गाय की सेवा करने से सनातन धर्म की रक्षा भी होती है : गोपाल मणि जी महाराज
गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करवाने का वादा किया सतनाम संधू ने
डेमोक्रेटिक फ्रंट, चंडीगढ़ – 11 सितम्बर :
गोपाल गोलोक धाम गौशाला, कैम्बवाला, चण्डीगढ़ के संचालक गौ गंगा कृपाकांक्षी पूज्य गोपाल मणि जी महाराज, जो भारतीय गौ क्रांति मंच के संस्थापक भी हैं, के सानिध्य में चल रही गौ कथा में कथा व्यास गोपालमणि महाराज ने गौ महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि गाय की सेवा करने से पुण्य प्राप्त कर भगवान के दर्शन होते हैं और सनातन धर्म की रक्षा भी होती है।
कथा व्यास ने गाय की महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि गाय माता लोक एवं परलोक में व्यक्ति का कल्याण करती है। हमारे वेद पुराणों, ग्रंथों ने गाय को माता के रूप में स्वीकार किया है और ऋषि मुनियों ने भी गौ धूलि का सम्मान किया है।
आज कथा में चण्डीगढ़ यूनिवर्सिटी के चांसलर सरदार सतनाम सिंह संधू मुख्य अतिथि के तौर पर पधारे व उन्होंने अपने संबोधन मे बताया कि वे किसान के बेटे हैं और गौ माता को हम माता भी मानते है। उन्होंने गोपाल मणि जी महाराज से वायदा किया की वे शीघ्रातिशीघ्र गौ माता को राष्ट्र माता घोषित करवाएंगे। आज हम अपनी संस्कृति को भूल रहे हैं। अपने पूर्वजों की व ग्रंथों की बातों को नजरअंदाज कर रहे हैं। हमें उन सब मूल्यों को जीवन में उतारना चाहिए। गौ माता को सम्मान देकर हम अपने जीवन को सुधार सकते हैं।
गौ कथा में श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर आचार्य नर्मदा शंकर पुरी, रणप्रीत सिंह बरनाला, शिक्षाविद, रामवीर भट्ठी महामंत्री, बीजेपी, चण्डीगढ़ प्रदेश, सोनी गोयल, प्रधान, मार्बल कमेटी, धनास, गोरी शंकर कीर्तन मंडली आदि के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे।इस अवसर पर आचार्य सीता शरण ने गौ माता का भजन जिसका गोबर इतना पावन हैं, वो कितनी पावन होगी भजन द्वारा गौ महिमा का गुणगान किया।