ना कोई प्रोजेक्ट, ना कोई प्रोजेक्ट ऑफिसर फिर भी 25 असिस्टैंट प्रोजेक्ट ऑफिसर भर्ती

सारिका तिवारी, डेमोक्रेटिक फ्रंट, चण्डीगढ़ – 06अक्टूबर :

         नगर निगम पंचकुला का काम करने का ढंग निराला ही है । वर्ष 2020-2021 में भर्ती हुए लगभग 25  असिस्टेंट प्रोजेक्ट ऑफिसर, जो वर्तमान मे नगर निगम पंचकुला मे जूनियर इंजीनियर के पद पर कार्यरत हैं और यह सारा खेल नगर निगम के अधिकारियों द्वारा किया गया। इसी बाबत पंचकुला विकास मंच के देव राज शर्मा की ओर से  मुख्य्मंत्री मनोहर लाल खट्टर को एक पत्र लिखा गया। उन्होनें पत्र में लिखा कि इन्हीं  असिस्टेंट प्रोजेक्ट ऑफिसर में से कुछ व्यक्ति नगर निगम में पहले से ही कार्यरत थे मगर सरकार की हिदायतों के अनुसार इन्हें दुबारा रखा नहीं जा सकता था । अधिकारियो और नेताओ के चाहतों के लिए  अवांछित भर्ती को अंजाम दिया। जिसमें तकरीबन 15 और नए चाहतों को पैसे लेकर शामिल कर लिया गया जिससे इनकी संख्या बढ़कर तकरीबन 25 हों गई। ये सब या तो किसी न किसी अधिकारी के खास थे या फिर किसी नेताओ के, जानकारी के अनुसार इस तरह का पद ना तो नगर निगम पंचकुला में स्वीकृत है और ना ही इस तरह की भर्ती पहले कभी नगर निगम पंचकुला मे हुई। इस पद के योग्यता कम से कम 8 से 10 साल तक किसी बड़े प्रोजेक्ट पर काम करना अनिवार्य है मगर नगर निगम के अधिकारियों ने बिना योग्यताओं और बिना तजुर्बे के फ्रेशर्स को इस पद पर भर्ती कर लिया। इतनी संख्या में असिस्टेंट प्रोजेक्ट ऑफिसर हरियाणा के किसी भी निगम में आज तक भर्ती नहीं हुए। गुडगाँव और फरीदाबाद जैस बड़े निगमों में भी केवल एक या दो असिस्टेंट प्रोजेक्ट ऑफिसर कार्यरत हैं और न ही कहीं भी इन्हें जूनियर इंजीनियर के पद पर तब्दील किया! इस तरह का पद  हरियाणा कौशल रोजगार निगम में भी उपलब्ध नहीं था। मगर एच के आर एन 2022 कि पॉलिसी के पैरा 8.1 के तथ्य छिपाकर इन्हें पैरा इंजीनियरिंग एसोसिएट पद में तब्दील कर दिया गया । पॉलिसी के पैरा 8.1 के अनुसार वित्त विभाग से इसकी मंजूरी अनिवार्य थी और न ही य़ह किसी स्वीकृत पद पर लागू थी! मगर अधिकारियों ने लीपा पोती कर तथ्यों को छिपाकर इसकी स्वीकृति नगर निगम कमिश्नर से ले ली मगर इसकी मंजूरी हरियाणा वित्त विभाग से नहीं ली।

देव राज के पत्र के अनुसार यह नगर निगम पंचकुला का आज तक का सबसे बड़ा नोकरी घोटाला है जिसमें अब तक नगर निगम पंचकुला को करोडों रुपये का वेतन के रूप में नुकसान हुआ।

उन्होनें मांग की कि इस भर्ती घोटाले की जाँच हरियाणा स्टेट विजिलेंस ब्यूरो से करवाई जाए औऱ दोष सिद्ध होने पर दोषी कर्माचारियों और अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त करवाई की जाए और ये सभी कथित असिस्टेंट प्रोजेक्ट ऑफिसर जो की इस भर्ती के माध्यम से लगे हैं उन्हे तुरंत प्रभाव से नगर निगम पंचकुला से हटाये जाए।