशिकांत शर्मा राष्ट्रीय पुलिस अकादमी हैदराबाद तथा पंजाब पुलिस अकादमी फिल्लौर सहित देश के प्रतिष्ठित प्रशिक्षण संस्थानों में नियमित रूप से लेक्चर भी देते रहे हैं। प्रथम सूचना रिपोर्ट तथा गिरफ्तारी, आपका अधिकार जैसी  कानूनी पुस्तक के भी लिख चुके हैं। वे अभी तक सिपाही से लेकर भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारियों तथा न्यायिक अधिकारियों को प्रशिक्षित करते समय सैकड़ो व्याख्यान प्रस्तुत कर चुके हैं। हरियाणा सरकार द्वारा उन्हें चीफ विजिलेंस ऑफिसर नियुक्त किए जाने के बाद जानकारों का कहना है कि उनकी नियुक्ति से भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी। बतौर विजिलेंस ऑफिसर वह कहीं भी अचानक से निरीक्षण कर सकते हैं और कहीं भी हो रहे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने के लिए अपनी शक्तियों का प्रयोग कर सकते हैं। अपनी इस नियुक्ति पर शशिकांत शर्मा का कहना है कि हरियाणा सरकार ने भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का जो संकल्प लिया है उसी के तहत ही उनकी नियुक्ति हुई है और वह अपना कार्य ईमानदारी व निष्ठा के साथ करेंगे। सरकार का पहला उद्देश्य यही है कि प्रदेश भ्रष्टाचार से मुक्त हो और इसी के चलते सरकार समय-समय पर ऐसे कदम उठा रही है जिससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लग सके। उन्होंने बताया कि जिस प्रकार वह पूर्व में अपनी सेवाएं ईमानदारी के साथ देते रहे इसी प्रकार भविष्य में भी वह ईमानदारी और निष्ठा के साथ सरकार को अपनी सेवाएं देंगे।