पूतना अविद्या का प्रतीक है और अविद्या ही सारे विकारों का मूल होती है : कथा व्यास रमेश भाई शुक्ल
चण्डीगढ़ :
श्री सिद्ध बाबा बालक नाथ मन्दिर, से. 29 में चल रही भागवत कथा में कथा व्यास रमेश भाई शुक्ल ने बताया भगवान श्री कृष्ण ने राक्षसों को मारने का काम पूतना से आरम्भ किया। पूतना अविद्या का प्रतीक है। अविद्या ही सारे विकारों का मूल होती है। यदि अविद्या पहले मर जाए तो बाकी राक्षसों को मारना आसान हो जाता है।
माखन चोरी की कथा सुनाते हुए शुक्ल ने कहा माखन मन का प्रतीक हैं। माखन पानी में डूबता नहीं है, ऊपर-ऊपर तैरता रहता है। इसी प्रकार जिसका मन संसार में रहता हुआ भी संसार में नहीं फंसा है, वह माखन ही है। ऐसे मन की ही चोरी ठाकुर जी करते हैं, यही माखन चोरी है। मंदिर समिति के के महासचिव कमलेश चंद्र पटपटीया ने बताया कि कथा १० सितम्बर तक रोजाना सांय 5.30 से 8.30 तक चलेगी।