स्किल इंप्रूव के साथ नौकरी करने के लिए डिजिटल साक्षरता जरूरी : सपना सांसरवाल
कोरल ‘पुरनूर’, डेमोक्रेटिक फ्रंट, पंचकुला – 02 नवम्बर :
डीएवी गर्ल्स कॉलेज के अर्थशास्त्र विभाग की ओर से डिजिटल साक्षरता विषय पर वर्कशाप का आयोजन किया गया। लीप संस्थान की प्रोजेक्ट ऑफिसर सपना सांसरवाल मुख्य वक्ता रही। कॉलेज की कार्यवाहक प्रिंसिपल डॉ मीनू जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम अर्थशास्त्र विभाग अध्यक्ष डॉ अनीता मौदगिल की देखरेख में हुआ। कार्यक्रम में 500 छात्राएं व 25 टीचर्स ने भाग लिया।
सपना सांसरवाल ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में प्रतिभाओं की कमी नहीं है। मन में हिचकिचाहट होने व सही प्लेटफॉर्म न मिलने की वजह से प्रतिभाओं को पंख नहीं मिल पाते है। जीवन में निरंतर सीखने वाले ही बुलंदियों को छूते है। उन्होंने बताया कि विद्यार्थियों की स्किल्स को इंप्रूव करने के लिए यूनिसेफ व गुगल की ओर से बहुत सारे निःशुल्क ऑन लाइन कोर्सिस संचालित किए जा रहे है। जो विद्यार्थी मन लगाकर इन कोर्सिज को करता है, उन्हें कई क्षेत्रों में नौकरी के अवसर मिल सकते है। उन्होंने बताया कि माइक्रोसॉफ्ट व लीप की ओर से विद्यार्थियों को डिजिटल उपादकता, रोजगार व वित्तीय साक्षरता कोर्स करवाया जा रहे है। कोर्स संपन्न होने के बाद उसी प्लेटफॉर्म से सर्टिफिकेट भी मिलेगा। इन तीनों केार्सिज की प्रतिदिन दो घंटें की कक्षाएं लगेगी। खास बात यह है कि इन कोर्सिज से संबंधित कंटेंट इंटरनेट के जरिए मोबाइल पर ही उपलब्ध है। इन कोर्सिज को करने के बाद विद्यार्थियां जहां डिजिटल रूप से साक्षर होंगे, वहीं उनके लिए विभिन्न क्षेत्रों में नौकरी के अवसर भी खुलेंगें। इस दौरान उन्होंने छात्राओं के साथ अपने अनुभवन भी सांझा किए। सांसरवाल ने बताया कि पढाई के दौरान उन्होंने बिजनेस मैडरिन लैंग्वेज का कोर्स किया था, जो कि चाइनिज भाषा से संबंधित था। उस कोर्स के सर्टिफिकेट के आधार पर उसे फ्रांस की कंपनी के साथ काम करने का अवसर प्रदान हुआ था।डॉ मीनू जैन ने कहा कि वर्कशाप का मुख्य उद्देश्य छात्राओं को डिजिटल साक्षरता के बारे में नॉलेज प्रदान करना रहा। कोविड के बाद बहुत सारे ऐसे प्लेटफॉर्म उभरकर सामने आए हैं, जहां आज भी डिजिटल तरीके से काम हो रहा है। कार्यक्रम के सफल आयोजन में डॉ मीनू गुलाटी, शैली चौहान ने सहयोग दिया।